Difference between revisions of "Health-and-Nutrition/C2/Type-1-and-Type-2-nutrients/Hindi"

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| पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों के बारे में बने स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत हैं
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| पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों के बारे में बने स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत हैं
  
 
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| इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों में क्या फरक हैं  
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| इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों में क्या फरक हैं  
  
 
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| खाने से हमे ऊर्जा और पोषकतत्वा मिलते है  
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| खाने से हमे ऊर्जा और पोषक तत्व मिलते है  
  
 
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| पोषकतत्व शरीर के वृद्धि और रक्रखाव के लिए जरुरी होते हैं   
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| पोषक तत्व शरीर के वृद्धि और रखरखाव के लिए जरुरी होते हैं   
  
 
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| कुछ पोषकतत्व शरीर खुद नहीं बनाता
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| कुछ पोषक तत्व शरीर खुद नहीं बनाता
  
 
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|  ऐसे तत्वों को जरुरी पोषकतत्व कहते हैं  
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|  ऐसे तत्वों को जरूरी पोषक तत्व कहते हैं  
  
 
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| हमे खाने में से ४० पोषकतत्व लेने चहिऐ   
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| हमें खाने में से ४० पोषक तत्व लेने चहिऐ   
 
   
 
   
 
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| पर जिन खानो में पोषकतत्व कम हो उन खानो में से ४० पोषकतत्व नहीं मिल सकते  
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| पर जिन खानो में पोषक तत्व कम हो उन खानो में से ४० पोषक तत्व नहीं मिल सकते  
  
 
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| और शरीर में एक या अनेक पोषकततवो की कमी रहती हैं  
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| और शरीर में एक या अनेक पोषक तत्वों की कमी रहती हैं  
  
 
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| इसे छिपी हुवी भूख कहते हैं   
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| इसे छिपी हुई भूख कहते हैं   
 
   
 
   
 
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| जरुरी पोषकतत्वों को दो भागो में बाटा गया हैं   
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| जरुरी पोषक तत्वों को दो भागो में बाँटा गया हैं   
  
 
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| पहले प्रकार या फिर काम करने वाला पोषकतत्व
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| पहले प्रकार या फिर काम करने वाला पोषक तत्व
  
 
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| दूसरे प्रकार या फिर बढ़ने में मददत करने वाले पोषकतत्व  
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| दूसरे प्रकार या फिर बढ़ने में मदद करने वाले पोषक तत्व  
  
 
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| '''आयोडिन''' और कॉपर पहले प्रकार के पोषकतत्व हैं   
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| '''आयोडीन''' और कॉपर पहले प्रकार के पोषक तत्व हैं   
  
 
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| फ़्लोरिन'''  
 
| फ़्लोरिन'''  
  
और सेलेनियम भी पहले प्रकार के पोषकतत्व हैं  
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और सेलेनियम भी पहले प्रकार के पोषक तत्व हैं  
  
 
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| प्रोटीन और जरुरी अमाइनो एसिड दूसरे  प्रकार के पोषकतत्व हैं   
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| प्रोटीन और जरूरी अमाइनो एसिड दूसरे  प्रकार के पोषक तत्व हैं   
  
 
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| मैग्नीशियम,  
 
| मैग्नीशियम,  
  
फ्रॉसफोरस'''  
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फॉसफोरस'''  
  
 
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| जरुरी फैट जैसे ओमेगा थिरि भी दूसरे प्रकार के पोषकतत्व हैं   
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| जरूरी फैट जैसे ओमेगा थ्री भी दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हैं   
  
 
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| अब हम पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों के फरक को समजेंगे
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| अब हम पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों के फर्क को समझेंगे
  
 
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| पहले प्रकार के पोषकतत्व उतकों के ख़ास कामो के लिए जरुरी होते है
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| पहले प्रकार के पोषक तत्व ऊतकों के ख़ास कामो के लिए जरुरी होते है    
  
 
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| 02:02  
 
| 02:02  
| इसीलिए ये चुनिंदा उतक या उतकों के गुच्छो में एक ही जगा पर काफी मात्रा में पाये जाते हैं  
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| इसीलिए ये चुनिंदा ऊतक या ऊतकों के गुच्छों में एक ही जगह पर काफी मात्रा में पाये जाते हैं  
  
 
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| 02:08  
 
| 02:08  
| आइये उदहारण के लिए कैल्शियम और विटामिन ऐ की बात करेंगे   
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| आइये उदाहरण के लिए कैल्शियम और विटामिन ऐ की बात करेंगे   
  
 
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| पर दूसरे प्रकार के पोषकतत्व शरीर के पुरे विकास के लिए जरुरी होते हैं  
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| पर दूसरे प्रकार के पोषक तत्व शरीर के पूरे विकास के लिए जरुरी होते हैं  
  
 
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| 02:28  
 
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| वे शरीर के हर कोशिका की संरचना और उसस्के काम का हीस्सा बनते है  
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| वे शरीर के हर कोशिका की संरचना और उसके काम का हिस्सा बनते है  
  
 
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| 02:34  
 
| 02:34  
| इसीलिए वे भी शरीर के है उतक में होते हैं  
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| इसलिए वे भी शरीर के है ऊतक में होते हैं  
  
 
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| 02:38  
 
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|  अब पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों की कमी होने पर शरीर की प्रतिक्रिया की बात करेंगे  
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|  अब पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की कमी होने पर शरीर की प्रतिक्रिया की बात करेंगे  
  
 
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| 02:45  
 
| 02:45  
| पहले प्रकार के पोषकतत्व की कमी होने पर भी शरीर बढ़ता रहता हैं  
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| पहले प्रकार के पोषक तत्व की कमी होने पर भी शरीर बढ़ता रहता हैं  
  
 
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| 02:50  
 
| 02:50  
| शरीर इन पोषकतत्वों को उन विशेष उतको से ले लेता हैं जिन में ये मौजूद होते हैं   
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| शरीर इन पोषक तत्वों को उन विशेष ऊतकों से ले लेता हैं जिनमें ये मौजूद होते हैं   
  
 
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| 03:00  
 
| 03:00  
| कैल्शियम की कमी होने पर शरीर हड्डियों में मौजूद कैल्शियम इस्तमाल करता हैं
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| कैल्शियम की कमी होने पर शरीर हड्डियों में मौजूद कैल्शियम इस्तेमाल करता हैं    
  
 
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| 03:07  
 
| 03:07  
| जिस वजहसे उतको में मौजूद उन पोषकतत्वों की मात्रा कम हो जाती हैं  
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| जिस वजह से ऊतकों में मौजूद उन पोषक तत्वों की मात्रा कम हो जाती हैं  
  
 
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| 03:13  
 
| 03:13  
| फिर उन आंगो पर असर होता हैं जो इस पोषकतत्वो पर निर्भर होते हैं  
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| फिर उन अंगों पर असर होता हैं जो इस पोषक तत्वों पर निर्भर होते हैं  
  
 
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| 03:18  
 
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| इसी वजहसे इंसान बीमार होने लगता हैं  
+
| इसी वजह से इंसान बीमार होने लगता हैं  
  
 
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| 03:21  
 
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| फिर उस बीमार इंसान में पोषकतत्व की कमी  से होने वाले ख़ास संकेत दिखने लागते हैं  
+
| फिर उस बीमार इंसान में पोषक तत्व की कमी  से होने वाले ख़ास संकेत दिखने लगते हैं  
  
 
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| 03:26  
 
| 03:26  
| ये बात चार उद्धरणों से समझेंगे  
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| ये बात चार उदाहरणों से समझेंगे  
  
 
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| 03:31  
 
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| 1. कमजोर हड्डी और हड्डी के टूटने का ज्यादा खतरा कैल्शियम की कमी होने की वजह से हैं   
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| 1. कमजोर हड्डी और हड्डी के टूटने का ज्यादा खतरा कैल्शियम की कमी की वजह हैं   
  
 
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| 03:50  
 
| 03:50  
| जब की दूसरे प्रकार की पोषकतत्वों की कमी में सिर्फ एक  ही संकेत होता हैं  
+
| जब की दूसरे प्रकार की पोषक तत्वों की कमी में सिर्फ एक  ही संकेत होता हैं  
  
 
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| 04:08  
 
| 04:08  
| 2.  पुराणी कोशिकाओंको बदलना  
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| 2.  पुराणी कोशिकाओं को बदलना  
  
 
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| 04:18  
 
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|  लम्बाई कम होती हैं और मॉस पेशी भी कम होती हैं  
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|  लम्बाई कम होती हैं और मांसपेशी भी कम होती हैं  
 
   
 
   
 
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| 04:23  
 
| 04:23  
| शरीर की सभी कोशिकाएँ और रोगप्रति रोदकशक्ति पर आसर पड़ता हैं
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| शरीर की सभी कोशिकाएँ और रोग प्रति रोदकशक्ति पर आसर पड़ता हैं
  
 
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| 04:39  
 
| 04:39  
| इनकी कमी होने पर शरीर आपने उतको या मॉस पेशियोंको तोड़ने लगता हैं .  
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| इनकी कमी होने पर शरीर आपने ऊतकों या मांसपेशियों को तोड़ने लगता हैं .  
  
 
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| 04:50  
 
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| इन्ही पोषकतत्वों को फिर शरीर बाकी के उतको के लिए इस्तमाल करता हैं  
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| इन्ही पोषक तत्वों को फिर शरीर बाकी के ऊतकों के लिए इस्तेमाल करता हैं  
  
 
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| 04:55  
 
| 04:55  
| अगर उतक बोहत ज्यादा टूटे तो कोशिकाओं के काम पर असर पड़ता हैं  
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| अगर ऊतक बहुत ज्यादा टूटे तो कोशिकाओं के काम पर असर पड़ता हैं  
  
 
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| 05:02  
 
| 05:02  
| और फिर भूक कम लगती हैं  
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| और फिर भूख कम लगती हैं  
  
 
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| 05:05  
 
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| ऊतकों के टूटने से वे पोषकतत्व मिलते हैं  
+
| ऊतकों के टूटने से वे पोषक तत्व मिलते हैं  
  
 
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| 05:11  
 
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| जिनकी शरीर में कमी हो पर इससे उतको में मौजूद बाकी सभी दूसरे प्रकार  पोषकतत्व भी निकलते हैं   
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| जिनकी शरीर में कमी हो पर इससे ऊतकों में मौजूद बाकी सभी दूसरे प्रकार  पोषक तत्व भी निकलते हैं   
  
 
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| 05:21  
 
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| इसीलिए दूसरे प्रकार की पोषकतवों की कमी होने पर हमेशा इन्ही पोषकतत्वों से भरे खाने को खाना चहिये
+
| इसलिए दूसरे प्रकार की पोषकतवों की कमी होने पर हमेशा इन्ही पोषक तत्वों से भरे खाने को खाना चाहिये
 
   
 
   
 
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| 05:28  
 
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| पहले प्रकार के पोषकतत्वों की कमी को ठीक करने लिए सभी पहले प्रकार की पोषकतत्वों की जरुरत नहीं होती
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| पहले प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को ठीक करने के लिए सभी पहले प्रकार की पोषक तत्वों की जरुरत नहीं होती
  
 
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| 05:34  
 
| 05:34  
| इस के इलाज के लिए सिर्फ वही पोषकतत्व लेने चाहिए जिसकी शरीर में कमी हो   
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| इस के इलाज के लिए सिर्फ वही पोषक तत्व लेने चाहिए जिसकी शरीर में कमी हो   
  
 
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| 05:40  
 
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| अब बात करेंगे माँ के दूध में मौजूद पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों की
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| अब बात करेंगे माँ के दूध में मौजूद पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की
  
 
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| 05:47  
 
| 05:47  
|  माँ दूध में दूसरे प्रकार के पोषकतत्व हमेशा होते हैं .  
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|  माँ के दूध में दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हमेशा होते हैं .  
  
 
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| 05:52  
 
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| अगर माँ कुपोषित हो थो भी वे हमेशा दूध में होते है   
+
| अगर माँ कुपोषित हो तो भी वे हमेशा दूध में होते है   
  
 
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| 05:57  
 
| 05:57  
| जरूरत के जितना स्तन पान कराने से कुपोषित माँ का शिशु आछे से बाढ़ सकता हैं   
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| जरूरत के जितना स्तनपान कराने से कुपोषित माँ का शिशु अच्छे से बढ़ सकता हैं   
  
 
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| 06:03  
 
| 06:03  
|  पर पहले प्रकार के पोषकतत्वों की मात्रा माँ के दूध में हमेशा एक जैसी नहीं होती.  
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|  पर पहले प्रकार के पोषक तत्वों की मात्रा माँ के दूध में हमेशा एक जैसी नहीं होती.  
  
 
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| 06:13  
 
| 06:13  
उद्धरण के लिए विटामिन दी की बात करते हैं .  
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उदहारण के लिए विटामिन दी की बात करते हैं   .  
  
 
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| अब बात करेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषकतत्वों की कमियों की  
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| अब बात करेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की कमियों की  
  
 
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| 06:30  
 
| 06:30  
| जाँच पड़ताल की पहले प्रकार की पोषकतत्व की कमी दो तरह से जाँच सकते हैं  
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| जाँच पड़ताल की पहले प्रकार की पोषक तत्व की कमी दो तरह से जांच सकते हैं  
  
 
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| 06:36  
 
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| पहला हैं खास संकेतो को पैचानना  
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| पहला हैं खास संकेतों को पहचान  
 
   
 
   
 
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| 06:41  
 
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| शरीर में पोषकतत्व की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं
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| शरीर में पोषक तत्व की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं
  
 
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| 06:46  
 
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| उद्धरण के लिए आयरन और आयोडिन की बात करेंगे  
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| उधारण के लिए आयरन और आयोडीन की बात करेंगे  
  
 
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| 06:50  
 
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| आयरन की कमी को पिली त्वचा और थकान जैसे संकेतो से पैचान सकते हैं
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| आयरन की कमी को पीली त्वचा और थकान जैसे संकेतो से पहचान सकते हैं    
  
 
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| 07:01  
 
| 07:01  
| आयोडिन की कमी भी इसी तरह कुछ ख़ास संकेतो और जांच से पता क्र सकते हैं .  
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| आयोडीन की कमी भी इसी तरह कुछ ख़ास संकेतो और जांच से पता क्र सकते हैं .  
  
 
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| वजन बढ़ना और
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| वजन बढ़ना और
  
 
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| 07:14  
| शरीर में आयोडिन और थाइरोइड हारमोन की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं  
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| शरीर में आयोडीन और थायराइड हार्मोन की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं  
  
 
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| 07:21  
 
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|   पहले प्रकारके पोषकतत्वों की कमियों को पैचान कर उनका इलाज भी कर सकते हैं  
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| पहले प्रकार के पोषक तत्वों की कमियों को पहचान कर उनका इलाज भी कर सकते हैं  
  
 
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| 07:26  
 
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| इन् तत्वों का इलाज करने के अलग अलग तरीके हैं  
+
| इन तत्वों की कमियों का इलाज करने के अलग अलग तरीके हैं  
  
 
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| 07:31  
 
| 07:31  
| जैसे की बताई गयी मात्रा में पोषकतत्वों को खाने में खाना  
+
| जैसे की बताई गई मात्रा में इन पोषक तत्वों को खाने में खाना  
  
 
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|-  
 
| 07:36  
 
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| और उपरी खुराक या दवा लेना  
+
| और ऊपरी खुराक या दवा लेना  
 
   
 
   
 
|-  
 
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Line 418: Line 418:
 
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|-  
 
| 07:43  
 
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|  फोलिक एसिड जैसे ऊपरी दवा आम त्वार पर स्वस्त सेवक सुजाते हैं  
+
|  फोलिक एसिड जैसे ऊपरी दवा आम तौर पर स्वस्त सेवक सुजाते हैं  
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| 07:47  
 
| 07:47  
| कुछ इलाको में जहा पहेली प्रकार से होनी वाली कमिया ज्यादा हो वाह खाने में इन्ही तत्वोंको मिलाया जाता हैं
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| कुछ इलाकों में जहां पहेली प्रकार से होनी वाली कमिया ज्यादा हो वाह खाने में इन्हीं तत्वों को मिलाया जाता हैं
  
 
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| 07:53  
उद्धरण हैं नमक में आयोडिन का मिलाया जाना
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उदाहरण हैं नमक में आयोडिन का मिलाया जाना
  
 
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| 07:59  
 
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| एक योग्य पोषण विशेषज्ञ इन सबके बारे में जानकरी दे सकता हैं  
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| एक योग्य पोषण विशेषज्ञ इन सबके बारे में जानकारी दे सकता हैं  
  
 
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| 08:17  
 
| 08:17  
| जैसे की वजन लम्बाई
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| जैसे की वजन , लम्बाई
  
 
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| 08:22  
 
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| पर इससे शरीर के ना बाड़ने का पता चलता हैं  
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| पर इससे शरीर के ना बड़ने का पता चलता हैं  
  
 
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| 08:27  
 
| 08:27  
|  शरीर का ना बड़ना दूसरे प्रकारके हर पोषकतत्वों की कमी से होता हैं
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|  शरीर का ना बड़ना दूसरे प्रकार के हर पोषक तत्वों की कमी से होता हैं
 
   
 
   
 
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|  ये पता कारना मुश्कील हैं की शरीर में कोण से पोषकतत्वों की कमी हैं
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|  ये पता कारना मुश्किल हैं की शरीर में कोनसे पोषक तत्वों की कमी हैं
  
 
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इसीलिए दूसरी प्रकारके पोषकतत्वों की कमी को ठीक करने क लिए सभी दूसरे प्रकर की पोषकतत्वों की जरुरत होती हैं   
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इसलिए दूसरी प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को ठीक करने क लिए सभी दूसरे प्रकार की पोषक तत्वों की जरुरत होती हैं   
  
 
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| 08:47  
 
| 08:47  
| वो खाने जिनमे दूसरे प्रकारके पोषकतत्व हो उस खाने को खाना चाहिए   
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| वो खाने जिनमें दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हो उस खाने को खाना चाहिए   
  
 
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| 08:53  
 
| 08:53  
| पहेले दिए जाने वाले खाने की मात्रा बढ़ाने से मददत नहीं होगी
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| पहले दिए जाने वाले खाने की मात्रा बढ़ाने से मदद नहीं होगी
  
 
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| 08:59  
 
| 08:59  
| उस पहले दिए गए खाने से शरीर को दूसरे प्रकार के पोषकतत्व नहीं मिले होंगे  
+
| उस पहले दिए गए खाने से शरीर को दूसरे प्रकार के पोषक तत्व नहीं मिले होंगे  
  
 
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| 09:04  
 
| 09:04  
|  शरीर को बढ़ने के लिए खाने की गुणवक्ता को बदलना चाहिए  
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|  शरीर को बढ़ने के लिए खाने की गुणवत्ता को बदलना चाहिए  
  
 
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| 09:15  
 
| 09:15  
| पहले और दूसरे प्रकारके पोषातत्वो से भरपुर खाने के बारे में अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया हैं .  
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| पहले और दूसरे प्रकार के पोषातत्वो से भरपूर खाने के बारे में अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया हैं .  
  
 
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आएआए टी  बॉम्बे से मैं बेल्ला  टोनी आपसे विदा लेती हु
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हम से जुड़ने के लिए धन्यवाद
 
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Revision as of 19:36, 17 March 2021

Time
Narration
00:00 पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों के बारे में बने स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत हैं
00:06 इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों में क्या फरक हैं
00:12 चलिए शुरू करते हैं
00:14 खाने से हमे ऊर्जा और पोषक तत्व मिलते है
00:17 पोषक तत्व शरीर के वृद्धि और रखरखाव के लिए जरुरी होते हैं
00:22 कुछ पोषक तत्व शरीर खुद नहीं बनाता
00:27 ऐसे तत्वों को जरूरी पोषक तत्व कहते हैं
00:31 हमें खाने में से ४० पोषक तत्व लेने चहिऐ
00:36 पर जिन खानो में पोषक तत्व कम हो उन खानो में से ४० पोषक तत्व नहीं मिल सकते
00:42 ऐसे खाना अगर ज्यादा मात्रा में भी खाया जाये थो भी सिर्फ भूक ही मिट्टी हैं
00:48 और शरीर में एक या अनेक पोषक तत्वों की कमी रहती हैं
00:54 इसे छिपी हुई भूख कहते हैं
00:58 जरुरी पोषक तत्वों को दो भागो में बाँटा गया हैं
01:02 पहले प्रकार या फिर काम करने वाला पोषक तत्व
01:05 दूसरे प्रकार या फिर बढ़ने में मदद करने वाले पोषक तत्व
01:09 आयरन,

कैल्शियम,

01:11 आयोडीन और कॉपर पहले प्रकार के पोषक तत्व हैं
01:15 मैंगनीज़,
01:17 फ़्लोरिन

और सेलेनियम भी पहले प्रकार के पोषक तत्व हैं

01:21 विटामिन बी,

सी,

01:23 ऐ,

डी,

01:25

और के भी पहले प्रकार के हैं

01:29 पर सल्फर क्लोरीन
01:32 प्रोटीन और जरूरी अमाइनो एसिड दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हैं
01:37 सोडियम,

पोट्यासियम,

01:39 मैग्नीशियम,

फॉसफोरस

01:41 और जिंक भी दूसरे प्रकार के हैं
01:45 जरूरी फैट जैसे ओमेगा थ्री भी दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हैं
01:51 अब हम पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों के फर्क को समझेंगे
01:56 पहले प्रकार के पोषक तत्व ऊतकों के ख़ास कामो के लिए जरुरी होते है
02:02 इसीलिए ये चुनिंदा ऊतक या ऊतकों के गुच्छों में एक ही जगह पर काफी मात्रा में पाये जाते हैं
02:08 आइये उदाहरण के लिए कैल्शियम और विटामिन ऐ की बात करेंगे
02:13 कैल्शियम मजबूत हड्डियों के लिए जरुरी हैं
02:17 विटामिन ऐ तंदुरुस्त आँखों के लिए जरुरी हैं
02:21 पर दूसरे प्रकार के पोषक तत्व शरीर के पूरे विकास के लिए जरुरी होते हैं
02:28 वे शरीर के हर कोशिका की संरचना और उसके काम का हिस्सा बनते है
02:34 इसलिए वे भी शरीर के है ऊतक में होते हैं
02:38 अब पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की कमी होने पर शरीर की प्रतिक्रिया की बात करेंगे
02:45 पहले प्रकार के पोषक तत्व की कमी होने पर भी शरीर बढ़ता रहता हैं
02:50 शरीर इन पोषक तत्वों को उन विशेष ऊतकों से ले लेता हैं जिनमें ये मौजूद होते हैं
02:57 उदाहरण के लिए कैल्शियम
03:00 कैल्शियम की कमी होने पर शरीर हड्डियों में मौजूद कैल्शियम इस्तेमाल करता हैं
03:07 जिस वजह से ऊतकों में मौजूद उन पोषक तत्वों की मात्रा कम हो जाती हैं
03:13 फिर उन अंगों पर असर होता हैं जो इस पोषक तत्वों पर निर्भर होते हैं
03:18 इसी वजह से इंसान बीमार होने लगता हैं
03:21 फिर उस बीमार इंसान में पोषक तत्व की कमी से होने वाले ख़ास संकेत दिखने लगते हैं
03:26 ये बात चार उदाहरणों से समझेंगे
03:31 1. कमजोर हड्डी और हड्डी के टूटने का ज्यादा खतरा कैल्शियम की कमी की वजह हैं
03:37 2. अनीमिया आयरन की कमी का संकेत हैं.
03:41 3. उसी तरह रात का आंधा पण विटामिन ऐ की कमी का संकेत हैं
03:45 4. और हाइपोथायरायडिज्म आयोडीन की कमी का संकेत हैं
03:50 जब की दूसरे प्रकार की पोषक तत्वों की कमी में सिर्फ एक ही संकेत होता हैं
03:57 उसे विकास ना होना कहते हैं
04:00 विकास ना होने का मतलब हैं शरीर दो ख़ास प्रक्रियोंकी गति को कम कर देता हैं
04:06 1. जो हैं नयी कोशिकाएं बनाना और
04:08 2. पुराणी कोशिकाओं को बदलना
04:11 शरीर बढ़ना और नए ऊतक बनाना दोनों बंद कर देता हैं
04:16 इस से वजन कम होता है
04:18 लम्बाई कम होती हैं और मांसपेशी भी कम होती हैं
04:23 शरीर की सभी कोशिकाएँ और रोग प्रति रोदकशक्ति पर आसर पड़ता हैं
04:29 इन् सभ से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता हैं
04:32 आंत में मृत्यु भी हो सकती हैं
04:35 दसरे प्रकार के पोषकतत्व शरीर में मौजूद नहीं होते
04:39 इनकी कमी होने पर शरीर आपने ऊतकों या मांसपेशियों को तोड़ने लगता हैं .
04:45 इस वजह से दूसरे प्रकार के वो पोषकतत्व निकलते हैं जिनकी शरीर में कमी हो
04:50 इन्ही पोषक तत्वों को फिर शरीर बाकी के ऊतकों के लिए इस्तेमाल करता हैं
04:55 अगर ऊतक बहुत ज्यादा टूटे तो कोशिकाओं के काम पर असर पड़ता हैं
05:02 और फिर भूख कम लगती हैं
05:05 ऊतकों के टूटने से वे पोषक तत्व मिलते हैं
05:11 जिनकी शरीर में कमी हो पर इससे ऊतकों में मौजूद बाकी सभी दूसरे प्रकार पोषक तत्व भी निकलते हैं
05:17 और ये फर शरीर से बाहर निकल जाते हैं .
05:21 इसलिए दूसरे प्रकार की पोषकतवों की कमी होने पर हमेशा इन्ही पोषक तत्वों से भरे खाने को खाना चाहिये
05:28 पहले प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को ठीक करने के लिए सभी पहले प्रकार की पोषक तत्वों की जरुरत नहीं होती
05:34 इस के इलाज के लिए सिर्फ वही पोषक तत्व लेने चाहिए जिसकी शरीर में कमी हो
05:40 अब बात करेंगे माँ के दूध में मौजूद पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की
05:47 माँ के दूध में दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हमेशा होते हैं .
05:52 अगर माँ कुपोषित हो तो भी वे हमेशा दूध में होते है
05:57 जरूरत के जितना स्तनपान कराने से कुपोषित माँ का शिशु अच्छे से बढ़ सकता हैं
06:03 पर पहले प्रकार के पोषक तत्वों की मात्रा माँ के दूध में हमेशा एक जैसी नहीं होती.
06:09 माँ के पोषण के हिसाब से वो बदलती रहती हैं
06:13 उदहारण के लिए विटामिन दी की बात करते हैं .
06:17 अगर माँ मै विटामिन दी कम होगा थो उसके दूध में भी विटामिन दी कम होगा
06:23 अब बात करेंगे पहले और दूसरे प्रकार के पोषक तत्वों की कमियों की
06:30 जाँच पड़ताल की पहले प्रकार की पोषक तत्व की कमी दो तरह से जांच सकते हैं
06:36 पहला हैं खास संकेतों को पहचान
06:41 शरीर में पोषक तत्व की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं
06:46 उधारण के लिए आयरन और आयोडीन की बात करेंगे
06:50 आयरन की कमी को पीली त्वचा और थकान जैसे संकेतो से पहचान सकते हैं
06:56 शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं
07:01 आयोडीन की कमी भी इसी तरह कुछ ख़ास संकेतो और जांच से पता क्र सकते हैं .
07:07 संकेत जैसे की गर्दन का सुजना
07:10 वजन बढ़ना और
07:12 बालो का झड़ना
07:14 शरीर में आयोडीन और थायराइड हार्मोन की मात्रा खून की जांच से पता कर सकते हैं
07:21 पहले प्रकार के पोषक तत्वों की कमियों को पहचान कर उनका इलाज भी कर सकते हैं
07:26 इन तत्वों की कमियों का इलाज करने के अलग अलग तरीके हैं
07:31 जैसे की बताई गई मात्रा में इन पोषक तत्वों को खाने में खाना
07:36 और ऊपरी खुराक या दवा लेना
07:41 आयरन,

विटामिन सी

07:43 फोलिक एसिड जैसे ऊपरी दवा आम तौर पर स्वस्त सेवक सुजाते हैं


07:47 कुछ इलाकों में जहां पहेली प्रकार से होनी वाली कमिया ज्यादा हो वाह खाने में इन्हीं तत्वों को मिलाया जाता हैं
07:53 उदाहरण हैं नमक में आयोडिन का मिलाया जाना
07:59 एक योग्य पोषण विशेषज्ञ इन सबके बारे में जानकारी दे सकता हैं
08:04 दूसरे प्रकार की तत्वों को जांचना और इलाज करना मुश्किल होता हैं
08:10 इन तत्वों से होने वाली कमी को जांचने का एक ही तरीका हैं
08:15 मापना और ध्यान रखना
08:17 जैसे की वजन , लम्बाई
08:19 और ऊपरी बाजू का घेरा
08:22 पर इससे शरीर के ना बड़ने का पता चलता हैं
08:27 शरीर का ना बड़ना दूसरे प्रकार के हर पोषक तत्वों की कमी से होता हैं
08:33 ये पता कारना मुश्किल हैं की शरीर में कोनसे पोषक तत्वों की कमी हैं
08:40 इसलिए दूसरी प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को ठीक करने क लिए सभी दूसरे प्रकार की पोषक तत्वों की जरुरत होती हैं
08:47 वो खाने जिनमें दूसरे प्रकार के पोषक तत्व हो उस खाने को खाना चाहिए
08:53 पहले दिए जाने वाले खाने की मात्रा बढ़ाने से मदद नहीं होगी
08:59 उस पहले दिए गए खाने से शरीर को दूसरे प्रकार के पोषक तत्व नहीं मिले होंगे
09:04 शरीर को बढ़ने के लिए खाने की गुणवत्ता को बदलना चाहिए
09:10 ज्यादा जानकारी के लिए एक योग्य पोषण विशेषज्ञ से मिले
09:15 पहले और दूसरे प्रकार के पोषातत्वो से भरपूर खाने के बारे में अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया हैं .
09:22 ज्यादा जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखे
09:26 अब ये ट्यूटोरियल यही समाप्त होता हैं

आएआए टी बॉम्बे से मैं बेल्ला टोनी आपसे विदा लेती हु हम से जुड़ने के लिए धन्यवाद

Contributors and Content Editors

Bellatony911, Sakinashaikh