CellDesigner/C2/Overview-of-CellDesigner/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
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00:01 | नमस्कार, “सेल डिज़ाइनर” के इस ओवरव्यू स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:08 | इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे “सेल डिज़ाइनर” श्रृंखला के बारे में तथा इस श्रृंखला के विभिन्न ट्यूटोरियल्स में उपलब्ध कंटेंट (विषय वस्तु) के बारे में। |
00:21 | इस श्रृंखला में मैंने वर्जन 4.3 का प्रयोग किया है |
00:27 | यह इस ट्यूटोरियल शृंखला के बनाए जाने तक उपलब्ध नवीनतम वर्जन है। |
00:36 | इन ट्यूटोरियल्स का अभ्यास करने के लिए मैं वर्जन 4.3 या इससे अधिक का प्रयोग करने की सलाह देती हूँ। |
00:45 | यदि आप सेल डिज़ाइनर को पहली बार प्रयोग कर रहे है तो स्टार्टअप गाइड वर्जन 4.3 देखें। |
00:56 | इसमें टूल बार प्रयोग करने के क्रमशः निर्देश हैं। |
01:03 | इस गाइड को प्राप्त करने का लिंक यहाँ दिया गया है। |
01:08 | अब हम एक-एक करके इस श्रृंखला के ट्यूटोरियल्स के बारे में जानेंगे। |
01:16 | इस श्रृंखला में पहला “ट्यूटोरियल” है - “विंडोज मशीन” पर ‘इंस्टालेशन ऑफ़ “सेल डिज़ाइनर” |
01:27 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
01:43 | अगला ट्यूटोरियल हमारी सहायता करेगा - मेनू एवं टूल बार्स को समझने में |
01:52 | सेल डिज़ाइनर के क्षेत्रों एवं सेल डिज़ाइनर के कंपोनेंट्स को समझने में। |
1:59 | यह ट्यूटोरियल विंडोज OS पर रिकॉर्ड किया गया है। |
02:05 | हालाँकि, इसके अंतर्गत समझाए गए सभी फीचर समान तरीक़े से लिनक्स ओएस पर भी काम करेंगे। |
02:17 | लिनक्स उपयोगकर्ताओं को यह ट्यूटोरियल नहीं छोड़ना चाहिए। |
02:23 | इस ट्यूटोरियल पर एक नज़र डालते हैं। |
02:40 | अगला ‘“ट्यूटोरियल” है "लिनक्स” पर “इंस्टालेशन ऑफ़ सेल डिज़ाइनर" |
02:47 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
03:00 | अगला ट्यूटोरियल है “क्रिएट एंड एडिट कंपोनेंट्स” । |
03:07 | यह हमारी मदद करेगा - एक पहले से सेव की गई ‘“.xml’” फाइल को खोलने के बारे में |
03:17 | ‘“कम्पार्टमेंट’” का आकार, रंग एवं बॉर्डर की मोटाई को परिवर्तित करने के बारे में। |
03:26 | सेल डिज़ाइनर में मल्टिपल फाइल्स बनाने के बारे में। |
03:30 | Species के ‘“स्टार्ट पॉइंट”’ और ‘“इंड पॉइंट’” को सीखने के बारे में |
03:37 | Species एवं “रिएक्शन” की पहचान को बदलने में। |
03:41 | इस ट्यूटोरियल को चलाते हैं |
03:52 | अगले ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे -
“मैक्रोस” को प्रयोग करना |
03:59 | सभी ‘“कम्पोनेंट्स’” को ‘“ड्रा एरिया”’ के दूसरी तरफ ले जाना |
04:04 | "सेल डिजाइनर" का प्रयोग करके “रिएक्शन लाइन” अलाइन करना, “रिएक्शन लाइन” का विस्तार करना और ‘Process diagram' बनाना |
04:16 | हम इस ट्यूटोरियल को देखते है। |
04:30 | अगले ट्यूटोरियल ‘Customizing Diagram Layout’ में हम सीखेंगे - रिएक्शन लाइन का रंग, आकार एवं चौड़ाई बदलना |
04:44 | “रिएक्शन लाइन” में Anchor points जोड़ना तथा Components को अलाइन करना |
04:50 | Reaction ids को दिखाना/छिपाना
Components में नोट्स जोड़ना |
04:57 | 'प्रोटीन' को एडिट करना
जानकारी एडिट करना और डायग्राम का ‘bird’s eye view’ सीखना |
05:06 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
05:18 | इसे सारांशित करते हैं: |
05:20 | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा -
सेल डिज़ाइनर श्रृंखला का "’Overview”’ |
05:29 | दिए गए सभी विषयों पर विस्तृत ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया http://spoken-tutorial.org पर जायें। |
05:39 | दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देखें
यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके भी देख सकते हैं।
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05:52 | स्पोकन ट्यूटोरियल्स प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएं आयोजित करती है तथा ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण पत्र प्रदान करती है, अधिक जानकारी के लिए, कृपया contact@spoken-tutorial.org पर संपर्क करें। |
06:10 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का एक भाग है यह NMEICT, MHRD भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है। इस “मिशन” से संबंधित अधिक जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है। http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro |
06:27 | यह ट्यूटोरियल अमित कुमार द्वारा अनुवादित है। आईआईटी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |