CellDesigner/C2/Overview-of-CellDesigner/Hindi
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नमस्कार, “सेल डिज़ाइनर” के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। | |
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इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे “सेल डिज़ाइनर” श्रृंखला के बारे में तथा इस श्रृंखला के विभिन्न ट्यूटोरियल्स में उपलब्ध कंटेंट (विषय वस्तु) के बारे में। | |
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इस श्रृंखला में मैंने वर्जन 4.3 का प्रयोग किया है | |
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यह इस ट्यूटोरियल शृंखला के बनाए जाने तक उपलब्ध नवीनतम वर्जन है। | |
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इन ट्यूटोरियल्स का अभ्यास करने के लिए मैं वर्जन 4.3 या इससे अधिक का प्रयोग करने की सलाह देती हूँ। | |
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यदि आप सेल डिज़ाइनर को पहली बार प्रयोग कर रहे है तो स्टार्टअप गाइड वर्जन 4.3 देखें। | |
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इसमें टूल बार प्रयोग करने के क्रमशः निर्देश हैं। | |
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इस गाइड को प्राप्त करने का लिंक यहाँ दिया गया है। | |
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अब हम एक-एक करके इस श्रृंखला के ट्यूटोरियल्स के बारे में जानेंगे। | |
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इस श्रृंखला में पहला “ट्यूटोरियल” है - ‘इंस्टालेशन ऑफ़ “सेल डिज़ाइनर” ऑन ए “विंडोज मशीन”’ | |
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यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | |
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अगला ट्यूटोरियल हमारी सहायता करेगा - मेनू एवं टूल बार्स को समझने में | |
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सेल डिज़ाइनर के क्षेत्रों एवं सेल डिज़ाइनर के कंपोनेंट्स को समझने में। | |
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यह ट्यूटोरियल विंडोज OS पर रिकॉर्ड किया गया है। | |
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हालाँकि, इसके अंतर्गत समझाए गए सभी फीचर समान तरीक़े से लिनक्स ओएस पर भी काम करेंगे। | |
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लिनक्स उपयोगकर्ताओं को यह ट्यूटोरियल नहीं छोड़ना चाहिए। | |
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इस ट्यूटोरियल पर एक नज़र डालते हैं। | |
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अगला ‘“ट्यूटोरियल” है ‘“इंस्टालेशन ऑफ़ सेल डिज़ाइनर ऑन लिनक्स”’ | |
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यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | |
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अगला ट्यूटोरियल है “क्रिएट एंड एडिट कंपोनेंट्स” । | |
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यह हमारी मदद करेगा - एक पहले से सेव की गई ‘“.xml’” फाइल को खोलने के बारे में | |
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‘“कम्पार्टमेंट’” का आकार, रंग एवं बॉर्डर की मोटाई को परिवर्तित करने के बारे में। | |
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सेल डिज़ाइनर में मल्टिपल फाइल्स बनाने के बारे में। | |
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Species के ‘“स्टार्ट पॉइंट”’ और ‘“इंड पॉइंट’” को सीखने के बारे में | |
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Species एवं “रिएक्शन” की पहचान को बदलने में। | |
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इस ट्यूटोरियल को चलाते हैं | |
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अगले ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे - “मैक्रोस” को प्रयोग करना | |
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सभी ‘“कम्पोनेंट्स’” को ‘“ड्रा एरिया”’ के दूसरी तरफ ले जाना | |
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"सेल डिजाइनर" का प्रयोग करके “रिएक्शन लाइन” अलाइन करना, “रिएक्शन लाइन” का विस्तार करना और ‘Process diagram' बनाना | |
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हम इस ट्यूटोरियल को देखते है। | |
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अगले ट्यूटोरियल ‘Customizing Diagram Layout’ में हम सीखेंगे - रिएक्शन लाइन का रंग, आकार एवं चौड़ाई बदलना | |
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“रिएक्शन लाइन” में Anchor points जोड़ना तथा Components को अलाइन करना | |
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Reaction ids को दिखाना/छिपाना Components में नोट्स जोड़ना | |
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'प्रोटीन' को एडिट करना जानकारी एडिट करना और डायग्राम का ‘bird’s eye view’ सीखना | |
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यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | |
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इसे सारांशित करते हैं: | |
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इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा - सेल डिज़ाइनर श्रृंखला का "’Overview”’ | |
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दिए गए सभी विषयों पर विस्तृत ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया http://spoken-tutorial.org पर जायें। | |
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दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देखें यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके भी देख सकते हैं।
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स्पोकन ट्यूटोरियल्स प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएं आयोजित करती है तथा ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण पत्र प्रदान करती है, अधिक जानकारी के लिए, कृपया contact@spoken-tutorial.org पर संपर्क करें। | |
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स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का एक भाग है यह NMEICT, MHRD भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है। इस “मिशन” से संबंधित अधिक जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है। http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro | |
06:27 | यह ट्यूटोरियल अमित कुमार द्वारा अनूदित है। आईआईटी बॉम्बे से मैं _____ आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |