GChemPaint/C3/Orbital-Overlap/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Revision as of 18:49, 18 April 2017 by PoojaMoolya (Talk | contribs)
Title of the tutorial: Orbital Overlap
Author: Madhuri Ganapathi
Key words: Atomic orbital, Add or modify an atomic orbital tool, rotation and resize of orbitals, positive, negative overlaps and zero overlap, Video tutorial
Time | Narration |
00:00 | नमस्कार,GChemPaint में Orbital Overlap के इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:06 | इस ट्यूटोरियल में, हम निम्न सीखेंगे: |
00:08 | भिन्न प्रकार के ऑर्बिटल्स (orbitals) के बारे में |
00:11 | ऑर्बिटल्स को घुमाना और रीसाइज़ करना |
00:14 | ऑर्बिटल ओवरलैप्स के प्रकार |
00:17 | यहाँ मैं उपयोग कर रही हूँ, उबन्टु लिनक्स OS वर्जन 12.04 |
00:21 | GChemPaint वर्जन 0.12.10 |
00:26 | इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको GChemPaint केमिकल स्ट्रक्चर एडिटर के साथ परिचित होना चाहिए। |
00:34 | यदि नहीं, तो सम्बंधित ट्यूटोरियल्स के लिए, हमारी वेबसाइट पर जाएँ। |
00:38 | सबसे पहले देखते हैं कि एटॉमिक ऑर्बिटल (atomic orbital) क्या है |
00:42 | एटॉमिक ऑर्बिटल (atomic orbital) एक मैथमैटिकल फंक्शन है। |
00:46 | यह परमाणु में इलैक्ट्रॉन के तरंग स्वभाव का वर्णन करता है। |
00:52 | ऑर्बिटल स्पेस का वह क्षेत्र है, जहाँ इलैक्ट्रॉन के पाये जाने की सम्भावना अधिकतम होती है। |
00:58 | यह एक 's' ऑर्बिटल है। |
01:00 | यह spherical (स्फेरिकल) शेप रखता है। |
01:03 | यहाँ भिन्न अक्षों पर 'p' ओर्बिटल्स हैं। |
01:06 | p ओर्बिटल्स dumb-bell (डम्ब-बेल) शेप के होते हैं। |
01:09 | आगे, हमारे पास भिन्न अक्षों पर d ऑर्बिटल्स हैं। |
01:13 | d ऑर्बिटल्स दोहरे dumb-bell शेप के होते हैं। |
01:17 | मैंने एक नयी GChemPaint एप्लीकेशन खोली है। |
01:20 | सबसे पहले ऑर्बिटल्स के बारे में सीखते हैं। |
01:24 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
01:28 | ऑर्बिटल प्रॉपर्टी विंडो खुलती है। |
01:30 | यह विंडो निम्न क्षेत्र रखती है जैसे- Coefficient (कोअफिशन्ट), रोटेशन और टाइप |
01:36 | सबसे पहले मैं टाइप के साथ शुरू करुँगी। |
01:40 | डिफ़ॉल्ट से, s ऑर्बिटल सेलेक्ट किया हुआ है। |
01:42 | अब p, dxy और dz स्क्वायर ऑर्बिटल रेडियो बटन्स पर क्लिक करें। |
01:50 | ध्यान दें कि इसके एक तरफ भिन्न ऑर्बिटल शेप्स प्रदर्शित हैं। |
01:54 | आगे Coefficient (कोअफिशन्ट) और रोटेशन प्रॉपर्टीज जाँचें। |
01:59 | Coefficient (कोअफिशन्ट) प्रॉपर्टी की वैल्यूज़ -1.00 से 1.00 तक होती है। |
02:04 | Coefficient (कोअफिशन्ट) क्षेत्र वैल्यूज, उपयोग करके हम ऑर्बिटल का साइज बदल सकते हैं। |
02:10 | ध्यान दें कि, इसके एक तरफ के ऑर्बिटल का साइज बदल गया है। |
02:15 | रोटेशन प्रॉपर्टी की वैल्यूज -180 से 180 तक होती हैं। |
02:20 | हम ऑर्बिटल्स को दक्षिणावर्त या वामावर्त घुमा सकते हैं। |
02:25 | अप या डाउन एरोज़ उपयोग करके वैल्यूज बदली जा सकती हैं। |
02:30 | अब देखें, कि भिन्न तरह के पॉजिटिव ओवरलैप्स को दर्शाने के लिए ऑर्बिटल्स का उपयोग कैसे होता है। |
02:36 | यहाँ भिन्न ऑर्बिटल्स के पॉजिटिव ओवरलैप्स के लिए स्लाइड है। |
02:40 | 's-s'ओवरलैप, 's-p'ओवरलैप, 'p-p'ओवरलैप और 'p-p' side-wise ओवरलैप। |
02:51 | अब डिस्प्ले एरिया पर हाइड्रोजन अणु बनायें। |
02:55 | कीबोर्ड पर H दबाएं। |
02:58 | कोअफिशन्ट की वैल्यू 1 सेट करें। |
03:01 | Add or modify an atom टूल पर क्लिक करें। |
03:04 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
03:07 | निश्चित करें कि बॉन्ड लेंथ लगभग 130 हो। |
03:11 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
03:14 | हाइड्रोजन अणु बनता है। |
03:17 | अब 's-s' end-on ओवरलैप के साथ शुरू करें। |
03:20 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
03:24 | s ऑर्बिटल पर क्लिक करें, |
03:28 | फिर हाइड्रोजन अणु के हाइड्रोजन परमाणुओं पर क्लिक करें। |
03:33 | 's-s' end-on ओवरलैप को देखें। |
03:35 | अब 'p-p' end-on ओवरलैप बनायें। |
03:38 | कीबोर्ड पर F दबाएं। |
03:42 | Add or modify an atom टूल पर क्लिक करें। |
03:45 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
03:49 | निश्चित करें कि बॉन्ड लेंथ लगभग 200 हो। |
03:53 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
03:56 | फ्लोरीन अणु बनता है। |
03:59 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
04:02 | p ऑर्बिटल पर क्लिक करें। |
04:05 | 'p-p' end-on ओवरलैप बनाने के लिए, हमें p ऑर्बिटल्स की क्षैतिज दिशा में ज़रुरत है। |
04:11 | अब रोटेशन वैल्यू को 90 तक बढ़ाएं। |
04:15 | p ऑर्बिटल पर क्लिक करें। |
04:18 | एक फ्लोरीन अणु पर क्लिक करें। |
04:21 | इसी प्रकार, प्रक्रिया दोहराएं और p ऑर्बिटल को -90 तक घुमाएं। |
04:27 | फ्लोरीन अणु पर क्लिक करें। |
04:30 | यदि आप ऑर्बिटल को स्पष्ट रूप से नहीं देख पाते, तो उस स्थिति में आप ऑर्बिटल को रीसाइज़ कर सकते हैं। |
04:36 | ऐसा करने के लिए, हमें कोअफिशन्ट की वैल्यू बदलनी पड़ेगी। |
04:40 | ऑर्बिटल पर राइट क्लिक करें, ऑर्बिटल सेलेक्ट करें फिर प्रॉपर्टीज पर क्लिक करें। |
04:46 | ऑर्बिटल प्रॉपर्टीज डायलॉग बॉक्स खुलता है। |
04:50 | उचित ओवरलैप न मिलने तक, कोअफिशन्ट की वैल्यू घटाते जाएँ। |
04:54 | क्लोज बटन पर क्लिक करें। |
04:57 | मैं अन्य ऑर्बिटल्स के लिए इस प्रक्रिया को दोहराऊँगी। |
05:01 | 'p-p' end-on ओवरलैप को देखें। |
05:04 | अब 'dz^2' ऑर्बिटल उपयोग करके, 'd-d' end-on ओवरलैप बनायें। |
05:09 | डिस्प्ले एरिया पर आएं और कीबोर्ड पर बड़ा F दबाएं। |
05:14 | सूची से Fe सेलेक्ट करें। |
05:17 | Add or modify an atom टूल पर क्लिक करें। |
05:20 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
05:23 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
05:26 | बॉन्ड बनाने के लिए आयरन परमाणु (Fe) पर क्लिक करें। |
05:29 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
05:32 | 'dz^2' ऑर्बिटल रेडियो बटन को सेलेक्ट करें। |
05:37 | उचित ओवरलैप के लिए, कोअफिशन्ट की वैल्यू 0.8 तक घटायें। |
05:42 | dz^2 ऑर्बिटल्स ओवरलैप के लिए, बॉन्ड किये हुए आयरन परमाणु पर क्लिक करें। |
05:49 | 'd-d' end-on ओवरलैप को देखें। |
05:52 | अब p ओर्बिटल्स के साइड-वाइज ओवरलैप के बारे में सीखें। |
05:57 | निश्चित कर लें कि करंट एलिमेंट कार्बन है। |
06:02 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
06:05 | निश्चित करें कि बॉन्ड लेंथ 90 के लगभग हो। |
06:08 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
06:12 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
06:16 | कोअफिशन्ट की वैल्यू 1 तक बढ़ाएं। |
06:20 | p ऑर्बिटल रेडियो बटन पर क्लिक करें। |
06:23 | p ऑर्बिटल को ऊर्ध्वाधर स्थिति में घुमाएं यदि यह क्षैतिज स्थिति में हो। |
06:29 | बॉन्ड्स के किनारों पर क्लिक करें। |
06:32 | 'p-p' साइड-वाइज ओवरलैप को देखें। |
06:37 | इस तरह के ओवरलैप में, ओर्बिटल्स के लोब्स (lobes) समान चिन्ह के होते हैं। |
06:43 | आगे, हम नेगेटिव और ज़ीरो ओवरलैप्स पर जायेंगे। |
06:46 | यहाँ नेगेटिव ओवरलैप्स की एक स्लाइड है। |
06:51 | मैंने एक नयी GChemPaint एप्लीकेशन खोली है। |
06:55 | अब, मैं दर्शाउंगी कि नेगेटिव ओवरलैप कैसे बनाते हैं। |
06:59 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
07:02 | निश्चित करें कि बॉन्ड लेंथ 90 के लगभग हो। |
07:05 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
07:08 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
07:12 | p ऑर्बिटल रेडियो बटन पर क्लिक करें फिर बॉन्ड के किनारे पर क्लिक करें। |
07:17 | p ऑर्बिटल को उल्टा करने के लिए, इसे 180 डिग्री घुमाएं। |
07:23 | फिर बॉन्ड के दूसरे किनारे पर क्लिक करें। |
07:27 | नेगेटिव ओवरलैप को देखें। |
07:29 | इस प्रकार के ओवरलैप में, ऑर्बिटल के लोब्स विपरीत चिन्ह के होते हैं। |
07:34 | अब, सीखें कि ज़ीरो ओवरलैप कैसे बनाते हैं। |
07:38 | यहाँ जीरो ओवरलैप के लिए स्लाइड है। |
07:42 | Add a bond टूल पर क्लिक करें। |
07:45 | डिस्प्ले एरिया पर क्लिक करें। |
07:48 | Add or modify an atomic orbital टूल पर क्लिक करें। |
07:52 | p ऑर्बिटल पर क्लिक करें। |
07:54 | p ऑर्बिटल को प्रारंभिक स्थिति में घुमाएं। |
07:59 | बॉन्ड के एक किनारे पर क्लिक करें। |
08:02 | s ऑर्बिटल पर क्लिक करें। |
08:05 | और फिर बॉन्ड के दूसरे किनारे पर क्लिक करें। |
08:09 | ज़ीरो ओवरलैप को देखें। |
08:12 | इस प्रकार के ओवरलैप में ऑर्बिटल्स का दिक् विन्यास (orientation) समान नहीं है। |
08:17 | अब सारांशित करें कि हमने क्या सीखा |
08:20 | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा, भिन्न प्रकार के ओवरलैप्स |
08:24 | एंड-ऑन और साइड-वाइज ओवरलैप्स |
08:27 | ओर्बिटल्स को घुमाना और रीसाइज़ करना |
08:30 | पॉजिटिव, नेगेटिव और ज़ीरो ओवरलैप्स। |
08:34 | यहाँ एक नियत कार्य है। |
08:36 | हाइड्रोजन क्लोराइड (H-Cl) अणु के साथ 's-p' एंड-ऑन ओवरलैप बनायें |
08:40 | dxy-dxy ऑर्बिटल्स के साइड-वाइज ओवरलैप बनायें |
08:44 | अन्य नेगेटिवऔर ज़ीरो ओवरलैप्स बनायें। |
08:48 | संकेत: उचित ओवरलैप के लिए ऑर्बिटल्स को घुमाएं और रीसाइज़ करें। |
08:56 | आपका पूर्ण नियत कार्य इस प्रकार दिखना चाहिए। |
09:00 | इस URL पर उपलब्ध विडिओ देखें। http://spoken-tutorial.org/What_is_a_Spoken_Tutorial |
09:04 | यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। |
09:07 | अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर, आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं। |
09:12 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम: स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है। |
09:16 | ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं। |
09:20 | अधिक जानकारी के लिए, कृपया contact@spoken-tutorial.org को लिखें। |
09:27 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक-टू-अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। |
09:31 | यह भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है। |
09:37 | इस मिशन पर अधिक जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है। http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro |
09:43 | आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |