Difference between revisions of "Health-and-Nutrition/C2/Nipple-conditions/Sindhi"
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− | | याद रखजो, दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल खे मुँह जी सही पकड़ थेयन सा भी दर्द थी सगंदो आहे | + | | याद रखजो, दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल खे मुँह जी सही पकड़ थेयन सा भी दर्द थी सगंदो आहे । |
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− | | अगर माँ मुँह जी सही पकड़ जी तकनीक जारी रखंदी त धीरे धीरे निप्पल जो सुर घट थी वेंदो | + | | अगर माँ मुँह जी सही पकड़ जी तकनीक जारी रखंदी त धीरे धीरे निप्पल जो सुर घट थी वेंदो । |
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| हाणे गालययंदसे दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल जे इलाज जे बारे मैं। | | हाणे गालययंदसे दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल जे इलाज जे बारे मैं। | ||
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− | | माँ खे भुदायो कि थणपान खा पैरों पँजे हातांसा सा थोड़ो खीर कड़े | + | | माँ खे भुदायो कि थणपान खा पैरों पँजे हातांसा सा थोड़ो खीर कड़े । |
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− | | आऊं जिए कि पेहणी भुदयो वियों आहे, हर दफ़े थणपान खा पो प्रभावित जगहते पैरो खीर लगन गुर्जे | + | | आऊं जिए कि पेहणी भुदयो वियों आहे, हर दफ़े थणपान खा पो प्रभावित जगहते पैरो खीर लगन गुर्जे । |
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− | | याद सा या दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल आऊं सेहतमंद निप्पल ते इयो सब न लगायेजे | + | | याद सा या दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल आऊं सेहतमंद निप्पल ते इयो सब न लगायेजे । |
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− | | माँ जाम दफे बाऱ खे बिना कपडा पाये पेहेंजे शरीर जे पासे रखे | + | | माँ जाम दफे बाऱ खे बिना कपडा पाये पेहेंजे शरीर जे पासे रखे । |
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Revision as of 17:20, 24 December 2019
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00:01 | थण जो खीर पियारनवारी माँ जे निप्पल जे हालातन, जे स्पोकन टुटोरिअल में तवानजो स्वागत आहे। |
00:06 | हिन् टुटोरियाल में असी सिखंडासी, निप्पल मैं दरारु आऊं सुजानं जे बारे मैं। |
00:11 | चपत आऊं उलटा निप्पल। |
00:15 | पहरी स्थिति आये सुजयाल या दरारु वारी निप्पल। |
00:20 | हिये स्थिति आहे जैमै माँ जे दरारु वाऱे निप्पल मो ख़ून इन्डो आहे। |
00:26 | आऊं हिनमै निप्पल रूखा आऊं खुजली वाराथी वेंदा आयें। |
00:30 | हाणे गालययंदसे हुन कारणों जी ,जैसा दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल थिंदी आये। |
00:36 | निप्पल थण पान करण। |
00:38 | फफूँदी याबैक्टीरिया जो इंफ़ेक्शन थेयन। |
00:41 | या हर थणपान खा पो निप्पल खे साफ़ करण जी आदत हुजे या पो। |
00:45 | बाऱ जी जीभ जुड़ी हुजन गुर्जे। |
00:47 | शुरू कयुता निप्पल सा थणपान करण। |
00:50 | निप्पल सा थणपान करण पहरओं कारण आहे जेंजे करे दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल थिंदी आये। |
00:56 | निप्पल सा थणपान करण जे समय, निप्पल बाऱ जे मुँह जे अंदर सख़्त वारे भाग सा दबजनदि आहे । |
01:03 | बाऱ निप्पल खे पेहेनजी जीभ आओ मुँह जे सख़्त भाग सा चुनड़ी पएन्दो आहे। |
01:08 | चुनड़ी सा थणपान दर्दभरो थी वेंदो आहे निप्पल दरारों भरे आऊं ज़ख़्मी थी वेंदयू आहे। |
01:17 | थणपान ग़लत तरीक़े सा मुँह मैं पकड़न सा थिंदी आये। |
01:20 | हिन् करे थण खे मुँह मै सही पकड़ थेयन ज़रूरी आहे हिन्सा निप्पल खे थणपान जी वजह सा दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल न थिंदा। |
01:29 | सही तरीके सा थण खे मुँह जी पकड़ हिन् श्रेणीक जे हिकरे बे ट्यूटोरियल में सिखायो आहे । |
01:37 | याद रखजो, दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल खे मुँह जी सही पकड़ थेयन सा भी दर्द थी सगंदो आहे । |
01:43 | अगर माँ मुँह जी सही पकड़ जी तकनीक जारी रखंदी त धीरे धीरे निप्पल जो सुर घट थी वेंदो । |
01:51 | ब्यो आहे फफूँदी याबैक्टीरिया जो इंफ़ेक्शन। |
01:56 | अगर माँ खे फफूँदीया बैक्टीरिया जो इंफ़ेक्शन आहे त डॉक्टर खे ज़रूर देख़ारे। |
02:03 | के माउरन खे हर थणपान खा पो निप्पल खे साफ़ करण जी आदत हुंडई आहे। |
02:09 | हिनमें निप्पल रूखो थी वेंदा आहे। |
02:13 | हिन्जेकरे, हिन आदत खे बदलन गुर्जे। |
02:16 | माँ निप्पल खे स्नान माल साफ़ करेती सगे। |
02:21 | पर, अगर दरारु वारी निप्पल हुजन त हर थणपान खा पो निप्पल खे सफा करण गुर्जे। |
02:28 | सफा करण खा पो , ज़ख़्म ते पोय्टो खीर लगायन गुर्जे। |
02:32 | हिनजेकरे की पोय्टो खीर में इंफ़ेक्शन सा लदन आऊं ज़ख़्म खे ठीक करन वारा पदार्थ हुँदा आहे । |
02:39 | आऊं हे बाऱ खे मुँह जे कीटाणु ओं खा निप्पल जी दरारु जे अंदर न वणण ढिन्दी आहे । |
02:46 | ब्यो आहे बाऱ जी जुड़ी हुई जीभ हुजन। |
02:50 | जुड़ीहुईजीभ' में बाऱ जी जीभ खे नोक हुनजे मुँह जे अंदर निचले भाग मैं जुड़ी हुंडई आहे । |
02:58 | हे आम स्थिति नाए । |
03:01 | निप्पल सा थणपान घणोकरे जुड़ीहुई जीभ वारा बाऱ ही करे सकंदा आहे । |
03:06 | अगर बाऱ जी जुड़ी हुई जीभ हुजे त मुँह खे थण मैं पकड़ण जे अलावा ऑपरेशन भी करण गुर्जे । |
03:16 | हिनजेकरे माँ खे डॉक्टर सा मिलन गुर्जे। |
03:22 | हाणे गालययंदसे दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल जे इलाज जे बारे मैं। |
03:27 | अगर माँ जियु दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल आएं त स्वास्थ्य सेविका खे माँ जे निप्पल आऊं थण जी जाँच करण गुर्जे। |
03:37 | माँ खे भुदायो कि थणपान खा पैरों पँजे हातांसा सा थोड़ो खीर कड़े । |
03:42 | हिनसा थण थोड़ो नरम थिंदो और बाऱ सही तरीके सा जुड़ पएन्दो । |
03:47 | हिनजे अलावा, खीर हथ सा कढ़ने जे वजह सा निप्पल में दरारु जो इंफ़ेक्शन आऊं सूजन न थिंदी। |
03:55 | हाने माँ खे मदद करें कि ऊह बाऱ खे सही तरीके सा थण सा जोड़ पाए। |
04:01 | याद रखो खीर जो ठवन जाम दफा खीर पियरंते निर्भर हूंदो आहे । |
04:09 | हिनजेकरे, माँ खे थणपान बंद न करण गुर्जे। |
04:13 | थणपान जे समय घट सुर वारे थण सा शुरु करे। |
04:20 | अगर थणपान जे समय सुर थे त हुनखे पेंजे हथ सा खीर कड़ी करेंचम्मच या कप सा पियरन गुर्जे। |
04:32 | आऊं जिए कि पेहणी भुदयो वियों आहे, हर दफ़े थणपान खा पो प्रभावित जगहते पैरो खीर लगन गुर्जे । |
04:42 | याद सा या दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल आऊं सेहतमंद निप्पल ते इयो सब न लगायेजे । |
04:49 | जिए - साबुन, तेल, लोशन, बाम या खुसबू । |
04:54 | हिन् सबसा जलन थी सगड़ी आहे । |
04:57 | आऊं अगर माँ जी दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल हुजन त वदिक तकलीफ़ थिंदी। |
05:03 | हिये थेयन पर माँ खे, डॉक्टर या स्वास्थ्यसेविका सा मिलन गुर्जे। |
05:09 | दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल सा बचण जे लाये, जन्म जे तुरंत पो थणपान शुरू करण गुर्जे । |
05:15 | थणपान जे समय बाऱ खे गहराई सा मुँह जी पकड़ थयन गुर्जे । |
05:22 | हाणे गालययंदसे चपत आऊं उलटी निप्पल जे बारे मैं। |
05:28 | चपत निप्पल थण जे कारे भाग मो बायर जी तरफ न निकतल हुँदा आहे। |
05:33 | हालांकि उलटे निप्पल अंदर जी तरफ़ मुदयल हुँदा आहे। |
05:38 | माँ खे ये समझन ज़रूरी आहे कि चपटे या उलटे निप्पल सा थणपान में काये रुकावट न थिंदी आहे। |
05:48 | छाजेलाये बाऱ जे मुँह जी सही पकड़ थण जे कारे भाग ते हुंदी आहे , निप्पल ते न । |
05:56 | माँ खे चपटे या उलटे निप्पल थयन ते, बाऱ खे जन्म खा पेहेरे हफ़्ते में मदद खपड़ी आहे। |
06:03 | हिन् टाइम , स्वास्थ्य सेविका खे माँ खे थण ते मुँह जी सही पकड़ सेखारन गुर्जे । |
06:08 | हिनसा हुनजो आत्मविश्वास वडंडो। |
06:11 | याद रखो , अगर माँ खे चपट या उलटेनिप्पल आये त असरदार थण पान जे लाये सही जोड़ आये क्रॉसक्रेडल पकड़। |
06:22 | फ़ुटबॉलपकड़ आऊं पूठी खे पोईते करे आराम सा वयन वारी पकड़। |
06:26 | जीए कि पेहरे ट्यूटोरियल में बुड़ायो आहे , कि सबनीन पकड़ मो यह ज़रूरी आहे कि माँ थण खे सही सा पकड़े। |
06:37 | जाते बाऱ जे होंठ और माँ जी आंगरू हिक ही दिशा में हुंजन। |
06:42 | ध्यान डयो कि मुँह जी ग़लत पकड़ सा निप्पल खे चोट लगनदी आहे। |
06:47 | याद रखो , खीर जी बोतल और प्लास्टिक जी निप्पल इस्तेमाल न कयो । |
06:52 | हिन् सा बाऱ खे चपटे या उलटे निप्पल सा थणपान करण में मुश्किल थिंदी । |
07:00 | माँ जाम दफे बाऱ खे बिना कपडा पाये पेहेंजे शरीर जे पासे रखे । |
07:04 | हिनासा माँ खे “ऑक्सी टोसिन रिफ्लेक्स “थवांडो आऊं खीर आराम सा निकरंङो। |
07:12 | हमेशा याद रखो कि मुँह जी सही पकड़ सा निप्पल जी हर परेशानी खे दूर रखी सगबो आहे । |
07:19 | हाणे थणपान पियारन वारी माँओं जी निप्पल जी स्थिति जे बारे स्पोकनट्यूटोरियल हिते ख़त्म थ्यो । |
07:26 | हिन् ट्यूटोरियल में, असी दरारु वारी ज़ख़्मी निप्पल आऊं। |
07:31 | चपटे आऊं उलटे निप्पल जे बारे में शिख़्योसे। |
07:34 | हिन् ट्यूटोरियल जो योगदान स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट, आई आई टी बॉम्बे जे द्वारा की वाई आहे। |
07:40 | सपोकेन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सर्कार जे एन एम ई आई सी टी ,म छ र दी जो योगदान आहे। |
07:47 | हिन् मिशन जे बारे में वैदिक जानकारी हिन् लिंक ते दिनल आहे। |
07:52 | हीन ट्यूटोरियल जो थोरो खरचो व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन खां दिनल आहे। |
07:59 | ही ट्यूटोरियल "माँ और शिशु पोषण" जे प्रोजेक्ट जो हिस्सों आहे। |
08:04 | हिन् ट्यूटोरियलजी ज्ञानक्षेत्र समीक्षक आहे डॉ रूपल दलाल ,एम दी ,पीडिआट्रिक्स।
इय लिखावट जो अनुवाद ह्रिशिता करम्सिंघानी कयो आहे। आऊं डब्बिंग वर्शा आसुदानी कयो आहे। असांसां जुड़ण जे लाए मेहरबानी। |