Difference between revisions of "Introduction-to-Computers/C2/Printer-Connection/Sanskrit"
From Script | Spoken-Tutorial
NaveenBhat (Talk | contribs) (Created page with " {| border = 1 | '''Time''' | '''Narration''' |- | 00:01 |नमस्ते। '''Printer Connection''' इति पाठार्थं भवद्भ्यः स्व...") |
PoojaMoolya (Talk | contribs) |
||
Line 14: | Line 14: | ||
|- | |- | ||
| 00:13 | | 00:13 | ||
− | | | + | | '''Ubuntu Linux 12.10 OS''' अपि च |
|- | |- | ||
| 00:17 | | 00:17 | ||
− | | | + | | '''Cannon printer''' इत्यस्य उपयोगं कुर्वन् अस्मि। |
|- | |- | ||
| 00:20 | | 00:20 | ||
Line 29: | Line 29: | ||
|- | |- | ||
| 00:29 | | 00:29 | ||
− | | कीलफलकम्, | + | | कीलफलकम्, मौस |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
|- | |- | ||
| 00:32 | | 00:32 | ||
Line 92: | Line 89: | ||
|- | |- | ||
| 02:07 | | 02:07 | ||
− | | 'System' , | + | | 'System' , 'Administration' |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
|- | |- | ||
| 02:09 | | 02:09 | ||
Line 206: | Line 200: | ||
|- | |- | ||
| 05:12 | | 05:12 | ||
− | | | + | |'All pages' इति विकल्पः सञ्चिकायाः सर्वाणि पृष्टानि मुद्रापयति। |
|- | |- | ||
| 05:16 | | 05:16 | ||
− | | | + | |'Current page' इति विकल्पः तत्काले चितम् एव पृष्टं मुद्रापयति। |
|- | |- | ||
| 05:22 | | 05:22 | ||
− | | | + | |'Pages' इति विकल्पः अस्मद्सूचनानुसारं पृष्टानि मुद्रापयति। |
उदाहरणार्थम् - 3-4. | उदाहरणार्थम् - 3-4. | ||
|- | |- | ||
Line 234: | Line 228: | ||
|- | |- | ||
| 06:05 | | 06:05 | ||
− | | | + | | मुद्रकं सङ्गणकेन सह संयोजयितुम्, |
|- | |- | ||
| 06:07 | | 06:07 | ||
− | | | + | | मुद्रकस्य व्यवस्थाः विन्यस्तुम् अपि च, |
|- | |- | ||
| 06:10 | | 06:10 | ||
− | | | + | | सञ्चिकाः मुद्रापयितुं वयं ज्ञातवन्तः स्मः। |
|- | |- | ||
| 06:12 | | 06:12 |
Revision as of 11:15, 29 March 2017
Time | Narration |
00:01 | नमस्ते। Printer Connection इति पाठार्थं भवद्भ्यः स्वागतम्। |
00:06 | अस्मिन् पाठे वयं, मुद्रकं (Printer) सङ्गणकेन सह कथं योजनीयम् इति ज्ञास्यामः। |
00:11 | पाठेऽस्मिन् अहम्, |
00:13 | Ubuntu Linux 12.10 OS अपि च |
00:17 | Cannon printer इत्यस्य उपयोगं कुर्वन् अस्मि। |
00:20 | अहं सङ्क्षेपेण सङ्गणकस्य विविधघटकानां परिचयं कारयामि। |
00:25 | एतत् CPU (सि-पि-यु), |
00:27 | मानिटर, |
00:29 | कीलफलकम्, मौस |
00:32 | अपि च मुद्रकम् (Printer) |
00:34 | वयं CPU इत्येतत् पश्यामः। |
00:41 | अधिकांशतः CPU मध्ये, कतिचन USB पोर्ट्स अग्रतः, |
00:46 | पुनश्च कतिचन पृष्टतःभवन्ति। |
00:49 | अधुना वयं मुद्रकं पश्यामः। |
00:53 | सामान्यतया, मुद्रकस्य अग्रतः उत उपरि किञ्चन पवर पिञ्जः भवति। |
01:00 | पुनश्च मुद्रकस्य पृष्टतः किञ्चन पवर स्लाट, एकं USB पोर्ट च भवति। |
01:11 | किञ्चन मुद्रकं सङ्गणकेन सह संयोजयितुं वयं USB केबल इत्यस्य उपयोगं कुर्मः। |
01:16 | वयं 'USB केबल' इतीदं ‘मुद्रकेन सह संयोजयामः। |
01:22 | अधुना, केबल इत्यस्य अपरध्रुवं 'CPU' इत्यस्य 'USB पोर्ट कृते संयोजयामः। |
01:30 | अधुना, अस्माकं मुद्रकं सङ्गणकेन युक्तं वर्तते। |
01:33 | मुद्रकस्य उपरि विद्यमानं पवर पिञ्जं नुदन्तु। |
01:37 | अधुना, वयं सङ्गणकस्य साहाय्येन मुद्रकं विन्यस्यामः (Configure)। |
01:43 | डेस्कटाप इत्यत्र गच्छामः। |
01:46 | लांचर बार इत्यस्य उपरि वामभागे विद्यमानस्य 'Dash Home' चित्रकस्य (Icon) उपरि नुदन्तु। |
01:53 | अन्वेषकपट्टिकायां “Printing” इति टङ्कयन्तु। |
01:58 | मुद्रकस्य चित्रकम् (Icon) दृश्यते। |
02:02 | तस्योपरि नुदन्तु। |
02:04 | Ubuntu इत्यस्य पुरातनेषु आवृत्तिषु क्रमशः एवं नुदन्तु - |
02:07 | 'System' , 'Administration' |
02:09 | अपि च 'Printing'. |
02:12 | अधुना, 'Printing' इति संवादपेटिका (Dialogue Box) उद्घटते। |
02:16 | एषा - 'There are no printers configured yet' इति सूचयन्ती अस्ति। |
02:21 | उपरि वामभागे, हरितवर्णस्य ‘Plus’ चिह्नेन युतः 'Add' नामकः कश्चन पिञ्जः अस्ति। तस्योपरि नुदन्तु। |
02:30 | एतेन, ‘New Printer’ इति संवादपेटिका उद्घटते । |
02:34 | वामभागे, सङ्गणकेन संयुक्तानां मुद्रकसाधनानां सूची दृश्यते। |
02:42 | अत्र, वयं अस्माकं मुद्रकम्, अर्थात्, 'Cannon Printer' इतीदं चित्वा 'Forward' इत्यस्योपरि नुदामः। |
02:51 | तदा, तत्स्वयं ड्रैवर निमित्तम् अन्वेष्यति। अहं 'Cancel' इत्यस्योपरि नुदामि। |
02:59 | अधुना, 'Choose Driver' इति संवादपेटिका दृश्यते। |
03:04 | बहुषु सन्दर्भेषु 'Default' इतीदं कार्यं करोति। |
03:08 | मम समीपे 'Canon Printer' अस्तीत्यतः अस्यां सूच्याम् एतत् उत्सर्गतया (Default) इति विकल्पः चितः वर्तते। |
03:16 | अधुना 'Forward' इत्यस्योपरि नुदन्तु। |
03:19 | 'Model' इति पृष्टे, मदीयमुद्रकस्य प्रतिमानं (Model) स्वयं दृश्यतां याति। |
03:26 | एतेन सह फक्किकायां 'Recommended' इति अस्ति। |
03:31 | अपि च, 'Drivers' इति विभागे, इदं मदीयमुद्रकाय योग्यं ड्रैवर दर्शयति। |
03:38 | अधुना, पुनः 'Forward' इत्यस्योपरि नुदन्तु। |
03:42 | अधुना, अस्माकं मुद्रकस्य विवरणं यथा, 'printer name' अपि च तस्य 'location', दातुं सूचना अस्ति। |
03:49 | अहम् एतम् उत्सर्गरूपेण संस्थाप्य 'Apply' इत्यस्योपरि नुदामि। |
03:53 | अधुना अस्माकं मुद्रकं, यशस्विरूपेण सङ्गणकेन सह युक्तं वर्तते। |
04:00 | “Would you like to print a test page?” इति कश्चन सन्देशः दृश्यते। |
04:04 | 'Print Test Page ' इति विकल्पयोपरि नुदामः। |
04:08 | तदा, पाप-अप मध्ये अधो विद्यमानः सन्देशः दृश्यते - |
04:12 | “Submitted – Test Page submitted as job ...” अपि च तस्य सङ्ख्या। |
04:18 | 'OK' इत्यस्योपरि नुदन्तु। |
04:20 | 'Printer Properties' इति संवादपेटिकायां, पुनः 'OK' इत्यस्योपरि नुदन्तु। |
04:24 | एतत्, अस्मद्मुद्रकात् प्राप्तं परीक्षकमुद्रणं (Test Print) वर्तते। |
04:29 | अस्माकं मुद्रकम् अधुना सञ्चिकाः मुद्रितुं सज्जं वर्तते। |
04:34 | वयं, 'Printer' इति संवादपेतिकां पिदध्मः। |
04:37 | अहमधुना काचित् सञ्चिका कथं मुद्रणीया इति दर्शयामि। |
04:42 | वयं काञ्चित् सञ्चिकाम् उद्घाटयामः। |
04:45 | अनन्तरं, 'Ctrl' अपि च 'P' कीले समानकाले नुदन्तु। |
04:49 | 'Print ' इयि संवादपेटिका दृश्यते। |
04:53 | संयुक्तं मुद्रकं, उत्सर्गतया चितं वतते इति पश्यन्तु। |
04:58 | अस्यां संवादपेटिकायां अस्मत्पुरतः बहवः विकल्पाः सन्ति। |
05:03 | 'Range' इति विकल्पः, मुद्रापणीयानां पृष्टानां श्रेणीं (Range) चेतुं साहाय्यं करोति। |
05:08 | 'Range' इत्यस्य अधः कतिचन विकल्पाः सन्ति - |
05:12 | 'All pages' इति विकल्पः सञ्चिकायाः सर्वाणि पृष्टानि मुद्रापयति। |
05:16 | 'Current page' इति विकल्पः तत्काले चितम् एव पृष्टं मुद्रापयति। |
05:22 | 'Pages' इति विकल्पः अस्मद्सूचनानुसारं पृष्टानि मुद्रापयति।
उदाहरणार्थम् - 3-4. |
05:31 | अनन्तरम्, 'Copies' इत्यस्याधः उपलभ्यमानविकल्पानां विषये पश्यामः। |
05:36 | 'Copies' इति विकल्पे वयं कियत्यः प्रतयः मुद्रापणीयाः इति चेत्तुं शक्नुमः। |
05:42 | यदि, 'Copies' इतीदं '2' इति परिवर्तयामः तर्हि, चितानां पृष्टानां प्रतिद्वयं मुद्रितं भवति। |
05:49 | अधुना, 'Print' इति पिञ्जस्योपरि नुदन्तु। |
05:52 | भवन्तः यदि भवतां मुद्रकस्य विन्यासं सम्यक्तया कृतवन्तः तर्हि सञ्चिका मुद्रिता भवति। |
05:58 | अनेन वयं पाठस्यास्य अन्तमागताः। पाठेऽस्मिन् - |
06:05 | मुद्रकं सङ्गणकेन सह संयोजयितुम्, |
06:07 | मुद्रकस्य व्यवस्थाः विन्यस्तुम् अपि च, |
06:10 | सञ्चिकाः मुद्रापयितुं वयं ज्ञातवन्तः स्मः। |
06:12 | एतैः सह मुद्रकस्य विविधविकल्पानां विषये वयं ज्ञातवन्तः स्मः। |
06:17 | एते विषयाः भवद्भ्यः उपयोगकारिणः आसन् इति अहं भावयामि। |
06:20 | अधो निर्दिष्टे लिंक मध्ये उपलभ्यमानं वीडियो पश्यन्तु। |
06:24 | इदं स्पोकन ट्युटोरियल प्रकल्पस्य सारांशं वदति। |
06:27 | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। |
06:32 | spoken tutorial team पाठमिममुपयुज्य कार्यशालां चालयति।
ये online परीक्षायाम् उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्यः प्रमाणपत्रमपि ददाति। अधिकविवरणार्थम् अधो विद्यमाने अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। (contact @spoken-tutorial.org) |
06:49 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति।
इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकारः इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। अधिकविवरणार्थं अधो विद्यमानं लिंक् पश्यन्तु - spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro. |
07:12 | पाठस्यास्य लेखकः प्रवीणः, |
07:16 | अनुवादकः ऐ ऐ टी बांबेतः वासुदेवः प्रवाचकस्तु विद्वान् नवीनभट्टः उप्पिनपत्तनम्, धन्यवादः। |