Difference between revisions of "LaTeX/C2/Tables-and-Figures/Sanskrit"
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Latest revision as of 13:40, 17 July 2020
Time | Narration |
00:00 | “Tables and Figures” (कोष्ठकाणां चित्राणां च) इति पाठेऽस्मिन् भवद्भ्यः स्वागतम्। |
00:05 | अस्य पाठस्य उद्देशद्वयम्। |
00:08 | प्रथमं तावत् tabular environment इत्यस्य उपयोगद्वारा कोष्ठकनिर्माणम्, द्वितीयं table environment इतीदमुपयुज्य कोष्ठकानि Latex इति सञ्चिकायां कथं निवेशनीयम् इति। |
00:22 | चित्राणि योजयितुम् इमामेव रीतिमुपयोक्तुं शक्नुमः। |
00:27 | शीर्षकपुटं कथं निर्मातव्यमिति एतावता ज्ञातवन्तः। |
00:32 | इदं समीकरणपाठे विवृतरीत्या शीर्षकं, लेखकपरिचयः, Creative Commons अपि च Copyrights इत्येतद्विषयकं वर्तते। |
00:45 | अमुमादेशम् उपयुज्य निर्मितः दिनाङ्कः अन्तिमपङ्क्तौ पश्यामः। |
00:51 | द्वितीयं पुटं प्रति गच्छामः। |
00:58 | इदानीमहम् इदं कोष्ठकं कथं निर्मातव्यमिति क्रमशः विवृणोमि। |
01:05 | एकेन रिक्तकोष्ठकेन सह आरभामहे। |
01:08 | अहममुमादेशं निष्कासयामि। |
01:19 | अहमिदं सङ्कलय्य नूतनकोष्ठकात् आरभे। |
01:29 | begin tabular अपि च end tabular इति आदेशान् उपयुज्य tabular environment इत्येतत् निर्मितम्। |
01:38 | इदमत्र करोमि। |
02:03 | begin tabular इत्यस्य पार्श्वस्थे पर्यावरणे rr इति अक्षराणि स्तम्भद्वयं दक्षिणबद्धतां च दर्शयन्ति। |
02:14 | प्रथमपङ्क्तौ mango अपि च mixed इति टङ्कितम्। |
02:20 | reverse slash इत्येतद्द्वयम् अग्रिमां पङ्क्तिं सूचयन्ति। |
02:24 | अहमग्रिमां पङ्क्तिं लिखामि। |
02:28 | Jackfruit |
02:32 | Kolli Hills |
02:37 | Banana. |
02:40 | Green. |
02:42 | इदं tabular environment समापयामि। |
02:47 | सङ्कलयामि। |
02:51 | इदमत्र दृश्यते। |
02:56 | वयं 3 X 2 कोष्ठकं प्राप्नुमः। तत्र 3 पङ्क्तयः 2 स्तम्भे भवन्ति। |
03:02 | r r इति अक्षराभ्याः सूचितरूपेण स्तम्भद्वये दक्षिणभागबद्धतां पश्यामः। |
03:09 | स्तम्भद्वयं विभिन्नीकर्तुं स्तम्भबद्धतानिर्देशकयोः अक्षरयोः मध्ये एकां लम्बरेखां परिचाययामः। |
03:20 | अतः अहमत्र एकां लम्बरेखां नुदामि। |
03:23 | सञ्चिकां रक्षामः, सङ्कलयामः च। |
03:28 | पश्यन्तु, एका लम्बरेखा दृश्यते। |
03:31 | अन्तेऽपि लम्बरेखाः अपेक्षिताः चेत् निर्दिष्टे स्थाने नुदन्तु। |
03:42 | इदनीमहम् इदं सर्वमत्र स्थापयामि। रक्षामि सङ्कलयामि च। |
03:48 | अतः सर्वमत्र आगतम्। |
03:50 | वास्तवतः वयं इतोऽपि अधिकाः लम्बरेखाः स्थापयितुं शक्नुमः। |
03:54 | अहम् इतोऽपि एकां लम्बरेखां आदौ नुदामि। |
04:02 | यत्र स्थापितं तत्र द्वितीया लम्बरेखा आगता। |
04:07 | पश्यन्तु, तत्र लम्बरेखाद्वयम् आगतम्। |
04:11 | इदानीं विभिन्नबद्धताः प्रयतामहे। |
04:15 | द्वितीयस्तम्भं मध्यभागबद्धं कर्तुम् अत्र ‘c’ इति टङ्कयामः। |
04:27 | इदानीमिदं मध्यभागबद्धम् अभूत्। |
04:30 | इदानीं प्रथमस्तम्भं वामभागबद्धं कुर्मः। |
04:34 | इदानीं दक्षिणबद्धानि एतानि सर्वाणि वामबद्धानि कुर्मः। |
04:40 | L, रक्षामः। |
04:43 | सङ्कलयामः। |
04:46 | इदानीमिदं वामबद्धामभूत्। |
04:50 | इदानीं पङ्क्तयः समरेखया पृथक्कुर्मः। |
04:56 | अत्र एकं h-line इति स्थापयामः। |
05:00 | यदावयमिदं कुर्मः तदा किं भवति इति पश्यामः। |
05:04 | इदम् अग्ररेखां स्थापयति। |
05:07 | अहमत्र इतोऽप्येकं h-line इति स्थापयामि चेत्, |
05:16 | पश्यन्तु, अपरा रेखा आगता। अहमिदं समापयामि। |
05:19 | h-line इति स्थापयामि। |
05:22 | अत्राहं reverse slashs इत्येतद्द्वारा break line अपि च h-line इत्येतद् नुदामि। |
05:30 | वाक्यारम्भतः h-line इतीदमारभ्यते। |
05:36 | इदानीमहं समरेखाः समापितवान्। |
05:42 | इदानीं वयं 3 स्तम्भान् अपि च 1 पङ्क्तिं योजयामः। |
05:49 | इदानीमहं किं करोमि इत्युक्ते, अहमत्र आगत्य c, c, r इति |
06:01 | अहं त्रीन् स्तम्भान् योजितवान्। तेषु प्रथमस्तम्भद्वयं वामभागबद्धम् अपि च तृतीयं दक्षिणभागबद्धं च वर्तन्ते। |
06:08 | ततः पश्चात् अहमत्र वक्तुमिच्छामि यत् |
06:15 | Fruit |
06:19 | type |
06:22 | No. of units. |
06:26 | cost per unit |
06:30 | cost rupees |
06:38 | h-line. |
06:41 | mixed |
06:43 | 20 |
06:45 | 75 rupees |
06:47 | 1500 rupees |
06:51 | Jackfruit |
06:54 | Ten of them. |
06:57 | 50. |
06:59 | 500. |
07:01 | Banana, green. |
07:05 | 10 dozen |
07:07 | 20 रूप्यकाणि, अपि च आहत्य 200 रूप्यकाणि। |
07:12 | इदानीं पश्यामः, इदं सङ्कलयितुं शक्यते वा इति। |
07:20 | इदमेकं कोष्ठकं निर्माति। |
07:25 | दक्षिणबद्धतायाः आवश्यकतां परिशीलयन्तु। एतेनैव वयं सङ्ख्यां योजयितुं शक्नुमः। |
07:34 | एकं स्तम्भं भित्त्वा द्वे कर्तुं चिन्तयामः। |
07:39 | उदाहरणार्थं, अत्र इमौ स्तम्भौ फलविषयकौ, अपि च इमे स्तम्भाः मूल्यगणनाविषयकाः। |
07:48 | multi-column इत्यादेशस्य साहाय्येन इदं कार्यं कृतम्। |
07:55 | इदमेवं करोमि। |
07:59 | multi column |
08:04 | 2 स्वीकरोतु। |
08:06 | centre aligned |
08:10 | fruit details |
08:12 | प्रथमद्वयस्य समापनानन्तरम् अहं अग्रिमस्तम्भं सूचयितुम् एकं tab स्थापयामि। |
08:19 | अग्रे गच्छन्तु। |
08:24 | multi column, three, centre aligned. |
08:29 | braces इत्येतेषामन्तः cost – cost calculations |
08:37 | slash, h-line. |
08:44 | परिणामं पश्यन्तु। |
08:46 | प्रथमद्वये title fruit details, अग्रिमत्रये title cost calculations विद्यन्ते। |
08:52 | अत्र लम्बरेखाः न सन्ति। यतोऽहि, अहं Latex प्रति सूचनां न दत्तवान्। इदानीं तत् कुर्मः। |
08:59 | अत्र मह्यं लम्बरेखाद्वयम् अपेक्षितम्। अत्र मह्यम् एका लम्बरेखा अपेक्षिता। |
09:05 | एतावता अत्र एका रेखा वर्तते। अतः अत्र इदं स्थापयामि। |
09:11 | किं भवतीति पश्यामः। |
09:16 | इदानीं लम्बरेखाः अपि आगताः। |
09:24 | यतः 2 अपि च 3 इत्येतौ single character aurgument इति वर्तेते, वयम् आवरणैः विना अपि लिखितुं शक्नुमः। |
09:40 | समानमेव कार्यं भवति। |
09:42 | कतिपयवारं कतिपयस्तम्भानां मध्ये समरेखाः अपेक्षिताः भवन्ति। |
09:52 | अतः वयमेवं वदामः। |
09:54 | mango इतीदं पृथक् करोमि। mixed इतीदं malgoa इति करोमि। |
10:05 | ततः 18 kilogram. |
10:13 | 50 kilogram. |
10:17 | इदं निष्कासयामि। |
10:23 | भवतु। अपि च अहमत्र alfanso इति करोमि। |
10:33 | 2 dozens. |
10:35 | 300 रूप्यकाणि 1 dozen कृते, आहत्य 1500 । |
10:44 | इदं रक्षित्वा सङ्कलिते सति किं भवतीति पश्यामः। |
10:50 | मया इदं प्राप्तम्। किं जातमित्युक्ते, इयं पङ्क्तिः अत्र आगता, किन्तु मह्यमिदं नापेक्षितम्। इदं समीकर्तुं, मह्यं समरेखां परित्यज्य, द्वितीयचतुर्थस्तम्भयोः मध्ये c रेखा अपेक्षिता। |
11:19 | अतः मया इदमत्र कर्तव्यमासीत्। |
11:22 | अपि च तत् अत्र पुनः करोमि। |
11:27 | अत्र h-line । |
11:30 | c-line 2 इत्यस्मात् 4 । |
11:40 | भवतु, इदानीं द्वितीयचतुर्थस्तम्भयोः मध्ये एका रेखा आगता। |
11:52 | अतः, इयं मध्यरेखा भारतस्य प्रसिद्धं mango इति फलं द्विधा विभाजयति। |
11:58 | इदं कोष्ठकम् अन्तिमपङ्क्त्या सह योजयन्तु। इदमुदाहरणं समापयामि। |
12:04 | एवं सङ्कलयामि। |
12:11 | multi-column - 4 |
12:14 | 2 लम्बरेखे दक्षिण भागबद्धे। |
12:20 | verticle separater |
12:24 | total cost |
12:27 | Rs |
12:32 | इदं समापयन्तु। |
12:35 | अग्रिमं tab |
12:38 | 2200 |
12:42 | h-line. |
12:48 | तत्र स्मः। |
12:50 | पाठस्यास्य आदौ अस्मात् कोष्ठाकात् प्रारम्भं कृतवन्तः। |
12:59 | tabular environment इतीदमुपयुज्य संरचितानि कोष्ठकानि कथमुपयोज्यानि? |
13:04 | tabular environment इतीदमुपयुज्य संरचितानि कोष्ठकानि Latex एकः पदार्थः इति परिगणयति। |
13:10 | उदाहरणार्थं, भवन्तः, |
13:17 | this is |
13:24 | an |
13:27 | example |
13:39 | this is an example table. |
13:47 | इदं कोष्ठकम् अनयोर्मध्ये ग्रस्तम्। Example table- इत्यस्य उदाहरणम्। |
13:56 | इदं कोष्ठकं चलद्वाक्यस्य मध्ये वर्तते। |
14:01 | centre environment इत्यस्य उपयोगेन कोष्ठकानि योजयितुं शक्नुमः। |
14:05 | अपरया सामान्यरीत्यापि table environment इत्यस्य मध्ये योजयितुं शक्नुमः। इदानीं वयं दर्शयामः। |
14:18 | begin |
14:21 | table |
14:25 | close कुर्वन्तु। |
14:33 | इदानीं किं भवतीत्युक्ते ‘this is an example table’, |
14:36 | इदं वाक्यं पृथग्ग्रूपेण आगच्छति, अपि च यत् begin अपि च end table इत्यनयोः मध्ये दृश्यते तत् सर्वं भिन्नकोष्ठकरूपेण स्थापितं भवति। |
14:50 | इत्युक्ते, कोष्ठकं पाठस्य मध्ये विद्यते चेदपि पृथग्ग्रूप्रेण स्थापितं वर्तते। |
14:57 | इदं मध्ये नास्ति। |
14:59 | अहं किं कर्तुं शक्नोमि इत्युक्ते ‘centering’ इत्यादेशं दातुं शक्नोमि। |
15:08 | इदं लेखस्य मध्ये स्थापयति। |
15:17 | इदानीं एकं caption दद्मः। |
15:20 | caption इतीदं कोष्ठकस्य आदौ एव स्थापनीयम्। |
15:23 | अहमत्र एकं caption स्थापयामि। |
15:31 | caption-cost of fruits in india. |
15:42 | caption आगतम्। |
15:44 | इदं बहु निकटं वर्तते। एकं लघु अवकाशं ददामि। |
15:47 | vspace इत्यादेशे 1ex इति प्रदानपुरस्सरम् इदं करोमि। |
15:57 | ‘x’ character इत्यस्य समानमन्तरमिदम्। |
16:01 | इदं लम्बान्तरं प्रदत्तवान्। |
16:04 | इदानीं समीचीनं दृश्यते। |
16:06 | सहजरूप्रेण Latex कोष्ठकं पुटस्य आदौ स्थापयति। |
16:11 | इदम् आधानं सहजमेव। |
16:14 | इदं कोष्ठकं अग्रे लभ्यमाने स्थाने प्लुतं वर्तते। |
16:18 | इदं विवृणोतुं, अधोविद्यमानं किञ्चन पाठ्यस्य प्रतिकृतिम् (copy) अपि च लेपनं (paste) करोमि। |
16:25 | इदं निष्कासयामि। |
16:28 | इदं निष्कासयामि। |
16:38 | भवतु। |
16:43 | अत्र फलानां विषये काश्चन वर्णनाः सन्ति। |
16:49 | अस्य अग्रभागं प्रति गच्छामः। |
16:55 | अत्र न्यासं कुर्मः। |
16:58 | सङ्कलयामः। |
17:01 | पूर्ववत्, कोष्ठकं पुटस्य आदावेव आगतम्। |
17:06 | इतोऽपि पाठ्यम् अहमत्र स्थापयामि। |
17:12 | 4 copies. |
17:16 | इदानीं किं जातमित्युक्ते |
17:26 | इदं कोष्ठकम् अग्रिमपुटं प्रति गतम्, अपि च |
17:31 | अत्र किमपि नास्ति। अतः इदं पुटस्य मध्यमागतम्। |
17:35 | अहम् अस्य अपरमेकां प्रतिकृतिं पाठ्यं च स्थापयामि। |
17:43 | इदानीं किं जातमित्युक्ते |
17:49 | इदं शीर्षकपुटं, पाठ्यपुटम् अपि च कोष्ठकपुटस्य अग्रभागं प्रति आगतम्। |
18:01 | समीकरणेषु विद्यमानरूपेणैव, कोष्ठकानि रचयितुम् अपि च सन्दर्भानुसारम् उपयोक्तुं च शक्यन्ते। |
18:06 | उदाहरणार्थं |
18:12 | इमान् आदेशान् caption इति आदेशस्य अधः प्रददतु। |
18:15 | इदं caption इति आदेशस्य अधः प्रयच्छन्तु, यतोऽहि caption इति आदेशेनैव कोष्ठकसङ्ख्या आगच्छति। |
18:21 | उदाहरणार्थं, अस्मात् caption इति आदेशादेव कोष्ठकं 1 इति स्वयमेव सिद्धम्। |
18:26 | यद्यस्य अग्रे lable इति स्थापयामः, तर्हि lable इतीदं caption इत्यादेशेन सृष्टां सङ्ख्यां सूचयति। |
18:33 | lable |
18:40 | Fruits |
18:43 | अस्य पृष्ठतः गच्छन्तु। |
18:48 | अत्र अन्यामेकां रेखां लिखामि। |
18:53 | The cost of these fruits is shown in table reference भवन्तु अस्मै एकं lable इतीदं प्रयच्छन्तु। इदमपि तथैव भवेत्। |
19:08 | tab : fruits |
19:12 | सङ्कलयामः। |
19:16 | फलितमागतम्। पूर्ववत् सङ्कलिते सति, variable इतीदं न सूचितम्। |
19:22 | इदानीं पुनः सङ्कलयामः, फलितं प्राप्तम्। |
19:28 | कोष्ठकानां सूचीं स्वत एव रचयितुं शक्यते। |
19:33 | वयमिदानीं व्याख्यास्यामः। |
19:37 | make title इत्यस्य पश्चात्, list of tables इतीदमपेक्षितं चेत् एकेन पदेन आदेशः दातव्यः भवति। |
19:50 | इदानीं किं जातमित्युक्ते |
19:53 | इदमेकं कोष्ठकसूचीं सृजति। |
19:57 | विशेषतः कोष्ठकसङ्ख्यां परिशीलयितुं द्विवारं सङ्कलनं कार्यम्। |
20:03 | इदमत्र आगच्छति। सूच्यनुसारं कोष्ठकं द्वितीयपुटे वर्तते, किन्तु वयं जानीमः यत् तृतीयपुटे विद्यते इति। |
20:13 | इदं तृतीयपुटे वर्तते। |
20:15 | पृष्ठतः गच्छामः, पुनः सङ्कलयामः। |
20:20 | भवन्तः पश्यन्ति यत् इदं तृतीयपुटम्। |
20:26 | इदं पूर्ववदेव विवृतम्। |
20:29 | भवतु, यस्मिन् अस्माभिः कोष्ठकविचारः व्याख्यातः तस्य अन्तिमभागे इदमागच्छति। |
20:36 | इदानीं वयं ‘include graphics’ इत्यादेशमुपयुज्य आकृतीः कथं रचनीयाः इति व्याख्यास्यामः। |
20:48 | एतदर्थं ‘graphicx’ इति सम्पुटस्य योजनस्य आवश्यकता विद्यते। |
21:00 | भवतु, यदि अहमस्य अधः गत्वा, |
21:08 | एवं वदामि, इमे आदेशाः एवं वर्तन्ते begin, figure, |
21:14 | include graphics, |
21:19 | width equals. |
21:29 | iitb.pdf इति सञ्चिका मत्सविधे वर्तते। |
21:36 | इदं पश्यन्तु। |
21:38 | अहमिदमत्र योजयामि। पङ्क्तिविस्तारसमानम् आकृतिविस्तारः भवेत्। |
21:51 | अहमिमाम् आकृतिं समापयामि। |
21:55 | सङ्कलयामः। |
22:01 | भवन्तः पश्यन्तः सन्ति। |
22:04 | इदं पुटस्य आदावपि स्थापितम्। |
22:09 | भवतु, अहमिदानीं किं करोमि इत्युक्ते, एकं सम्पूर्णपङ्क्तिविस्तारम् उपयोक्तव्यं चेत् |
22:17 | यद्यहं 0.5 उपयुञ्जे, अयं पङ्क्त्यर्धविस्तारः |
22:26 | पुनः इदं लघ्वीकृतम्। |
22:29 | अपि च इदं वामभागबद्धमित्यपि परिशीलयन्तु। |
22:32 | कोष्ठके विद्यमानवदेव ‘centering’ इति वक्तुं शक्यते। |
22:38 | मध्यभागे आनयति। |
22:49 | अहमेकं caption इतीदं सृजामि। आकृतेः योजनानन्तरं आकृतेः caption इतीदं सृष्टम्। |
23:00 | Golden jubilee logo of IIT Bombay |
23:13 | भवतु, पूर्ववदेव अहमेकं lable रचयितुं शक्नोमि अपि च तस्य सन्दर्भं ‘ref’ इति आदेशेन सूचयितुं शक्नोमि। |
23:28 | अहं कोष्ठकसूचिवत् (list of tables) आकृतिसूचिमपि (list of figures) रचयितुं शक्नोमि। |
23:36 | अतः यदि मह्यम् आकृतिसूचिः अपि अपेक्षिता तर्हि, |
23:45 | सङ्कलयामि। |
23:48 | अहमिदं द्विवारं सङ्कलयामि। |
23:51 | अपि च भवन्तः पश्यन्तः सन्ति यत् आकृतिसूचिः अपि आगता। |
23:56 | सर्वासामाकृतीनां captions अत्र दृश्यन्ते। |
24:08 | इतोऽपि एकः दर्शनीयो विषयः अस्ति मया। |
24:11 | कोऽयमित्युक्ते, कथम् आकृतेः परिभ्रमणं (rotation) कर्तव्यमिति। |
24:15 | इदं angle इति विकल्पेन कृतवान्। |
24:21 | यदि angle इतीदं 90 degrees पर्यन्तं परिभ्राम्यते, |
24:25 | इदम् आकृतिपर्यन्तं गन्तुं शक्यते। |
24:29 | सङ्कलयामः। |
24:32 | इदं 90 degrees पर्यन्तं परिभ्रमितम्। |
24:37 | इदं - 90 degrees परिभ्रामयन्तु। |
24:42 | अस्तु, आकृतीः योजयितुम् अयमेव क्रमः। |
24:48 | iitb.pdf इति सञ्चिका उपलभ्यते इति भावये। |
24:53 | इदानीं पाठस्यास्य अन्तिमभागं प्राप्तवन्तः। |
24:55 | Latex इतीदं प्रथमवारं ये अभ्यसन्तः सन्ति ते परिशीलयेयुः यत् source document मध्ये यदि किञ्चिदपि परिवर्तनं कृतं तर्हि पुनः सङ्कलनं कुर्युः अपि च योजितं सर्वं सम्यक् अस्ति वा न वा इति। |
25:05 | धन्यवादाः। |
25:07 | कण्णन् मौद्गल्य-महोदयेन इदं कृतमस्ति ।
अस्य पाठस्य अनुवादकः वासुदेवः आहितालः, प्रवाचकश्च नवीनभट्टः उप्पिनपट्टणम्। |