Difference between revisions of "FrontAccounting-2.4.7/C2/Setup-for-Sales-in-FrontAccounting/Sanskrit"
From Script | Spoken-Tutorial
NaveenBhat (Talk | contribs) (Created page with "{| border=1 | Time | Narration |- | 00:01 | ''' Setup for Sales in FrontAccounting''' इति विषयकस्य स्पोकन् ट्युटोरियल...") |
Sandhya.np14 (Talk | contribs) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 11: | Line 11: | ||
| अस्मिन् पाठे वयम् , | | अस्मिन् पाठे वयम् , | ||
− | '''Sales Types''' | + | '''Sales Types''', |
|- | |- | ||
| 00:12 | | 00:12 | ||
− | | '''Sales Persons''' | + | | '''Sales Persons''', |
|- | |- | ||
Line 22: | Line 22: | ||
|- | |- | ||
| 00:16 | | 00:16 | ||
− | | '''Customers | + | | '''Customers '''संयोजनं तथा निर्वहणम् अपि च '''Customer Branches''' विषयाञ्च जानामः । |
|- | |- | ||
| 00:22 | | 00:22 | ||
| पाठस्यास्य ध्वन्यङ्कनायाहम्, | | पाठस्यास्य ध्वन्यङ्कनायाहम्, | ||
− | '''Ubuntu Linux OS version 16.04''' | + | '''Ubuntu Linux OS version 16.04''', |
|- | |- | ||
Line 39: | Line 39: | ||
|- | |- | ||
|00:45 | |00:45 | ||
− | | अपि च भवन्तः '''FrontAccounting''' मध्ये एकां | + | | अपि च भवन्तः '''FrontAccounting''' मध्ये एकां संस्था वा कम्पनी वा स्थापितवन्तः स्युः । |
|- | |- | ||
| 00:52 | | 00:52 | ||
Line 45: | Line 45: | ||
|- | |- | ||
| 00:58 | | 00:58 | ||
− | | '''FrontAccounting'''इण्टर्फ़ेस् इत्यस्यारम्भात् प्राक्, '''XAMPP | + | | '''FrontAccounting'''इण्टर्फ़ेस् इत्यस्यारम्भात् प्राक्, '''XAMPP''' सर्वीसस् प्रारभन्ताम् । |
|- | |- | ||
| 01:04 | | 01:04 | ||
Line 82: | Line 82: | ||
|- | |- | ||
| 01:56 | | 01:56 | ||
− | | प्रथमसोपानम्(Step 1) - '''Sales | + | | प्रथमसोपानम् (Step 1) - '''Sales''' सेट् अप् करणम् |
|- | |- | ||
| 01:59 | | 01:59 | ||
− | | द्वितीयसोपानम्(Step2) - '''Customers | + | | द्वितीयसोपानम् (Step2) - '''Customers''' सेट् अप् करणम् |
|- | |- | ||
Line 94: | Line 94: | ||
|- | |- | ||
| 02:08 | | 02:08 | ||
− | | '''Sales Types''' | + | | '''Sales Types''', |
|- | |- | ||
Line 118: | Line 118: | ||
|- | |- | ||
| 02:39 | | 02:39 | ||
− | | उदाहरणार्थम्, | + | | उदाहरणार्थम्, अस्माकं व्यापारे बहुत्वं '''Retail''' वर्तते इति चिन्तयाम । |
|- | |- | ||
Line 172: | Line 172: | ||
|- | |- | ||
| 03:58 | | 03:58 | ||
− | | अत्र अस्माभिः '''Sales Person''' सम्बद्धानि आवश्यकानि विवरणानि | + | | अत्र अस्माभिः '''Sales Person''' सम्बद्धानि आवश्यकानि विवरणानि पूरितव्यानि । |
|- | |- | ||
| 04:05 | | 04:05 | ||
Line 182: | Line 182: | ||
|- | |- | ||
| 04:13 | | 04:13 | ||
− | | सः विक्रयमनुसृत्य | + | | सः विक्रयमनुसृत्य माध्यस्थिकं(commission) वा '''provision''' वा प्राप्नोति । |
|- | |- | ||
Line 190: | Line 190: | ||
|- | |- | ||
| 04:25 | | 04:25 | ||
− | | पश्चात् '''Turnover Break Point Level | + | | पश्चात् '''Turnover Break Point Level''' वर्तते । |
|- | |- | ||
Line 204: | Line 204: | ||
|- | |- | ||
| 04:42 | | 04:42 | ||
− | | यदि '''Sales Person''' इत्येषः ''' break point''' इत्यस्मादधिकं विक्रयं करोति तदा, सः 5% | + | | यदि '''Sales Person''' इत्येषः ''' break point''' इत्यस्मादधिकं विक्रयं करोति तदा, सः 5% माध्यस्थिकं(commission) प्राप्नोति । |
|- | |- | ||
| 04:50 | | 04:50 | ||
Line 215: | Line 215: | ||
| 05:01 | | 05:01 | ||
| अहमत्र 3 इति टङ्कयामि । | | अहमत्र 3 इति टङ्कयामि । | ||
− | अस्यार्थः यदि '''Sales Person'''इत्येषः 1 लक्षात् न्यूनं विक्रयं करोति तर्हि, 3% | + | अस्यार्थः यदि '''Sales Person'''इत्येषः 1 लक्षात् न्यूनं विक्रयं करोति तर्हि, 3% माध्यस्थिकं(commission) प्राप्नोति । |
|- | |- | ||
Line 233: | Line 233: | ||
|- | |- | ||
| 05:33 | | 05:33 | ||
− | | '''Sales Area''' इतीदमाधृत्य, वयं ''' sales orders''' रचयित्वा | + | | '''Sales Area''' इतीदमाधृत्य, वयं ''' sales orders''' रचयित्वा प्रेषणं(dispatches) कर्तुं शक्नुमः । |
|- | |- | ||
| 05:40 | | 05:40 | ||
Line 306: | Line 306: | ||
|- | |- | ||
| 07:33 | | 07:33 | ||
− | | एकेन '''customer''' इत्यनेन, | + | | एकेन '''customer''' इत्यनेन, सेल्स् अथवा 'डेलिवरि ओर्डर्स्' समर्पणाय, एकं '''customer branch''' इतीदं प्राप्तव्यमेव । |
|- | |- | ||
| 07:40 | | 07:40 | ||
− | | आदौ, अस्माभिः इमानि परिवर्तनानि, नूतनाय | + | | आदौ, अस्माभिः इमानि परिवर्तनानि, नूतनाय 'सेल्स् एण्ट्रि' इत्यस्मै संयोजनीयानि । |
अधः स्क्रोल् कुर्वन्तु । | अधः स्क्रोल् कुर्वन्तु । | ||
|- | |- | ||
Line 316: | Line 316: | ||
|- | |- | ||
| 07:54 | | 07:54 | ||
− | | यशसः सन्देशः वदति यत्, वयं | + | | यशसः सन्देशः वदति यत्, वयं ग्राहकविवरणानि नवीकृतवन्तः इति । |
|- | |- | ||
| 08:00 | | 08:00 | ||
Line 322: | Line 322: | ||
|- | |- | ||
| 08:05 | | 08:05 | ||
− | | अधुना वयं, | + | | अधुना वयं, 'डीफ़ोल्ट् ब्रेञ्च्' संयोजितं वा नवेति पश्यामः । |
|- | |- | ||
| 08:11 | | 08:11 | ||
Line 329: | Line 329: | ||
|- | |- | ||
| 08:16 | | 08:16 | ||
− | | वयं पश्यामः यत् डीफ़ोल्ट् ब्रेञ्च् '''Global''' इतीदं '''customer''' इत्यस्मै संयोजितमिति | + | | वयं पश्यामः यत् डीफ़ोल्ट् ब्रेञ्च् '''Global''' इतीदं '''customer''' इत्यस्मै संयोजितमिति । |
|- | |- | ||
|08:22 | |08:22 | ||
Line 361: | Line 361: | ||
| 09:07 | | 09:07 | ||
| अस्मिन् पाठे वयम्, | | अस्मिन् पाठे वयम्, | ||
− | '''Sales Types(सेल्स् टैप्स्) | + | '''Sales Types''' (सेल्स् टैप्स्), |
|- | |- | ||
| 09:13 | | 09:13 | ||
− | | '''Sales Persons(सेल्स् पर्सन्स्) | + | | '''Sales Persons''' (सेल्स् पर्सन्स्), |
|- | |- | ||
| 09:15 | | 09:15 | ||
− | | '''Sales Areas(सेल्स् एरियास्) | + | | '''Sales Areas''' (सेल्स् एरियास्) सेट्-अप् कर्तुम्, |
|- | |- | ||
Line 381: | Line 381: | ||
|- | |- | ||
| 09:28 | | 09:28 | ||
− | | नूतनं | + | | नूतनं 'कस्टमर् डीटैल्स्' प्राप्तुं, ट्युटोरियल् मध्ये '''Assignment''' लिङ्क् पश्यन्तु । |
|- | |- | ||
| 09:34 | | 09:34 | ||
Line 387: | Line 387: | ||
|- | |- | ||
| 09:42 | | 09:42 | ||
− | | | + | | ' स्पोकन् ट्युटोरियल् प्रोजेक्ट्' गणः कार्यशालां चालयति प्रमाणपत्रञ्च यच्छति । |
अधिकविवरणार्थम् अस्मभ्यं लिखन्तु । | अधिकविवरणार्थम् अस्मभ्यं लिखन्तु । | ||
|- | |- |
Latest revision as of 11:54, 20 May 2020
Time | Narration |
00:01 | Setup for Sales in FrontAccounting इति विषयकस्य स्पोकन् ट्युटोरियल् प्रति स्वागतम् । |
00:07 | अस्मिन् पाठे वयम् ,
Sales Types, |
00:12 | Sales Persons, |
00:14 | Sales Areas इतीमानि सेट् अप् कर्तुं, |
00:16 | Customers संयोजनं तथा निर्वहणम् अपि च Customer Branches विषयाञ्च जानामः । |
00:22 | पाठस्यास्य ध्वन्यङ्कनायाहम्,
Ubuntu Linux OS version 16.04, |
00:30 | FrontAccounting version 2.4.7 इमे उपयुनज्मि । |
00:35 | पाठस्यास्य अभ्यासाय भवद्भ्यः हैयर् सेकेण्डरि स्तरस्य वाणिज्यशास्त्रस्य, आयव्ययलेख्यस्य तथा अङ्कपालनस्य मूलतत्त्वानां ज्ञानमावश्यकम् । |
00:45 | अपि च भवन्तः FrontAccounting मध्ये एकां संस्था वा कम्पनी वा स्थापितवन्तः स्युः । |
00:52 | न चेत्, तत्सम्बद्धानि FrontAccounting ट्युटोरियल्स् अस्मिन् जालपुटे पश्यन्तु । |
00:58 | FrontAccountingइण्टर्फ़ेस् इत्यस्यारम्भात् प्राक्, XAMPP सर्वीसस् प्रारभन्ताम् । |
01:04 | Sales इतीदं विक्रयसम्बद्धक्रिया वर्तते । |
01:08 | दत्तावधौ विक्रीतस्य वस्तूनां वा सेवायाः मूल्यं वर्तते इदम् । |
01:14 | अधुना, FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् उद्घाटयामः । |
01:19 | browser उद्घाटयन्तु ।
localhost/account इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु । |
01:27 | login page दृश्यते । |
01:30 | username इतीदम् admin इति टङ्कयित्वाpassword यच्छन्तु ।
पश्चात् Login गण्डं नुदन्तु । |
01:38 | FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् उद्घट्यते ।
Sales टेब् इत्यस्योपरि नुदन्तु । |
01:44 | Maintenance पेनल् इतीदं Sales तथा Customer विवरणानि सेट् अप् कर्तुम् उपयुज्यते । |
01:50 | अधुना वयं Sales मध्ये सेट् अप् इत्यस्य सोपानानि पश्यामः । |
01:56 | प्रथमसोपानम् (Step 1) - Sales सेट् अप् करणम् |
01:59 | द्वितीयसोपानम् (Step2) - Customers सेट् अप् करणम् |
02:03 | Setup Sales मध्ये, अस्माभिः अधस्तन विकल्पाः सेट् भवितव्याः । |
02:08 | Sales Types, |
02:10 | Sales Persons अपि च Sales Areas ।
अतः तत् कथं करणीयमिति जानाम । |
02:18 | FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् प्रति आगच्छन्तु । |
02:22 | Maintenance पेनल् मध्ये, Sales Types लिङ्क् नुदन्तु । |
02:27 | इदमस्माकं, ग्राहकेभ्यः प्रैसिङ्ग् स्तरं निरूपयितुम् अवकाशं कल्पयति । |
02:33 | वयं Retail तथा Wholesale इति Sales Types पश्यामः । |
02:39 | उदाहरणार्थम्, अस्माकं व्यापारे बहुत्वं Retail वर्तते इति चिन्तयाम । |
02:45 | अतः वयं रीटैल् प्रैसिङ्ग् इतीदं Base प्रैस् लिस्ट् इति स्थापितुं शक्नुमः । |
02:51 | उत्सर्गतया, Tax included फ़ील्ड् इतीदं Yes इति सेट् जातम् । |
02:56 | अस्यार्थः सर्वदा tax इतीदं sales मध्ये एवान्तर्भवति । |
03:01 | Wholesale इतीदं लोकेट् कृत्वा Edit ऐकान् नुदन्तु । |
03:06 | Calculation Factor फ़ील्ड् प्रति गच्छन्तु । |
03:09 | बेस् प्रैसिङ्ग् इतीदं समीकर्तुं भवन्तः इच्छन्ति चेत्, Calculation factor मध्ये टङ्कयन्तु । |
03:15 | वयमेवमेव स्थापयामः । |
03:18 | पश्चात् Tax included फ़ील्ड् वर्तते । |
03:22 | गणनकाले taxes इतीमानि कारकाणि भवन्ति चेत्, इदं बोक्स् चेक् कुर्वन्तु । |
03:28 | अहं Tax included चेक्-बोक्स् इतीदं चेक् करोमि । |
03:32 | पश्चात् विण्डो इत्यस्याधः विद्यमानं Update बटन् नुदन्तु । |
03:37 | वयमेकं सन्देशं पश्यामः, यः विवरणानि अप्डेट् जातानीति द्योतयति । |
03:43 | FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् प्रति आगन्तुं, Back लिङ्क् नुदन्तु । |
03:48 | अधुना वयं नूतनं Sales Person कथं संयोजनीयमिति पश्यामः । |
03:53 | Maintenance पेनल् मध्ये, Sales Persons लिङ्क् नुदन्तु । |
03:58 | अत्र अस्माभिः Sales Person सम्बद्धानि आवश्यकानि विवरणानि पूरितव्यानि । |
04:05 | अत्र यथा दर्शितं तथा विवरणानि पूरयन्तु । |
04:09 | Provision फ़ील्ड् इतीदं एकेनSales Person द्वारा उपयुक्तम् । |
04:13 | सः विक्रयमनुसृत्य माध्यस्थिकं(commission) वा provision वा प्राप्नोति । |
04:18 | अतोऽहं 5% इति commission इतीदं Provision फ़ील्ड् मध्ये टङ्कयामि । |
04:25 | पश्चात् Turnover Break Point Level वर्तते । |
04:29 | इदमेकस्मै Sales Person इत्यस्मै उपयुक्तम् । |
04:32 | एषः provision इतीदं यदा व्यवहारःbreak point इत्यस्मादधिकं वर्तते तदैव प्राप्नोति । |
04:37 | अतःBreak point फ़ील्ड् मध्ये, अहं एकलक्षमिति टङ्कयामि । |
04:42 | यदि Sales Person इत्येषः break point इत्यस्मादधिकं विक्रयं करोति तदा, सः 5% माध्यस्थिकं(commission) प्राप्नोति । |
04:50 | अस्माकं सन्दर्भे इदं एकलक्षरूप्यकाणि सन्ति । |
04:54 | Provision 2 फ़ील्ड् इतीदं यदा Sales Person इत्येषः break point इत्यस्मान्न्य़ूनं विक्रयं करोति तदा उपयुज्यते। |
05:01 | अहमत्र 3 इति टङ्कयामि ।
अस्यार्थः यदि Sales Personइत्येषः 1 लक्षात् न्यूनं विक्रयं करोति तर्हि, 3% माध्यस्थिकं(commission) प्राप्नोति । |
05:12 | विण्डो इत्यस्याधः विद्यमानं Add new गण्डं नुदन्तु । |
05:17 | पश्चात् FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् प्रति आगन्तुं Back लिङ्क् नुदन्तु । |
05:23 |
अधुना वयं नूतनं Sales Area कथं रचयितव्यमिति जानामः । |
05:28 | Maintenance पेनल् मध्ये, Sales Areas लिङ्क् नुदन्तु । |
05:33 | Sales Area इतीदमाधृत्य, वयं sales orders रचयित्वा प्रेषणं(dispatches) कर्तुं शक्नुमः । |
05:40 | अस्माभिः विरच्यमानं नूतनम् Area Name टङ्कयन्तु ।
अहं South Mumbai इति टङ्कयामि । |
05:47 | विण्डो इत्यस्याधः विद्यमानं Add new गण्डं नुत्वा इमानि परिवर्तनानि रक्षन्तु । |
05:53 | वयं नवीकृतैः एण्ट्रि इत्येतैः सह टेबल् दृष्टुं शक्नुमः । |
05:58 | FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् प्रति आगन्तुं Back लिङ्क् नुदन्तु । |
06:03 | Sales Order इत्यस्य क्वोट् करणात् प्राक्, अस्माभिः इमे set up जातव्ये : |
06:08 | Add and Manage Customers अपि च Customer Branches |
06:14 | Customer इत्येषः एकः व्यक्तिः अथवा व्यापारः, यः वस्तूनि वा सेवाः वा क्रीणाति । |
06:21 | अस्माभिः अस्माकम् उत्पादनानि विक्रेतुं customers संयोजितव्यानि । |
06:25 | FrontAccounting इण्टर्फ़ेस् प्रति आगच्छन्तु । |
06:29 | Maintenance पेनल् इत्यस्य अधस्तात् वामतः, Add and Manage Customers नुदन्तु । |
06:36 | Customer सम्बद्धानि विवरणानि अत्रदर्शितरीत्या पूरयन्तु । |
06:42 | Customer’s Currency डोप्-डौन् बोक्स् मध्ये, Indian Rupees चिन्वन्तु । |
06:47 | Sales Type or Price List ड्रोप् डौन् बोक्स् मध्ये, Retail चिन्वन्तु । |
06:53 | अत्रदर्शितरीत्या customer इत्यस्य सम्पर्कस्य विवरणानि पूरयन्तु । |
06:58 | अहं Rahul नाम्नः पूर्वरचितं Sales Person चितवानस्मि । |
07:05 | वयं दक्षिणतः Sales कोलम् दृष्टुं शक्नुमः । |
07:09 | तस्मै ग्राहकाय सम्बद्धं Discount, Credit अपि च अन्यानि कण्डीशन्स् पूरयन्तु । |
07:16 | अहम् औत्सर्गिकानि सेट्टिङ्ग्स् तथैव स्थापयामि । |
07:20 | अधः स्क्रोल् कुर्वन्तु ।
विण्डो इत्यस्याधः विद्यमानं Add New Customer गण्डं नुदन्तु । |
07:28 | the default branch is added इति सन्देशं वयं पश्यामः । |
07:33 | एकेन customer इत्यनेन, सेल्स् अथवा 'डेलिवरि ओर्डर्स्' समर्पणाय, एकं customer branch इतीदं प्राप्तव्यमेव । |
07:40 | आदौ, अस्माभिः इमानि परिवर्तनानि, नूतनाय 'सेल्स् एण्ट्रि' इत्यस्मै संयोजनीयानि ।
अधः स्क्रोल् कुर्वन्तु । |
07:49 | विण्डो इत्यस्याधस्तात् विद्यमानं Update Customer गण्डं नुदन्तु । |
07:54 | यशसः सन्देशः वदति यत्, वयं ग्राहकविवरणानि नवीकृतवन्तः इति । |
08:00 | FrontAccountingइण्टर्फ़ेस् प्रति आगन्तुं, Back लिङ्क् नुदन्तु । |
08:05 | अधुना वयं, 'डीफ़ोल्ट् ब्रेञ्च्' संयोजितं वा नवेति पश्यामः । |
08:11 | Maintenance पेनल् मध्ये, Customer Branches लिङ्क् नुदन्तु । |
08:16 | वयं पश्यामः यत् डीफ़ोल्ट् ब्रेञ्च् Global इतीदं customer इत्यस्मै संयोजितमिति । |
08:22 | दत्तेभ्यः एण्ट्रि इत्येतेभ्यः परिवर्तनानि कर्तुम्, दक्षिणतः विद्यमानं Edit ऐकोन् नुदन्तु । |
08:28 | Sales पेनल् मध्ये, Sales Area ड्रोप् डौन् बोक्स् नुत्वा South Mumbai इतीदं चिन्वन्तु । |
08:36 | अन्यानि फ़ील्ड् एण्ट्रीस् इतीमानि तथैव स्थापयन्तु । |
08:40 | Mailing address तथा च Billing address इतीमे customer address वदेव वर्तते । |
08:46 | भवन्तः अन्यम् address प्राप्तवन्तः चेदत्र परिवर्तयन्तु । |
08:50 | इमानि परिवर्तनानि रक्षितुं, विण्डो इत्यस्याधः Update बटन् नुदन्तु । |
08:56 | branch इतीदम् अप्डेट् जायते तथा यशसः सन्देशः उपरि दृश्यते । |
09:01 | अनेन वयं पाठस्यान्तमागतवन्तः ।
सारं पश्यामः । |
09:07 | अस्मिन् पाठे वयम्,
Sales Types (सेल्स् टैप्स्), |
09:13 | Sales Persons (सेल्स् पर्सन्स्), |
09:15 | Sales Areas (सेल्स् एरियास्) सेट्-अप् कर्तुम्, |
09:17 | Customers अपि च Customer Branches अनयोः संयोजनं निर्वहणञ्च ज्ञातवन्तः । |
09:23 | पाठनियोजनाय, अन्यमेकं customer संयोजयन्तु । |
09:28 | नूतनं 'कस्टमर् डीटैल्स्' प्राप्तुं, ट्युटोरियल् मध्ये Assignment लिङ्क् पश्यन्तु । |
09:34 | अधस्तन-लिङ्क-मध्यस्थं वीडियो स्पोकन् ट्युटोरियल् इत्यस्य सारं दर्शयति । कृपया डौन्लोड् कृत्वा पश्यन्तु । |
09:42 | ' स्पोकन् ट्युटोरियल् प्रोजेक्ट्' गणः कार्यशालां चालयति प्रमाणपत्रञ्च यच्छति ।
अधिकविवरणार्थम् अस्मभ्यं लिखन्तु । |
09:52 | भवतां प्रश्नान् समयेन सह फ़ोरम् मध्ये पोस्ट् कुर्वन्तु । |
09:56 | स्पोकन् ट्युटोरियल् इतीदं MHRD, भारतसर्वकारेण अनुदानितं वर्तते । |
10:02 | पाठस्यास्य योगदानं स्पोकन् ट्युटोरियल् टीम् द्वारा जातम् ।
अनुवादकः प्रवाचकश्च श्री नवीनभट्टः उप्पिनपट्टणम् । धन्यवादाः । |