Difference between revisions of "LaTeX-Old-Version/C2/Inside-story-of-Bibliography/Marathi"
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+ | |'''Time''' | ||
+ | |'''Narration''' | ||
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+ | |- | ||
+ | | 00:01 | ||
+ | | नमस्कार, संदर्भ सूची तयार करण्यासंबंधीच्या या प्रशिक्षणात आपले स्वागत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:06 | ||
+ | | मी याकरता BibTeX (बीबटेक) वापरणार आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:09 | ||
+ | | BibTeX ही लेटेक पेक्षा वेगळी स्वतंत्र अशी सुविधा आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:13 | ||
+ | | या प्रशिक्षणात आपण आता तुम्ही पाहत असलेली pdf फाईल कशी बनवावी हे पाहुया . | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:19 | ||
+ | | पहिले पान शीर्षक दाखवत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:23 | ||
+ | | आता दुसरे पान पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:28 | ||
+ | | इथे मजकूर आहे, संदर्भांना एक ते सहा क्रमांक दिलेले आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:33 | ||
+ | | आणि पुढल्या पानावर अकरा पर्यंत क्रमांक आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:37 | ||
+ | | तुम्ही हे लक्ष्यात घ्या, की हे संदर्भ अद्यक्षरानुसार दिलेले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:45 | ||
+ | | तुम्ही हे इथे पाहू शकता. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:49 | ||
+ | | आता आपण याकरता वापरलेली मूळ फाईल पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:52 | ||
+ | | ही नीट पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 00:55 | ||
+ | | हे स्पष्ट दिसतय की त्यामध्ये हे संदर्भ दिलेले नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:02 | ||
+ | | ही माहिती मूळ फाईलमध्ये अस्तित्वात नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:05 | ||
+ | | मग हे संदर्भ कुठे आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:08 | ||
+ | | ते ‘ref’. या फाईलमध्ये आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:12 | ||
+ | | या फाईल चे नाव ‘ref.bib’ असे आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:19 | ||
+ | | बिब्लीयोग्राफी या अज्ञेकरता हे सामान्य आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:27 | ||
+ | | ही पाहा | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:31 | ||
+ | | ‘ref.bib’. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:35 | ||
+ | | आपण या ref.bib मध्ये काय आहे ते पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:47 | ||
+ | | यातील संदर्भांची माहिती ही विविध प्रकारची आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:53 | ||
+ | | उदाहरणार्थ हे पुस्तक आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 01:57 | ||
+ | | तंत्रज्ञान – अहवाल, प्रोसीडिंग्स, किरकोळ तसेच लेख. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:05 | ||
+ | | आपण थोड्या काळा नंतर ही फाईल पुन्हा पाहू आणि समजून घेऊया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:12 | ||
+ | | आता आपण निर्मितीमध्ये संदर्भांची यादी कशी तयार करायची या कार्य पद्धती वर लक्ष केंद्रित करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:23 | ||
+ | | आपण references.tex ही मूळ फाईल पुन्हा पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:29 | ||
+ | | या पानाच्या सुरवातीला जाऊया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:33 | ||
+ | | रेफरेन्सस हा प्रीफिक्स अश्नार्या सर्व फाईल्सशी आधी आपण प्रथम पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:45 | ||
+ | | ह्या पाहा references.tex सोडून बाकी फाईल्स काढून टाकू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:56 | ||
+ | | ह्याला हो म्हणू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 02:59 | ||
+ | | आता आपल्याकडे फक्त references.tex आहे. मी ही संकलित करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:06 | ||
+ | | संकलित केल्यावर सावधगीरीची सूचना आली, की काही संदर्भ पारिभाषित नाहीत काही गोष्टी सापडत नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:13 | ||
+ | | आपण पाहू शकतो की pdf.tex ह्या अज्ञेमूळे काही नवीन फाईलशी निर्मिती झाली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:22 | ||
+ | | references.pdf बरोबर आपल्याकडे references.log आणि references.aux या फाईल्स आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:39 | ||
+ | | या फाईल इथे दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:50 | ||
+ | | या पाहा या त्या फाईल्स आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 03:53 | ||
+ | | आधी आपण references.log ही फाईल उघडू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:13 | ||
+ | | त्यामध्ये बरीच माहिती आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:15 | ||
+ | | किंभवन् इथे आलेल्या सर्व सूचना त्यामध्ये आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:19 | ||
+ | | आपण आता थोडे खाली जाऊन पाहू | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:22 | ||
+ | | इथे बरीच माहिती आहे आणि या सवदगीरीच्या सूचनापण इथे दिसत आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:26 | ||
+ | | त्याचबरोबर, काही अक्षर प्रकार सापडत नाहीत, ही सूचना देखील दिसतेय. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:32 | ||
+ | | परंतु आपण त्यावाचून आपले काम चालुवू शकतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:36 | ||
+ | | काही संदर्भ व साइटेशन सापडत नाहीत ही सूचना मात्र आपल्या दृष्टीने महत्वाची आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:42 | ||
+ | | आपण आता या सूचनेवर काही मार्ग काढू | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:46 | ||
+ | | आता आपण ही दुसरी फाईल references.aux ही उघडूया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 04:58 | ||
+ | | references.aux | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:02 | ||
+ | | यामध्ये अनेक साइटेशन आज्ञा आहेत. या इथे कुठून आल्या आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:07 | ||
+ | | साइटेशनची सर्व विधाने मूळ फाईल मधील 'cite' या अज्ञेमध्ये आलेली आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:12 | ||
+ | | आपण आता पाहू शकतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:16 | ||
+ | | हे मी इथे उघडते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:21 | ||
+ | | आता खाली जाऊ त्यासाठी हे वापरु मूळ फाईल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:25 | ||
+ | | उदाहरणासाठी हे पाहा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:29 | ||
+ | | हे इथे ‘cite vk 79’. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:32 | ||
+ | | ते vk79 इथे येते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:39 | ||
+ | | ‘cite tk 80’ हे इथे येते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:47 | ||
+ | | तसेच ही bibstyle-plain ही सुद्धा मूळ फाईल मध्ये इथे येते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 05:54 | ||
+ | | तुम्ही वर पाहा, bibliography style – plain हे इथे दिसून येईल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:01 | ||
+ | | ही aux फाईल चलांची नवे देखील साठवते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:06 | ||
+ | | उदाहार्णकरता मी ह्या विभागा करता लेबल देते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:11 | ||
+ | | मी इथे जाते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:18 | ||
+ | | नाही तर मी असा करते की लेबल शिवाय हे करून दाखवते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:22 | ||
+ | | म्हणजे आपण हे खोडून टाकू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:30 | ||
+ | | मी आता हे संकलित करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:33 | ||
+ | | मी ही फाईल पुन्हा उघडते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:39 | ||
+ | | आणि आता पाहा त्यामध्ये हे दिसत नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:49 | ||
+ | | मी इथे ‘label – sec arya’ हे लिहिले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 06:56 | ||
+ | | ‘label – sec arya’ रक्षित केले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:01 | ||
+ | | संकलित केले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:06 | ||
+ | | हे उघडू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:09 | ||
+ | | मग तुम्ही या फाईल पर्यंत आलात की पुन्हा उघडू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:13 | ||
+ | | हे पाहा इथे new label sec arya ही अज्ञे दिसायला लागली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:20 | ||
+ | | ही पाहा | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:23 | ||
+ | | हे तेच लेबल आहे की जे आपण इथे पहिले होते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:28 | ||
+ | | आणि हे म्हणते सेकशन 1(एक) हा इथे दिसतोय. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:34 | ||
+ | | आणि हे दोन पान क्रमांक दाखवतात. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:38 | ||
+ | | या दस्ताएवजात दोन पान आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:42 | ||
+ | | पुढल्या संकलना दरम्यान लेटेक ही aux फाईल वाचते आणि लेबल विषयची माहिती दाखवते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:48 | ||
+ | | यामूळे लेबल वेवस्थित दिसण्यासाठी दोन वेळा संकलन करणे गरजेचे असते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:53 | ||
+ | | मी आता तुम्हाला संदर्भ सूची कशी बनते हे समजावून सांगते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 07:58 | ||
+ | | त्यासाठी आपण आता BibTeX वापरायची वेळ आली आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:01 | ||
+ | | आपण आता BibTeX references ही आज्ञा इथे देऊ. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:06 | ||
+ | | ही पाहा अशी bibtex references. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:12 | ||
+ | | ही आज्ञा इथे दिल्याप्रमाणे, references.aux मधून आवश्यक बावे घेते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:19 | ||
+ | | हे पाहा हे सांगते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:21 | ||
+ | | references.aux वापरली हे सांगते की त्याने plain.bst हे स्टाइल फाईल वापरली आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:30 | ||
+ | | हे या प्लेन या अज्ञेमूळे झाले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:34 | ||
+ | | आणि ref.bibची तारीख हे आपण आधी समजावलेले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:39 | ||
+ | | ref.bib ही डेटा बेस फाईल क्रमांक एक आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:44 | ||
+ | | हे आठवा की आपण प्लेन स्टाइल आणि ref bib(रफ बीब) या मूळ फाईल मध्ये वापरलेले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:50 | ||
+ | | आता आपण कोणत्या फाईल्स निर्माण झाल्या ते पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 08:54 | ||
+ | | म्हणजे BibTeX.references या अज्ञेमूळे कोणत्या नवीन फाईल्स बनल्यात ते पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:02 | ||
+ | | त्यांची यादी करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:09 | ||
+ | | तुम्ही पाहू शकता की आपण पुर्वी पाहिलेल्या फाईल्स व्यतिरिक्त आपल्याकडे references.blg व references.bbl या दोन नवीन फाईल्स आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:19 | ||
+ | | यापैकी references.blg मध्ये फॉरमॅटिंगची माहिती आहे, ती आपण पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:32 | ||
+ | | तुम्हाला या ठिकाणी काही फॉरमॅटिंग ची माहिती दिसेल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:38 | ||
+ | | मी यातून बाहेर पडते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:42 | ||
+ | | आणि या bblफाईल मध्ये काय आहे ते पाहते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:47 | ||
+ | | References . bbl या फाईल मध्ये आपण पुर्वी पाहिलेले संदर्भ आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:52 | ||
+ | | References . bbl ने या संदर्भांची यादी pdf फाईल मध्ये ते जसे दिसतात तशीच केली आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 09:59 | ||
+ | | परंतु सर्व सामान्यपणे या फाईल्समध्ये आपणहून बदल करणे किंवा त्या पाहणे गरजेचे नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:07 | ||
+ | | या अखेरच्या संकलनामध्ये आपल्याला अशीही सूचना मिळाली होती की References.bbl सापडत नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:13 | ||
+ | | ही सूचना आपल्याला references.log येथे दिसू शकेल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:20 | ||
+ | | ही फाईल इथे उघडू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:29 | ||
+ | | हे पाहा हे इथे सांगितलेले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:34 | ||
+ | | की No file references.bbl. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:42 | ||
+ | | हे आपल्या पूर्वीच्या संकलनात झाले होते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:45 | ||
+ | | परंतु आता BibTeX वापरुन आपण references.bbl ही फाईल बनवली आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 10:53 | ||
+ | | आता आपण पुन्हा एकदा संकलित करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:05 | ||
+ | | आता येणार्या सूचना वेगळ्या आहेत, हे सांगते की ‘label’s may have changed’. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:10 | ||
+ | | प्रतेक्षात आपण जेव्हा संकलित करतो तेव्हा तात्काळ references.bbl वाचली जाते आणि तेथील संदर्भ इथे आणले जातात. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:19 | ||
+ | | आणि हा अनुक्रम आपण references.bbl मध्ये पाहिलेल्या अनुक्रमाप्रमाणेच असतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:25 | ||
+ | | उदाहरणार्थ तुम्ही हे पाहू शकता की हा पहिला संदर्भ Chang आणि Pearson हा इथे पण तोच आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:34 | ||
+ | | परंतु अजुन सुद्धा ही माहिती बरोबर नाही | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:37 | ||
+ | | आपण हे सुयोग्यपणे दिलेले नाहीत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:40 | ||
+ | | आता आपण हे संकलित करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:42 | ||
+ | | हे मी अगोदर सांगितलेले आहे त्यानुसार पुन्हा एकदा संकलित करू म्हणजे हे ठीक होईल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 11:51 | ||
+ | | आपण हे कसे समजून घेयच तर आपण references. aux ही फाईल पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:04 | ||
+ | | references. aux आणि लक्ष्यात घेऊ की साइटेशन संदेशाखेरीस आपण इथे एक अधिक संदर्भ आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:16 | ||
+ | | हे सांगते bibcite cp82 आणि इतर बरेच काही | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:22 | ||
+ | | हे सांगते की संदर्भामधील लेबलcp82 हा पहिला संदर्भ आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:29 | ||
+ | | आता हे आपण उदाहरणादाखल पाहुया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:35 | ||
+ | | हे उघडूया | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:41 | ||
+ | | मूळ फाईल पुन्हा पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:45 | ||
+ | | हे उघडू मूळ फाईल पुन्हा पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:48 | ||
+ | | त्यात cp82 शोधू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 12:55 | ||
+ | | हा पाहा हा इथे आहे आणि त्याच्याशी जोडलेला संदर्भ इथे आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:03 | ||
+ | | आणि हे इथे ह्या सूचीत दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:11 | ||
+ | | आता ही माहिती म्हणजे cp82 हा संदर्भ | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:16 | ||
+ | | references.aux या फाईल मध्ये उपलब्ध अश्नार्या संदर्भ सूचीमध्ये पहिल्या क्रमांकावर येतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:28 | ||
+ | | मी हे पुन्हा संकलित केले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:32 | ||
+ | | आता ही माहिती आपोआप इथे येते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:36 | ||
+ | | आता आपण पाहू शकतो की इथे येणारे सारे संदेशही नाहीसे झाले. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:45 | ||
+ | | लेटेक ने असे केले की ही references.aux मधली संदर्भ क्रमांकाची माहिती घेतली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 13:52 | ||
+ | | आणि ती मूळ फाईल मधील cite या अज्ञेच्या लेबल्स ला दिली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:03 | ||
+ | | आता आपण ref.bib ही सारे संदर्भ अश्नारी फाईल पाहू | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:13 | ||
+ | | इथे येऊ ref.bib | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:18 | ||
+ | | या पानाच्या सुरवातीला जाऊ. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:21 | ||
+ | | इमेक संपदकामध्ये आपल्याला द्याचा असलेला संदर्भ आपण त्याच प्रकारे देण्याची सुविधा उपलब्ध आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:28 | ||
+ | | उदाहरणार्थ असे समजा की काहीतरी प्रविष्टी म्हणून उपलब्ध आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:32 | ||
+ | | तर इमेक संपदकामध्ये हे बनवणे शक्य आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:36 | ||
+ | | जेव्हा तुम्ही हा ‘article in journal’ प्रकार निवडाल तेव्हा तुम्हाला एक रिकामा राकना मिळेल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:46 | ||
+ | | हा पाहा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:51 | ||
+ | | तो तुम्ही भरू शकता. तुमच्या संपदकामध्ये हे उपलब्ध नसेल तर चिंता करण्याचे काहीच कारण नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 14:58 | ||
+ | | कारण तुम्ही हे नुसते टंकित करून सुद्धा बनवू शकता. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:04 | ||
+ | | सध्यापुरते मी हे अंडू करते, कारण मला हे नको आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:11 | ||
+ | | तुम्ही काही कळीचे शब्द पारिभाषित करून ते ref.bib या फाईलमध्ये चल म्हणून वापरु शकता. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:21 | ||
+ | | उदाहरणार्थ हे 'JWC' म्हणजे John Wiley & Songs Limited, Chichester जे काही संदर्भामध्ये वापरलेले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:37 | ||
+ | | उदाहरणार्थ या संदर्भात, प्रत्येक संदर्भात एक कळीचा शब्द असतो आणि तो त्याच्या सुरवातीला येतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:45 | ||
+ | | हे पाहा हा या इथला संदर्भ, याचा शब्द आहे KMM07 आणि तो इथे पण दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 15:56 | ||
+ | | खारतर मी हा संदर्भ या कळीच्या शब्दाने तिथे आणला आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:05 | ||
+ | | आता मी तुम्हाला समजावून सांगते की BibTeX वापरुन विविध प्रकारचे संदर्भ देणे, तसे सुविदजनक ठरते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:13 | ||
+ | | आपण बदल करण्यापूर्वी हे आठवू कि इथे दिलेले संदर्भ हे अद्याक्षरांच्या अनुक्रमाने आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:20 | ||
+ | | उदाहरणार्थ, | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:23 | ||
+ | | B. C. Chang आणि Pearson | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:27 | ||
+ | | क्रमांक एक हा इथे दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:35 | ||
+ | | इथला पहिला संदर्भ ३ दाखवलेला आहे, मग २ मग ११ आणि मग इतर. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:43 | ||
+ | | कारण इथले संदर्भ हे अद्याक्षरांच्या अनुक्रमाने दिलेले आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:48 | ||
+ | | आता आपण बिब्लियोग्राफी स्टाईल हि बदलून पाहू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:52 | ||
+ | | मी हे करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 16:54 | ||
+ | | मी हि स्टाईल u-n-s-r-t अशी बदलते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:03 | ||
+ | | u-n-s-r-t त्यामुळे IEEE जर्नल्स मधल्या सारखी म्हणजे वर्गीकरण न केलेली यादी येईल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:15 | ||
+ | | एकदा संकलित केल्यावर references.aux स्टाईल माहिती करता अद्ध्ययावत होईल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:24 | ||
+ | | आता त्यात u-n-s-r-t दिसू लागेल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:31 | ||
+ | | BibTeX.references वापरून BibTeX चालवल्यानंतर references.bbl या फाईल मध्ये संदर्भांची यादी तयार झाली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:42 | ||
+ | | लक्ष्यात घ्या कि त्याने references.bbl निर्माण केली असेल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:47 | ||
+ | | परंतु ती आपण ठरवलेल्या u-n-s-r-t या नवीन प्रमाणानुसार | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 17:52 | ||
+ | | आता आपण references.tex संकलित करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:03 | ||
+ | | आता अनुक्रम बदलला हे लक्ष्यात घ्या. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:06 | ||
+ | | संदर्भ आता अद्द्याक्षराणप्रमाणे नाही पण एक तक्रार दिसतीये कि लेबल्स बदललेली असावीत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:12 | ||
+ | | त्यामुळे ते ठीक करण्यासाठी पुन्हा एकदा चालवा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:15 | ||
+ | | आपण हे पुन्हा चालवू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:21 | ||
+ | | हि तक्रार आता निघून गेली. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:28 | ||
+ | | आता हे पाहा कि हे संदर्भ त्यांच्या मूळ जागेच्या अनुक्रमाने होते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:34 | ||
+ | | त्याच अनुक्रमाने इथे दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:37 | ||
+ | | उदाहरणार्थ हे पाहा संदर्भ एक हा संदर्भ सूची मध्ये सर्वप्रथम दिसत आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:43 | ||
+ | | दुसरा संदर्भ हा दुसर्या क्रमांकावर दिसत आहे, तिसरा, चौथा, पाचाव, साहवा याप्रमाणे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 18:55 | ||
+ | | आता आपण संगणक विज्ञानातील जर्नल्सना आवश्यक असतात त्याप्रमाणे संदर्भ तयार करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:02 | ||
+ | | आता आपण इथे येऊ आणि ह्याला ‘alpha’ म्हणू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:08 | ||
+ | | मी हे एकदा संकलित करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:11 | ||
+ | | मी BibTeX करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:14 | ||
+ | | पुन्हा एकदा संकलित करते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:17 | ||
+ | | आता हे बदललेले आहे पण इथले संदर्भ मात्र बदललेले नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:22 | ||
+ | | इथे अशी तक्रार आहे कि लेबल्स बदललेली आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:26 | ||
+ | | मी हे पुन्हा संकलित केले तरी हे असच आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:30 | ||
+ | | म्हणजेच CP82 अश्णारा संदर्भ B C Chang आणि Pearson हा इथे आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:38 | ||
+ | | आता या प्रविष्ट्यांचे संदर्भ इथे पण आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:42 | ||
+ | | इंटरनेट वर संदर्भ देण्याचे बरेच प्रकार उपलब्ध आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:51 | ||
+ | | मी आता तुम्हाला ifac आणि केमिकल इंजिनियरिंगच्या जर्नल मधील पद्धत दाखवते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 19:58 | ||
+ | | प्रथम आपण इथे येऊया. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:10 | ||
+ | | आणि use-packages अज्ञेमध्ये Harvard लिहा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:15 | ||
+ | | मी हे दाखवते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:19 | ||
+ | | आता पद्धत ifac अशी बदला. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:28 | ||
+ | | हे दोन फाईल मधून कार्यान्वित होते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:34 | ||
+ | | Harvard.sty आणि ifac.bst. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:41 | ||
+ | | या फाईल्स इंटरनेटवर आहेत आणि त्या तुम्ही उतरवू शकता. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:47 | ||
+ | | हे संकलित करू | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:50 | ||
+ | | pdf-LaTeX-references | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 20:57 | ||
+ | | BibTeX चालवू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:00 | ||
+ | | दोन वेळा संकलित करू. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:05 | ||
+ | | इथे दाखवल्याप्रमाणे आपल्याला संदर्भांची यादी मिळते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:10 | ||
+ | | हे संदर्भ अनुक्रमंकाविना अध्याक्षरांप्रमाणे वर्गीकृत आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:17 | ||
+ | | अनुक्रमांक दिसे नासे झाले आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:20 | ||
+ | | संदर्भांची पद्धत लेखकाच्या नावाप्रमाणे आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:26 | ||
+ | | म्हणजे इथे पाहा | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:30 | ||
+ | | हे सांगते विद्यासागर 1985 आणि वर्ष. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:38 | ||
+ | | आपण ह्या पुढल्या पानावरपण काही संदर्भ पाहू शकतो. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:41 | ||
+ | | हे पाहा हे अद्याक्षराणप्रमाणे आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:45 | ||
+ | | जेव्हा संदर्भ देण्याची हि पद्धत वापरली जाते तेव्हा 'cite' हि आज्ञा हा संपूर्ण संदर्भ एका कंसात देते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:52 | ||
+ | | उदाहरणासाठी हि मूळ फाईल पाहा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:56 | ||
+ | | हे पाहा | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 21:59 | ||
+ | | या इथे येऊ. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:06 | ||
+ | | cite KMM07 | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:15 | ||
+ | | cite KMM07 | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:22 | ||
+ | | यामुळे दिसणार आहे क्रमिक पुस्तक. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:25 | ||
+ | | ‘the textbook by (Moudgalya, 2007b)’ असे दिसते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:30 | ||
+ | | इथे मौद्गल्य हे नाव कंसात दिसायला नको तर फक्त वर्ष कंसात दिसले पाहिजे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:36 | ||
+ | | हे cite-as-noun या अज्ञेमूळे ठीक करता येते. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:42 | ||
+ | | आपण या आज्ञा देऊ. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:44 | ||
+ | | मी हे रक्षित करते संकलित करते | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:50 | ||
+ | | हे पाहा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:53 | ||
+ | | हे पाहा आता मौद्गल्य हे नाव कंसाच्या बाहेर आले आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 22:57 | ||
+ | | हे cite-as-noun या समस्येवर तोडगा आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:01 | ||
+ | | आपण हे लक्ष्यात ठेवणे म्हत्वाचे आहे हि cite-as-noun हि आज्ञा फक्त आपण आता वापरत असलेल्या संदर्भ पद्धतीतच उपयोगी आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:09 | ||
+ | | हि इतर संदर्भ पद्दतीन मध्ये उपयोगी पडेलच असे नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:13 | ||
+ | | आधी सांगितल्याप्रमाणे संदर्भ देण्याच्या अनेक पद्धती आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:18 | ||
+ | | फक्त त्याकरता योग्य अश्या sty आणि bst फाईल्स तुम्ही उतरवून घेणे गरजेचे आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:24 | ||
+ | | मी दिलेल्या या उदाहरणामध्ये मी Harvard.sty आणि ifac.bst या फाईल्स वापरल्या आहेत. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:33 | ||
+ | | तुम्ही निट विचार केला तर तुमच्या लक्ष्यात येईल कि आपण संदर्भांच्या मूळ यादीत म्हणजेच ref.bib या फाईल मध्ये कोणताही बदल केलेला नाही. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:42 | ||
+ | | हि BibTeX ची विशेष क्षमता आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:45 | ||
+ | | आपण हे संदर्भ सूची कशी बनवावी हे समजावून घेण्यासाठी बराच वेळ दिला असला तरी प्रत्येक्ष वापर करणाऱ्यांसाठी हे फारच सोपं आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 23:56 | ||
+ | | प्रथम सगळे संदर्भ अश्णारी .bib फाईल बनवा | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:00 | ||
+ | | .sty आणि .bst या फाईल्स मिळवा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:04 | ||
+ | | त्यापैकी बर्याचश्या कदाचित तुमच्या इन्स्टलेशनमध्ये अगोदर पासून उपलब्ध असतील. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:09 | ||
+ | | मूळ फाईल एकदा संकलित करा, pdf LaTeX चालवा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:13 | ||
+ | | आता मूळ फाईल दोन वेळा संकलित करा. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:16 | ||
+ | | तुम्ही माझ्याशी सहमत व्हाल कि हे फारच सोपं आहे. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:20 | ||
+ | | तुम्ही नक्कीच Bibtex व Latex बद्दल समाधानी व्हाल व ते पुन्हा पुन्हा वापराल. | ||
+ | |||
+ | |- | ||
+ | | 24:25 | ||
+ | | याच बरोबर आपले हे प्रशिक्षण संपले. मी चैत्राली आय आय टी मुंबई आपली रजा घेते. धन्यवाद. | ||
+ | |} |
Latest revision as of 18:25, 16 October 2019
Time | Narration |
00:01 | नमस्कार, संदर्भ सूची तयार करण्यासंबंधीच्या या प्रशिक्षणात आपले स्वागत. |
00:06 | मी याकरता BibTeX (बीबटेक) वापरणार आहे. |
00:09 | BibTeX ही लेटेक पेक्षा वेगळी स्वतंत्र अशी सुविधा आहे. |
00:13 | या प्रशिक्षणात आपण आता तुम्ही पाहत असलेली pdf फाईल कशी बनवावी हे पाहुया . |
00:19 | पहिले पान शीर्षक दाखवत आहे. |
00:23 | आता दुसरे पान पाहुया. |
00:28 | इथे मजकूर आहे, संदर्भांना एक ते सहा क्रमांक दिलेले आहेत. |
00:33 | आणि पुढल्या पानावर अकरा पर्यंत क्रमांक आहेत. |
00:37 | तुम्ही हे लक्ष्यात घ्या, की हे संदर्भ अद्यक्षरानुसार दिलेले आहे. |
00:45 | तुम्ही हे इथे पाहू शकता. |
00:49 | आता आपण याकरता वापरलेली मूळ फाईल पाहू. |
00:52 | ही नीट पाहुया. |
00:55 | हे स्पष्ट दिसतय की त्यामध्ये हे संदर्भ दिलेले नाही. |
01:02 | ही माहिती मूळ फाईलमध्ये अस्तित्वात नाही. |
01:05 | मग हे संदर्भ कुठे आहेत. |
01:08 | ते ‘ref’. या फाईलमध्ये आहेत. |
01:12 | या फाईल चे नाव ‘ref.bib’ असे आहे. |
01:19 | बिब्लीयोग्राफी या अज्ञेकरता हे सामान्य आहे. |
01:27 | ही पाहा |
01:31 | ‘ref.bib’. |
01:35 | आपण या ref.bib मध्ये काय आहे ते पाहुया. |
01:47 | यातील संदर्भांची माहिती ही विविध प्रकारची आहे. |
01:53 | उदाहरणार्थ हे पुस्तक आहे. |
01:57 | तंत्रज्ञान – अहवाल, प्रोसीडिंग्स, किरकोळ तसेच लेख. |
02:05 | आपण थोड्या काळा नंतर ही फाईल पुन्हा पाहू आणि समजून घेऊया. |
02:12 | आता आपण निर्मितीमध्ये संदर्भांची यादी कशी तयार करायची या कार्य पद्धती वर लक्ष केंद्रित करू. |
02:23 | आपण references.tex ही मूळ फाईल पुन्हा पाहू. |
02:29 | या पानाच्या सुरवातीला जाऊया. |
02:33 | रेफरेन्सस हा प्रीफिक्स अश्नार्या सर्व फाईल्सशी आधी आपण प्रथम पाहू. |
02:45 | ह्या पाहा references.tex सोडून बाकी फाईल्स काढून टाकू. |
02:56 | ह्याला हो म्हणू. |
02:59 | आता आपल्याकडे फक्त references.tex आहे. मी ही संकलित करते. |
03:06 | संकलित केल्यावर सावधगीरीची सूचना आली, की काही संदर्भ पारिभाषित नाहीत काही गोष्टी सापडत नाही. |
03:13 | आपण पाहू शकतो की pdf.tex ह्या अज्ञेमूळे काही नवीन फाईलशी निर्मिती झाली. |
03:22 | references.pdf बरोबर आपल्याकडे references.log आणि references.aux या फाईल्स आहेत. |
03:39 | या फाईल इथे दिसत आहे. |
03:50 | या पाहा या त्या फाईल्स आहेत. |
03:53 | आधी आपण references.log ही फाईल उघडू. |
04:13 | त्यामध्ये बरीच माहिती आहे. |
04:15 | किंभवन् इथे आलेल्या सर्व सूचना त्यामध्ये आहे. |
04:19 | आपण आता थोडे खाली जाऊन पाहू |
04:22 | इथे बरीच माहिती आहे आणि या सवदगीरीच्या सूचनापण इथे दिसत आहेत. |
04:26 | त्याचबरोबर, काही अक्षर प्रकार सापडत नाहीत, ही सूचना देखील दिसतेय. |
04:32 | परंतु आपण त्यावाचून आपले काम चालुवू शकतो. |
04:36 | काही संदर्भ व साइटेशन सापडत नाहीत ही सूचना मात्र आपल्या दृष्टीने महत्वाची आहे. |
04:42 | आपण आता या सूचनेवर काही मार्ग काढू |
04:46 | आता आपण ही दुसरी फाईल references.aux ही उघडूया. |
04:58 | references.aux |
05:02 | यामध्ये अनेक साइटेशन आज्ञा आहेत. या इथे कुठून आल्या आहेत. |
05:07 | साइटेशनची सर्व विधाने मूळ फाईल मधील 'cite' या अज्ञेमध्ये आलेली आहेत. |
05:12 | आपण आता पाहू शकतो. |
05:16 | हे मी इथे उघडते. |
05:21 | आता खाली जाऊ त्यासाठी हे वापरु मूळ फाईल. |
05:25 | उदाहरणासाठी हे पाहा. |
05:29 | हे इथे ‘cite vk 79’. |
05:32 | ते vk79 इथे येते. |
05:39 | ‘cite tk 80’ हे इथे येते. |
05:47 | तसेच ही bibstyle-plain ही सुद्धा मूळ फाईल मध्ये इथे येते. |
05:54 | तुम्ही वर पाहा, bibliography style – plain हे इथे दिसून येईल. |
06:01 | ही aux फाईल चलांची नवे देखील साठवते. |
06:06 | उदाहार्णकरता मी ह्या विभागा करता लेबल देते. |
06:11 | मी इथे जाते. |
06:18 | नाही तर मी असा करते की लेबल शिवाय हे करून दाखवते. |
06:22 | म्हणजे आपण हे खोडून टाकू. |
06:30 | मी आता हे संकलित करते. |
06:33 | मी ही फाईल पुन्हा उघडते. |
06:39 | आणि आता पाहा त्यामध्ये हे दिसत नाही. |
06:49 | मी इथे ‘label – sec arya’ हे लिहिले. |
06:56 | ‘label – sec arya’ रक्षित केले. |
07:01 | संकलित केले. |
07:06 | हे उघडू. |
07:09 | मग तुम्ही या फाईल पर्यंत आलात की पुन्हा उघडू. |
07:13 | हे पाहा इथे new label sec arya ही अज्ञे दिसायला लागली. |
07:20 | ही पाहा |
07:23 | हे तेच लेबल आहे की जे आपण इथे पहिले होते. |
07:28 | आणि हे म्हणते सेकशन 1(एक) हा इथे दिसतोय. |
07:34 | आणि हे दोन पान क्रमांक दाखवतात. |
07:38 | या दस्ताएवजात दोन पान आहेत. |
07:42 | पुढल्या संकलना दरम्यान लेटेक ही aux फाईल वाचते आणि लेबल विषयची माहिती दाखवते. |
07:48 | यामूळे लेबल वेवस्थित दिसण्यासाठी दोन वेळा संकलन करणे गरजेचे असते. |
07:53 | मी आता तुम्हाला संदर्भ सूची कशी बनते हे समजावून सांगते. |
07:58 | त्यासाठी आपण आता BibTeX वापरायची वेळ आली आहे. |
08:01 | आपण आता BibTeX references ही आज्ञा इथे देऊ. |
08:06 | ही पाहा अशी bibtex references. |
08:12 | ही आज्ञा इथे दिल्याप्रमाणे, references.aux मधून आवश्यक बावे घेते. |
08:19 | हे पाहा हे सांगते. |
08:21 | references.aux वापरली हे सांगते की त्याने plain.bst हे स्टाइल फाईल वापरली आहे. |
08:30 | हे या प्लेन या अज्ञेमूळे झाले. |
08:34 | आणि ref.bibची तारीख हे आपण आधी समजावलेले आहे. |
08:39 | ref.bib ही डेटा बेस फाईल क्रमांक एक आहे. |
08:44 | हे आठवा की आपण प्लेन स्टाइल आणि ref bib(रफ बीब) या मूळ फाईल मध्ये वापरलेले आहे. |
08:50 | आता आपण कोणत्या फाईल्स निर्माण झाल्या ते पाहुया. |
08:54 | म्हणजे BibTeX.references या अज्ञेमूळे कोणत्या नवीन फाईल्स बनल्यात ते पाहू. |
09:02 | त्यांची यादी करू. |
09:09 | तुम्ही पाहू शकता की आपण पुर्वी पाहिलेल्या फाईल्स व्यतिरिक्त आपल्याकडे references.blg व references.bbl या दोन नवीन फाईल्स आहेत. |
09:19 | यापैकी references.blg मध्ये फॉरमॅटिंगची माहिती आहे, ती आपण पाहुया. |
09:32 | तुम्हाला या ठिकाणी काही फॉरमॅटिंग ची माहिती दिसेल. |
09:38 | मी यातून बाहेर पडते. |
09:42 | आणि या bblफाईल मध्ये काय आहे ते पाहते. |
09:47 | References . bbl या फाईल मध्ये आपण पुर्वी पाहिलेले संदर्भ आहेत. |
09:52 | References . bbl ने या संदर्भांची यादी pdf फाईल मध्ये ते जसे दिसतात तशीच केली आहे. |
09:59 | परंतु सर्व सामान्यपणे या फाईल्समध्ये आपणहून बदल करणे किंवा त्या पाहणे गरजेचे नाही. |
10:07 | या अखेरच्या संकलनामध्ये आपल्याला अशीही सूचना मिळाली होती की References.bbl सापडत नाही. |
10:13 | ही सूचना आपल्याला references.log येथे दिसू शकेल. |
10:20 | ही फाईल इथे उघडू. |
10:29 | हे पाहा हे इथे सांगितलेले आहे. |
10:34 | की No file references.bbl. |
10:42 | हे आपल्या पूर्वीच्या संकलनात झाले होते. |
10:45 | परंतु आता BibTeX वापरुन आपण references.bbl ही फाईल बनवली आहे. |
10:53 | आता आपण पुन्हा एकदा संकलित करू. |
11:05 | आता येणार्या सूचना वेगळ्या आहेत, हे सांगते की ‘label’s may have changed’. |
11:10 | प्रतेक्षात आपण जेव्हा संकलित करतो तेव्हा तात्काळ references.bbl वाचली जाते आणि तेथील संदर्भ इथे आणले जातात. |
11:19 | आणि हा अनुक्रम आपण references.bbl मध्ये पाहिलेल्या अनुक्रमाप्रमाणेच असतो. |
11:25 | उदाहरणार्थ तुम्ही हे पाहू शकता की हा पहिला संदर्भ Chang आणि Pearson हा इथे पण तोच आहे. |
11:34 | परंतु अजुन सुद्धा ही माहिती बरोबर नाही |
11:37 | आपण हे सुयोग्यपणे दिलेले नाहीत. |
11:40 | आता आपण हे संकलित करू. |
11:42 | हे मी अगोदर सांगितलेले आहे त्यानुसार पुन्हा एकदा संकलित करू म्हणजे हे ठीक होईल. |
11:51 | आपण हे कसे समजून घेयच तर आपण references. aux ही फाईल पाहू. |
12:04 | references. aux आणि लक्ष्यात घेऊ की साइटेशन संदेशाखेरीस आपण इथे एक अधिक संदर्भ आहे. |
12:16 | हे सांगते bibcite cp82 आणि इतर बरेच काही |
12:22 | हे सांगते की संदर्भामधील लेबलcp82 हा पहिला संदर्भ आहे. |
12:29 | आता हे आपण उदाहरणादाखल पाहुया. |
12:35 | हे उघडूया |
12:41 | मूळ फाईल पुन्हा पाहू. |
12:45 | हे उघडू मूळ फाईल पुन्हा पाहू. |
12:48 | त्यात cp82 शोधू. |
12:55 | हा पाहा हा इथे आहे आणि त्याच्याशी जोडलेला संदर्भ इथे आहे. |
13:03 | आणि हे इथे ह्या सूचीत दिसत आहे. |
13:11 | आता ही माहिती म्हणजे cp82 हा संदर्भ |
13:16 | references.aux या फाईल मध्ये उपलब्ध अश्नार्या संदर्भ सूचीमध्ये पहिल्या क्रमांकावर येतो. |
13:28 | मी हे पुन्हा संकलित केले. |
13:32 | आता ही माहिती आपोआप इथे येते. |
13:36 | आता आपण पाहू शकतो की इथे येणारे सारे संदेशही नाहीसे झाले. |
13:45 | लेटेक ने असे केले की ही references.aux मधली संदर्भ क्रमांकाची माहिती घेतली. |
13:52 | आणि ती मूळ फाईल मधील cite या अज्ञेच्या लेबल्स ला दिली. |
14:03 | आता आपण ref.bib ही सारे संदर्भ अश्नारी फाईल पाहू |
14:13 | इथे येऊ ref.bib |
14:18 | या पानाच्या सुरवातीला जाऊ. |
14:21 | इमेक संपदकामध्ये आपल्याला द्याचा असलेला संदर्भ आपण त्याच प्रकारे देण्याची सुविधा उपलब्ध आहे. |
14:28 | उदाहरणार्थ असे समजा की काहीतरी प्रविष्टी म्हणून उपलब्ध आहे. |
14:32 | तर इमेक संपदकामध्ये हे बनवणे शक्य आहे. |
14:36 | जेव्हा तुम्ही हा ‘article in journal’ प्रकार निवडाल तेव्हा तुम्हाला एक रिकामा राकना मिळेल. |
14:46 | हा पाहा. |
14:51 | तो तुम्ही भरू शकता. तुमच्या संपदकामध्ये हे उपलब्ध नसेल तर चिंता करण्याचे काहीच कारण नाही. |
14:58 | कारण तुम्ही हे नुसते टंकित करून सुद्धा बनवू शकता. |
15:04 | सध्यापुरते मी हे अंडू करते, कारण मला हे नको आहे. |
15:11 | तुम्ही काही कळीचे शब्द पारिभाषित करून ते ref.bib या फाईलमध्ये चल म्हणून वापरु शकता. |
15:21 | उदाहरणार्थ हे 'JWC' म्हणजे John Wiley & Songs Limited, Chichester जे काही संदर्भामध्ये वापरलेले आहे. |
15:37 | उदाहरणार्थ या संदर्भात, प्रत्येक संदर्भात एक कळीचा शब्द असतो आणि तो त्याच्या सुरवातीला येतो. |
15:45 | हे पाहा हा या इथला संदर्भ, याचा शब्द आहे KMM07 आणि तो इथे पण दिसत आहे. |
15:56 | खारतर मी हा संदर्भ या कळीच्या शब्दाने तिथे आणला आहे. |
16:05 | आता मी तुम्हाला समजावून सांगते की BibTeX वापरुन विविध प्रकारचे संदर्भ देणे, तसे सुविदजनक ठरते. |
16:13 | आपण बदल करण्यापूर्वी हे आठवू कि इथे दिलेले संदर्भ हे अद्याक्षरांच्या अनुक्रमाने आहेत. |
16:20 | उदाहरणार्थ, |
16:23 | B. C. Chang आणि Pearson |
16:27 | क्रमांक एक हा इथे दिसत आहे. |
16:35 | इथला पहिला संदर्भ ३ दाखवलेला आहे, मग २ मग ११ आणि मग इतर. |
16:43 | कारण इथले संदर्भ हे अद्याक्षरांच्या अनुक्रमाने दिलेले आहेत. |
16:48 | आता आपण बिब्लियोग्राफी स्टाईल हि बदलून पाहू. |
16:52 | मी हे करते. |
16:54 | मी हि स्टाईल u-n-s-r-t अशी बदलते. |
17:03 | u-n-s-r-t त्यामुळे IEEE जर्नल्स मधल्या सारखी म्हणजे वर्गीकरण न केलेली यादी येईल. |
17:15 | एकदा संकलित केल्यावर references.aux स्टाईल माहिती करता अद्ध्ययावत होईल. |
17:24 | आता त्यात u-n-s-r-t दिसू लागेल. |
17:31 | BibTeX.references वापरून BibTeX चालवल्यानंतर references.bbl या फाईल मध्ये संदर्भांची यादी तयार झाली. |
17:42 | लक्ष्यात घ्या कि त्याने references.bbl निर्माण केली असेल. |
17:47 | परंतु ती आपण ठरवलेल्या u-n-s-r-t या नवीन प्रमाणानुसार |
17:52 | आता आपण references.tex संकलित करू. |
18:03 | आता अनुक्रम बदलला हे लक्ष्यात घ्या. |
18:06 | संदर्भ आता अद्द्याक्षराणप्रमाणे नाही पण एक तक्रार दिसतीये कि लेबल्स बदललेली असावीत. |
18:12 | त्यामुळे ते ठीक करण्यासाठी पुन्हा एकदा चालवा. |
18:15 | आपण हे पुन्हा चालवू. |
18:21 | हि तक्रार आता निघून गेली. |
18:28 | आता हे पाहा कि हे संदर्भ त्यांच्या मूळ जागेच्या अनुक्रमाने होते. |
18:34 | त्याच अनुक्रमाने इथे दिसत आहे. |
18:37 | उदाहरणार्थ हे पाहा संदर्भ एक हा संदर्भ सूची मध्ये सर्वप्रथम दिसत आहे. |
18:43 | दुसरा संदर्भ हा दुसर्या क्रमांकावर दिसत आहे, तिसरा, चौथा, पाचाव, साहवा याप्रमाणे. |
18:55 | आता आपण संगणक विज्ञानातील जर्नल्सना आवश्यक असतात त्याप्रमाणे संदर्भ तयार करू. |
19:02 | आता आपण इथे येऊ आणि ह्याला ‘alpha’ म्हणू. |
19:08 | मी हे एकदा संकलित करते. |
19:11 | मी BibTeX करते. |
19:14 | पुन्हा एकदा संकलित करते. |
19:17 | आता हे बदललेले आहे पण इथले संदर्भ मात्र बदललेले नाही. |
19:22 | इथे अशी तक्रार आहे कि लेबल्स बदललेली आहेत. |
19:26 | मी हे पुन्हा संकलित केले तरी हे असच आहे. |
19:30 | म्हणजेच CP82 अश्णारा संदर्भ B C Chang आणि Pearson हा इथे आहे. |
19:38 | आता या प्रविष्ट्यांचे संदर्भ इथे पण आहे. |
19:42 | इंटरनेट वर संदर्भ देण्याचे बरेच प्रकार उपलब्ध आहेत. |
19:51 | मी आता तुम्हाला ifac आणि केमिकल इंजिनियरिंगच्या जर्नल मधील पद्धत दाखवते. |
19:58 | प्रथम आपण इथे येऊया. |
20:10 | आणि use-packages अज्ञेमध्ये Harvard लिहा. |
20:15 | मी हे दाखवते. |
20:19 | आता पद्धत ifac अशी बदला. |
20:28 | हे दोन फाईल मधून कार्यान्वित होते. |
20:34 | Harvard.sty आणि ifac.bst. |
20:41 | या फाईल्स इंटरनेटवर आहेत आणि त्या तुम्ही उतरवू शकता. |
20:47 | हे संकलित करू |
20:50 | pdf-LaTeX-references |
20:57 | BibTeX चालवू. |
21:00 | दोन वेळा संकलित करू. |
21:05 | इथे दाखवल्याप्रमाणे आपल्याला संदर्भांची यादी मिळते. |
21:10 | हे संदर्भ अनुक्रमंकाविना अध्याक्षरांप्रमाणे वर्गीकृत आहेत. |
21:17 | अनुक्रमांक दिसे नासे झाले आहेत. |
21:20 | संदर्भांची पद्धत लेखकाच्या नावाप्रमाणे आहे. |
21:26 | म्हणजे इथे पाहा |
21:30 | हे सांगते विद्यासागर 1985 आणि वर्ष. |
21:38 | आपण ह्या पुढल्या पानावरपण काही संदर्भ पाहू शकतो. |
21:41 | हे पाहा हे अद्याक्षराणप्रमाणे आहेत. |
21:45 | जेव्हा संदर्भ देण्याची हि पद्धत वापरली जाते तेव्हा 'cite' हि आज्ञा हा संपूर्ण संदर्भ एका कंसात देते. |
21:52 | उदाहरणासाठी हि मूळ फाईल पाहा. |
21:56 | हे पाहा |
21:59 | या इथे येऊ. |
22:06 | cite KMM07 |
22:15 | cite KMM07 |
22:22 | यामुळे दिसणार आहे क्रमिक पुस्तक. |
22:25 | ‘the textbook by (Moudgalya, 2007b)’ असे दिसते. |
22:30 | इथे मौद्गल्य हे नाव कंसात दिसायला नको तर फक्त वर्ष कंसात दिसले पाहिजे. |
22:36 | हे cite-as-noun या अज्ञेमूळे ठीक करता येते. |
22:42 | आपण या आज्ञा देऊ. |
22:44 | मी हे रक्षित करते संकलित करते |
22:50 | हे पाहा. |
22:53 | हे पाहा आता मौद्गल्य हे नाव कंसाच्या बाहेर आले आहे. |
22:57 | हे cite-as-noun या समस्येवर तोडगा आहे. |
23:01 | आपण हे लक्ष्यात ठेवणे म्हत्वाचे आहे हि cite-as-noun हि आज्ञा फक्त आपण आता वापरत असलेल्या संदर्भ पद्धतीतच उपयोगी आहे. |
23:09 | हि इतर संदर्भ पद्दतीन मध्ये उपयोगी पडेलच असे नाही. |
23:13 | आधी सांगितल्याप्रमाणे संदर्भ देण्याच्या अनेक पद्धती आहेत. |
23:18 | फक्त त्याकरता योग्य अश्या sty आणि bst फाईल्स तुम्ही उतरवून घेणे गरजेचे आहे. |
23:24 | मी दिलेल्या या उदाहरणामध्ये मी Harvard.sty आणि ifac.bst या फाईल्स वापरल्या आहेत. |
23:33 | तुम्ही निट विचार केला तर तुमच्या लक्ष्यात येईल कि आपण संदर्भांच्या मूळ यादीत म्हणजेच ref.bib या फाईल मध्ये कोणताही बदल केलेला नाही. |
23:42 | हि BibTeX ची विशेष क्षमता आहे. |
23:45 | आपण हे संदर्भ सूची कशी बनवावी हे समजावून घेण्यासाठी बराच वेळ दिला असला तरी प्रत्येक्ष वापर करणाऱ्यांसाठी हे फारच सोपं आहे. |
23:56 | प्रथम सगळे संदर्भ अश्णारी .bib फाईल बनवा |
24:00 | .sty आणि .bst या फाईल्स मिळवा. |
24:04 | त्यापैकी बर्याचश्या कदाचित तुमच्या इन्स्टलेशनमध्ये अगोदर पासून उपलब्ध असतील. |
24:09 | मूळ फाईल एकदा संकलित करा, pdf LaTeX चालवा. |
24:13 | आता मूळ फाईल दोन वेळा संकलित करा. |
24:16 | तुम्ही माझ्याशी सहमत व्हाल कि हे फारच सोपं आहे. |
24:20 | तुम्ही नक्कीच Bibtex व Latex बद्दल समाधानी व्हाल व ते पुन्हा पुन्हा वापराल. |
24:25 | याच बरोबर आपले हे प्रशिक्षण संपले. मी चैत्राली आय आय टी मुंबई आपली रजा घेते. धन्यवाद. |