Difference between revisions of "CellDesigner/C2/Overview-of-CellDesigner/Hindi"
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− | नमस्कार, “सेल डिज़ाइनर” के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। | + | |नमस्कार, “सेल डिज़ाइनर” के इस ओवरव्यू स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
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− | इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे “सेल डिज़ाइनर” श्रृंखला के बारे में तथा इस श्रृंखला के विभिन्न ट्यूटोरियल्स में उपलब्ध कंटेंट (विषय वस्तु) के बारे में। | + | |इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे “सेल डिज़ाइनर” श्रृंखला के बारे में तथा इस श्रृंखला के विभिन्न ट्यूटोरियल्स में उपलब्ध कंटेंट (विषय वस्तु) के बारे में। |
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− | इस श्रृंखला में मैंने वर्जन 4.3 का प्रयोग किया है | + | |इस श्रृंखला में मैंने वर्जन 4.3 का प्रयोग किया है |
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− | यह इस ट्यूटोरियल शृंखला के बनाए जाने तक उपलब्ध नवीनतम वर्जन है। | + | |यह इस ट्यूटोरियल शृंखला के बनाए जाने तक उपलब्ध नवीनतम वर्जन है। |
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− | इन ट्यूटोरियल्स का अभ्यास करने के लिए मैं वर्जन 4.3 या इससे अधिक का प्रयोग करने की सलाह देती हूँ। | + | |इन ट्यूटोरियल्स का अभ्यास करने के लिए मैं वर्जन 4.3 या इससे अधिक का प्रयोग करने की सलाह देती हूँ। |
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− | यदि आप सेल डिज़ाइनर को पहली बार प्रयोग कर रहे है तो स्टार्टअप गाइड वर्जन 4.3 देखें। | + | |यदि आप सेल डिज़ाइनर को पहली बार प्रयोग कर रहे है तो स्टार्टअप गाइड वर्जन 4.3 देखें। |
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− | इसमें टूल बार प्रयोग करने के क्रमशः निर्देश हैं। | + | |इसमें टूल बार प्रयोग करने के क्रमशः निर्देश हैं। |
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− | इस गाइड को प्राप्त करने का लिंक यहाँ दिया गया है। | + | |इस गाइड को प्राप्त करने का लिंक यहाँ दिया गया है। |
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| 01:08 | | 01:08 | ||
− | अब हम एक-एक करके इस श्रृंखला के ट्यूटोरियल्स के बारे में जानेंगे। | + | |अब हम एक-एक करके इस श्रृंखला के ट्यूटोरियल्स के बारे में जानेंगे। |
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| 01:16 | | 01:16 | ||
− | इस श्रृंखला में पहला “ट्यूटोरियल” है - ‘इंस्टालेशन ऑफ़ “सेल डिज़ाइनर” | + | |इस श्रृंखला में पहला “ट्यूटोरियल” है - “विंडोज मशीन” पर ‘इंस्टालेशन ऑफ़ “सेल डिज़ाइनर” |
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− | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | + | |यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
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− | अगला ट्यूटोरियल हमारी सहायता करेगा - मेनू एवं टूल बार्स को समझने में | + | |अगला ट्यूटोरियल हमारी सहायता करेगा - मेनू एवं टूल बार्स को समझने में |
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− | सेल डिज़ाइनर के क्षेत्रों एवं सेल डिज़ाइनर के कंपोनेंट्स को समझने में। | + | |सेल डिज़ाइनर के क्षेत्रों एवं सेल डिज़ाइनर के कंपोनेंट्स को समझने में। |
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− | यह ट्यूटोरियल विंडोज OS पर रिकॉर्ड किया गया है। | + | |यह ट्यूटोरियल विंडोज OS पर रिकॉर्ड किया गया है। |
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− | हालाँकि, इसके अंतर्गत समझाए गए सभी फीचर समान तरीक़े से लिनक्स ओएस पर भी काम करेंगे। | + | |हालाँकि, इसके अंतर्गत समझाए गए सभी फीचर समान तरीक़े से लिनक्स ओएस पर भी काम करेंगे। |
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| 02:17 | | 02:17 | ||
− | लिनक्स उपयोगकर्ताओं को यह ट्यूटोरियल नहीं छोड़ना चाहिए। | + | |लिनक्स उपयोगकर्ताओं को यह ट्यूटोरियल नहीं छोड़ना चाहिए। |
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− | इस ट्यूटोरियल पर एक नज़र डालते हैं। | + | |इस ट्यूटोरियल पर एक नज़र डालते हैं। |
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− | अगला ‘“ट्यूटोरियल” है | + | |अगला ‘“ट्यूटोरियल” है "लिनक्स” पर “इंस्टालेशन ऑफ़ सेल डिज़ाइनर" |
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− | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | + | |यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
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− | अगला ट्यूटोरियल है “क्रिएट एंड एडिट कंपोनेंट्स” । | + | |अगला ट्यूटोरियल है “क्रिएट एंड एडिट कंपोनेंट्स” । |
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| 03:07 | | 03:07 | ||
− | यह हमारी मदद करेगा - एक पहले से सेव की गई ‘“.xml’” फाइल को खोलने के बारे में | + | |यह हमारी मदद करेगा - एक पहले से सेव की गई ‘“.xml’” फाइल को खोलने के बारे में |
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| 03:17 | | 03:17 | ||
− | ‘“कम्पार्टमेंट’” का आकार, रंग एवं बॉर्डर की मोटाई को परिवर्तित करने के बारे में। | + | |‘“कम्पार्टमेंट’” का आकार, रंग एवं बॉर्डर की मोटाई को परिवर्तित करने के बारे में। |
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| 03:26 | | 03:26 | ||
− | सेल डिज़ाइनर में मल्टिपल फाइल्स बनाने के बारे में। | + | |सेल डिज़ाइनर में मल्टिपल फाइल्स बनाने के बारे में। |
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| 03:30 | | 03:30 | ||
− | '''Species''' के ‘“स्टार्ट पॉइंट”’ और ‘“इंड पॉइंट’” को सीखने के बारे में | + | |'''Species''' के ‘“स्टार्ट पॉइंट”’ और ‘“इंड पॉइंट’” को सीखने के बारे में |
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| 03:37 | | 03:37 | ||
− | '''Species''' एवं “रिएक्शन” की पहचान को बदलने में। | + | |'''Species''' एवं “रिएक्शन” की पहचान को बदलने में। |
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− | इस ट्यूटोरियल को चलाते हैं | + | |इस ट्यूटोरियल को चलाते हैं |
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− | अगले ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे - | + | |अगले ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे - |
“मैक्रोस” को प्रयोग करना | “मैक्रोस” को प्रयोग करना | ||
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− | सभी ‘“कम्पोनेंट्स’” को ‘“ड्रा एरिया”’ के दूसरी तरफ ले जाना | + | |सभी ‘“कम्पोनेंट्स’” को ‘“ड्रा एरिया”’ के दूसरी तरफ ले जाना |
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| 04:04 | | 04:04 | ||
− | "सेल डिजाइनर" का प्रयोग करके “रिएक्शन लाइन” अलाइन करना, “रिएक्शन लाइन” का विस्तार करना और ‘''Process diagram''' बनाना | + | |"सेल डिजाइनर" का प्रयोग करके “रिएक्शन लाइन” अलाइन करना, “रिएक्शन लाइन” का विस्तार करना और ‘''Process diagram''' बनाना |
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| 04:16 | | 04:16 | ||
− | हम इस ट्यूटोरियल को देखते है। | + | |हम इस ट्यूटोरियल को देखते है। |
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| 04:30 | | 04:30 | ||
− | अगले ट्यूटोरियल ‘'''Customizing Diagram Layout’''' में हम सीखेंगे - रिएक्शन लाइन का रंग, आकार एवं चौड़ाई बदलना | + | |अगले ट्यूटोरियल ‘'''Customizing Diagram Layout’''' में हम सीखेंगे - रिएक्शन लाइन का रंग, आकार एवं चौड़ाई बदलना |
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| 04:44 | | 04:44 | ||
− | “रिएक्शन लाइन” में '''Anchor points''' जोड़ना तथा '''Components''' को अलाइन करना | + | |“रिएक्शन लाइन” में '''Anchor points''' जोड़ना तथा '''Components''' को अलाइन करना |
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− | '''Reaction ids''' को दिखाना/छिपाना | + | |'''Reaction ids''' को दिखाना/छिपाना |
'''Components''' में नोट्स जोड़ना | '''Components''' में नोट्स जोड़ना | ||
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| 04:57 | | 04:57 | ||
− | + | |'प्रोटीन' को एडिट करना | |
− | 'प्रोटीन' को एडिट करना | + | |
जानकारी एडिट करना | जानकारी एडिट करना | ||
और डायग्राम का ‘bird’s eye view’ सीखना | और डायग्राम का ‘bird’s eye view’ सीखना | ||
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| 05:06 | | 05:06 | ||
− | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। | + | |यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
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| 05:18 | | 05:18 | ||
− | इसे सारांशित करते हैं: | + | |इसे सारांशित करते हैं: |
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| 05:20 | | 05:20 | ||
− | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा - | + | |इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा - |
सेल डिज़ाइनर श्रृंखला का "’Overview”’ | सेल डिज़ाइनर श्रृंखला का "’Overview”’ | ||
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| 05:29 | | 05:29 | ||
− | दिए गए सभी विषयों पर विस्तृत ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया '''http://spoken-tutorial.org''' पर जायें। | + | |दिए गए सभी विषयों पर विस्तृत ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया '''http://spoken-tutorial.org''' पर जायें। |
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| 05:39 | | 05:39 | ||
− | दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देखें | + | |दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देखें |
यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। | यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। | ||
अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके भी देख सकते हैं। | अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके भी देख सकते हैं। | ||
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− | + | |स्पोकन ट्यूटोरियल्स प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएं आयोजित करती है तथा ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण पत्र प्रदान करती है, अधिक जानकारी के लिए, कृपया '''contact@spoken-tutorial.org''' पर संपर्क करें। | |
− | स्पोकन ट्यूटोरियल्स प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएं आयोजित करती है तथा ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण पत्र प्रदान करती है, अधिक जानकारी के लिए, कृपया '''contact@spoken-tutorial.org''' पर संपर्क करें। | + | |
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− | + | |स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट '''टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट''' का एक भाग है यह NMEICT, MHRD भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है। इस “मिशन” से संबंधित अधिक जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है। '''http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro''' | |
− | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट '''टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट''' का एक भाग है यह NMEICT, MHRD भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है। इस “मिशन” से संबंधित अधिक जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है। '''http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro''' | + | |
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|06:27 | |06:27 | ||
− | | यह ट्यूटोरियल अमित कुमार द्वारा | + | | यह ट्यूटोरियल अमित कुमार द्वारा अनुवादित है। आईआईटी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |
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Latest revision as of 23:46, 12 November 2017
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00:01 | नमस्कार, “सेल डिज़ाइनर” के इस ओवरव्यू स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:08 | इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे “सेल डिज़ाइनर” श्रृंखला के बारे में तथा इस श्रृंखला के विभिन्न ट्यूटोरियल्स में उपलब्ध कंटेंट (विषय वस्तु) के बारे में। |
00:21 | इस श्रृंखला में मैंने वर्जन 4.3 का प्रयोग किया है |
00:27 | यह इस ट्यूटोरियल शृंखला के बनाए जाने तक उपलब्ध नवीनतम वर्जन है। |
00:36 | इन ट्यूटोरियल्स का अभ्यास करने के लिए मैं वर्जन 4.3 या इससे अधिक का प्रयोग करने की सलाह देती हूँ। |
00:45 | यदि आप सेल डिज़ाइनर को पहली बार प्रयोग कर रहे है तो स्टार्टअप गाइड वर्जन 4.3 देखें। |
00:56 | इसमें टूल बार प्रयोग करने के क्रमशः निर्देश हैं। |
01:03 | इस गाइड को प्राप्त करने का लिंक यहाँ दिया गया है। |
01:08 | अब हम एक-एक करके इस श्रृंखला के ट्यूटोरियल्स के बारे में जानेंगे। |
01:16 | इस श्रृंखला में पहला “ट्यूटोरियल” है - “विंडोज मशीन” पर ‘इंस्टालेशन ऑफ़ “सेल डिज़ाइनर” |
01:27 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
01:43 | अगला ट्यूटोरियल हमारी सहायता करेगा - मेनू एवं टूल बार्स को समझने में |
01:52 | सेल डिज़ाइनर के क्षेत्रों एवं सेल डिज़ाइनर के कंपोनेंट्स को समझने में। |
1:59 | यह ट्यूटोरियल विंडोज OS पर रिकॉर्ड किया गया है। |
02:05 | हालाँकि, इसके अंतर्गत समझाए गए सभी फीचर समान तरीक़े से लिनक्स ओएस पर भी काम करेंगे। |
02:17 | लिनक्स उपयोगकर्ताओं को यह ट्यूटोरियल नहीं छोड़ना चाहिए। |
02:23 | इस ट्यूटोरियल पर एक नज़र डालते हैं। |
02:40 | अगला ‘“ट्यूटोरियल” है "लिनक्स” पर “इंस्टालेशन ऑफ़ सेल डिज़ाइनर" |
02:47 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
03:00 | अगला ट्यूटोरियल है “क्रिएट एंड एडिट कंपोनेंट्स” । |
03:07 | यह हमारी मदद करेगा - एक पहले से सेव की गई ‘“.xml’” फाइल को खोलने के बारे में |
03:17 | ‘“कम्पार्टमेंट’” का आकार, रंग एवं बॉर्डर की मोटाई को परिवर्तित करने के बारे में। |
03:26 | सेल डिज़ाइनर में मल्टिपल फाइल्स बनाने के बारे में। |
03:30 | Species के ‘“स्टार्ट पॉइंट”’ और ‘“इंड पॉइंट’” को सीखने के बारे में |
03:37 | Species एवं “रिएक्शन” की पहचान को बदलने में। |
03:41 | इस ट्यूटोरियल को चलाते हैं |
03:52 | अगले ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे -
“मैक्रोस” को प्रयोग करना |
03:59 | सभी ‘“कम्पोनेंट्स’” को ‘“ड्रा एरिया”’ के दूसरी तरफ ले जाना |
04:04 | "सेल डिजाइनर" का प्रयोग करके “रिएक्शन लाइन” अलाइन करना, “रिएक्शन लाइन” का विस्तार करना और ‘Process diagram' बनाना |
04:16 | हम इस ट्यूटोरियल को देखते है। |
04:30 | अगले ट्यूटोरियल ‘Customizing Diagram Layout’ में हम सीखेंगे - रिएक्शन लाइन का रंग, आकार एवं चौड़ाई बदलना |
04:44 | “रिएक्शन लाइन” में Anchor points जोड़ना तथा Components को अलाइन करना |
04:50 | Reaction ids को दिखाना/छिपाना
Components में नोट्स जोड़ना |
04:57 | 'प्रोटीन' को एडिट करना
जानकारी एडिट करना और डायग्राम का ‘bird’s eye view’ सीखना |
05:06 | यहाँ ट्यूटोरियल की एक झलक है। |
05:18 | इसे सारांशित करते हैं: |
05:20 | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा -
सेल डिज़ाइनर श्रृंखला का "’Overview”’ |
05:29 | दिए गए सभी विषयों पर विस्तृत ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया http://spoken-tutorial.org पर जायें। |
05:39 | दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देखें
यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके भी देख सकते हैं।
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05:52 | स्पोकन ट्यूटोरियल्स प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएं आयोजित करती है तथा ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण पत्र प्रदान करती है, अधिक जानकारी के लिए, कृपया contact@spoken-tutorial.org पर संपर्क करें। |
06:10 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का एक भाग है यह NMEICT, MHRD भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है। इस “मिशन” से संबंधित अधिक जानकारी निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है। http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro |
06:27 | यह ट्यूटोरियल अमित कुमार द्वारा अनुवादित है। आईआईटी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |