Skill-Development--Fitter/C2/Filing-a-workpiece/Hindi

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00:00 नमस्कार, Filing a Workpiece ( फाइलिंग अ वर्कपीस) के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:07 इस ट्यूटोरियल में हम निम्न सीखेंगे,
00:10 'फाइलिंग' क्या है ?
00:12 'फाइलिंग' में उपयोग के लिए अनेक टूल्स
00:15 'फाइलिंग' के भिन्न प्रकार
00:17 एक 'वर्कपीस' को कैसे 'फ़ाइल' करें
00:22 और 'फाइलिंग' करते समय सामान्य गलतियाँ।
00:24 इस ट्यूटोरियल के लिए हमें निम्न की आवश्यकता है
00:27 एक 'फाइल'फ़ाइल किये जाने के लिए 'वर्कपीस'
00:31 'वर्कपीस' को पकड़ने के लिए 'बेंच वाइस'
00:34 नापने के लिए 'वर्नियर कैलिपर्स'
00:37 'वर्कपीस' की स्क्वायरनेस को जांचने के लिए 'ट्राइ स्क्वायर'
00:42 'वर्कपीस' को काटने के लिए 'हैक्सॉ'
00:45 'वर्कपीस' पर निशान लगाने के लिए 'पन्च'
00:48 और एक 'बॉल पाइन हैमर'
00:51 पहले देखते हैं, 'फाइलिंग' क्या है
00:54 'फाइलिंग' 'फ़ाइल' प्रयोग करके एक 'जॉब' या 'वर्कपीस' से अतिरिक्त मटीरीअल निकालने का एक मेथड है।
01:02 भिन्न-भिन्न आवश्यकताओं के लिए भिन्न-भिन्न 'फाइल्स' होती हैं।
01:07 रेक्टैग्यूलर क्रॉस-सेक्शन यानी आयताकार अनुप्रस्थ काट के लिए 'फ्लैट फ़ाइल'
01:11 चिकनी सतह प्राप्त करने के लिए 'स्मूथ फ़ाइल'
01:15 'वर्कपीस' के समकोण वाले भाग को फ़ाइल करने के लिए 'सेफ एज फ़ाइल'
01:21 चौकोर कोनों और चौकोर छेदों को बनाने के लिए 'स्क्वायर फाइल'
01:27 अर्द्ध गोलाकार सतहों को फाइल करने के लिए 'हाफ रन फ़ाइल'
01:32 और छेदों और गोलाकार खाँचों के लिए : 'राउंड फाइल'
01:38 अब 'फाइलिंग' की प्रक्रिया सीखते हैं।
01:41 मेरी आवश्यकता 5 बाइ 3 इंच का वर्कपीस है।
01:46 जॉब या वर्कपीस जो मेरे पास है वह 5 बाइ 4 इंच का है।
01:52 अतः सबसे पहले 1 इंच का अतिरिक्त भाग काटते हैं।
01:58 इसके लिए, 'वर्कपीस' पर 'मार्किंग मीडियम' प्रयोग करें।
02:03 'आप चॉक या इंक को मार्किंग मीडियम' की तरह प्रयोग कर सकते हैं।
02:08 एक बार जब मीडियम प्रयोग हो जाता है, तो दर्शाये गए की तरह 'जेनी कैलिपर' प्रयोग करके 'वर्कपीस' पर निशान लगाएं।
02:15 अतः, मैं अपनी आवश्यकता के अनुसार '1 इंच' से कुछ कम पर निशान लगा रही हूँ।
02:21 आगे, मार्क की हुई लाइन पर छेद करने के लिए 'पन्च' और 'बॉल पाइन हैमर' प्रयोग करें।
02:28 इसके बाद, 'वर्कपीस' को 'वाइस' के जॉज़ यानी जबड़े के पैरेलल रखें।
02:34 अब वाइस के जबड़ों यानि जॉज़ को कस लें ताकि 'वर्कपीस' न हिले।
02:38 इस प्रकार हम 'वर्कपीस' को आसानी से काट सकते हैं।
02:42 आगे, एक 'हैक्सॉ' लें और 'वर्कपीस' के अतिरिक्त भाग को काटें।
02:48 एक बार जब अतिरिक्त भाग कट जाये, तो 'वर्कपीस' को दोबारा नापें।
02:54 हाँ, अब नाप बिल्कुल ठीक है। मेरे पास यह '5 बाइ 3 इंच' का है।
03:00 अब, 'फाइलिंग'शुरू करते हैं।
03:02 सबसे पहले हमें एक उचित 'फाइल' चुननी है।
03:06 मुझे चिकना किनारा चाहिए, इसलिए मैं 'स्मूथ फाइल' चुनूँगी।
03:11 निश्चित कर लें कि 'फाइल' का 'हथ्था यानी हैंडल' सुरक्षित रूप से फिट हो।
03:16 एक उचित 'हथ्थे' के बिना 'फाइल' प्रयोग न करें।
03:19 नहीं तो हाथ घायल हो जायेंगे।
03:22 निश्चित कर लें कि 'फाइलिंग' शुरू करने से पहले 'फाइल' साफ़ हो।
03:27 जंग लगी हुई 'फाइल्स' प्रयोग करना 'वर्कपीस' को तोड़ देगा साथ ही आपके हाथों में भी चोट लगेगी।
03:34 अतः, मैंने उचित 'फ़ाइल' चुन ली है।
03:38 अगली स्टेप एक बार फिर 'वर्कपीस' को 'बेंच वाइस' में सुरक्षित रूप से रखना है।
03:45 अपने आप को 'बेंच वाइस' से '90 डिग्री' समकोण पर स्थित करें।
03:51 अपनी बायीं टाँग आगे और दायीं टाँग पीछे रखें।
03:57 'फाइलिंग' के लिए यह सबसे अच्छी स्थिति है।
04:00 अब 'फ़ाइल' का हथ्था यानी हैंडल अपने दायें हाथ में मज़बूती से पकड़ें।
04:05 अपने बाएं हाथ से, दिखाए गए की तरह 'फ़ाइल' की नोक पकड़ें।
04:10 निश्चित करें कि दायें हाथ का अंगूठा मज़बूती से 'फाइल' को दबा रहा है।
04:15 अब हम 'फाइलिंग' शुरू करने के लिए तैयार हैं।
04:18 'फाइलिंग' के तीन मेथड्स होते हैं। ये हैं :
04:21 'स्ट्रेट फॉरवर्ड फाइलिंग'
04:23 'ड्रा फाइलिंग'
04:25 'डाइऐगनल' या 'क्रॉस फाइलिंग'
04:28 इनको एक-एक करके देखते हैं।
04:30 'फाइल' को लम्बाई में 'वर्कपीस' की सतह पर एक सिरे से दूसरे सिरे तक चलाने को 'स्ट्रेट फॉरवर्ड फाइलिंग' कहते हैं।
04:38 इस मेथड में, 'फाइलिंग' 'फ़ाइल' को धीरे से ऊपर और नीचे घुमाकर की जाती है।
04:44 आप देख सकते हैं कि आपका 'वर्कपीस' फ़ाइल हो गया है और अतिरिक्त मटीरियल हटाया गया है।
04:51 'ड्रा फाइलिंग' मेथड में, 'फाइल' को समान 'प्रेशर यानी दबाव' से शरीर की तरफ खींचा जाता है।
04:58 'डाइऐगनल फाइलिंग' मेथड में, 'फाइल' को 'वर्कपीस' की सतह पर विकर्ण की दिशा में चलाया जाता है।
05:06 'फाइल' की गतिविधि 'वर्कपीस' के एक कोने से दूसरे कोने तक विकर्ण की दिशा में होती है।
05:13 एक बार जब 'फाइलिंग' पूरी हो जाती है तो हमें 'वर्कपीस' सतह की 'फ्लैट्नेस' और 'स्क्वायरनेस' जाँचनी होती है।
05:21 यह 'ट्राइ-स्क्वायर' और 'वर्नियर कैलीपर' की मदद से किया जाता है।
05:26 'फ्लैट्नेस' ठीक है या नहीं यह जांचने के लिए, दिखाए गए की तरह 'ट्राइ-स्क्वायर' को 'वर्कपीस' पर रखें।
05:33 ऐसा 'वर्कपीस' पर तीन अलग-अलग जगह पर रखकर करें।
05:38 यह प्रकाश स्रोत के सामने जाँचें।
05:41 यह 'फ्लैट्नेस' का स्पष्ट संकेत है।
05:44 अगर सतह असमान है, तो आप 'वर्कपीस' और 'ट्राइ-स्क्वायर' के बीच प्रकाश की किरणें देखेंगे।
05:52 इन स्थितियों में आपको फिर से 'फाइल' करना पड़ेगा।
05:57 आगे हम 'ट्राइ-स्क्वायर' प्रयोग करके 'वर्कपीस' की 'स्क्वायरनेस' को जांचेंगे।
06:03 दर्शाये की तरह 'ट्राइ-स्क्वायर' को 'वर्कपीस' के एक कोने पर रखें।
06:07 अब 'ट्राइ-स्क्वायर' के सिरों को 'वर्कपीस' की दो संलग्न साइड्स से इस प्रकार स्पर्श करें।
06:14 जाँचें कि 'वर्कपीस' की संलग्न साइड्स एक दूसरे से 90 डिग्री पर हैं या नहीं।
06:20 यदि नहीं तो फिर से 'फाइल' करें
06:23 अन्य नाप जो हमें लेने की ज़रुरत है वो है 'वर्कपीस' की चौड़ाई जांचना।
06:29 इसके लिए, हमें 'वर्नियर कैलिपर' प्रयोग करना है।
06:33 दर्शाये गए की तरह 'वर्कपीस' को 'वर्नियर कैलिपर' के जॉज़ यानि जबड़ों के बीच में रखें।
06:38 'वर्कपीस' की चौड़ाई नापें।
06:41 अब यह 'वर्कपीस' पर तीन अलग-अलग स्थितियों पर दोहराएं।
06:47 एक जैसी नाप दिखाती है कि 'वर्कपीस' की चौड़ाई समान है।
06:53 अब समय है यह सीखने का कि 'फाइलिंग' के दौरान क्या नहीं करना है।
06:57 'वर्कपीस' को किसी एंगल पर फाइल न करें।
07:00 'वर्कपीस' को, केंद्र को छोड़ते हुए दोनों सिरों पर फाइल न करें।
07:05 इसके साथ हम इस ट्यूटोरियल के अंत में आ गए हैं।
07:08 सारांशित करते हैं, इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न सीखा
07:12 एक 'वर्कपीस' को नापना
07:14 'वर्कपीस' के अतिरिक्त भाग को काटना
07:17 'वर्कपीस' को 'फाइल' करना।
07:20 दर्शाये लिंक पर उपलब्ध विडिओ स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। इसे डाउनलोड करें और देखें।
07:27 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएँ चलाती है और ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं।
07:35 अधिक जानकारी के लिए कृपया हमको लिखें।
07:38 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के एम एच आर डी, के NMEICT, द्वारा समर्थित है।
07:45 इस मिशन पर अधिक जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है।
07:51 इस ट्यूटोरियल को खास राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्बन्धी मीडिया संस्थान चेन्नई के लिए ही बनाया गया है।
08:03 आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य अब आपसे विदा लेती हूँ।
08:07 हमारे साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Pratik kamble, Shruti arya