LibreOffice-Suite-Writer/C2/Typing-text-and-basic-formatting/Sanskrit
From Script | Spoken-Tutorial
Time | Narration |
00:01 | LibreOffice Writer -अक्षरटङ्कनं मूलप्रारूपं च इत्यस्मिन् मौखिकपाठे स्वागतम् | |
00:07 | पाठे अस्मिन् अधस्तन-अंशान् पठेम - |
00:10 | writer मध्ये अक्षरसंरेखनम् | |
00:12 | चिह्नाङ्कनं क्रमाङ्कनं च| |
00:14 | writer मध्ये cut -Copy -paste -आदि पर्याया: | |
00:18 | Bold -Underline - Italics -पर्याया: | |
00:21 | writer मध्ये Font - नाम ,Font-आकार:, Font -वर्ण: च | |
00:26 | अनेन वैशिष्ट्यप्रदानेन सामान्य-अक्षराणाम् अपेक्षया कोपि प्रलेख: बह्वाकर्षक: पठनसुलभ: च भवति | |
00:36 | वयमत्र operating system - त्वेन Ubuntu Linux 10.04 ,LibreOffice -संपुटसंस्करणं 3.3.4 च उपयुञ्ज्महे | |
00:47 | प्रथमं तावत् Writer मध्ये अक्षरसंरेखनविषये पठेम | |
00:50 | भवान् यदृच्छया नूतन-प्रलेखम् उद्घाटयितुं इमानि वैशिष्ट्यानि तत्र अन्वेतुं च शक्नोति | |
00:57 | गतपाठे “resume.odt” नाम्ना पूर्वमेव अस्माभि: सञ्चिका निर्मिता अस्ति,वयं ताम् उद्घाटयेम | |
01:08 | पूर्वम् अस्मत्सविधे “RESUME” इति टङ्कितशब्द: पत्रस्य मध्यभागे संरेखित: आसीत् | |
01:14 | अथ तद्शब्दं चिनुम:, “Align Left” नुदाम: च |भवान् पश्यति यत् शब्द: वामङ्गत: नाम स: पत्रस्य वामभागे संरेखित: इति | |
01:25 | यदि वयं “Align Right ”नुदाम:,तर्हि भवान् द्रक्ष्यति यत् “RESUME” -शब्द: अधुना पत्रस्य दक्षिणभागे आगत: | |
01:32 | यदि वयं “Justify” नुदाम:, तर्हि भवान् द्रक्ष्यति यत् “RESUME” -शब्द: अधुना पत्रस्य वामदक्षिणभागाभ्यां समानरूपेण मध्ये आगत: | |
01:44 | यदा भवान् पङ्क्तिं परिच्छेदं वा करोति तदा अस्य वैशिष्ट्यस्य वारंवारता स्यात् | |
01:51 | इदम् अपाकुर्म: |
01:54 | यदा स्वतन्त्रबिन्दव: लेखनीया: भवन्ति तदा चिह्नाङ्कनं क्रमाङ्कनं च उपयुज्यते | |
01:58 | प्रत्येकं बिन्दु: चिह्नाङ्कनेन क्रमाङ्कनेन च आरभते | |
02:02 | अनेन मार्गेण लेखस्थ-विविधबिन्दुषु भेद: कर्तुं शक्य: | |
02:07 | मेनुबारमध्ये “Format” पर्यायं नुदित्वा तत: च “Bullets and Numbering” नुदित्वा इदं कर्तुं शक्यम् | |
02:15 | “Bullets and Numbering” पर्याये नुदित्वा भवान् यत् संवादपिटकं पश्यति तत् विविध -tabs मध्ये विविध-शैली: प्रददाति या: भवान् प्रलेखे अन्वेतुं शक्नोति | |
02:26 | numbering पर्यायं चित्वा क्रमाङ्कनं समानमार्गेण क्रियते,,प्रत्येकं पङ्क्ति: नूतनक्रमाङ्केण आरभते च | |
02:34 | अथ “Numbering type” शैल्यां second style नुदाम:| |
02:40 | अधुना “OK” पिञ्जं नुदतु | |
02:42 | अधुना भवान् स्वस्य प्रथमं विधानं कर्तुं सिद्ध: | |
02:46 | वयं “NAME: RAMESH” टङ्कयाम: | |
02:50 | अधुना विधानं टङ्कयित्वा “Enter” key नुदतु ,भवान् द्रक्ष्यति यत् नूतनचिह्नाङ्कनं नूतनक्रमाङ्क: वा निर्मित: भवेत् | |
03:05 | तत्र चिह्नेषु चिह्नं क्रमाङ्केषु क्रमाङ्क: च भवितुम् अर्हति यत् भवत: प्रारूपप्रकारचयनम् अवलम्बते | |
03:13 | अथ वयं resume मध्ये द्वितीयविधानं “ FATHER’S NAME colon MAHESH” इति टङ्कयाम:| |
03:20 | पुनश्च “Enter” key नुदतु , “MOTHER’S NAME colon SHWETA " च टङ्कयतु | |
03:27 | तथैव वयं “FATHERS OCCUPATION colon GOVERNMENT SERVANT” , “MOTHERS OCCUPATION colon HOUSEWIFE” चेति भिन्नबिन्दुद्वयं टङ्कयेम | |
03:39 | भवान् चिह्नानां कृते यथाक्रमं indent वर्धयितुं न्यूनीकर्तुं च Tab ,shift tab keys च उपयोक्तुं शक्नोति | |
03:47 | “Bullets and Numbering” पर्यायं पिधातुं ,प्रथमं HOUSEWIFE शब्दस्य निकटे सारकं स्थापयतु ,प्रथमं “Enter” key च नुदतु ततश्च “Bullets and Numbering” -संवादपिटके “ Numbering Off” नुदतु | |
04:03 | भवान् पश्यति यत् नूतन-टङ्कित-अक्षरार्थं चिह्नाङ्कनशैली उपलभ्येत | |
04:10 | लक्षयतु यत् अस्मत्प्रलेखे अस्माभि: “NAME” - शब्द: द्विवारं टङ्कित: | |
04:14 | पुन: पुन: समानस्य अक्षरस्य टङ्कनस्य अपेक्षया, वयं “Copy” , “Paste” इति पर्यायौ उपयोक्तुं शक्नुम:| |
04:21 | अथ पठेम, इदं कथं कार्यमिति | |
04:24 | अधुना वयं “MOTHER’S NAME”- अक्षरेभ्य: “NAME” - शब्दं delete कुर्म:, copy , paste च पर्यायौ प्रयुज्य NAME - शब्दं पुनर्लिखेम | |
04:33 | “FATHER’S NAME” - अक्षरेषु "NAME” - शब्देन सह सारकं कर्षित्वा “NAME” - शब्दं प्रथमं चिनोतु | |
04:40 | अधुना मूषकस्य दक्षिणं नुदित्वा “Copy” पर्यायं नुदतु | |
04:45 | “MOTHER’S” शब्दात् सारकं स्थापयतु | |
04:48 | पुन: मूषकस्य दक्षिणं नुदतु “Paste” पर्यायं नुदतु च | |
04:54 | वयं पश्याम: यत् “NAME” - शब्द: स्वत: लिप्त: | |
04:57 | copy निमित्तं CTRL+C , paste निमित्तं CTRL+V च पर्यायौ उपयुज्य इदं संक्षेपत: कर्तुं शक्यम् | |
05:08 | बृहदाकारकं समानम् प्रलेखं निर्मातुं विकल्प: असौ बहु उपयुक्त:, येन पुनरेकवारं संपूर्णलेखनस्य आवश्यकता नास्ति | |
05:19 | लेख्यम् एकस्मात् स्थानात् अन्यत्र नेतुं “Cut”, “paste” चेति विकल्पौ अपि भवान् उपयोक्तुं शक्नोति | |
05:26 | अधुना पठेम ,तत् कथं कार्यमिति | |
05:29 | प्रथमं “MOTHER’S” शब्दात् अनन्तरं “NAME” - शब्दं delete कुर्म: | |
05:34 | एनं शब्दं कर्तयितुं लेप्तुं च ,प्रथमं “FATHERS NAME”-विधानस्थम् “NAME” - शब्दं चिनोतु | |
05:40 | मूषकस्य दक्षिणं नुदित्वा “Cut” पर्यायं नुदतु | लक्षयतु यत् “NAME” - शब्द: “FATHER'S”- शब्दस्य निकटे नैव दृश्यते , य: कर्तित: अथ वा उच्छिन्न: | |
05:54 | अधुना “MOTHER’S ” - शब्दात् अनन्तरं बाणं स्थापयतु मूषकस्य दक्षिणं नुदतु च | |
05:59 | “Paste” पर्यायं नुदतु | |
06:02 | भवान् पश्यति यत् शब्द: अधुना “MOTHER'S”- शब्दस्य पार्श्वे लिप्त: | |
06:07 | कर्तयितुं CTRL+X इति shortcut कील: अस्ति | |
06:11 | अत: copying , cutting मध्ये च भेद: नाम “Copy” पर्याय: मूल-शब्दं तस्य स्थाने तथैव स्थापयति यत: स अनुकृत:, अपि च “Cut” पर्याय: तं मूलस्थानात् पूर्णत: निष्कासयति | |
06:27 | Father’s इत्यस्मात् “name” - शब्दं लिम्पाम: ततश्च अनुकुर्म:| |
06:31 | “EDUCATION DETAILS” इति नूतनं शीर्षकं टङ्कयाम:| |
06:35 | Writer मध्ये “Bullets " "Numbering” च पठनात् अनन्तरं , वयं कस्यापि लेखस्य “Font name” ,“Font size” च कथं परिवर्तनीयं अन्वेतव्यं वा इति पठिष्याम: | |
06:45 | अधुना अस्मत्सविधे उपरितन - format tool bar मध्ये “Font Name” नाम्न: क्षेत्रमस्ति | |
06:52 | सामान्यत: font name , “Liberation Serif” इति उत्सर्गेण न्यस्तं भवति | |
06:57 | लेख्ये यदृच्छया font - प्रकारं चेतुं परिवर्तयितुं च Font Name उपयुज्यते | |
07:04 | यथा , वयं “Education Details” इति शीर्षकस्य भिन्न - font style ,भिन्न-font size च कुर्म: | |
07:11 | अथ प्रथमं “Education details” - अक्षराणि चिनोतु तत: “Font Name” क्षेत्रे अधस्तनबाणं नुदतु | |
07:19 | भवान् drop down menu मध्ये font name पर्यायस्य विस्तृतविविधतां पश्यति | |
07:25 | “Liberation Sans” शोधयतु , तत्र केवलं नुदतु च | |
07:29 | भवान् पश्यति , चितस्य अक्षरस्य font परिवर्तते इति | |
07:34 | “Font Name” - क्षेत्रस्य पार्श्वे अस्मत्सविधे “Font Size” क्षेत्रमस्ति | |
07:38 | यथा नाम सूचयति , चितस्य लेख्यस्य आकारं वर्धयितुं न्यूनीकर्तुं वा “Font Size” उपयुज्यते अथवा तत् , भवान् यत् टङ्कयितुम् इच्छति, तस्य आकारं विन्यासयति| |
07:52 | अत: प्रथमं वयं “EDUCATION DETAILS” इति चिनुम: | |
07:55 | साम्प्रतं Font Size १२ इति दृश्यते | |
07:58 | अधुना “Font Size” - क्षेत्रे अधस्तनबाणं नुदत ततश्च ११ इत्यत्र नुदतु | |
08:05 | भवान् पश्यति यत् अक्षरस्य आकार: न्यूनीभवति | |
08:09 | समानरीत्या Font -आकार: वर्धयितुं शक्येत | |
08:13 | font size -विषयकं पठित्वा वयं Writer - मध्ये font color कथं परिवर्तनीयमिति पठेम | |
08:21 | यस्मिन् प्रलेख: अथवा कतिचन पङ्क्तय: लिखिता: तस्य लेख्यस्य वर्णं चेतुं “Font Color” उपयुज्यते | |
08:27 | यथा ,वयं “EDUCATION DETAILS” इति शीर्षकं वर्णयाम:| |
08:32 | अत: पुन: “EDUCATION DETAILS” चिनोतु | |
08:36 | अधुना toolbar - मध्ये “Font Color” पर्याये अधस्तनबाणं नुदतु ततश्च अक्षरं “Light green” वर्णस्य कर्तुं light green box नुदतु | |
08:48 | अत: भवान् पश्यति यत् शीर्षकम् अधुना हरितवर्णीयम् | |
08:52 | font size -पर्यायस्य पार्श्वे भवान् “Bold”, “Italic” ,“Underline” इति पर्यायत्रयं द्रक्ष्यति | |
09:00 | यथा नाम सूचयति . इमानि त्वदीयलेख्यं bold , italic अथवा underlined करिष्यन्ति | |
09:07 | अत: प्रथमं “EDUCATION DETAILS” - शीर्षकं चिनोतु | |
09:11 | अधुना अक्षरं स्थूलं कर्तुं 'Bold' चित्रकं नुदतु | |
09:15 | भवान् पश्यति यत् चितमक्षरं स्थूलं भवति | |
09:19 | तथैव भवान् “Italic” icon नुदति चेत् तत् italic मध्ये परिवर्तयति | |
09:25 | “Underline” इत्यत्र नुदतु |,'Underline' इत्यत्र नोदनेन अक्षरम् अधोरेखितं भवेत् | |
09:31 | भवान् पश्यति यत् चितमक्षरम् अधुना अधोरेखितम् | |
09:35 | शीर्षकं स्थूलं (“bold”) तथा च अधोरेखितं (“underlined”) स्थापयितुं ,पुन: तमेव “italic” पर्यायं नुदित्वा तम् अपनयतु , अन्यपर्यायद्वयं चितं भवतु च | |
09:45 | अत: शीर्षकम् अधुना स्थूलम् अधोरेखितं चापि अस्ति | |
09:50 | अत्र LibreOffice Writer - विषयकं spoken tutorial समाप्यते | |
09:55 | अस्माभि: पठितं संक्षेपत: - |
09:57 | Writer - मध्ये अक्षरसंरेखनम् | |
10:00 | चिह्नाङ्कनं क्रमाङ्कनं च| |
10:02 | writer मध्ये cut -Copy -paste -आदि पर्याया: | |
10:05 | Bold -Underline - Italics -पर्याया: | |
10:09 | writer मध्ये Font - नाम ,Font-आकार:, Font -वर्ण: च | |
10:13 | व्यापकपरीक्षा |
10:16 | चिह्नाङ्कनं क्रमाङ्कनं च करोतु | |
10:18 | style चिनुत , कतिचनबिन्दून् च लिखतु | |
10:22 | किञ्चन अक्षरं चिनोतु , तस्य font - नाम “Free Sans” इति, font -आकारं “16” चेति परिवर्तयतु | |
10:29 | अक्षरं “Italics” करोतु | |
10:32 | font रक्तवर्णीयं करोतु | |
10:35 | अधस्तनसंधाने उपलब्धं चलच्चित्रं पश्यतु | |
10:38 | इदं Spoken Tutorial - प्रकल्पं संक्षेपयति | |
10:41 | यदि भवत्सविधे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि भवान् अवारोप्य तद् द्रष्टुं शक्नोति | |
10:46 | वयं spoken tutorials उपयुज्य कार्यशाला: आयोजयाम: | |
10:49 | online - वयं परीक्षाम् उत्तीर्णेभ्य: प्रमाणपत्रमपि दद्म: | |
10:55 | कृपया अधिकज्ञानार्थं contact@spoken-tutorial.org सम्पर्कं करोतु | |
11:02 | Spoken Tutorial इति Talk to a Teacher - प्रकल्पभाग: |
11:06 | य: National Mission on Education through ICT, MHRD, भारतसर्वकारेण साहाय्यीकृत: | |
11:09 | spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro इत्यनेन असौ प्रकल्प: समन्वित: |
11:14 | अस्य अधिकज्ञानम् spoken hyphen tutorial dot.org |
11:18 | slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र उपलभ्यते | |
11:25 | एतद्पाठार्थं घाग - नन्दिन्या योगदानं कृतम् | |
11:30 | संपर्कार्थं धन्यवादा:| |