LibreOffice-Suite-Base/C2/Tables-and-Relationships/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Spoken tutorial on LibreOffice Base(Tables and Relationships)
Visual Cues | Narration |
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00:00 | लिबरऑफिस बेस पर इस स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:04 | इस ट्यूटोरियल में हम लिबरऑफिस बेस में टेबल्स और रिलेशनशिप्स के बारे में सीखेंगे। |
00:10 | यहाँ हम टेबल में डेटा को जोड़ने के बारे में सीखेंगे। |
00:15 | रिलेशलशिप्स को परिभाषित करेंगे और बनायेंगे। |
00:19 | पिछले लिबरऑफिस बेस ट्यूटोरियल में हम बेस, बुनियादी डेटाबेस से परिचित हुए तथा सीखा कि डेटाबेस और टेबल कैसे बनायें। |
00:31 | ट्यूटोरियल के दौरान, हमने उदाहरण के तौर पर Library नामक डेटाबेस भी बनाया तथा बुक्स टेबल भी बनाया। |
00:42 | इस ट्यूटोरियल में, हम लाइब्रेरी डेटाबेस के साथ शुरू करेंगे और सीखेंगे कि टेबल में डेटा कैसे जोड़ें। |
00:51 | इसके लिए, लिबरऑफिस बेस प्रोग्राम शुरू करें। |
00:57 | इसके लिए, हम स्क्रीन की बायीं ओर सबसे नीचे Start बटन पर क्लिक करेंगे। |
01:03 | All programs पर क्लिक करें, फिर LibreOffice Suite पर क्लिक करें और LibreOffice Base पर क्लिक करें। |
01:12 | क्योंकि हमने पिछले ट्यूटोरियल में पहले से ही लाइब्रेरी डेटाबेस बनाया हुआ है, इस समय हमें केवल इसे ओपन करने की आवश्यकता होगी। |
01:21 | यह करने के लिए 'open an existing database file' ऑप्शन पर क्लिक करें। |
01:28 | 'Recently Used' ड्रापडाउन बॉक्स में, हमारा लाइब्रेरी डेटाबेस स्पष्ट होना चाहिए। |
01:35 | अतः अब, Finish बटन पर क्लिक करें। |
01:38 | यदि आपने इसे नही देखा है, हम विंडोज डाइरेक्टरी को ब्राउज़ करने के लिए Open बटन पर क्लिक कर सकते हैं। जहाँ लाइब्रेरी डेटाबेस सेव है। |
01:50 | मिल जाने पर, filename पर क्लिक करें और Open बटन पर क्लिक करें। |
01:57 | अब, यदि लिबरऑफिस बेस प्रोग्राम पहले से ही ओपन है, तो हम यहाँ से लाइब्रेरी डेटाबेस ओपन कर सकते हैं। |
02:07 | सबसे ऊपर File menu पर क्लिक करके और फिर Open पर क्लिक करके। |
02:14 | हम विंडोज डाइरेक्टरी ब्राउज करेंगे, जहाँ लाइब्रेरी डेटाबेस फाइल सेव है। |
02:21 | फाइल Library.odb पर क्लिक करें और सबसे नीचे Open बटन पर क्लिक करें। |
02:31 | अब हम लाइब्रेरी डेटाबेस में हैं। |
02:35 | लेफ्ट पैनल पर डेटाबेस सूची में Tables आइकन पर क्लिक करें। |
02:42 | ध्यान दें कि राइट पैनल पर टेबल्स सूची में बुक्स टेबल दिखाई देता है। |
02:48 | अब Books table पर राइट क्लिक करें। |
02:53 | ध्यान दें, यहाँ से आप विविध ऑप्शन चुन सकते हैं। |
02:58 | अब इस टेबल में डेटा जोड़ने के लिए 'open' पर क्लिक करें। |
03:04 | वैकल्पिक रूप से, हम इसे ओपन करने के लिए table name पर डबल क्लिक भी कर सकते हैं। |
03:10 | 'Books – Library – LibreOffice Base: Table Data View' नामक शीर्षक के साथ एक नया विंडो ओपन होता है। |
03:20 | अब, हम सीधे प्रत्येक सेल में वेल्यूस टाइप करके बुक्स टेबल में डेटा एंटर करना शुरू कर सकते हैं। |
03:31 | ध्यान दें, Bookid कॉलम्स 'AutoField' है। |
03:37 | अर्थात, बेस डेटा की प्रत्येक रो के लिए आरोही नम्बर्स स्वतः ही आवंटित करेगा। जिसे हम प्रविष्ट करते हैं। |
03:48 | अब, जैसा कि स्क्रीन पर दिखाया गया है, रो-दर-रो सेल्स में डेटा इनपुट करें। |
04:22 | अतः यहाँ हमारे पास हमारे टेबल बुक्स में सैम्पल डेटा की 5 रोज़ हैं। |
04:29 | सबसे ऊपर File menu पर क्लिक करके और फिर Close चुनकर विंडो बंद करें। |
04:39 | यहाँ आपके लिए नियत-कार्य है। |
04:42 | एक मेम्बर्स टेबल बनायें, जो प्रत्येक सदस्य के बारे में जानकारी संचित करेगा, उदाहरणस्वरूप, सदस्य का नाम और फोन नम्बर। |
04:53 | निम्न 3 फील्ड्स को सम्मिलित करें। |
04:57 | Member Id, Field type- Integer के साथ और इसे प्राइमरी की बनायें। |
05:06 | Name, Fieldtype Text के साथ । |
05:10 | Phone, Fieldtype Text के साथ । |
05:15 | ठीक है,जब आप कर चुके होते हैं, तो मेम्बर्स टेबल इस तरह दिखाई देगा। |
05:22 | इस विंडो को बंद कर दें। |
05:25 | अब मेम्बर्स टेबल में 4 सैम्पल मेम्बर्स को जोड़ें, जैसा अभी स्क्रीन में दिखाया गया है। |
05:35 | अभी, जिस तरह से हमने बुक्स टेबल के लिए किया। |
05:46 | हो जाने पर, इस विंडो को बंद कर दें। |
05:50 | अब वापस मुख्य विंडो पर जाएँ और फिर से Tables आइकन पर क्लिक करें। |
05:57 | और तीसरा टेबल Books Issued बनाएँ। |
06:04 | जब बन जाय, Books Issued टेबल में निम्नलिखित फील्ड्स होंगे। |
06:09 | Issue Id, Field type, Integer. जो कि प्राइमरी की होगी। |
06:15 | Book Id, Field type, Integer |
06:19 | Member Id ,Field type, Integer |
06:24 | Issue Date, Field type, Date |
06:28 | Return Date, Field type, Date |
06:31 | Actual Return Date, Field type, Date |
06:35 | और Checked In, Field type, Yes/No Boolean |
06:42 | ठीक है, हमने Books Issued टेबल बना दिया है। |
06:47 | और अब इसमें निम्न सैम्पल डेटा जोड़ें, जैसा कि आप स्क्रीन पर देख सकते हैं। |
06:56 | हालांकि, यह अभी पूर्ण अर्थ नहीं बना सकता, हम जल्दी ही समझ जायेंगे कि क्या हो रहा है। . |
07:17 | अब, हमारे पास सैम्पल डेटा के साथ हमारे लाइब्रेरी डेटाबेस में तीन टेबल्स भी हैं। |
07:25 | अब डेटाबेस में रिलेशनशिप्स परिभाषित करने के बारे में सीखते हैं । |
07:31 | अतः हमने तीन भिन्न जानकारी के सेट को संचित करने के लिए तीन टेबल्स बनायें हैं। |
07:38 | Books, Members और Issue of Books to Members. |
07:44 | अब हम इन तीन टेबल्स में प्रत्येक पुस्तक, प्रत्येक मेम्बर और प्रत्येक जारी पुस्तक की विशिष्ट पहचान के लिए कॉलम्स सेटअप करेंगे। |
07:57 | वे प्राइमरी कीज़ हैं। |
08:00 | प्राइमरी की के विविध लाभों में से एक यह है, कि यह टेबल्स के मध्य रिलेशनशिप्स स्थापित करती है। |
08:10 | लेकिन हमें रिलेशनशिप्स की आवश्यकता क्यों है? |
08:13 | Books Issued टेबल पर देखें। यहाँ हमें Book Id और Member Id फील्ड्स दिखते हैं। |
08:23 | वे Books Issued टेबल में कोई भी वेल्यू रख सकते हैं। |
08:28 | लेकिन, उन्हें समान वेल्यूस के अनुरूप रखने की आवश्यकता होगी, जैसे कि क्रमानुसार Books और Members टेबल्स में है। |
08:38 | अतः यदि बुक्स टेबल में पुस्तक Macbeth की Book Id, 3 है। |
08:45 | तो Books Issued टेबल की Book Id में 3 का उपयोग करके, हम अभी भी उसी पुस्तक का उल्लेख करेंगे। |
08:56 | अतः इन दो टेबल्स को स्पष्ट रूप से संयोजित करने के लिए, हमें अभी भी उन्हें किसी प्रकार से लिंक करने की आवश्यकता होगी। |
09:05 | और, उदाहरणस्वरूप, आप यह कैसे प्रमाणित करेंगे, कि 'Macbeth' रवि कुमार को 2nd जून 2011 को जारी की गया थी? |
09:16 | या आप कैसे सुनिश्चित करेंगे, कि पुस्तक केवल लाइब्रेरी के सदस्य को ही जारी की गई है किसी अन्य को नहीं। |
09:25 | यह सब रिलेशनशिप्स सेट-अप करके किया जा सकता है, जोकि डेटा को इंटरलिंक करने में मदद करता है। |
09:34 | हमें सही फील्ड्स को लिंक करके, बुक्स टेबल और मेम्बर्स टेबल से वेल्यूस का उपयोग करने के लिए बेस को फोर्स करने की आवश्यकता होगी। |
09:46 | देखते हैं कि कैसे। |
09:48 | लिबरऑफिस बेस मुख्य विंडो में, Tools पर क्लिक करें और फिर Relationships पर क्लिक करें। |
09:58 | यह एक छोटा पॉप-अप विंडो ओपन करता है। |
10:03 | यहाँ हम सबसे ऊपर का टेबल चुनेंगे और add बटन पर क्लिक करेंगे और अन्य दो टेबल्स के लिए पुनः करेंगे। |
10:15 | पॉप-अप विंडो को बंद करें। |
10:18 | अब हम लाइन में तीन टेबल्स Books, Books Issued और Members देखते हैं। |
10:26 | क्लिक करके, ड्रैग करके और ड्रॉप करके, टेबल्स में अधिक स्पेस लायें। |
10:35 | अब बुक्स टेबल में Book Id पर क्लिक करें और इसे Books Issued टेबल में Book Id पर ड्रैग और ड्रॉप करें। |
10:48 | ध्यान दें, इन दो फील्ड्स नेम को एक लाइन संयोजित कर रही है। अतः यहाँ हमने रिलेशनशिप सेट कर दिया है। |
10:57 | MemberId के लिए इसे पुनः करें। |
11:02 | मेम्बर्स टेबल में Member Id पर क्लिक करें और Books Issued table में इसे ड्रैग और ड्रॉप करें। |
11:11 | आप देख सकते हैं कि हमने अभी दो रिलेशनशिप्स बनाये। |
11:16 | और, यह है कि हम रिलेशनशिप्स कैसे स्थापित कर सकते हैं। |
11:20 | और इसलिए इंटरलिंक महत्वपूर्ण डेटा रिलेशनल डेटाबेस में विविध टेबल्स में संचित हुआ है। |
11:30 | अब हम लिबरऑफिस में टेबल्स और रिलेशनशिप्स पर इस ट्यूटोरियल की समाप्ति की ओर हैं। |
11:36 | संक्षेप में, हमने सीखा कि टेबल में डेटा कैसे जोड़ें। रिलेशनशिप्स को परिभाषित करना और बनाना। |
11:44 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक-टू-अ-टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। यह भारत सरकार के एमएचआरडी के “आईसीटी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन” द्वारा समर्थित है। |
11:57 | यह प्रोजेक्ट http://spoken-tutorial.org. द्वारा संचालित है। |
12:03 | इस पर अधिक जानकारी निम्न लिंक पर उपलब्ध है। http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro. |
12:08 | यह स्क्रिप्ट देवेन्द्र कैरवान द्वारा अनुवादित है। आई.आई.टी बॉम्बे की ओर से मैं रवि कुमार अब आपसे विदा लेता हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |