LibreOffice-Impress-on-BOSS-Linux/C2/Creating-a-presentation-document/Sanskrit
From Script | Spoken-Tutorial
Time | Narration |
00:00 | LibreOffice Impress - प्रस्तुति - प्रलेख- निर्माणं , मूल - प्रारूपणं च इत्यस्मिन् spoken tutorial - मध्ये स्वागतम् | |
00:08 | अस्मिन् पाठे वयं पठाम: Impress - गवाक्षस्य विभागान् , अवसर्पिणी-निवेशनं , तत्-प्रतिकृति-करणं , font , font - प्रारूपणं च | |
00:21 | अत्र वयं GNU Linux, LibreOffice - सम्पुट- संस्करणं 3.3.4 च उपयुञ्ज्महे | |
00:29 | अस्माकं “Sample Impress” -प्रस्तुतिम् उद्घाटयाम: या अस्माभि: पूर्वस्मिन् पाठे या निर्मितास्ति | |
00:35 | पटले किं किम् अस्ति तद् पश्याम: | |
00:39 | मध्यभागे वयं ‘Workspace’ पश्याम: यत् अस्माकं कार्य-स्थानमस्ति | |
00:44 | यथा भवान् पश्यति यत् “Workspace” मध्ये “View buttons” - इति उच्यमानानि पञ्च tabs सन्ति |
00:49 | साम्प्रतं , “Normal” tab चितमस्ति | |
00:52 | प्रत्येकम् अवसर्पिणीं निर्मातुम् इदं मुख्य - view अस्ति | |
00:55 | “Outline” view , outline - प्रारूपे प्रत्येकम् अवसर्पिण्यर्थं चिह्नाङ्कितानि क्रमाङ्कितानि च विषय-शीर्षकाणि दर्शयति | |
01:03 | “Notes” view प्रत्येकम् अवसर्पिण्यां टीपा: योक्तुम् अनुमतिं करोति या: प्रस्तुति-समये न दृश्यन्ते | |
01:10 | “Handout” view अवसर्पिणीनां मुद्रणार्थम् अनुमतिं करोति | |
01:14 | अत्र वयं अवसर्पिणीनां क्रमाङ्कं चेतुं शक्नुम: या: वयं प्रतिपर्णं मुद्रयितुम् इच्छाम: | |
01:19 | “Slide Sorter” view अवसर्पिणीनां लघुचित्रं (thumbnail ) दर्शयति | |
01:23 | पुन: “Normal” view - पिञ्जं नुदाम: | |
01:26 | पटलस्य वामभागे , भवान् “Slides” - फलकं पश्यति | स: प्रस्तुतौ अवसर्पिणीनां लघुचित्राणि समाविशति | |
01:34 | दक्षिणे , भवान् “Tasks” - फलकं पश्यति यस्मिन् पञ्च विभागा: सन्ति | |
01:40 | Layouts section मध्ये सम्पुटित-पूर्वा: रचना: सन्ति | |
01:43 | वयं ता: साक्षात् उपयोक्तुम् अथवा यथावश्यकं परिवर्तयितुं शक्नुम: | |
01:48 | एतद् - पाठ - मालिकाया: प्रगतिगुणं एषु प्रत्येकं विभागं वयं सविस्तरं पठाम: | |
01:53 | अधुना , अवसर्पिणी कथं निवेशनीयेति पठाम: | “Slides” - फलके द्वितीय- अवसर्पिणीं चित्वा तां चिनोतु | |
02:02 | अधुना वयं “Insert” , “Slide” च नुदाम: | |
02:05 | वयं पश्याम: यत् द्वितीय - अवसर्पिण्या: अनन्तरं नूतना रिक्ता अवसर्पिणी निविष्टा | |
02:10 | अवसर्पिण्यै शीर्षकं दातुं, यत् ‘Click to add Title’ इति वदति तत् text bar नुदतु | |
02:17 | अधुना ‘Short Term Strategy’ टङ्कयतु , लेखन-पिटकात् बहिर् नुदतु च | |
02:23 | तर्हि इत्थं शीर्षकं दातुं शक्यम् | |
02:26 | अवसर्पिण्या: प्रतिकृतिं कर्तुं मार्गद्वयमस्ति| |
02:30 | प्रथम-मार्गं पश्यतु , “Insert” “Duplicate Slide” च नुदतु | |
02:35 | वयं पश्याम: यत् पूर्वस्मिन् सोपाने अस्माभि: निर्मिताया: अवसर्पिण्या: अनन्तरं नूतना प्रतिकृति: निविष्टा | |
02:42 | अथवा “Workspace” - फलके “Slide Sorter” tab नुदित्वा slide sorter view प्रति गच्छतु | |
02:50 | अधुना सप्तमीम् अवसर्पिणीं दक्षिणेन नुदित्वा , context menu - त: “Copy” - चित्वा ताम् अनुकरोतु | |
02:58 | अन्तिम-अवसर्पिण्यां दक्षिणेन नुदतु >> Paste नुदतु >> |
03:01 | ‘After’ चिनोतु , ‘OK’ नुदतु च | |
03:04 | भवता अधुना प्रस्तुते: अन्ते अवसर्पिण्या: प्रतिकृति: निर्मितास्ति ! |
03:10 | अधुना fonts तथा च तत्-प्रारूपणस्य कतिपय-मार्गान् पश्याम: | |
03:15 | ‘Long term goal’ - नाम्न: अवसर्पिणीं द्विवारं नुदित्वा चिनोतु |
03:20 | “Body” - लेखनपिटकं नुदतु , सर्वं लेख्यं चिनोतु च | अधुना तत् उच्छिनत्तु | |
03:26 | अधुना इदं टङ्कयतु - Now type the following : reduce costs , reduce dependence on few vendors, develop customized applications |
03:37 | font - शैली , font- आकार: चेत्यनयो: परिवर्तनं , LibreOffice Writer -इत्यनेन समम् | |
03:43 | लेख्ये एकां पङ्क्तिं चिनोतु | “Text Format” tool bar - मध्ये , “Albany” -स्थाने “Arial Black” इति Font - शैलीं करोतु | |
03:52 | तथा च font-आकारं “32” स्थाने “40” इति करोतु | |
03:56 | लेखन-पिटकात् बहि: कुत्रचित् नुदतु | |
03:59 | लक्षयतु यत् , font परिवर्तितम् | |
04:02 | मुख्ये menu - मध्ये "Format " तथा च "Character " पर्यायौ नुदित्वा अपि वयं font परिवर्तयितुं शक्नुम: | |
04:09 | अनेन संवाद-पिटकम् उद्घटेत् यस्मिन् वयं Font , शैलीं , आकारं च यथावश्यकं विन्यासयितुं शक्नुम: | |
04:16 | एतं संवाद-पिटकं पिदधाम: | |
04:19 | font - वर्णं परिवर्तयितुं , वयं ‘Development up to present’ - नाम्न: अवसर्पिणीं चिनुम: | |
04:25 | body text box नुदतु , सर्वं लेख्यं ( text )चिनोतु च | |
04:30 | font color - चित्रकस्य पार्श्वस्थम् अधोगमं बाणं नुदतु , इष्टं वर्णं चिनोतु च | |
04:37 | लेखन-पिटकात् बहि: कुत्रचित् नुदतु | |
04:40 | वर्णे परिवर्तनं लक्षयतु | |
04:43 | Bold, Italics , Underline च इति प्रारूपणं , LibreOffice Writer - प्रलेखेन समम् | |
04:50 | ‘Recommendations’ - नाम्न: अवसर्पिणीं चिनोतु | |
04:53 | “Body” - लेखनपिटकं नुदतु , एकां पङ्क्तिं चिनोतु च | |
04:58 | अधुना Bold ,Italics , Underline चेति चित्रकेषु नुदतु | |
05:03 | लेखन-पिटकात् बहि: कुत्रापि नुदतु | |
05:06 | लेख्ये परिवर्तनं लक्षयतु | |
05:08 | अत्र असौ पाठ: समाप्यते | |
05:11 | पाठे अस्मिन् अस्माभि: पठितं संक्षेपेण -Impress - गवाक्षस्य विभागा:, अवसर्पिणी-निवेशनं , तत्-प्रतिकृति-करणं , font , font - प्रारूपणं च | |
05:24 | व्यापक-परीक्षा | |
05:28 | नूतनां प्रस्तुतिं निर्मातु | |
05:30 | तृतीय -चतुर्थ्यो: अवसर्पिण्यो: मध्ये एकाम् अवसर्पिणीं निवेशयतु | |
05:35 | प्रस्तुते: अन्ते चतुर्थ - अवसर्पिण्या: प्रतिकृतिं निर्मातु | |
05:40 | द्वितीय- अवसर्पिण्यां लेखनपिटकं निर्मातु | तस्मिन् किमपि लिखतु | |
05:45 | लेख्यस्य प्रारूपणं 32 font -आकारे परिवर्तयतु | |
05:49 | लेख्यं bold, italic, underlined , नीलं च करोतु | |
05:56 | अधस्तनसंधाने उपलब्धं चलच्चित्रं पश्यतु | |
05:59 | इदं Spoken Tutorial - प्रकल्पं संक्षेपयति | |
06:02 | यदि भवत्सविधे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि अवारोप्य तद् द्रष्टुं शक्यम् | |
06:07 | spoken tutorial -प्रकल्पगण: spoken tutorials उपयुज्य कार्यशाला: आयोजयति | |
06:12 | online - परीक्षाम् उत्तीर्णेभ्य: प्रमाणपत्रमपि ददाति | |
06:16 | कृपया अधिकज्ञानार्थं contact at spoken hyphen tutorial dot org संपर्कं करोतु | |
06:23 | Spoken Tutorial प्रकल्प: , Talk to a Teacher - प्रकल्पभाग: |
06:27 | असौ National Mission on Education through ICT, MHRD, भारतसर्वकारेण साहाय्यीकृत: | |
06:35 | अस्य अधिकज्ञानम् spoken hyphen tutorial dot.org slash NMEICT hyphen Intro (http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro) इत्यत्र उपलभ्यते | |
06:46 | एतद् - पाठार्थं घाग - नन्दिन्या योगदानं कृतम् | |
06:51 | संपर्कार्थं धन्यवादा:| |