Health-and-Nutrition/C2/Vegetarian-recipes-for-pregnant-women/Hindi
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| 00:00 | गर्भवतीओं के लिए शाकाहारी खाना बनाने के तरीकों पर बने "स्पोकन ट्यूटोरियल" में आपका स्वागत है। |
| 00:07 | इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे : |
| 00:10 | पोषण से भरपूर आहार की महत्वता । |
| 00:13 | और पोषण से भरपूर कुछ शाकाहारी खाना बनाने के तरीके। |
| 00:17 | आइये,पहले समझते हैं कि पोषण से भरपूर आहार की क्या महत्वता होती है। |
| 00:23 | गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्त्वों की जरूरत बढ़ जाती है। |
| 00:28 | यह ख़ास तौर पर कोशिकाओं के विकास के लिए होता है। |
| 00:32 | पोषण से भरपूर आहार भ्रूण की वृद्धि और विकास में सहयोग देता है। |
| 00:38 | इसीलिए, यह जरूरी है कि बेहतर पोषण वाला आहार खाया जाए। |
| 00:43 | पोषण से भरपूर आहार गर्भावस्था में शरीर को तकलीफों से बचता है। |
| 00:48 | आहार में भरपूर प्रोटीन |
| 00:51 | अच्छी चर्बी
विटामिन |
| 00:53 | और खनिज पदार्थ होने चाहिए। |
| 00:55 | पोषण से भरपूर आहार खाने से मतली और कब्ज से भी राहत मिल सकती है। |
| 01:02 | पोषण से भरपूर आहार से एनीमिया, |
| 01:05 | गर्भावस्था का मधुमेह |
| 01:07 | और उच्च रक्तचाप का खतरा कम होता है। |
| 01:09 | ये जन्म के समय नवजात का कम वजन का पैदा होने |
| 01:13 | और समय से पहले के प्रसव के खतरे से भी बचाता है। |
| 01:16 | पोषण से भरपूर आहार के अलावा, हर दिन आठ से दस गिलास पानी भी जरूर पीना चाहिए । |
| 01:22 | पोषण से भरपूर आहार खाने के साथ ये भी जरूरी है, कि शरीर पोषक तत्वों को सोख पाए। |
| 01:29 | खाने में पाए जाने वाले फाइटेट्स, ऑक्सालेट्स और टैनिन शरीर के पोषक तत्वों को सोखने पर असर करते हैं । |
| 01:36 | खाने को पकाने के अलग-अलग तरीकों से शरीर का पोषक तत्वों को सोखना बढ़ाया जा सकता है।
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| 01:42 | जैसे, भिगोना |
| 01:45 | अंकुरण, भूनना |
| 01:47 | और खमीर उठाना |
| 01:48 | सेंकना पकाना |
| 01:50 | और उबालना भी कुछ उदाहरण हैं। |
| 01:54 | पोषण तत्वों की मात्रा बढ़ाने के लिए, हम अलग-अलग पोषण से भरपूर पाउडरों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
| 02:01 | सहजन के पत्तों का पाउडर |
| 02:03 | करी पत्तों , दाने और बीजों का पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
| 02:07 | इन पाउडरों को बनाने के तरीकों के बारे में एक अन्य ट्यूटोरियल में समझाई गई है। |
| 02:12 | इस ट्यूटोरियल को देखने के लिए कृपया हमारी वैबसाइट देखें । |
| 02:15 | गर्भावस्था के नौ महीनों में स्वस्थ तरीके से वज़न बढ़ना बहुत ज़रूरी है । |
| 02:20 | इस दौरान शक्कर का इस्तेमाल ना करें , |
| 02:23 | ना ही गुड़ और , फैक्ट्री में तैयार किया हुआ
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| 02:25 | झटपट पकने वाला खाना खाएं । |
| 02:28 | कैफीन, शराब |
| 02:30 | और तंबाकू के इस्तेमाल से भी बचें। |
| 02:32 | बिना डॉक्टर की अनुमति के किसी भी दवा का सेवन न करें। |
| 02:36 | इसके बारे में अधिक जानकारी एक अन्य ट्यूटोरियल में समझाई है। |
| 02:40 | अब, आइए सब से पहले सीखते हैं, लोबिआ की इडली |
| 02:46 | इसे पकाने के लिए हमेँ चाहिए, दो-दो चम्मच |
| 02:50 | साबुत बाजरा |
| 02:52 | साबुत कँगनी |
| 02:54 | साथ में हमें चाहिए, एक-एक चम्मच |
| 02:57 | अंकुरित लोबिया |
| 02:59 | अंकुरित साबुत काला चना |
| 03:01 | मेथी के बीज |
| 03:03 | भुने हुए सूरजमुखी के बीज |
| 03:05 | और हमें चाहिए, एक चौथाई चम्मच : |
| 03:10 | सहजन के पत्तियों का पाउडर
करी पत्तियों का पाउडर |
| 03:13 | दाने और बीजों का पाउडर |
| 03:15 | और नमक । |
| 03:17 | सबसे पहले, लोबिया और साबुत चनों को अंकुरित करने से शुरुआत करें । |
| 03:22 | आइए अंकुरण की प्रक्रिया को समझते हैं। |
| 03:25 | रातभर के लिए लोबिया और काले चने को अलग-अलग भिगो दें। |
| 03:31 | सुबह पानी निकाल कर अलग अलग सूती कपड़ों मेँ बांध दें। |
| 03:36 | फिर अंकुरित होने के लिए हल्के गर्म जगह पर दो दिन के लिए रखें । |
| 03:40 | याद रखें, अलग अलग फलियां अंकुरित होने में अलग अलग समय ले सकती हैं। |
| 03:45 | जब फलियां अंकुरित हो जाएँ तो बाजरा और मैथी को इकट्ठे भिगो दें। |
| 03:50 | इन्हें रातभर या छह से आठ घंटे के लिए भिगो दें। |
| 03:55 | सुबह पानी निकालें और सूरजमुखी के बीजों के साथ पीसकर एक घोल बना लें। |
| 04:01 | पीसने के लिए मिक्सी या सिल-बट्टे का इस्तेमाल करें। |
| 04:06 | पीसकर, इस मिश्रण का खमीर उठने के लिए रातभर या छह से आठ घंटे के लिए रख दें। |
| 04:13 | पकाने से पहले, घोल मेँ नमक और अन्य पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं। |
| 04:19 | इडली के बर्तन में हल्का तेल लगाएं और घोल को डाल दें । |
| 04:24 | फिर कुकर या स्टीमर मेँ 10 से 12 मिनट तक पकाएं।
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| 04:29 | या फिर कुकर मेँ एक चौथाई पानी भरकर बिना सिटी लगाए भाप लगवा सकते हैं। |
| 04:35 | सात से आठ मिनट के बाद इडली निकाल लें और गरमागरम परोसें। |
| 04:41 | इस इडली मेँ भरपूर है प्रोटीन |
| 04:45 | कैल्शियम और आयरन। |
| 04:47 | और भरपूर है फोलेट |
| 04:50 | मैग्निशियम और पोटेशियम भी। |
| 04:53 | अगला हम सीखेंगे, सनवा बाजरा की खिचड़ी । |
| 04:56 | इसे बनाने के लिए हमें चाहिए, एक-एक चम्मच : |
| 05:01 | साबुत सनवा अंकुरित बाजरा |
| 05:04 | अंकुरित सोयाबीन |
| 05:06 | एक बारीक कटा प्याज
एक बारीक कटा गाजर |
| 05:09 | एक बारीक कटा चुकंदर |
| 05:11 | इसके साथ चाहिए, एक-एक चम्मच बड़ा |
| 05:15 | घिसा हुआ नारियल |
| 05:17 | और खस-खस के बीज |
| 05:19 | साथ ही चाहिए |
| 05:21 | आधा कप दही |
| 05:23 | एक चौथाई चम्मच
हल्दी पाउडर, धनिया |
| 05:28 | और जीरा पाउडर |
| 05:30 | जीरा |
| 05:32 | सहजन के पत्तियों का पाउडर
करी पत्तियों का पाउडर |
| 05:35 | स्वादानुसार नमक, और |
| 05:37 | एक चम्मच तेल या घी |
| 05:40 | ध्यान रखें, हमने बाजरा और सोयाबीन को अलग अलग भिगोकर अंकुरित किया है। |
| 05:46 | अलग अलग सामग्री अंकुरित होने में अलग अलग समय ले सकती हैं या फिर इकठे हो सकतीं हैं। |
| 05:52 | जब मैने बनाया तो सोयाबीन ने अंकुरित होने में ज़्यादा समय लिया । |
| 05:57 | सनवा को पानी मेँ छह से आठ घंटे तक भिगो दें। |
| 06:01 | फिर पानी निकालें और इसे अलग रख दें। |
| 06:04 | प्रेशर कुकर मेँ तेल गर्म करें और जीरा डालें। |
| 06:09 | अब, सारी सब्जियाँ, सनवा, अंकुरित बाजरा,अंकुरित सोयाबीन और दही डाल दें। |
| 06:17 | घिसा नारियल, खस-खस के बीज ,नमक, अन्य पाउडर और सारे सूखे मसाले भी डालें |
| 06:23 | अच्छी तरह मिला लें । |
| 06:25 | और एक कप पानी डालें ।
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| 06:28 | खिचड़ी को कुकर में दो सिटी तक पकाएं। |
| 06:32 | जब बन जाए, तो परोस दें। |
| 06:35 | यह खिचड़ी भरपूर है, प्रोटीन से |
| 06:38 | अच्छी चर्बी , विटामिन-ए |
| 06:40 | और कैल्शियम से |
| 06:42 | इसमें भरपूर हैं खनिज पदार्थ जैसे आयरन |
| 06:45 | फोलेट मैग्नीशियम |
| 06:47 | और फोस्फोरस |
| 06:49 | तीसरा हम सीखेंगे है मूंग रैप । |
| 06:53 | इसके लिए, आपको चाहिए |
| 06:55 | एक चौथाई कप अंकुरित रागी का आटा |
| 06:58 | एक बड़ा चम्मच बेसन |
| 07:01 | आधा कप अंकुरित मूंग |
| 07:04 | एक चौथाई कप मसला हुआ पनीर |
| 07:06 | एक बड़ा चम्मच कटा हुआ प्याज |
| 07:08 | एक बड़ा चम्मच कटा हुआ टमाटर |
| 07:12 | इसके साथ हमें चाहिए एक चौथाई चम्मच |
| 07:15 | हल्दी पाउडर |
| 07:17 | धनिया और जीरा पाउडर |
| 07:19 | जीरा , करी पत्ती पाउडर |
| 07:22 | सहजन के पत्तियों का पाउडर
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| 07:24 | एक बड़ा चम्मच तेल या घी |
| 07:27 | हमें चाहिए होगा साथ में आधा नीबू |
| 07:29 | और नमक स्वादानुसार। |
| 07:32 | मूंग को पहले इस ट्यूटोरियल मेँ बताए तरीके से अंकुरित कर लें। |
| 07:37 | अंकुरित रागी का आटा तैयार करने के लिए रागी को रातभर भिगोए रखें। |
| 07:42 | अब इसे मलमल के कपड़े मेँ बांध दें और छह से आठ घण्टे या रातभर रखें। |
| 07:48 | अंकुरित होने के बाद, रागी को लोहे के तवे पर सूखा भून लें। |
| 07:54 | फिर मिक्सी या सिल-बट्टे से पीसकर आटा बना लें और अलग रख दें। |
| 08:01 | लोहे के तवे पर तेल गरम कर लें । |
| 08:04 | जीरा, सूखे मसाले और पाउडर डालें। |
| 08:09 | कटी हुई प्याज और टमाटर डालकर थोड़ी नरम होने तक पकाएं। |
| 08:14 | फिर, अंकुरित मूँग डालकर इसे 10 मिनट और पका लें। |
| 08:19 | इसमें पनीर और नमक डालें फिर 5 से 10 मिनट तक पकाएं। |
| 08:24 | एक चौथाई कप पानी डालकर इसे 5 से 10 मिनट और पका लें। |
| 08:30 | अब चूल्हा बंद कर दें और इसे ठंडा होने दें। |
| 08:34 | अब इसमें नीं बू का रास मिलाकर इस मिश्रण को अलग रख दें। |
| 08:38 | अब , रागी के आटे और बेसन को एक कटोरे में मिला लें। |
| 08:44 | इसमें गुनगुना पानी मिलाकर आटे की लोई बना लें। |
| 08:48 | अब लोई को बेलकर परांठे की तरह बना लें। |
| 08:51 | फिर तवे पर पराठें को दोनों तरफ सेंक लें। |
| 08:56 | पराठें को सेंककर प्लेट में रख लें और पराठें के बीच में मूंग का मिश्रण रख लें। |
| 09:02 | अब इसे लपेटे और परोसें। |
| 09:05 | इस मेँ भरपूर है प्रोटीन |
| 09:07 | और अच्छी चर्बी । |
| 09:10 | इसके साथ साथ इसमें है कैल्शियम |
| 09:12 | आयरन
फोलेट |
| 09:14 | मैग्नीशियम
और जिंक भी। |
| 09:16 | सनवा, बाजरा और अनाज के अलावा आप दूसरे सामग्री भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
| 09:22 | जैसे: ज्वार |
| 09:24 | कोदरा
टूटे गेहूं |
| 09:26 | या साबुत गेहूं |
| 09:28 | इसी तरह आप अन्य अंकुरित अनाज भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
| 09:32 | जैसे
अंकुरित सफ़ेद चना |
| 09:35 | अंकुरित हरी मटर या |
| 09:37 | अंकुरित मोठ |
| 09:39 | बताए गए बीजों के अलावा अपने इलाके के दूसरे बीजों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। |
| 09:46 | जैसे
तिल के बीज |
| 09:48 | कद्दू के बीज |
| 09:50 | सन के बीज
और हलीम के बीज। |
| 09:53 | गर्भावस्था में बेहतर स्वास्थ्य और शिशु की अच्छी सेहत के लिए इन खानों को अपने आहार में शामिल करें। |
| 10:00 | इसी के साथ यह ट्यूटोरियल समाप्त यही होता है।
हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद । |