Health-and-Nutrition/C2/Safe-preparation,-serving-and-storage-of-baby-food/Hindi
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00:01 | शिशु के खाने को स्वच्छता से बनाने , खिलाने और उसके रखरखाव पर बने स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है |
00:09 | इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे, शिशु के खाने को बनाने के सुरक्षा निर्देश, जिसमें हैं - |
00:15 | खाने को बनाने
खिलाने और |
00:18 | उसके रखरखाव के बारे में |
00:20 | आइये शुरू करते हैं |
00:22 | शिशु के खाने को स्वच्छता से बनाना बहुत ज़रूरी है |
00:26 | यह शिशु को खाने से होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। |
00:31 | खाने को स्वछता से बनाने में पहला कदम व्यक्तिगत स्वच्छता है। |
00:37 | व्यक्तिगत स्वच्छता को इसी श्रृंखला के एक अन्य ट्यूटोरियल में समझाया गया है) |
00:44 | अगला कदम है साफ़-सफाई |
00:47 | खाना बनाने वाली पूरी जगह को साफ़ करें |
00:50 | बर्तन
और काटने के तख़्ते को भी |
00:53 | साफ करने के लिए साबुन और गर्म पानी का इस्तेमाल करें |
00:57 | सामान को इस्तेमाल से पहले और बाद में हमेशा साफ़ करें |
01:01 | कच्चे खाद्य पदार्थों के रखरखाव के बाद भी इन्हें साफ करें |
01:05 | और दूसरे कच्चे या फिर पके खाने के सम्पर्क में आने से पहले भी |
01:09 | शिशु का खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाले बर्तन को अच्छी तरह से साफ़ किया जाना चाहिए। |
01:14 | उन्हें गर्म पानी से अच्छी तरह से धोया जाना चाहिए। |
01:18 | और फिर उन्हें हवा में सुखाना या साफ़ कपड़े से पोंछना चाहिए |
01:24 | बर्तनों को हमेशा ढक कर रखना चाहिए |
01:28 | खाने की सामग्री को भी अच्छी तरह से साफ़ करना चाहिए |
01:32 | ताजे फलों और सब्जियों को साफ़ पानी से अच्छे से धोएं |
01:38 | उन्हें छीलने और काटने से पहले धो लें। |
01:41 | इससे दूषित पदार्थ |
01:44 |
परजीवी और कीटनाशक दूर होते हैं |
01:47 | मांसाहारी और शाकाहारी खाद्य पदार्थों को काटने के लिए अलग-अलग तख्त का उपयोग करें। |
01:53 | इसके अलावा, कच्चे और पके हुए खानों के लिए अलग-अलग बर्तन इस्तेमाल करें |
02:00 | इससे मांस और कच्चे खानों के कीटाणु दूसरे खानों में नहीं फैलते |
02:07 | रसोई में इस्तेमाल होने वाले किसी भी कपड़े को नियमित अंतराल पर बदलें और धोएं। |
02:14 | हानिकारक कीटाणुओं को नष्ट करने के लिए शिशु के खाने ठीक से पकाया जाना चाहिए। |
02:20 | और, खिलाने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि खाना पूरी तरह पक गया है. |
02:27 | खाने को चखकर जांचें की वह पका है या नहीं |
02:31 | साथ ही, खाने के कम पके होने के संकेतों को पहचानें |
02:36 | ऐसे ही कुछ संकेत मांस का गुलाबी रंग होना |
02:43 | शिशु का खाना बनाते समय कुछ सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए |
02:49 | आइये अब, बात करेंगे शिशु को खाना खिलाते समय बरतने वाली सावधानियों के बारे में |
02:56 | पहला , शिशु के कपड़े और बर्तनों को अच्छे से धो लें |
03:02 | शिशु की कुर्सी, बैठने की जगह और खाने की जगह गीले कपड़े से साफ़ कर लेनी चाहिए |
03:09 | इस्तेमाल से पहले इन्हें सुखा लें |
03:12 | शिशु को खिलाने से पहले माँ को, अपने और शिशु के हाथों को अच्छे से साफ़ कर लेना चाहिए |
03:18 | जो शिशु खुद से खाना खा लेते हैं उन्हें भी अपने हाथ धो लेने चाहिए |
03:24 | खिलाने से पहले यह जांचना चाहिए की खाना कितना गरम है |
03:29 | अपनी हथेली पर थोड़ा सा खाना डाल कर जाँच सकते हैं |
03:36 | कभी कभी बर्तन में रखा हुआ खाना कुछ जगहों पर ज्यादा गर्म हो सकता है |
03:42 | इसलिए, खाने को अच्छे से हिला लेना चाहिए |
03:47 | शिशु को खाना खिलाने में समय लग सकता है |
03:50 | इसलिए, खाना खिलाने वाले बर्तन को ढंककर रखा जाना चाहिए |
03:57 | ढंकने से खाने को धूल और मक्खियों से बचाया जा सकता है |
04:04 | खिलाते समय खाने का शिशु के गले में अटकने का खतरा बहुत अधिक है। |
04:09 | इस से बचने के लिए शिशु को सीधा बिठाकर रखें |
04:15 | खाते हुए ना ही वह दौड़े या ना ही चले |
04:19 | जब वह खाना खाए तो उसे अकेला न छोड़ें |
04:24 | उसे बढ़ावा दें की वो खाने को धीरे धीरे और अच्छे से चबाकर खाए |
04:29 | शिशु को ऐसा कड़क खाना न दे जो उस के गले में अटक जाए |
04:34 | जैसे की दाने या कच्ची सब्ज़ियों के टुकड़े |
04:40 | उसे बोतल से दूध न दें |
04:43 | अब शिशु के खाने को सफाई से संभाल कर रखने की बात करेंगे |
04:48 | सब से पहला है की, ताजा पका हुआ खाना शिशु के लिए सबसे अच्छा होता है |
04:54 | ज़रूरत के जितना खाने के बाद, शिशु की थाली में बचा हुआ खाना फेंक दें |
05:00 | थाली में बचा हुआ खाना शिशु की लार के सम्पर्क में आ चुका होता है |
05:05 | इसमें बैक्टीरिया होंगे। |
05:08 | शिशु के खाने को फिर से रखने पर यही बैक्टीरिया बढता जाता है. |
05:15 | पकाने के बाद, खाने को अपने हाथों से न छुएं |
05:20 | खाने को धूल और मक्खियों से बचाने के लिए ढंक कर रखें |
05:26 | हमेशा सूखी सामग्री और ताजी सामग्री को एक दूसरे से अलग रखें |
05:31 | और कच्चे खाने को पके खाने से अलग जगह रखें |
05:37 | गर्मी के मौसम में पकाया हुआ खाना, एक से दो घंटों से ज़्यादा नहीं रखना चाहिए |
05:44 | अगर फ्रिज हो तो शिशु के खाने को उसमें संभाल कर जा सकता है। |
05:49 | फ्रिज अच्छी कार्यशील स्थिति में होना चाहिए। |
05:53 | समय समय पर उस की सफाई करनी चाहिए |
05:58 | खाने को ताजा रखने के लिए फ्रिज का तापमान पांच डिग्री या उससे कम रहना चाहिए |
06:04 | पीने के पानी को धूल से बचाएं और उस मे गिलास डुबाते हुए हाथ ना डालें |
06:10 | इन दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए - खाना पकाते हुए , |
06:14 | उस खाने को संभाल कर रखते हुए और शिशु को खिलाते हुए |
06:18 | पोषक आहार , स्वच्छता से खिलाने पर शिशु को तंदुरुस्त बनाता है |
06:23 | अगर ऐसे न खिलाया जाए तो शिशु बीमार और कमजोर हो सकता है. |
06:30 | इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि खाना शिशु को नुकसान न पहुंचाए |
06:37 | यह ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है.
यह स्क्रिप्ट विनय कुमार द्वारा अनुवादित है , आई आई टी बॉम्बे से मैं बेल्ला टोनी आपसे विदा लेती हूं हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |