Health-and-Nutrition/C2/General-guidelines-for-Complementary-feeding/Hindi

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00:00 पूरक आहार खिलाने के सामान्य दिशा - निर्देश पर बने स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:06 इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगें -
00:09 छः महीने के शिशु को पूरक आहार खिलाने की ज़रूरत के बारे में ।


00:17 और छः महीने से 24 महीने के शिशुओं को पूरक आहार खिलाने के दिशा -निर्देश के बारे में ।
00:23 आइये शुरू करते हैं।
00:25 शिशु को जन्म से लेकर छह महीने तक सिर्फ माँ का दूध ही पिलाना चाहिए।
00:33 छः महीने की उम्र का मतलब छटे महीने की शुरुआत नहीं है ।
00:40 इस का मतलब है की शिशु छह महीने पूरे कर चूका है और सातवाँ महीना शुरू हो गया है।
00:47 इस उम्र में , केवल माँ का दूध शिशु के लिए काफी नहीं होता।
00:54 इसलिए स्तनपान के साथ साथ शिशु को घर का बना हुआ पोषक आहार भी देना शुरू करना चाहिए।
01:00 इसी आहार को हम पूरक आहार कहते हैं।
01:05 छः महीने से चौबीस महीने की उम्र के शिशुओं को पूरक आहार खिलाना जरूरी है।
01:13 पूरक आहार शिशु के लम्बा, स्वस्थ और बुद्धिमान होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
01:21 ये ज़रूरी है की शिशु के छह महीने पूरे होते ही उस को पूरक आहार देने की शुरुआत कर देनी चाहिए।
01:27 नहीं तो, शिशु की वृद्धि और विकास पूरी तरह से नहीं हो पाएगा।
01:33 ऐसा भी हो सकता है कि शिशु, बाद में घर का बना हुआ खाना खाने से इनकार कर दे ।
01:41 याद रखें, पूरक आहार स्तनपान का सहयोग करता है।
01:46 इसलिए, शिशु के दो साल की उम्र होने तक माँ को उसे स्तनपान कराना चाहिए ।
01:54 अलग अलग तरीके का पूरक आहार, उस का गाढ़ापन और उस की मात्रा शिशु की उम्र के अनुसार बदलती रहती है।
02:03 शिशु की हर आयु के लिए अलग-अलग तरह का पूरक आहार सुझाया गया है।
02:08 इन पर इसी श्रृंखला के अन्य ट्यूटोरियल में विस्तार से बताया गया है ।
02:14 आइये अब, हर उम्र के शिशुओं के लिए पूरक आहार खिलाने के जरूरी दिशा - निर्देश पर पर बात करते है ।
02:23 शिशु को पहली बार जब कोई नया खाना दे तो उसे सिर्फ वही खाने को दें ।
02:29 उस खाने को बाकी के खानों के साथ कुछ वक्त के बाद मिलाकर दें।
02:33 इस से हमें ये पता चलेगा कि शिशु को किस खाने से एलर्जी है।
02:40 अलग अलग तरह का खाना खिलाना शिशु के पोषण कर लिए बहुत जरूरी है।


02:46 हर चौथे दिन, शिशु के आहार में एक नया खाना मिला सकते हैं।
02:52 पिछले दिए जा रहे खाने के साथ, नए खाने का एक चम्मच खिलाना शुरुआत करें।
02:59 फिर धीरे धीरे हर दिन इसकी मात्रा बढ़ाते जाएं।
03:03 शिशु के खाने में पोषण से भरपूर सभी 8 खाद्य समूहों के खाने को शामिल करना जरूरी है।
03:11 पहला और सबसे महत्वपूर्ण खाने का समूह है स्तनपान ।
03:17 इसे बाकी के खाने के समूहों के साथ हर रोज़ ज़रूर शामिल करना चाहिए।
03:22 अनाज, जड़ और कंद दूसरे खाने के समूह हैं।
03:28 फलियां, बीज और दाने तीसरा समूह है।
03:33 चौथा समूह है दूध से बनी चीज़े।
03:37 मांस, मछली और चिकन पाँचवाँ समूह है।
03:43 अंडा छठा समूह है।
03:46 विटामिन ए से भरपूर फल और सब्जियां सातवें समूह हैं।
03:52 और आखिरी, आठवां समूह है बाकी के फल और सब्जियां।
03:58 बेहतर होगा, कि शिशु के खाने में आठों खाद्य समूह का खाना शामिल हों।
04:05 अगर शिशु के आहार में 5 खाद्य समूह से कम खाना हैं तो फिर ये एक समस्या है।
04:13 इसे जल्दी से जल्दी सुधारा जाना चाहिए ।
04:16 कुछ शिशुओं को माँ का दूध नहीं मिल पाता है।
04:22 ऐसे में हर रोज़ शिशु के आहार में बाकी के 7 समूहों में से खाना जरूर खिलाते रहें।
04:28 साथ ही, शिशु को 500 मिलीलीटर गाय का दूध और दो बार ज़्यादा खाना खिलाना चाहिए।
04:39 शिशु को गाय का दूध पिलाने से पहले दूध को अच्छे से उबाल लेना चाहिए।
04:45 आइए अब, देखते हैं शिशु के खाने में नए खाद्य समूह से खाना शामिल करने के बारे में ।
04:52 माँ के दूध के साथ पहले 6 समूहों से पूरक आहार देना शुरू करें।
05:00 छह महीने की उम्र पूरी करने के बाद शिशु को ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है।
05:06 हालांकि, शिशु को शुरुआत में खिलाए जाने वाले खाना की मात्रा कम होती है।
05:14 इसलिए, पोषक तत्वों से भरपूर पहले 6 समूहों के खाने दिए जा सकते हैं।
05:20 इन समूहों के खाने में प्रोटीन और फैट जैसे पोषक तत्व भरपूर होते हैं।
05:27 ये खाना शिशु की लंबाई और माँसपेशियों के विकास में महत्तपूर्ण हैं।
05:34 अच्छी चर्बी शिशु के दिमाग के विकास के लिए बहुत जरूरी होती है ।
05:40 इन ख़ानों के बाद, शिशु को सब्जियां और फल खिलाना शुरू करें।
05:45 सब्जियां और फल विटामिन और खनिज पदार्थों से भरपूर होते हैं।
05:52 हालांकि, वे पहले 6 समूहों की तरह प्रोटीन और फैट से सघन नहीं होते।
06:00 इसीलिए, इन्हें बाद में शुरू किया जाता है ताकि शिशु का वजन न कम हो और न ही बढ़ना रुके।
06:07 साथ ही, फल स्वाद में मीठे भी होते हैं।
06:11 शिशु को मीठा खिलाने से पहले अलग-अलग खाने का स्वाद चखाना जरूरी होता है।
06:18 अलग-अलग तरह के स्वाद चखना शिशु को ज्यादा खाना खाने के लिए तैयार करता है।
06:24 ये शिशु को बाद में चुनिंदा खाना खाने की आदत से बचाता है।
06:31 इसीलिए, फलों को शिशु के आहार में तभी जोड़ें जब हर समूह के खाने को खिला चुके हों ।
06:39 अपने इलाके के ताज़े और मौसम के हिसाब से मिलने वाले फल शिशु को दिन में एक या दो बार दें ।
06:47 फल को शिशु के खाना खाने के बाद मीठा खिलाने में दिया जा सकता है।
06:52 शिशु के रोज़ के खाने में फलों की प्यूरी नहीं मिलानी चाहिए ।
06:58 और इस उम्र के शिशुओं के लिए फलों का रस देना भी ठीक नहीं है।
07:03 ना ही घर पे बनाया हुआ फलों का रस और ना ही बाज़ार में मिलने वाला पैकेट वाला रस ।
07:09 याद रखें, शिशु को 2 साल का होने तक स्तनपान जारी रखें।
07:15
07:21 साबुत दाने, अंगूर, चना और कच्चे गाजर ऐसे खाने के उदाहरण हैं।
07:30 शिशु के लिए स्वछता से घर का पका हुआ ताजा खाना ही सबसे अच्छा होता है।
07:37 शिशु का खाना संभाल कर रखना पड़े, तो 'खाने के सुरक्षित रख रखाव' पर बना ट्यूटोरियल जरूर देखें।
07:44 शिशु के खाने को स्वछता से बनाने, खिलाने और उस के रखरखाव पर भी उस ट्यूटोरियल में चर्चा की गयी है।
07:52 ज्यादा जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें ।
07:56 छः महीने के शिशु को खाना ख़िलाने के साथ उबला हुआ ठंडा पानी पिलाया जा सकता है।
08:03 दिन में दो बार तीस से साठ मिलीलीटर पानी पिलाने की शुरुआत करें ।
08:10 पानी की मात्रा को गर्मी के मौसम में और शिशु के माँग के हिसाब से बढ़ा सकते हैं।
08:16 माँ का दूध और पानी शिशु के लिए सबसे अच्छी पीने की चीज़ें हैं।
08:21 लेकिन, इन्हें सही समय पर दिया जाना चाहिए।
08:25 खाना खिलाने से पहले शिशु को ना स्तनपान कराएं और ना ही पानी पिलाएं।
08:31 भूख में शिशु के नए खाने को खाने की सम्भावना ज़्यादा होती है ।
08:37 शिशु को खाना देने के बीस से तीस मिनट पहले या फिर बाद में स्तनपान कराएं या पानी पिलाएं।
08:46 शिशु की वृद्धि के लिए उसे पर्याप्त पूरक आहार की बहुत जरूरत होती है।
08:52 अब यह ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है । यह स्क्रिप्ट विनय कुमार द्वारा अनुवादित है ।

आईआईटी बॉम्बे से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूँ । हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद ।

Contributors and Content Editors

Bellatony911, Sakinashaikh