Advance-C/C2/Storage-class-specifiers/Marathi
From Script | Spoken-Tutorial
| Time | Narration |
| 00:01 | Advance C मधील Storage class specifiers वरील पाठात आपले स्वागत. |
| 00:07 | या पाठात आपण काही उदाहरणांच्या सहाय्याने जाणून घेऊः
Storage class specifiers, auto कीवर्ड , static कीवर्ड, extern कीवर्ड, register कीवर्ड |
| 00:22 | येथे, उबंटु ऑपरेटिंग सिस्टीम वर्जन 11.10, आणि उबंटुवरील gcc कंपायलरचे 4.6.1 वर्जन वापरणार आहोत. |
| 00:34 | या पाठासाठी 'C' वरील पाठांचे ज्ञान असावे. |
| 00:41 | नसल्यास संबंधित पाठांसाठी येथे दाखवलेल्या आमच्या वेबसाईटला भेट द्या. |
| 00:47 | प्रथम storage class specifiers ची ओळख करून घेऊ. |
| 00:52 | Specifiers कंपायलरला व्हेरिएबल कुठे संचित करायचे हे सांगतात. |
| 00:57 | तसेच व्हेरिएबल कसे संचित करायचे, |
| 00:59 | व्हेरिएबलची प्राथमिक(इनिशियलाईज्ड) व्हॅल्यू काय असेल, |
| 01:03 | व्हेरिएबलचे आयुष्य किती असेल हेही सांगतात. |
| 01:06 | सिंटॅक्स असा आहे: storage_specifier data_type variable _name |
| 01:13 | स्टोरेज क्लासिफायर्सचे प्रकार: auto , static , extern , register . |
| 01:21 | आता auto कीवर्डबद्दल जाणून घेऊ. |
| 01:24 | auto हा कीवर्ड automatic व्हेरिएबल घोषित करतो. |
| 01:28 | याचा स्कोप local आहे. |
| 01:30 | कीवर्डस आपोआप इनिशियलाईज होत नाहीत, |
| 01:34 | घोषित करताना कीवर्डस जाणीवपूर्वक इनिशियलाईज करावे लागतात. |
| 01:39 | कीवर्डसची स्टोरेज स्पेस CPU मेमरी असते. |
| 01:43 | त्याचे उदाहरण पाहू. माझ्याजवळील कोड समजून घेऊ. |
| 01:49 | auto.c हे फाईलचे नाव आहे. |
| 01:54 | “increment()” हे फंक्शन घोषित केले आहे. |
| 01:58 | हे main() फंक्शन आहे. |
| 02:00 | main() फंक्शनमधे, increment() हे फंक्शन चार वेळा कॉल केले आहे. |
| 02:06 | आपल्याकडे return 0 स्टेटमेंट आहे. |
| 02:10 | फंक्शन कसे घोषित केले ते पाहू. |
| 02:14 | येथे 'i' हे व्हेरिएबल auto int म्हणून घोषित केले आहे. त्याचा स्कोप local आहे. |
| 02:21 | नंतर printf च्या सहाय्याने 'i' ची व्हॅल्यू प्रिंट करू. |
| 02:26 | i ची व्हॅल्यू वाढेल. |
| 02:30 | Ctrl+Alt+T ही बटणे एकत्रित दाबून टर्मिनल उघडा. |
| 02:38 | टाईप करा: gcc space auto.c space hyphen o space auto. एंटर दाबा. |
| 02:48 | टाईप करा: dot slash auto |
| 02:51 | शून्य हे आऊटपुट दिसेल. |
| 02:54 | आता प्रोग्रॅमवर जाऊ. |
| 02:57 | आता i हे auto व्हेरिएबल main() फंक्शनच्या वरती इनिशियलाईज करू. |
| 03:02 | घोषित आणि इनिशियलाईज केलेला हा भाग कट करून येथे पेस्ट करा आणि सेव्ह करा. |
| 03:14 | हे टर्मिनलवर कार्यान्वित करू. अप ऍरोचे बटण दोन वेळा दाबून एंटर दाबा. |
| 03:22 | "file-scope declaration of 'i' specifies 'auto'" अशी एरर मिळेल. |
| 03:29 | याचे कारण auto व्हेरिएबल फंक्शनला local आहे. |
| 03:34 | आपण ग्लोबली इनिशियलाईज करू शकत नाही. |
| 03:37 | एरर दुरूस्त करण्यासाठी प्रोग्रॅमवर जाऊ. |
| 03:42 | हे डिलिट करा आणि येथे पेस्ट करा. |
| 03:47 | Save वर क्लिक करा आणि टर्मिनलवर कार्यान्वित करा. |
| 03:52 | मागील कमांडसाठी अप ऍरोचे बटण दाबा. |
| 03:57 | एंटर दाबा. टाईप करा: dot slash auto. एंटर दाबा. |
| 04:03 | आता हे कार्य करत आहे! शून्य हे आऊटपुट मिळाले आहे. |
| 04:07 | कारण आपण 'i' ची व्हॅल्यू शून्यने इनिशियलाईज केली आहे. |
| 04:13 | आता static व्हेरिएबल बद्दल जाणून घेऊ. |
| 04:16 | static व्हेरिएबल बद्दल मागील पाठात शिकलो असलो तरी त्याबद्दल येथे थोडक्यात जाणून घेऊ. |
| 04:24 | 'static' व्हेरिएबल्स शून्याने इनिशियलाईज केले जातात. |
| 04:28 | प्रोग्रॅमचा कंट्रोल ब्लॉकच्या बाहेर गेला तरी ते नष्ट होत नाहीत. |
| 04:35 | वेगवेगळ्या function calls च्या दरम्यान व्हेरिएबलची व्हॅल्यू तशीच राहते. |
| 04:41 | यांची स्टोरज स्पेस CPU मेमरी आहे. |
| 04:45 | याचे उदाहरण पाहू. हीच कोड फाईल एडिट करू. |
| 04:51 | प्रोग्रॅमवर जाऊ. |
| 04:54 | Ctrl + Shift + S ही बटणे एकत्रित दाबा. |
| 05:01 | मी केवळ फाईलचे नाव बदलून static असे करणार आहे. Save वर क्लिक करा. |
| 05:10 | आता व्हेरिएबल 'i' चे इनिशयलायझेशन बदलून ते static int i equal to zero असे लिहा आणि सेव्ह करा. |
| 05:23 | काय होते ते बघण्यासाठी ही फाईल टर्मिनलवर कार्यान्वित करा. |
| 05:30 | टाईप करा: gcc space static.c space hyphen o space stat. एंटर दाबा. |
| 05:41 | टाईप करा: dot slash stat. एंटर दाबा. |
| 05:46 | "0, 1, 2, 3" असे आऊटपुट दिसेल. |
| 05:51 | कारण static व्हेरिएबल्स ही global व्हेरिएबल्स आहेत. |
| 05:56 | static व्हेरिएबलचा स्कोप ते घोषित केलेल्या फंक्शनसाठी local असतो. |
| 06:03 | त्यांची व्हॅल्यू function calls च्या दरम्यान नष्ट होत नाही. |
| 06:08 | extern कीवर्ड बद्दल जाणून घेऊ. |
| 06:12 | extern व्हेरिएबलचा स्कोप संपूर्ण मुख्य प्रोग्रॅम असतो. |
| 06:17 | extern व्हेरिएबलची घोषणा 'C' प्रोग्रॅममधे कुठेही करता येते. |
| 06:23 | extern व्हेरिएबल्स डिफॉल्ट रूपात शून्यने इनिशियलाईज केलेली असतात. |
| 06:28 | प्रोग्रॅममधील सर्व फंक्शन्स ते ऍक्सेस करू शकतात. |
| 06:33 | ते CPU मेमरीमधे संचित केले जातात. |
| 06:36 | आता उदाहरण पाहू. |
| 06:38 | माझ्या जवळचा कोड समजून घेऊ. |
| 06:42 | आपल्या फाईलचे नाव "extern.c" आहे. |
| 06:47 | मी 'x' हे इंटीजर व्हेरिएबल 10 या व्हॅल्यूने इनिशियलाईज केले आहे. |
| 06:54 | हे main() फंक्शन आहे. main() फंक्शनमधे मी y हे extern integer variable घोषित केले आहे. |
| 07:03 | printf स्टेटमेंटच्या सहाय्याने x आणि y च्या व्हॅल्यूज दाखवणार आहोत. हे return स्टेटमेंट आहे. |
| 07:12 | main() फंक्शन संपल्यावर 'y' व्हेरिएबल 50 या व्हॅल्यूने इनिशियलाईज करू. |
| 07:18 | टर्मिनलवर जाऊन काय आऊटपुट दिसते ते पाहू. |
| 07:24 | टाईप करा: gcc space extern.c space hyphen o space ext. एंटर दाबा. |
| 07:35 | टाईप करा: dot slash ext. एंटर दाबा. |
| 07:40 | आऊटपुट असे दिसेल: The value of x is 10 , The value of y is 50 |
| 07:48 | आपण शिकलो, extern कीवर्डची व्हॅल्यू संपूर्ण मुख्य प्रोग्रॅमसाठी आहे. |
| 07:55 | आपण हे प्रोग्रॅममधे कुठेही घोषित करू शकतो. |
| 07:59 | दोन्ही स्टेटमेंटस खरी आहेत. |
| 08:02 | आता register कीवर्ड बद्दल जाणून घेऊ. |
| 08:06 | register व्हेरिएबल्स सामान्य व्हेरिएबल्स पेक्षा जलद ऍक्सेस करता येतात. |
| 08:13 | ती मुख्य मेमरी ऐवजी रजिस्टर मेमरीमधे संचित केली जातात. |
| 08:19 | रजिस्टर साईज खूप कमी असल्यामुळे म्हणजेच 16 bits, 32 bits किंवा 64 bits, |
| 08:25 | व्हेरिएबल्स मर्यादित संख्येने वापरता येतात. |
| 08:30 | आता उदाहरण पाहू. माझ्या जवळचा कोड समजून घेऊ. |
| 08:37 | फाईलचे नाव register.c आहे. |
| 08:42 | येथे register integer व्हेरिएबल घोषित केले आहे. |
| 08:47 | हे व्हेरिएबल थेट register memory मधे संचित केले जाईल. |
| 08:53 | हे 'for' लूप आहे जे 1 पासून 5 पर्यंतच्या 'i' च्या व्हॅल्यूज दाखवेल. |
| 08:59 | हे 'i' ची व्हॅल्यू दाखवेल. |
| 09:03 | प्रोग्रॅम कार्यान्वित करून पाहू. |
| 09:07 | टर्मिनलवर टाईप करा: gcc space register.c space hyphen o space register |
| 09:17 | एंटर दाबा. टाईप करा: dot slash register. एंटर दाबा. |
| 09:25 | आऊटपुट असे दिसेल: "values stored in register memory 1 2 3 4 5". |
| 09:34 | आपण पाठाच्या अंतिम टप्प्यात आहोत. थोडक्यात, |
| 09:39 | आपण शिकलो:
Storage class specifiers, auto कीवर्ड, static कीवर्ड extern कीवर्ड, register कीवर्ड |
| 09:52 | असाईनमेंट म्हणून पहिल्या पाच अंकांची बेरीज दाखवणारा प्रोग्रॅम लिहा. |
| 09:59 | प्रोग्रॅममधे auto आणि static हे दोन्ही कीवर्डस घोषित करा. |
| 10:04 | स्क्रीनवर दिसत असलेल्या लिंकवर उपलब्ध असलेला व्हिडिओ बघा. |
| 10:07 | ज्यामध्ये तुम्हाला प्रॉजेक्टचा सारांश मिळेल. |
| 10:11 | जर तुमच्याकडे चांगली Bandwidth नसेल तर आपण व्हिडिओ download करूनही पाहू शकता. |
| 10:16 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट टीम, Spoken Tutorial च्या सहाय्याने कार्यशाळा चालविते. |
| 10:22 | ऑनलाईन परीक्षा उत्तीर्ण होणा-या विद्यार्थ्यांना प्रमाणपत्रही दिले जाते. अधिक माहितीसाठी कृपया आम्हाला लिहा. |
| 10:33 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट हे "टॉक टू टीचर" या प्रॉजेक्टचा भाग आहे. |
| 10:38 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्टसाठी अर्थसहाय्य NMEICT, MHRD, Government of India यांच्याकडून मिळालेले आहे. |
| 10:45 | यासंबंधी माहिती पुढील साईटवर उपलब्ध आहे. http://spoken-tutorial.org\NMEICT-Intro |
| 10:52 | हे भाषांतर मनाली रानडे यांनी केले असून आवाज .... यांनी दिला आहे. सहभागासाठी धन्यवाद. |