Ruby/C2/Variables-in-Ruby/Hindi

From Script | Spoken-Tutorial
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Time' Narration
00.02 Ruby में वेरिएबल्स पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00.06 इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे।
00.09 वेरिएबल क्या है ?
00.10 Ruby में सक्रिय टाइपिंग।
00.13 वेरिएबल घोषित करना।
00.15 वेरिएबल के प्रकार बदलना।
00.18 वेरिएबल का स्कोप क्या है ?
00.20 वेरिएबल के प्रकार।
00.23 यहाँ हम उबंटु लिनक्स वर्जन 12.04, Ruby 1.9.3 उपयोग कर रहे हैं।
00.32 इस ट्यूटोरियल के अनुकरण के लिए आपको लिनक्स में टर्मिनल का ज्ञान होना आवश्यक है।


00.38 आपको irb की जानकारी होनी आवश्यक है।


00.41 यदि नहीं, तो सम्बंधित ट्यूटोरियल के लिए, दिखाई गयी हमारी वेबसाइट पर जाएँ।


00.47 अब मैं समझाउंगी कि वेरिएबल क्या है ?
00.50 वेरिएबल का उपयोग एक वैल्यू संचित करने के लिए होता है।
00.54 वेरिएबल एक संदर्भ (reference ) है, जिसे नियुक्त कर सकते हैं।
00.58 ध्यान दें, कि Ruby वेरिएबल्स केस सेंसिटिव हैं।
01.04 वेरिएबल का नाम अर्थपूर्ण होना चाहिए।
01.07 वेरिएबल नाम में केवल लोअरकेस लेटर्स, नम्बर्स, अंडरस्कोर्स होते हैं। Ex : first_name
01.20 अब देखते हैं, सक्रीय टाइपिंग क्या है ?
01.23 Ruby एक सक्रीय टाइप्ड भाषा है।
01.27 इसका मतलब कि आपको वेरिएबल बनाते समय डेटाटाइप बताने की आवशयकता नहीं है।
01.34 Rubyइंटरप्रेटर नियत कार्य के समय डेटा टाइप निर्धारित करता है।


01.39 अब देखते हैं, कि Ruby में वेरिएबल कैसे निर्धारित करें।
01.45 एकसाथ Ctrl , Alt और T कीज़ दबाकर टर्मिनल खोलें।


01.51 आपके स्क्रीन पर टर्मिनल विंडो प्रदर्शित होती है।
01.55 अब irb टाइप करें।
01.57 इंटरैक्टिव Ruby आरम्भ के लिए एंटर दबाएं।
02.02 अब टाइप करें var1 equal to 10 और एंटर दबाएं।
02.09 यहाँ हमने एक वेरिएबल var1 घोषित किया और उसकी वैल्यू 10 निर्धारित की।
02.15 अब जाँचते हैं, कि इंटरप्रेटर द्वारा दिया गया डेटाटाइप इंटीजर है या नहीं।


02.21 अतः टाइप करें var1 dot kind_(underscore) of (?)question mark Integer और एंटर दबाएं।
02.37 हमें आउटपुट true की तरह मिलेगा।
02.39 Ruby में वेरिएबल टाइप को सक्रियता से बदल सकते हैं।
02.44 ऐसा करने के लिए, इसकी एक नयी वैल्यू निर्धारित करें।
02.47 इसको, var 1 को एक string वैल्यू निर्धारित करके करें।
02.53 टाइप करें var1 equal to डबल कोट्स में hello और एंटर दबाएं।
03.02 निर्धारित वेरिएबल टाइप को सत्यापित करें।
03.06 टाइप करें var1 dot class


03.12 क्लास मेथड बताता है, कि यह वेरिएबल किस क्लास का है। अब एंटर दबाएं।
03.20 हमें आउटपुट string मिलता है।
03.23 Ruby ने अपने आप से वेरिएबल टाइप को इन्टिजर से स्ट्रिंग में बदल दिया है।
03.29 अब हम सीखेंगे कि वेरिएबल वैल्यू को भिन्न प्रकार से कैसे बदलेंगे ?
03.35 वापस स्लाइड्स पर आएँ।


03.38 Ruby वेरिएबल क्लासेस में उनकी वैल्यूज को भिन्न प्रकार से बदलने की विधियाँ होती हैं।
03.45 to_i मेथड वेरिएबल को इंटीजर में बदलने के लिए उपयोगी है।
03.51 to _f मेथड वेरिएबल को फ्लोटिंग पॉइन्ट में बदलने के लिए उपयोगी है ।
03.57 to_s मेथड वेरिएबल को स्ट्रिंग (string) में बदलने में उपयोगी है।


04.03 to_s मेथड नंबर बेस को आर्गुमेंट की तरह लेता है।
04.08 रूपांतरण इस नंबर बेस पर निर्भर करता है।
04.12 अब इनका अभ्यास करें।
04.15 टर्मिनल पर जाएँ सबसे पहले टर्मिनल को क्लियर करते हैं।
04.21 irb कंसोल को क्लियर करने के लिए ctrl Lदबाएँ ।


04.25 अब टाइप करें y is equal to 20 और एंटर दबाएं।
04.32 यहाँ हम एक वेरिएबल y घोषित करते हैं और उसकी वैल्यू 20 निर्धारित करते हैं।
04.39 यहाँ हम _f मेथड उपयोग करके y को फ्लोटिंग पॉइन्ट वैल्यू में बदलेंगे।
04.47 टाइप करें y dot to _f और एंटर दबाएं।
04.55 हमें एक फ्लोट की तरह एक वैल्यू मिलती है। 04.57 टाइप करें y dot to _s और एंटर दबाएं।
05.06 हमें डबल कोट्स में आउटपुट 20 मिलता है।
05.10 वेरिएबल y को बाइनरी फॉर्म में बदलने के लिए to_s मेथड में नंबर बेस 2 दें।
05.18 पिछली कमांड में जाने के लिए अप एरो की दबाएं।
05.22 टाइप करें ओपनिंग ब्रैकेट 2 क्लोजिंग ब्रैकेट और एंटर दबाएं।
05.29 हमें बाइनरी फॉर्म में आउटपुट मिलता है।
05.33 इसी तरह आप y को octal और hexadesimal फॉर्म में भी बदल सकते हैं।
05.39 नंबर बेस को 8 या 16 में बदलकर
05.44 अपनी स्लाइड्स पर वापस आते हैं।
05.47 अब हम सीखेंगे कि वेरिएबल स्कोप क्या होता है।


05.51 स्कोप बताता है, कि वेरिएबल को प्रोग्राम में कहाँ एक्सेस कर सकते हैं।


05.56 Ruby के चार तरह के वेरिएबल स्कोप होते हैं :
06.00 लोकल (Local)
06.01 ग्लोबल (Global)
06.02 इंस्टैंस (Instance) और
06.04 क्लास (Class )
06.06 प्रत्येक वेरिएबल का प्रकार वेरिएबल नाम की शुरुआत में एक स्पेशल करैक्टर के द्वारा बताया जाता है।


06.14 $ ग्लोबल वेरिएबल दर्शाता है।
06.18 लोअर केस लेटर और अंडरस्कोर लोकल वेरिएबल दर्शाता है।
06.25 @ इंस्टैंस वेरिएबल दर्शाता है।
06.29 दो @@ सिंबल क्लास वेरिएबल दर्शाता है।
06.33 अपर केस लेटर्स कांस्टेंट दर्शाता है।


06.37 इसके बारे में हम विस्तार में अगले ट्यूटोरियल में सीखेंगे।
06.42 हम स्पोकन ट्यूटोरियल के अंत में आ गए हैं। इसको सरांशित करते हैं।
06.48 इस टुटोरिअल में हमने सीखा
06.51 एक वेरिएबल घोषित करना जैसे var 1 = 10
06.56 to_f , to_s मेथड्स उपयोग करके वेरिएबल टाइप बदलना।
07.04 भिन्न वेरिएबल स्कोप


07.06 नियत-कार्य के रूप में
07.08 एक वेरिएबल घोषित करें और इसको octal और hexadecimal फॉर्म में बदलें।


07.14 दिए गए लिंक पर उपलब्ध विडिओ को देखें।


07.17 यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सरंक्षित करता है।
07.20 अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसको डाउनलोड करके देख सकते हैं।
07.24 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम :


07.27 स्पोकन ट्यूटोरियल का उपयोग करके कार्यशालाएं चलती है।
07.30 ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं।
07.34 ज्यादा जानकारी के लिए कृपया contact@spoken-tutorial.org को लिखें।
07.41 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट, टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
07.45 यह भारत सरकार के, एमएचआरडी के आईसीटी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है।
07.51 इस मिशन पर अधिक जानकारी दिए लिंक पर उपलब्ध है।
07.57 आई. आई. टी. मुंबई से मैं श्रुति आर्य अब आपसे विदा लेती हूँ।
  हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। 


Contributors and Content Editors

PoojaMoolya, Pratik kamble, Shruti arya