Drupal/C2/Creating-New-Content-Types/Hindi

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Revision as of 16:06, 5 September 2016 by Shruti arya (Talk | contribs)

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Time Narration
00:01 'Creating New Content Types' पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:06 इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे
  • नया 'Content type' बनाना और
  • 'Content type' में फिल्ड्स को जोडना
00:15 इस ट्यूटोरिलय को रिकॉर्ड करने के लिए मैं
  • उबंटु ऑपरेटिंग सिस्टम
  • 'Drupal 8' और 'Firefox' वेब ब्राउजर का उपयोग कर रही हूँ।
आप अपने पंसद का कोई भी वेब ब्राउजर उपयोग कर सकते हैं।
00:29 अपने वेबसाइट को खोलें, जिसे हमने पहले बनाया है।
00:34 हम जानते हैं कि 'built-in Content types' क्या है। कुछ कस्टम Content types को बनाते हैं।
00:41 'Content type' का परिचय याद करें।
00:45 हमने body में सब कुछ समान करना नहीं सीखा था।
00:49 अब हम सीखेंगे कि कस्टम Content type को कैसे बनाना है।
00:55 हम एक Events Content type बनायेंगे, जो कि दुनिया के सभी Drupal इवेंट्स को ट्रैक करेगा।
01:02 सबसे पहले, पेपर पर बनाते हैं कि इस Content type के लिए हमें किन fields को कैप्चर करने की जरूरत है।
01:09 इसे Drupal में बनाने से पहले, सभी नए Content types के लिए यह एक बहुत ही अच्छा अभ्यास है।
01:16 'Field Name, Field Type' और 'Purpose' के लिए कॉलम्स के साथ टेबल बनाएँ।
01:23 सभी Drupal nodes के Title और Body फिल्ड्स है, जो डिफॉल्ट रूप से परिभाषित हैं।
01:29 Event Name इस इवेंट को अद्वितीय तरह से पहचान करने के लिएTitle फिल्ड हो सकता है।
01:36 Event Description कुछ प्लेन टेक्स्ट के विवरण को प्रदान करने के लिए Body फिल्ड हो सकता है।
01:43 एक 'Event Logo' इवेंट के किसी भी विशिष्ट लॉगो को प्रदर्शित करने के लिए एक 'Image' है।
01:50 हमें 'Date’ टाइप के 'Event Date' की जरूरत है, जो इवेंट के शुरू होने की और समापन की तिथि को दर्शाता है।
01:58 इवेंट की एक अलग Event Website हो सकती है, जो इस Content type में प्रदर्शित होने वाला URL लिंक है।
02:07 हम इस ट्यूटोरियल में केवल इन पाँच फिल्ड्स को देखेंगे। बाद में हम इन दो फिल्ड्स के बारे में सीखेंगे।
02:17 प्रत्येक इवेंट एक User Group द्वारा प्रायोजित किया जायेगा। 'User Group' दूसरा 'Content type' है, जिसे हम अगले ट्यूटोरियल में बनायेंगे।
02:27 दो भिन्न content types के दो 'nodes', 'Entity Reference field' का उपयोग करके drupal में लिंक्ड है।
02:35 एक 'Event Topic' 'Taxonomy field' है, जिसका उपयोग विभिन्न 'keywords' के अंतर्गत इवेंट्स को श्रेणीबद्ध करने के लिए किया जाता है।
02:44 अब 'Structure' पर क्लिक करें और फिर 'Content types' पर क्लिक करें।
02:50 यह हमारे दो बुनियादी 'Content types' हैं।
02:53 नीले रंग के 'Add content type' बटन पर क्लिक करें।
02:57 हम अपने नयें Content type को Events के रूप में दर्शायेंगे।
03:02 और 'Description' में, हम टाइप करेंगे 'This is where we track all the Drupal events from around the world'
03:11 आप अपने अनुसार यहाँ कुछ भी टाइप कर सकते हैं।
03:15 यह 'Description' 'Content type' पेज में प्रदर्शित होगा।
03:20 आप देखेंगे कि 'Drupal' इसे Machine name देता है। यहाँ हम देख सकते हैं कि इसका नाम events है।
03:28 Machine name मूल रूप से डेटाबेस में टेबल का नाम है, जिसे 'Drupal' कंटेंट के लिए असाइन करता है।
03:36 Submission form settings में, Title के स्थान पर Event Name लिखें।
03:43 Publishing options में, Create new revision पर चैकमार्क करें।
03:49 इसका मतलब है कि जब हर बार node एडिट किया जाता है, तो एक नया वर्जन बनाया जायेगा।
03:55 अन्य सैटिंग्स को छोड दें, जैसे वे हैं। Display author and date information को ऑफ कर दें।
04:02 यह इसके लिए मत्वपूर्ण नहीं है। यहाँ कुछ है जो कि प्रत्येक Content type के लिए अनुशंसित है।
04:09 Menu settings पर क्लिक करें। Available menus के नीचे, सभी चैक मैन्यूज को अनचैक करें।
04:17 यह कंटेंट एडिटर को हमारे menu structure में कई इवेंट्स को जोडने से रोकेगा।
04:24 यह सुनिश्चित करता है कि, अन्य को हमारे मैन्यू आइटम में इवेंट्स को जोडने की अनुमति नहीं है।
04:31 यदि हम बाद में event को जोडना चाहते हैं तो, हम स्वयं ही इसे कर सकते हैं।
04:37 'Save and manage fields' पर क्लिक करें।
04:40 एक बार जब हमारा Events Content type सेव हो जाता है, तो हम Body फिल्ड देखेंगे।
04:45 दाईं ओर 'Edit' पर क्लिक करें। और Label के स्थान पर Event Description लिखें।
04:55 नीचे 'Save settings' बटन पर क्लिक करें।
04:59 हमने Drupal में अपना पहला Custom Content type बना दिया है।
05:04 इस समय यह काफी सीमित है। मूल रूप से Title और Body, जो कि basic page के समान है।
05:13 हम अपने पेपर डिजाइन के आधार पर और कई फिल्ड्स जोडेंगे और इसे बहुत ही उपयोगी बनायेंगे।
05:23 ऊपर Add field बटन पर क्लिक करें।
05:27 Select a field type ड्रॉपडाउन में, Image चुनें। Label field में Event Logo टाइप करें।
05:36 'Save and continue' पर क्लिक करें।
05:39 यदि हम चाहें तो Choose file बटन पर क्लिक करके, यहाँ डिफॉल्ट इमैज अपलोड कर सकते हैं।
05:48 यदि हम चाहें तो डिफॉल्ट Alternative text जोड सकते हैं।
05:54 हम प्रत्येक event के लिए एक logo रखेंगे। Save field settings पर क्लिक करें।
06:02 अब, हमें Event logo field के लिए सभी सेटिंग्स को सेट करना है।
06:07 इनमें से अधिकांश प्रासंगिक हैं और field type पर आधारित हैं।
06:11 हम अपने content editors के लिए यहाँ कुछ help text या कुछ instructions जोड सकते हैं।
06:18 हम 'Required field' बॉक्स को भी चैक कर सकते हैं। जिसका अर्थ है कि content item या node सेव नहीं है, जब तक कि एक 'event logo' जुड़ा है।
06:30 हम फाइल एक्सटेंशन्स को बदल सकते हैं, जिनकी यहाँ अनुमति है। यहाँ bitmap जोडने के लिए रिकमेंटेड नहीं है।
06:38 file directory डिफॉल्ट रूप से year और month में भरी जाती है। लेकिन हम इसे बदल सकते हैं, यदि आवश्यकता हो ।
06:47 उदाहरण के लिए, आपके पास इमैज के साथ कई Content types हैं।
06:53 फिर, आप prefix events जोड सकते हैं, ताकि 'Events Content type के सभी इमैजेस एक फाइल डाइरेक्टरी में हो।
07:04 Drupal हमें इसे अपने अनुसार नाम देने की अनुमति देता है। लेकिन इसके साथ सावधान रहना होगा क्योंकि हम इसे बाद में आसानी से बदल नहीं सकते।
07:14 हम 'Maximum' और 'Minimum image resolution' और 'Maximum upload size' को भी सेट कर सकते हैं।
07:21 इसमें बदलाव करने से पहले ध्यान से सोचें। कल्पना करें कि आप 2 या 3 मेगापिक्सेल की इमैज अपलोड कर रहे हैं।
07:28 आप अपने wysiwyg एडिटर का उपयोग करें। इसे कुछ सौ पिक्सल छोटा करने के लिए।
07:35 Drupal अभी भी 2 मेगाप्क्सेल इमैज लोड कर रहा है और यह वास्तव में निराशाजनक बात हो सकती है।
07:41 यह और भी खराब होगा, यदि आप अपने मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं। और डेटा प्लान से, अचानक ही आपने 2 मेगाबाइट डाउनलोड कर दिया है, उसे डाउनलोड करने की जरूरत नहीं थी।
07:51 सुनिश्चित करें कि, इमैज अपलोड करने से पहले हमने उन्हें ठीक तरह से सेट किया है।
07:57 इमैज का आकार कितना बडा होना चाहिए और इमैज का आकार कितना छोटा होना चाहिए।
08:03 विशेषत: Minimum Image resolution बहुत ही महत्वपूर्ण है।
08:08 यह फिल्ड बडे इमैज साइज से छोटा नहीं होना चाहिए जिसे आप प्रदर्शित करना चाहते हैं।
08:14 यह Drupal को मूल इमैज से अधिक और उन्हें pixilated करने से बचायेगा।
08:21 अपने Maximum Image resolution को 1000 x 1000 सेट करें
08:26 अपने Minimum Image resolution को 100 x 100 सेट करें।
08:31 फिर Maximum upload size 80 kb रखें।
08:36 Drupal इमैज को '1000' by '1000' साइज में श्रिंक करेगा और इसे '80 kilo bytes' बनायेगा।
08:44 और यदि नहीं कर सकता तो, Drupal इमैज को अस्वीकार करेगा।
08:48 यह अच्छा रहेगा कि हम इसे 600 by 600 pixels करें, जो कि एक उचित साइज है।
08:56 हम 'Enable Alt field' और 'Alt field required' चैकबॉक्स को चैक करेंगे।
09:02 फिर 'Save settings' पर क्लिक करें।
09:05 अब हमारे पास अपने Content type के लिए Event Logo फिल्ड है।
09:09 'Add field' पर क्लिक करके अन्य फिल्ड को जोडें।
09:12 Add a new field ड्रॉपडाउन में, Link को चुनें। Label field में, Event Website टाइप करें।
09:22 'Save and continue' पर क्लिक करें।
09:25 तुरंत ही, हमें Allowed number of values निर्दिष्ट करने का संकेत दिया जाता है। हम इसको 1 वैल्यू देंगे।
09:34 Save Field Setting पर क्लिक करें। एक बार फिर से यह स्क्रीन हमें हमारे Link field के लिए contextual सेटिंग्स देगा।
09:43 'Allowed Link type', के नीचे हमारे पास ऑप्शन हैं
  • 'Internal links only',
  • 'External links only' और 'Both internal and external links'
09:54 अब, हम निर्दिष्ट कर सकते हैं कि क्या हम Allow link text को Disabled, Optional या Required बना रहे हैं।
10:04 अभी के लिए हम इसे Optional ही रखते हैं और देखते हैं कि यह कैसे कार्य करता है।
10:09 आगे बढे और Save settings पर क्लिक करें। फिर से Add field पर क्लिक करें।
10:15 इस बार हम 'Date field' चुनेंगे।
10:20 Label में Event Date टाइप करें।
10:24 'Save and continue' पर क्लिक करें।
10:26 अभी के लिए हम value 1 ही रखेंगे। Date type ड्रॉपडाउन में Date only ऑप्शन चुनें।
10:34 'Save field settings' पर क्लिक करें। फिर से हमें contextual सेटिंग्स पेज मिलता है।
10:43 यहाँ, Default date को Current date में बदलें।
10:47 'Save settings' पर क्लिक करें।
10:49 अब यहाँ जोडने के लिए हमारे पास दो और फिल्ड्स हैं लेकिन हम इन्हें अभी नहीं जोड सकते।
10:55 हम उन्हें आने वाले ट्यूटोरियल्स में देखेंगे। इसी के साथ हम ट्यूटोरिल के अंत में पहुँच गए हैं।
11:03 संक्षेप में, इस ट्यूटोरियल में हमने नए Content type को बनाना और Content type के लिए फिल्ड्स को जोडने के बारे में सीखा।
11:28 यह वीडियो Acquia और OS ट्रेनिंग से लिया गया है और स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट, आईआईटी बॉम्बे द्वारा संशोधित किया गया है।
11:39 इस लिंक पर उपलब्ध वीडियो, स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। कृपया इसे डाउनलोड करके देखें।
11:46 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाओं का आयोजन करती है और प्रमाणपत्र देती है। अधिक जानकारी के लिए, हमें लिखें।
11:55 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट

NMEICT, मानव संसाधन विकास मंत्रायल और NVLI, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निधिबद्ध है।

12:09 यह स्क्रिप्ट बिंदु पांडे द्वारा अनुवादित है। आईआईटी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य अब आपसे विदा लेती हूँ। धन्यवाद...

Contributors and Content Editors

Devraj, Shruti arya