Digital-Divide/C2/First-aid-measures-for-ChickenPox/Hindi

From Script | Spoken-Tutorial
Revision as of 02:06, 6 December 2014 by Shruti arya (Talk | contribs)

(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to: navigation, search
Time Narration
00:06 अशोक अपने फार्म से घर आता है और बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत करता है।
00:12 उसकी पत्नी, अनीता, उसे देखती है और उसके हाथों और टाँगों के फफोलों पर ध्यान देती है।
00:18 वह डर जाती है और कहती है कि उसके पति पर देवी ने ये क्या प्रकोप कर दिया।
00:24 वह अपने बच्चों से शीघ्र ही घर के बाहर जाने को कहती है।
00:29 माँ और बच्चे घर के बाहर आ जाते हैं और दरवाज़ा बहार से बंद कर देते हैं।
00:35 इसी बीच, उस गांव के अस्पताल की डॉक्टर उनके घर के पास से निकलती है और अनीता को नमस्ते कहती है।
00:43 अनीता और उसके बच्चों के चेहरों पर चिंता के भाव देखकर, वो अनीता से पूछती है क्या हुआ ?
00:51 अनीता अपने पति पर हुए देवी के प्रकोप के बारे में डॉक्टर को बताती है।
00:57 डॉक्टर, अनीता से कहती है कि वो उसके पति को देखना चाहती है।
01:02 लेकिन अनीता मना करती है, कहती है कि तुमको मेरे पति से नहीं मिलना चाहिए।
01:07 डॉक्टर अनीता की उपेक्षा करते हुए घर के अंदर जाती है और फिर अनीता हिचकिचाते हुए उसके पीछे जाती है।
01:15 डॉक्टर अशोक की जाँच करती है और कहती है कि उसे चिकिन्पाक्स हुई हैं।
01:21 लेकिन अशोक और अनीता नहीं जानते कि चिकिन्पाक्स क्या होती हैं ?
01:26 वो प्रश्न पूर्वक डॉक्टर को देखते हैं।
01:29 Digital divide के सेतु बन्ध के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
01:34 यहाँ हम बात करेंगे चिकिन्पाक्स, उसके लक्षणों, कारणों और क्या करना है और क्या नहीं करना है के बारे में।
01:42 सबसे पहले देखते हैं चिकिन्पाक्स क्या है ?
01:46 चिकिन्पाक्स वाइरल इन्फेक्शन है जिसमें शरीर पर खुजली वाले फफोले हो जाते हैं।
01:53 चिकिन्पाक्स के टीके रोग को रोकने के लिए बहुत अच्छी तरह से काम करते हैं।
01:58 जिन्हें चिकिन्पाक्स के टीके लगे हैं उनमे से कुछ लोगों को फिर भी चिकिन्पाक्स हो सकता है।
02:03 लेकिन आम तौर पर उन्हें यह इतना ज़ोर नहीं पकड़ता है।
02:06 सामान्यतः, चिकिन्पाक्स मामूली बीमारी है और घातक
02:10 लेकिन, कभी-कभी यह गंभीर होती है और व्यक्ति को अस्पताल जाने की ज़रुरत होती है अन्यथा वह मर भी सकता है।
02:18 चिकिन्पाक्स निम्न को प्रभावित कर सकता है
02:20 * गर्भवती महिला,
02:22 नवजात शिशु,
02:25 किशोरों एवं व्यस्कों और
02:28 कम प्रतिरोध क्षमता वाले लोगों को।
02:32 अगर आपको एक बार चिकिन्पाक्स हो चुका हो, तो सामान्यतः वायरस फिर से वापस नहीं आता है।
02:38 अगर किसी को दूसरी बार चिकिन्पाक्स होता है, तो उसे शिंगगल्ज़ कहते हैं।
02:45 अब चिकिन्पाक्स के कुछ लक्षण देखते हैं।
02:50 बुखार जो 2 दिनों तक रहता है।
02:54 लाल, गर्म और संक्रमित त्वचा
02:58 v खुजली जो घरेलू उपचार से नहीं जा सकती।
03:03 चकत्ते जो 2 सप्ताह तक रहते हैं।
03:08 अब चिकिन्पाक्स का समय-अंतराल और संक्रामकता देखते हैं।
03:13 चिकिन्पाक्स के फफोले 3-5 दिनों में बनते हैं और 7-10 दिनों में पपड़ी आती है।
03:22 यह होने के 1-2 दिनों में संक्रामक हो जाते हैं।
03:27 यह तब तक संक्रामक रहते है जब तक सारे फफोलों पर पपड़ी न आ जाये।
03:33 यह अत्यधिक संक्रामक है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत आसानी से फैल सकता है।
03:39 अब हम चिकिन्पाक्स के कारणों को देखते हैं।
03:43 आपको निम्न प्रकार चिकिन्पाक्स हो सकता है
03:47 * एक चिकिन्पाक्स के फफोले से निकले द्रव को छूने से या
03:52 * अगर बीमार व्यक्ति आपके सामने खाँसता या छींकता है।
03:57 खतरा और ज़्याद होता है यदि
04:00 * आपको पहले कभी चिकिन्पाक्स नहीं हुआ हो और
04:03 * या तो आपने चिकिन्पाक्स के टीके नहीं लिए हों।
04:08 अब, देखते हैं कि जब हमें चिकिन्पाक्स होता है तो हमें क्या करना चाहिए।
04:14 अपने डॉक्टर से परामर्श करके यह निश्चित करें कि यह चिकिन्पाक्स है न कि मच्छर / कीट के काटने का निशान
04:20 हल्का भोजन लें। घर का बना हुआ खाना ही बताया जाता है।
04:26 शुरूआती कुछ दिनों तक प्रत्येक 3 से 4 घंटे में ठन्डे या गुनगुने पानी से नहाएं।
04:33 नहाने के पानी में नीम की पत्तियां डालें। यह खुजली को कम करती हैं।
04:38 नहाएं और शरीर को थपथपाकर पोछें।
04:42 खूब पानी पियें - नारियल, जौ या कुछ भी जो ठंडा करने वाला हो।
04:49 संक्रमण फैलने से बचाने के लिए संक्रमित व्यक्ति के कपड़े अलग धोएं।
04:55 अगर आपको चिकिन्पाक्स नहीं हुई है या टीका नहीं लगवाया है, तो आपको टीका लगवा लेना चाहिए।
05:02 अब देखते हैं कि, चिकिन्पाक्स के दौरान आपको क्या नहीं करना चाहिए।
05:08 लाल खुजली वाले फफोले को न खुजायें।
05:10 इससे जीवाणु संक्रमण और निशान हो सकते हैं।
05:15 दूसरे लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए, उनसे दूर रहें।
05:22 यह इस ट्यूटोरियल के अंत में लता है। चिकित्सकीय सहायता लेना हमेशा उपयोगी होता है।
05:28 सुनने के लिए धन्यवाद और सुरक्षित रहें।
05:32 निम्न लिंक पर उपलब्ध वीडियो देखें।
05:35 यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है।
05:39 अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं।
05:44 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है।
05:49 ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं।
05:53 अधिक जानकारी के लिए कृपया contact@spoken-tutorial.org को लिखें।
06:01 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक-टू-अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
06:05 यह भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है।
06:12 इस मिशन पर अधिक जानकारी http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro पर उपलब्ध है।
06:22 इस ट्यूटोरियल के लिए एनिमेशन आरती और ड्राइंग्स सौरभ गाडगिल द्वारा किया गया है।
06:30 आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य अब आपसे विदा लेती हूँ।
06:33 हमारे साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Devraj, Sakinashaikh, Shruti arya