Scilab/C2/Plotting-2D-graphs/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Time | Narration |
00:00 | साइलैब के Plotting 2D graphs के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:04 | मानिये कि आपके कंप्यूटर पर साइलैब संस्थापित किया गया है, हम साइलैब में प्लॉट्स की चर्चा करेंगे। |
00:10 | साइलैब अनेक प्रकार के 2D और 3D प्लॉट्स को बनाने के और आवश्यकतानुसार बदलाव करने के भिन्न तरीके देता है। |
00:15 | अनेक सामान्य चार्ट्स जो साइलैब में बनाये जा सकते हैं निम्न हैं: x-y प्लॉट्स, कन्टुर (contour) प्लॉट्स, 3D प्लॉट्स, हिस्टोग्राम्स, बार चार्ट्स आदि....... |
00:24 | अब अपना साइलैब कंसोल विंडो खोलें। |
00:28 | मैं कमांड्स को कट और पेस्ट करने के लिए Plotting.sce फाइल प्रयोग करुँगी। |
00:34 | प्लॉट करने के लिए, हमें पॉइंट्स के एक सेट की ज़रूरत है। अब हम समान अन्तराल के पॉइंट्स का एक क्रम बनाते हैं। |
00:39 | यह लिनस्पेस (linspace) कमांड के द्वारा किया जा सकता है, जो linearly equally spaced vector यानी रैखिक एवं समान अन्तराल वाला वेक्टर बनाता है। |
00:45 | उदाहरणस्वरूप |
00:48 | x, 1 से 10 के बीच रैखिक समान अन्तराल वाले 5 पॉइंट्स के साथ एक रो (row) वेक्टर है। |
00:57 | उसी प्रकार y, 1 से 20 के बीच रैखिक समान अन्तराल वाले 5 पॉइंट्स के साथ एक रो (row) वेक्टर है। |
01:08 | linspace पर अधिक जानकारी हेल्प डॉक्यूमेंटेशन से प्राप्त की जा सकती है। |
01:14 | अब हम प्लॉट फंक्शन प्रयोग करके आर्ग्यूमेंट्स x और y के साथ ग्राफ बनाएंगे। |
01:19 | यह वैसा ही है जैसे मैटलैब में उपयोग किया। |
01:23 | प्लॉट (x,y) x बनाम y का एक ग्राफ बनाता है, जैसा आप देखते हैं। |
01:31 | ध्यान दें कि ग्राफ़िक विंडो को '0' से लेबल किया गया है। |
01:36 | हम xset फंक्शन प्रयोग करके एक अन्य ग्राफ़िक विंडो खोलेंगे। |
01:41 | मैं इसे बन्द करुँगी। |
01:43 | xset फंक्शन को कट करें, साइलैब में पेस्ट करें। एंटर दबाएं। |
01:50 | आप ग्राफ़िक विंडो नंबर 1 देखेंगे। |
01:54 | ध्यान दें इस फंक्शन को विंडो और 1 नामक दो आर्ग्यूमेंट्स दिए गए है। |
02:03 | अगला ग्राफ इस विंडो पर बनाया जायेगा। |
02:06 | साइलैब के लिए प्लॉट 2d, 2d ग्राफ्स बनाने में प्रयोग हुआ स्वभाविक फंक्शन है। |
02:14 | प्लॉट2d कमांड x बनाम y का ग्राफ बनाता है, जैसा आप देखते हैं। |
02:26 | ध्यान दें कि यहाँ स्टाइल नामक एक तीसरा आर्ग्यूमेंट है। |
02:31 | स्टाइल आर्ग्यूमेंट वैकल्पिक है। यह प्लॉट के प्रदर्शन को आवश्यकतानुसार बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। |
02:36 | स्टाइल की पॉज़िटिव वैल्यू के लिए भिन्न रंगों वाला सीधा कर्व है, जैसे हमारे केस में 3 के लिए हरा है। |
02:44 | स्टाइल की डिफ़ॉल्ट वैल्यू 1 है। |
02:46 | नेगेटिव वैल्यूज़ के लिए अपने आप ग्राफ बनाने की कोशिश करें और प्रदर्शन में अंतर देखें। |
02:51 | चौथा आर्ग्यूमेंट पास करके हम x और y एक्सिस के लिए शुरूआती और अन्तिम पॉइंट्स भी सेट कर सकते हैं। |
02:57 | यह rect कहा जाता है। जैसा आप देखते हैं, |
03:07 | हमारे पास x एक्सिस 1 से शुरू होकर 10 तक और y एक्सिस 1 से 20 तक है। |
03:14 | rect कमांड में आर्ग्यूमेंट का क्रम xmin, ymin, xmax और ymax है। |
03:24 | अब हम टाइटल, एक्सिस और लेजेंड्स के बारे में सीखते हैं। |
03:28 | एक्सिस को लेबल करने के लिए और प्लॉट को शीर्षक देने के लिए हम कमांड्स टाइटल, x लेबल और y लेबल प्रयोग कर सकते हैं। |
03:38 | मैं कमांड्स के इस सेट को कट करुँगी और कंसोल पर पेस्ट करुँगी। एंटर दबाएं। |
03:45 | आप देखेंगे कि x एक्सिस को x, y axis को y और ग्राफ का शीर्षक माय टाइटल (My title) लेबल किया गया है। |
03:58 | अगर आप प्लॉट का शीर्षक और एक्सिस 3 के बजाय सिंगल कमांड में देना चाहें तो |
04:04 | इस उद्देश्य के लिए हम सारे 3 आर्ग्यूमेंट्स के साथ xtitle कमांड प्रयोग कर सकते हैं। |
04:11 | मैं इस कमांड को कट करुँगी और साइलैब में पेस्ट करुँगी। एंटर दबाएं। |
04:18 | अब आप देखते हैं कि x एक्सिस का लेबल, X एक्सिस, Y एक्सिस और शीर्षक My title है। |
04:26 | clf() फंक्शन जो अभी मैं टाइप कर रही हूँ ग्राफ़िक विंडो को खाली कर देगा जैसा आप देखते हैं। |
04:36 | उसी ग्राफ़िक विंडो पर भिन्न ग्राफ बनाते समय यह उपयोगी है। |
04:41 | मैं इस विंडो को बन्द करुँगी। |
04:44 | कभी-कभी हमें एक ही प्लॉट में डेटा के दो सेट की तुलना करने की ज़रुरत होती है, जो है, x डेटा का एक सेट और y डेटा के दो सेट। |
04:51 | अब इसके लिए एक उदाहरण देखते हैं, मैं नीचे जाऊँगी। |
04:56 | लिनस्पेस (linspace) कमांड प्रयोग करके हम रो वेक्टर में x एक्सिस पॉइंट्स परिभाषित करेंगे। |
05:03 | एक फंक्शन को परिभाषित करते हैं। |
05:05 | y1 = x स्क्वायर |
05:07 | x बनाम y1 प्लॉट करें। |
05:10 | अन्य फंक्शन y2 = 2x स्क्वायर को परिभाषित करें। |
05:15 | x बनाम y2 प्लॉट करें। |
05:17 | हम अपने ग्राफ को लेबल और शीर्षक भी देंगे। |
05:22 | ध्यान दें कि कर्व का प्रदर्शन बदलने के लिए हमने प्लॉट फंक्शन को अतिरिक्त कमांड्स '0 -' (ज़ीरो माइनस) और '+ -' दी हैं। |
05:33 | ये आर्ग्यूमेंट्स प्लॉट2d फंक्शन के हिस्से नहीं हैं। |
05:37 | ये सिर्फ प्लॉट फंक्शन के साथ प्रयोग किये जा सकते हैं। |
05:41 | मैं इन कमांड्स के सेट को कॉपी करुँगी और साइलैब कंसोल में पेस्ट करुँगी। |
05:49 | आप ग्राफ देखते हैं। |
05:51 | क्या यह जानने के लिए एक बड़ी मदद नहीं होगी कि कौन सा कर्व किस फंक्शन से सम्बद्ध है ? |
05:56 | यह लेजेंड (legend) कमांड प्रयोग करके प्राप्त किया जा सकता है, जैसा आप देखते हैं |
06:08 | '0 -' कर्व फंक्शन y1=x स्क्वायर दर्शाता है और '+ -' फंक्शन y2=2*x^2 (y2=2x स्क्वायर) दर्शाता है। |
06:19 | मैं इस ग्राफ़िक विंडो को बन्द करुँगी। |
06:22 | अब हम प्लॉट2d डेमोज़ (demos) और सबप्लॉट (subplot) फंक्शन के बारे में चर्चा करेंगे। |
06:28 | साइलैब अपने सारे प्रधान फंक्शन्स के लिए डेमोज़ प्रदान करता है। |
06:31 | प्लॉट2d के डेमोज़ को डेमॉन्स्ट्रेशन टैब से देखा जा सकता है। |
06:39 | ग्राफ़िक्स पर क्लिक करें, 2d_3d प्लॉट्स पर क्लिक करें और दिए गए भिन्न डेमोज़ में से डेमो (demo) सलेक्ट करें। |
06:51 | मैं प्लॉट2d पर क्लिक करुँगी। |
06:54 | आप डेमो ग्राफ देखेंगे। |
06:55 | यहाँ व्यू कोड बटन पर क्लिक करके भी इस ग्राफ के लिए कोड देखा जा सकता है। |
07:02 | यह लिंक Mac OS में नहीं खुलता लेकिन यह विंडोज़ और लिनक्स पर कार्य करता है। |
07:07 | फिर भी Mac में कोड डिरेक्टरी के द्वारा देखा जा सकता है। |
07:12 | अब टर्मिनल पर जाते हैं। |
07:15 | इस समय मैं साइलैब 5.2 के डेमोस डिरेक्टरी में हूँ, जैसा प्रदर्शित है। |
07:21 | इस डिरेक्टरी का पूरा पाथ यहाँ दिखाया गया है। |
07:27 | हम उपलब्ध डेमोज़ की सूची देखने के लिए ls टाइप करेंगे। जैसा आप यहाँ देखते हैं। |
07:36 | फिर हम 2d_3d_प्लॉट्स डिरेक्टरी चुनेंगे और एंटर दबाएंगे। |
07:46 | sce फाइल्स में उपलब्ध अनेक डेमो कोड को देखने के लिए दोबारा ls टाइप करें। |
07:55 | हम डेमो के लिए कोड देखेंगे जो हमने पहले देख लिए हैं। |
08:00 | टाइप करें more plot2d.dem(डेम).sce और एंटर दबाएं। |
08:11 | यहाँ आप प्लॉट2d फंक्शन के डेमो ग्राफ के लिए कोड देखेंगे। |
08:18 | मैं टर्मिनल बन्द करुँगी। |
08:21 | मैं डेमो ग्राफ और डेमो विंडो बन्द करुँगी। |
08:26 | उसी प्रकार आप अन्य डेमोस को पूरा देख सकते हैं और साइलैब जाँच सकते हैं। |
08:29 | अब हम सबप्लॉट फंक्शन के बारे में चर्चा करते हैं। |
08:33 | सबप्लॉट() फंक्शन ग्राफ़िक्स विंडो को सब-विंडोज़ की मेट्रिक्स में विभाजित करता है। |
08:37 | इस फंक्शन को समझाने के लिए हम साइलैब में 2D ग्राफ्स बनाने के लिए डेमोस प्रयोग करेंगे। |
08:43 | उदाहरण के लिए, अपने कंसोल पर टाइप करें plot 2d और इस फंक्शन के लिए डेमो प्लॉट देखें। |
08:58 | मैं इस विंडो को बन्द करुँगी। |
09:00 | सबप्लॉट कमांड, ग्राफ़िक विंडो को सबप्लॉट कमांड में पहले दो आर्ग्यूमेंट्स से प्रदर्शित सब-विंडोज़ के 2 बाइ 2 मेट्रिक्स में विभाजित करता है। |
09:10 | तीसरा आर्ग्यूमेंट उस वर्तमान विंडो को दिखाता है जिसमें वो प्लॉट बनाया जायेगा। |
09:15 | इस पूरे कमांड्स के सेट को साइलैब कंसोल पर कॉपी करके मैं इसे निष्पादित करुँगी। |
09:24 | आप एक ही प्लॉट विंडो में 4 प्लॉट्स देख सकते हैं। |
09:28 | प्राप्त प्लॉट आपके कंप्यूटर पर इमेज की तरह सेव किया जा सकता है। |
09:32 | ग्राफ़िक विंडो(graphic window) पर क्लिक करें, फाइल मेन्यू(File menu) पर जाएँ, एक्सपोर्ट टू(export to) चुनें। |
09:39 | अपने प्लॉट को उपयुक्त शीर्षक दें, |
09:50 | अपनी फाइल को सेव करने के लिए एक नियत फोल्डर चुनें। |
09:54 | फाइल फॉर्मेट चुनें जिसमें आप अपनी इमेज को देखना चाहते हैं। |
09:59 | मैं JPEG फॉर्मेट चुनूँगी और सेव पर क्लिक करुँगी। |
10:05 | इमेज खोलने के लिए डिरेक्टरी से ब्राउज़ करें और अपने आप निश्चित करें कि यह सेव किया गया है या नहीं। |
10:11 | यह हमें साइलैब में प्लॉटिंग के इस स्पोकन ट्यूटोरियल के अंत में लाता है। |
10:15 | साइलैब में बहुत से अन्य फंक्शन्स हैं जो अन्य स्पोकन ट्यूटोरियल्स में बताये जायेंगे। |
10:20 | साइलैब लिंक्स को देखते रहें। |
10:22 | स्पोकन ट्यूटोरियल टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं, भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित हैं। |
10:29 | इस पर अधिक जानकारी निम्न लिंक पर उपलब्ध है |
10:32 | मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। धन्यवाद। |