PhET/C3/Photoelectric-Effect/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Time | Narration |
00:01 | Photoelectric Effect, PhET simulation पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में, हम सीखेंगे कि इंट्रैक्टिव PhET simulation, Photoelectric Effect का उपयोग कैसे करें। |
00:15 | इस ट्यूटोरियल का अनुसरण करने के लिए, शिक्षार्थियों को हाई-स्कूल के विज्ञान के विषयों से परिचित होना चाहिए। |
00:22 | यहां मैं उपयोग कर रही हूँ-
Ubuntu Linux OS वर्जन 14.04, |
00:28 | Java वर्जन1.7.0, |
00:32 | Firefox Web Browser वर्जन 53.02.2. |
00:38 | इस 'सिमुलेशन का उपयोग करके, छात्र निम्न करने में सक्षम होंगे-
1. Photoelectric Effect का अध्ययन करना। |
00:44 | 2. Threshold frequency निर्धारित करना। |
00:47 | 3. Stopping potential और Work function ज्ञात करना। |
00:51 | 4. इलेक्ट्रॉनों की धारा और ऊर्जा को प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन करना। |
00:56 | जब किसी विशेष आवृत्ति का प्रकाश किसी धातु की सतह से टकराता है, तो इलेक्ट्रॉनों उत्पन्न होते हैं। |
01:04 | उत्पन्न इलेक्ट्रॉनों को एक डिटेक्टर द्वारा गिना जाता है जो उनकी गतिज ऊर्जा को मापता है। |
01:11 | simulation को डाउनलोड करने के लिए दिए गए link का उपयोग करें। |
01:15 | मैंने पहले ही Photoelectric Effect सिमुलेशन को अपने Downloads फोल्डर में डाउनलोड कर लिया है। |
01:22 | terminal खुलता है। |
01:24 | प्रॉम्प्ट पर टाइप करें : cd Downloads और एंटर दबाएँ। |
01:29 | फिर टाइप करें: java space hyphen jar space photoelectric_en.jar और एंटर दबाएँ। |
01:40 | Photoelectric Effect सिमुलेशन खुलता है। |
01:44 | टर्मिनल को बंद न करें, यह प्रक्रिया को समाप्त कर देगा। |
01:49 | जारी रखने के लिए Cancel पर क्लिक करें। |
01:52 | यह Photoelectric Effect सिमुलेशन का इंटरफेस है। |
01:57 | इस स्क्रीन में मेन्यू आइटमों File, Options और Help के साथ एक मेन्यू बार है। |
02:05 | Options मेन्यू में दो विकल्प हैं, Show photons और Control photon number instead of intensity. |
02:14 | स्क्रीन में धातु की सतह पर प्रकाश चमकाने के लिए एक दीपक है। |
02:19 | हम संबंधित slider को ड्रैग करके Intensity और wavelength को बदल सकते हैं। |
02:26 | हम उनके संबंधित बक्सों में Intensity और wavelength मान भी प्रविष्ट कर सकते हैं। |
02:33 | Photoelectric प्रभाव एक निर्वात कक्ष के अंदर किया जाता है। |
02:38 | एक निर्वात कक्ष धातु की सतह और इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा को मापने के लिए एक डिटेक्टर से बना होता है। |
02:48 | बैटरी और एक धारा संकेतक सर्किट में जुड़े हुए हैं। |
02:53 | बैटरी एक वोल्टेज स्लाइडर के साथ प्रदान की जाती है। |
02:58 | Play/Pause और Step बटन स्क्रीन के निचले भाग पर हैं। |
03:04 | स्क्रीन के दाईं ओर, हम धातुओं को चुनने के लिए एक Target ड्रॉप डाउन बॉक्स देख सकते हैं। |
03:11 | डिफॉल्ट रूप से Target धातु के रूप में Sodium चुनित है। |
03:16 | परिणामों में सटीकता के लिए, Intensity स्लाइडर को 50% पर ले जाएँ। |
03:23 | Options मेन्यू में, Show photons ऑप्शन पर क्लिक करें। |
03:28 | देखें कि प्रकाश फोटॉन के रूप में चमक रहा है। |
03:34 | Show photons ऑप्शन को अनचेक करें। |
03:36 | डिफॉल्ट रूप से वेवलेंथ स्लाइडर 400 nano-meter पर है। |
03:42 | सोडियम धातु की सतह पर प्रकाश पड़ते ही इलेक्ट्रॉनों को निकालते हैं। |
03:48 | आकस्मिक विकिरण और इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जन के बीच कोई समय अंतराल नहीं है। |
03:54 | ये इलेक्ट्रॉन एक डिटेक्टर की ओर प्रवाहित होते हैं। |
03:58 | 0 V (शून्य वोल्टेज) के लिए, धारा का मान '0.071' के रूप में दिखाया गया है। |
04:05 | Graphs में, हमारे पास निम्नलिखित चेक बॉक्स हैं - |
04:09 | Current Vs battery voltage, |
04:12 | Current Vs light intensity, |
04:15 | Electron energy Vs light frequency. |
04:19 | Current vs battery voltage चेकबाक्स पर क्लिक करें। |
04:23 | हम current vs battery voltage का ग्राफ देखते हैं। |
04:29 | ग्राफ पर लाल डॉट पर ध्यान दें। |
04:32 | वोल्टेज स्लाइडर को 0 से 6.00 वोल्ट तक धीरे-धीरे ड्रैग करें। |
04:38 | ध्यान दें कि जब हम वोल्टेज बढ़ाते हैं तो धारा स्थिर रहती है। |
04:44 | यह लाल रेखा द्वारा इंगित किया गया है। |
04:48 | जैसे-जैसे हम वोल्टेज बढ़ाते हैं, फोटोइलेक्ट्रॉन की गति बढ़ती जाती है। |
04:53 | देखें कि प्रकाश की तीव्रता धारा को कैसे प्रभावित करती है। |
04:58 | Current vs light intensity चेक बॉक्स पर क्लिक करें। |
05:03 | Intensity स्लाइडर को 90% तक ड्रैग करें। |
05:08 | ध्यान दें कि current intensity में वृद्धि के साथ रैखिक रूप से बढ़ता है। |
05:14 | यह हरी लाइन द्वारा इंगित किया गया है। |
05:18 | प्रकाश की तीव्रता में वृद्धि फोटोइलेक्ट्रिक धारा के परिमाण को बढ़ाती है। |
05:24 | अब धारा का मान 0.127 के रूप में दिखाया गया है |
05:30 | Intensity स्लाइडर को 50% तक ड्रैग करें। |
05:35 | अब Electron energy Vs light Frequency ग्राफ चेकबॉक्स पर क्लिक करें। |
05:42 | वेवलेंथ स्लाइडर को UV क्षेत्र की ओर ड्रैग करें। ग्राफ देखें। |
05:49 | ध्यान दें कि आवृत्ति में वृद्धि के साथ ऊर्जा रैखिक रूप से बढ़ती है। |
05:55 | यह नीली लाइन द्वारा इंगित किया गया है। |
05:59 | धारा में परिवर्तन देखें। |
06:02 | आवृत्ति में वृद्धि, फोटोलेक्ट्रोन्स की ऊर्जा को बढ़ाती है। |
06:08 | जैसे-जैसे आवृत्ति बढ़ती है, फोटॉन से इलेक्ट्रॉनों में ऊर्जा हस्तरण बढ़ता है। |
06:15 | इससे उत्पन्न इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि होती है। |
06:21 | अब Camera आइकन पर क्लिक करें। |
06:24 | snapshot विंडो खुलती है। |
06:27 | यह Graphs और Experimental Parameters के बारे में जानकारी देता है। |
06:33 | इस स्नैपशॉट का उपयोग करके, हम विभिन्न सेटिंग्स के साथ ग्राफ़ की तुलना कर सकते हैं। |
06:39 | स्नैपशॉट विंडो को बंद करें। |
06:42 | अब हम चर्चा करेंगे कि Threshold Frequency की गणना कैसे करें। |
06:48 | प्रत्येक धातु में फोटोइलेक्ट्रिक उत्सर्जन के कारण एक विशेष न्यूनतम आवृत्ति होती है। |
06:55 | यह आवृत्ति ʋ0. द्वारा निर्दिष्ट Threshold Frequency होती है। |
07:01 | Threshold Frequency के नीचे, फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव नहीं देखा जाता है। |
07:07 | वेवलेंथ स्लाइडर को दृश्य क्षेत्र की ओर ड्रैग करें। |
07:12 | उस वेवलेंथ का निरीक्षण करेें, जिस पर इलेक्ट्रॉन का उत्क्षेपण रुक जाता है। |
07:18 | ध्यान दें कि 540 nm पर 'Sodium से और इलेक्ट्रॉनों उत्पन्न नहीं होते हैं। |
07:25 | वेवलेंथ पाठ बॉक्स में 539 nm टाइप करें और निरीक्षण करें। |
07:32 | सोडियम धातु की सतह से 539 nm पर इलेक्ट्रॉन को उत्पन्न होना शुरू होते हैं। |
07:39 | इसका अर्थ है कि, 539 nm Sodium के लिए थ्रेशोल्ड वेवलेंथ है। |
07:45 | यहां धारा का मान 0.00 है। |
07:49 | अब threshold frequency मान की गणना करते हैं। |
07:54 | यहाँ वेवलेंथ nano metres(nm) में दर्शाई गई है। |
07:58 | मैं इसे 10 to the power of -9 से गुणा करके मीटर में बदल दूंगी। |
08:05 | 'निम्न सूत्र का उपयोग करके Threshold frequency की गणना की जा सकती है। |
08:10 | sodium की Threshold frequency है 0.56 x 10 to the power of 15 </sup>Hz. |
08:18 | अब Target में Platinum चुनें। |
08:22 | ड्रॉप डाउन एरो पर क्लिक करें और Platinum चुनें। |
08:26 | इस वेवलेंथ पर हमें फोटोलेक्ट्रोन्स की उत्पत्ति नहीं दिखाई देती है। |
08:31 | स्लाइडर को UV क्षेत्र पर ड्रैग करें, जब तक कि इलेक्ट्रान उत्पत्ति शुरू न हो जाए। |
08:39 | वेवलेंथ स्लाइडर को कम वेवलेंथ क्षेत्र में ड्रैग करें। |
08:45 | ध्यान दें, कि विभिन्न ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों की एक बड़ी संख्या उत्पन्न होती है। |
08:52 | उच्चतम ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों को देखने के लिए, Show only highest energy electrons चेकबॉक्स पर क्लिक करें। |
09:00 | विभिन्न ऊर्जाओं के साथ इलेक्ट्रॉनों को दिखाने के लिए बॉक्स को अनचेक करें। |
09:05 | नियतकार्य के रूप में, Platinum के Threshold Frequency की गणना करें। |
09:11 | हम work function' और stopping voltage की गणना पर आगे बढ़ेंगे। |
09:17 | Work function फोटोइलेक्ट्रिक उत्सर्जन शुरू करने के लिए आवश्यक ऊर्जा की न्यूनतम मात्रा है। |
09:24 | भिन्न धातुओं में कार्य फ़ंक्शन के विभिन्न मान हैं। |
09:29 | इसे ϕ0 द्वारा दर्शाया जाता है। |
09:32 | कार्य फंक्शन को ϕ0= hʋ0 द्वारा दर्शाया जाता है। |
09:38 | कम आयनीकरण तापीय धारिता वाले तत्वों में कम कार्य फंक्शन होता है।
उदाहरण: Lithium, Sodium, Potassium, Rubidium, and Caesium. |
09:51 | सोडियम के लिए कार्य फ़ंक्शन की गणना करते हैं। |
09:55 | कार्य फंक्शन की गणना निम्न सूत्र का उपयोग करके की जाती है।
w0 = hʋ0 |
10:04 | सोडियम के लिए कार्य फंक्शन 2.31 eV(इलेक्ट्रॉन वोल्ट) है। |
10:10 | उसी तरह कैल्सियम के लिए कार्य फंक्शन 2.9 eV (इलेक्ट्रॉन वोल्ट) है। |
10:17 | Stopping Potential- यह इलेक्ट्रॉनों को दूसरी तरफ पहुंचने से रोकने के लिए आवश्यक ऋणात्मक वोल्टेज है। |
10:26 | स्टॉपिंग पोटेंशियल पर, फोटोइलेक्ट्रिक धारा शून्य हो जाती है। |
10:31 | देखें कि Sodium के लिए स्टॉपिंग पोटेंशियल को कैसे निर्धारित किया जाता है। |
10:37 | Sodium टारगेट धातु के रूप में बदलें। |
10:41 | वेवलेंथ स्लाइडर को सोडियम के थ्रेशोड वेवलेंथ तक ड्रैग करें । वह 539 nano-meter है। |
10:51 | वोल्टेज स्लाइडर को ऋणात्मक वोल्टेज पर ड्रैग करें। |
10:56 | किस वोल्टेज पर, डिटेक्टर से इलेक्ट्रॉन में उछाल आएगा? |
11:01 | -0.01 V (वोल्ट) पर, इलेक्ट्रॉन डिटेक्टर से उछलने लगते हैं। |
11:08 | ध्यान दें, -0.04 Volts पर, सोडियम से कोई भी इलेक्ट्रॉनों उत्पन्न नहीं होता है। |
11:16 | नियतकार्य के रूप में, जस्ता, तांबा और कैल्शियम के लिए कार्य फ़ंक्शन की गणना करें। |
11:22 | समान धातुओं के लिए स्टॉपिंग पोटेंशियल निर्धारित करें। |
11:27 | संक्षेप में…...। इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा,
Photoelectric Effect, PhET simulation. |
11:36 | इस सिमुलेशन का उपयोग करके, हमने सीखा है: Photoelectric Effect, |
11:41 | Threshold Frequency निर्धारित करना, |
11:44 | Stopping Potential और Work Function ज्ञात करना और |
11:48 | इलेक्ट्रॉनों की धारा और ऊर्जा को प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन करना। |
11:54 | निम्नलिखित लिंक पर मौजूद वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। कृपया इसे डाउनलोड करें और देखें। |
12:03 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके वर्कशॉप आयोजित करती है और ऑनलाइन टेस्ट पास करने पर प्रमाणपत्र देती है। |
12:13 | अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमें लिखें। |
12:17 | कृपया इस फोरम में अपना समयबद्ध प्रश्न पोस्ट करें। |
12:22 | यह प्रोजेक्ट आंशिक रूप से शिक्षक और शिक्षण पर पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन द्वारा वित्त पोषित है। |
12:31 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को NMEICT, MHRD, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है। इस मिशन की अधिक जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है। |
12:43 | यह स्क्रिप्ट विकास द्वारा अनुवादित है। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |