Arduino/C2/Arduino-components-and-IDE/Hindi
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Time | Narration |
00:01 | Arduino components and IDE पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में, हम इस बारे में सीखेंगे कि: Arduino और कंप्यूटर के बीच फिजिकल कनेक्शन कैसे स्थापित करें, |
00:16 | Arduino हार्डवेयर और Arduino प्रोग्रामिंग भाषा। programming language. |
00:21 | यहां मैं उपयोग कर रही हूँ:
Arduino UNO Board, Ubuntu Linux 14.04 operating system और Arduino IDE. |
00:31 | इस ट्यूटोरियल का अनुसरण करने के लिए, आपके पास होना चाहिए: इलेक्ट्रॉनिक्स का बुनियादी ज्ञान,
Arduino UNO Board, USB power cable और एक कंप्यूटर। |
00:43 | सबसे पहले, हमें यहाँ दिखाए गए USB केबल का उपयोग करके Arduino board को कंप्यूटर से जोड़ना है। |
00:51 | हरे रंग का power LED ON हो जाता है, यह इंगित करता है कि कनेक्शन काम कर रहा है। |
00:59 | अब, विभिन्न घटकों को देखते हैं जो Arduino हार्डवेयर में उपलब्ध हैं। |
01:06 | सबसे महत्वपूर्ण घटक है ATMEGA 328 microcontroller chip. |
01:13 | यह Arduino का हृदय है जहां आप इसे अलग-अलग काम करने के लिए प्रोग्राम कर सकते हैं। |
01:20 | इस microcontroller में आंतरिक ROM, RAM और एक Arduino BootLoader भी होता है। |
01:29 | Arduino BootLoader क्या है?
यह पहला प्रोग्राम है जो डिवाइस को बिजली की आपूर्ति से जुड़ने पर निष्पादित करता है। |
01:40 | ये digital pins हैं। इनमें से प्रत्येक को input या output के रूप में प्रोग्राम किया जा सकता है। |
01:49 | Digital अर्थात वे ON या OFF , उच्च या निम्न हो सकते हैं। |
01:55 | उदाहरणस्वरूप, LED को मंद करना, audio signals' आदि को उत्पन्न करना। |
02:02 | pin नंबर 0 और 1 का उपयोग अन्य उपकरणों के साथ serial communication के लिए किया जा सकता है। |
02:10 | Here, यहां 0-RX का अर्थ प्राप्ति है,
1-TX का अर्थ संचरण है। |
02:20 | ये Analog pins हैं जो A0 से A5 तक चिह्नित हैं। इनका उपयोग केवल इनपुट के लिए किया जाता है। |
02:31 | वे analog signals लेते हैं और उन्हें digital signals में परिवर्तित करते हैं, जिसे कंप्यूटर समझ सकता है। |
02:40 | इन्हें संचरण और प्राप्ति LED हैं जो बोर्ड पर सन्निहित हैं।
हमारे द्वारा डेटा भेजने या प्राप्त करने पर ये चमकेंगे। |
02:51 | troubleshooting के लिए यह बहुत मददगार है। |
02:55 | जब आप इस reset' बटन को दबाते हैं, तो प्रोग्राम बंद हो जाता है और फिर से चालू हो जाता है। |
03:03 | यह board से कुछ भी नहीं मिटाएगा। |
03:08 | जब यह बाह्य शक्ति स्रोत का उपयोग कर रहा होता है तो Arduino board में यह इनपुट वोल्टेज होता है। |
03:16 | ये Ground pins हैं जो board पर सबसे कम वोल्टेज को एक्सेस देते हैं। |
03:23 | board प्रोग्रामिंग के लिए USB interface का उपयोग किया जा सकता है।
और, board और कंप्यूटर के बीच सीरियल संचार के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। |
03:35 | हमारे पास board को पावर देने के लिए यह बाह्य power adapter है। |
03:41 | आगे, हम Arduino प्रोग्रामिंग भाषा के बारे में सीखेंगे। |
03:46 | Arduino प्रोग्राम को तीन मुख्य भागों में विभाजित किया जा सकता है।
Control Structure statements , Operators, variables और constants, |
03:57 | और, Functions. |
04:00 | control statements हैं: if, if..else, for, while, do..while, switch case आदि। |
04:11 | ये किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा की तरह ही होते हैं। |
04:16 | फिर, हमारे पास है अरिथ्मेटिक ऑपरेटर्स, कम्पेरिजन ऑपरेटर्स और boolean operators |
04:24 | हमारे पास अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तरह variable और constant है। |
04:31 | ये built-in functions हैं, जैसे कि pinMode(), digitalWrite(), digitalRead(), delay(), analogRead(), analogWrite() आदि। |
04:46 | ये महत्वपूर्ण functions हैं, जो ज़्यादातर Arduino प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल किए जाते हैं। |
04:52 | मैं आपको दिखाती हूँ कि Arduino IDE की इस प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग कैसे करें। |
04:58 | Arduino IDE खोलें। |
05:01 | Arduino IDE में Help मेनू पर क्लिक करें। फिर Reference पर क्लिक करें। |
05:08 | यह आपके ब्राउज़र में एक offline page खोलता है। |
05:12 | उदाहरणस्वरूप, यदि आप 'digitalWrite()' built-in function का उपयोग करना चाहते हैं, केवल function नाम पर क्लिक करें। name. |
05:22 | यहां आप digitalWrite() function का विवरण, वाक्यविन्यास और एक नमूना प्रोग्राम देख सकते हैं। |
05:31 | यहां कई built-in functions हैं और हम अपनी आवश्यकता के आधार पर इस मैनुअल का उपयोग कर सकते हैं। |
05:39 | हम बाद के ट्यूटोरियल में कुछ महत्वपूर्ण built-in functions के बारे में सीखेंगे। |
05:47 | इसी के साथ हम स्पोकन ट्यूटोरियल के अंत में आ गए हैं, संक्षेप में।
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05:52 | इस ट्यूटोरियल में, हमने इस बारे में सीखा: Arduino और कंप्यूटर के बीच फिजिकल संबंध कैसे स्थापित करें |
06:00 | ' Arduino' हार्ववेयर, Arduino प्रोग्रामिंग भाषा। |
06:05 | नियतकार्य के रूप में- Arduino IDE खोलें। |
06:09 | Help मेनू पर क्लिक करें और Reference चुनें। |
06:14 | built-in functions देखें, जैसे कि delay(), pinMode() और digitalRead() आदि |
06:22 | निम्न लिंक पर मौजूद वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। कृपया इसे डाउनलोड करें और देखें। |
06:30 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम कार्यशालाएँ आयोजित करती है और प्रमाणपत्र देती है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमें लिखें। |
06:42 | क्या आपके पास इस स्पोकन ट्यूटोरियल में प्रश्न है?
कृपया इस साइट पर जाएं। |
06:47 | मिनट और सेकंड चुनें जहां आपके पास प्रश्न है। अपने प्रश्न को संक्षेप में बताएं।
हमारी टीम में से कोई उनका उत्तर देगा। |
06:57 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के NMEICT, MHRD द्वारा वित्त पोषित है।इस मिशन पर अधिक जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है। |
07:07 | यह स्क्रिप्ट विकास द्वारा अनुवादित है, हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद |