LibreOffice-Suite-Base/C2/Introduction/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Spoken tutorial on LibreOffice Base(Introduction)
Visual Cues | Narration |
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00:00 | लिबरऑफिस बेस पर इस स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:04 | इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे कि लिबरऑफिस बेस क्या है? |
00:09 | बेस का उपयोग करने के लिए जरूरी चीजें। |
00:12 | आप बेस में क्या कर सकते हैं? |
00:14 | रिलेशनल डेटाबेस की मूल बातें, नया डेटाबेस बनाना, टेबल बनाना। |
00:20 | लिबरऑफिस बेस लिबरऑफिस सूट के डेटाबेस का प्रारंभिक भाग है। |
00:26 | बेस Microsoft Access के समतुल्य है। |
00:30 | बेस फ्री और ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है, उपयोग और वितरण के लिए मुफ्त है। |
00:37 | बेस का उपयोग करने के लिए आवश्यक चीजों को देखते हैं। |
00:41 | माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के लिए सिस्टम आवश्यकताएँ निम्न हैं। |
00:45 | माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (सर्विस पैक 4 और उच्च) XP(एक्सपी), Vista (विस्टा), या विंडोज 7; Pentium-compatible PC 1.5 Gb तक उपलब्ध हार्ड डिस्क स्पेस। |
01:02 | उबंटु लिनक्स के लिए, सिस्टम आवश्यकताएँ निम्न हैं। |
01:06 | लिनक्स कर्नेल वर्जन (Linux kernel version) 2.6.18 या उच्च ; पेंटियम कम्पैटबल - पीसी (Pentium-compatible PC)। |
01:13 | विंडोज और लिनक्स दोनों के संस्थापन के लिए, हमें 256 Mb RAM (recommended 512 Mb) की आवश्यकता है। |
01:23 | पूर्ण सिस्टम आवश्यकताओं के लिए, लिबरऑफिस बेवसाइट पर जाएँ। |
01:30 | आपको Java Runtime Environment संस्थापित करने की आवश्यकता भी है, जिसे आप निम्न लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं। |
01:38 | केन्द्र में 'Free Java Download' नामक लाल बटन पर क्लिक करें। |
01:44 | एक बार फाइल डाउनलोड हो जाय, इस पर डबल क्लिक करें और संस्थापन के लिए निर्देशों का अनुकरण करें। |
01:52 | चलिए लिबरऑफिस बेस के संस्थापन को देखते हैं। |
01:56 | यदि आपने पूर्ण संस्थापन ऑप्शन के साथ लिबरऑफिस सूट पहले से ही संस्थापित किया हुआ है। |
02:03 | तो, आप अपनी स्क्रीन की बायीं ओर सबसे नीचे Start menu पर क्लिक करके लिबरऑफिस बेस ऐक्सेस कर सकते हैं। |
02:12 | All Programs पर क्लिक करें और फिर लिबरऑफिस सूट पर क्लिक करें। |
02:21 | यदि आपने लिबरऑफिस सूट संस्थापित नहीं किया है। |
02:24 | आप ऑफिशियल बेवसाइट पर जाकर और 'Download LibreOffice' नामक ग्रीन क्षेत्र पर क्लिक करके बेस संस्थापित कर सकते हैं। |
02:37 | विस्तृत निर्देश लिबरऑफिस सूट के पहले ट्यूटोरियल में उपलब्ध हैं। |
02:43 | याद रखें, संस्थापित करते समय, बेस को संस्थापित करने के लिए 'Complete' ऑप्शन का उपयोग करें। |
02:50 | ठीक है, अब अगले विषय पर चलते हैं। |
02:54 | आप लिबरऑफिस बेस में क्या कर सकते हैं? |
02:57 | बेस में, आप सुनियोजित डेटा संचित कर सकते हैं। |
03:02 | डेटा एंट्री क्रियान्वित कर सकते हैं और फॉर्म्स का उपयोग करके डेटा देख सकते हैं। |
03:08 | क्वेरीज़ का उपयोग करके जानकारी पुनः प्राप्त कर सकते हैं और.. |
03:12 | प्रिंट के लिए तैयार, अच्छी रिपोर्ट बना सकते हैं। |
03:17 | बेस आपको डेटाबेसेस के प्रबंधन में मदद करता है। |
03:21 | जैसा कि आप जानते होंगे, डेटाबेस डेटा, फॉर्म्स, क्वेरीज़ और रिपोर्ट्स का समूह है। |
03:29 | उदाहरणस्वरूप, बेस का उपयोग ग्राहक की जानकारी के डेटाबेसेस का प्रबंधन करने के लिए किया जा सकता है। |
03:36 | सेल्स ऑर्डर्स और चालान को ट्रैक करना, छात्रों की श्रेणी के डेटाबेसेस का अनुरक्षण करना या लाइब्रेरी के डेटाबेस को बनाना। |
03:46 | चलिए अब डेटाबेसेस के कुछ मूलतत्वों के बारे में सीखते हैं। |
03:51 | डेटाबेस टेबल्स में सुनियोजित और संचित डेटा है। |
03:56 | टेबल्स, रोज़ और कॉलम्स में संचित डेटा के अलग-अलग टुकड़े हैं। |
04:03 | इस तरह के डेटाबेस को रिलेशनल डेटाबेस भी कहते हैं, जहाँ कॉलम्स का उपयोग करके टेबल्स का संबंध एक-दूसरे से होता है। |
04:15 | लाइब्रेरी के लिए सिम्पल डेटाबेस का उपयोग करें। |
04:20 | लाइब्रेरी पुस्तकों का संग्रह हो सकता है। |
04:23 | और पुस्तकें लाइब्रेरी के सदस्यों को जारी की जा सकती हैं। |
04:28 | पुस्तक में शीर्षक, रचनाकार, प्रकाशक, प्रकाशन का वर्ष और कीमत हो सकती है। |
04:37 | इन्हें अभिलक्षण या विशेषता कहते हैं। |
04:42 | उसी तरह, लाइब्रेरी सदस्य का नाम, फोन नम्बर और पता होता है। |
04:48 | और लाइब्रेरी केवल इसके सदस्यों को ही पुस्तकें जारी करती हैं। |
04:54 | अब, देखते हैं कि हम रोज़ और कॉलम्स के व्यक्तिगत टेबल्स के रूप में इस डेटा को कैसे संचित कर सकते हैं। |
05:02 | प्रत्येक पुस्तक के बारे में जानकारी बुक्स टेबल में संचित कर सकते हैं। |
05:08 | इसकी विशेषताएँ कॉलम्स बनने के साथ- book title, author, publisher, year of publication और price. |
05:19 | प्रत्येक पुस्तक को भिन्न करने के लिए, हम BookId नामक यूनिक आइडेंटिफायर कॉलम भी जोड़ते हैं। |
05:27 | इस तरह, हमारे पास उसी शीर्षक की दो पूरी तरह से अलग पुस्तकें हो सकती हैं। |
05:33 | उसी तरह, Members टेबल में कॉलम्स हो सकते हैं जैसे कि Name और Phone. |
05:40 | और विशिष्ट पहचान या प्रत्येक सदस्य को भिन्न करने के लिए Member Id. |
05:47 | और हम BooksIssued नामक तीसरे टेबल में सदस्यों को जारी की गयी पुस्तकों को ट्रैक(पता लगाना) कर सकते हैं। |
05:56 | यह टेबल पता लगायेगा- book issued, the member, date of issue, date of return, actual date of return, whether checked in or not. |
06:09 | इनमें डेटा जोड़ने के लिए, हम इन टेबल्स में रिलेशनशिप(संबंध) स्थापित कर सकते हैं। |
06:16 | अब यह हमें 'relational databases' का प्रबंध करने में मदद करता है। |
06:22 | रिलेशनल डेटाबेसेस पर एडवांस्ड विषयों के लिए, Spoken-tutorial.org पर जाकर हमारे अन्य ट्यूटोरियल्स का अनुकरण करें। |
06:35 | ठीक है, अब “Library” नामक अपने पहले बेस के डेटाबेस के साथ शुरूआत करते हैं। |
06:43 | नया डेटाबेस बनाने के लिए,पहले Base program(बेस प्रोग्राम) को ओपन करें। |
06:50 | फिर, स्क्रीन के सबसे नीचे तल पर विंडोज के Start menu पर क्लिक करें, फिर All Programs पर क्लिक करें, फिर LibreOffice Suite और LibreOffice Base पर क्लिक करें। |
07:08 | Database Wizard नामक एक पॉप-अप विंडो ओपन होती है। |
07:13 | नया डेटाबेस बनाने के लिए Next बटन पर क्लिक करें। |
07:18 | निम्न विंडो में Finish बटन पर क्लिक करें। |
07:23 | यह Save As विंडो ओपन करता है। |
07:26 | क्योंकि, हम लाइब्रेरी डेटाबेस बना रहे हैं, हम फाइल नेम टेक्स्ट बॉक्स में "Library" टाइप करेंगे। |
07:35 | और फिर Save बटन पर क्लिक करें। |
07:39 | अब हम अंदर हैं। |
07:42 | आगे, डेटा को संचित करने के लिए टेबल्स बनाएँ। |
07:46 | नया टेबल बनाने के लिए, बायीं ओर डेटाबेस सूची में Tables आइकन पर क्लिक करें। |
07:54 | दायीं ओर पर टास्क सूची में 'Create Table in Design View' पर क्लिक करें। यह दूसरा विंडो ओपन करता है। |
08:05 | यहाँ, फील्ड नेम के नीचे पहले कॉलम के रूप में 'BookId' टाइप करें। |
08:13 | Field Type कॉलम पर जाने के लिए टैब की का उपयोग करें। |
08:18 | क्योंकि, BookId प्रत्येक पुस्तक के लिए भिन्न नम्बर होगा, ड्रापडाउन लिस्ट से Field Type के रूप में Integer चुनें। |
08:32 | नीचे के सेक्शन में Field Properties(फील्ड प्रोपर्टिज) बदलें। |
08:36 | AutoValue को No से Yes में बदलें। |
08:41 | यह फील्ड अब प्रत्येक पुस्तक को विशिष्ट रूप से पहचानेगा। |
08:46 | दूसरे शब्दों में, इस फील्ड को प्राइमरी की भी कहते हैं। |
08:52 | BookId फील्ड की बायीं ओर पीले की सिम्बल पर ध्यान दें। |
08:58 | चलिए देखते हैं कि हम फील्ड नेम्स के लिए फील्ड टाइप्स कैसे चुनते हैं। |
09:05 | फील्ड टाइप्स text, integer, numeric, decimal या date हो सकते हैं। |
09:13 | text का उपयोग उन फील्ड्स के लिए करें, जिसमें साधारण जानकारी हो, उदाहरणस्वरूप नाम, शीर्षक,पता। |
09:22 | Integer, numeric, decimal का उपयोग उन फील्ड्स के लिए करें, जिसमें केवल नम्बर्स शामिल हो सकते हैं। |
09:30 | उदाहरणस्वरूप, numeric का उपयोग कीमत की जानकारी वाले फील्ड के लिए, Integer का उपयोग वर्ष के लिए करें। |
09:39 | अब बाकी फील्ड्स बनाते हैं। |
09:43 | Title, Field type Text, Author |
09:52 | Field type Text ,Published Year |
09:59 | Field type Integer |
10:05 | Publisher, |
10:09 | Field type Text |
10:11 | Price, |
10:14 | Field type Numeric |
10:18 | Length को 5 और Decimal places को 2 में बदलें। |
10:25 | Format example बटन पर क्लिक करें। |
10:29 | यह Field Format विंडो ओपन करता है। |
10:33 | कैटगरी लिस्ट से Currency और फॉर्मेट लिस्ट से INR चुनें। |
10:42 | Rs. 1234.00 चुनें, जिसमें दो दशमलव अंक हैं। |
10:54 | ध्यान दें कि दो दशमलव अंको सहित पूरी लैन्थ 5 है। |
11:02 | OK बटन पर क्लिक करें। अब हमने बुक्स टेबल के लिए सभी कॉलम्स बना दिये हैं। |
11:11 | अब टेबल को सेव करें। |
11:14 | Save आइकन पर क्लिक करें, जो फाइल मेन्यू के नीचे है। |
11:20 | टेबल नेम टेक्स्ट बॉक्स में 'Books' टाइप करें। |
11:25 | ध्यान दें कि यह डेटाबेस लाइब्रेरी में समान लोकेशन पर सेव हुआ है, चूंकि टेबल्स डेटाबेस का हिस्सा हैं।. |
11:36 | और ok बटन पर क्लिक करें। |
11:39 | अगले ट्यूटोरियल में हम बुक्स टेबल में डेटा जोड़ेंगे और मेम्बर्स और BooksIssued(बुक्स इश्यूड) टेबल्स बनायेंगे। |
11:49 | हम इस ट्यूटोरियल की समाप्ति की ओर हैं। |
11:54 | संक्षेप में, हमने निम्न सीखाः |
11:58 | लिबरऑफिस बेस क्या है? |
12:01 | बेस का उपयोग करने के लिए जरूरी चीजें। |
12:03 | आप बेस में क्या कर सकते हैं? रिलेशनल डेटाबेस की मूल बातें। |
12:08 | नया डेटाबेस बनाना, नया टेबल बनाना। |
12:13 | इस क्रम का अगला ट्यूटोरियल tables (टेबल्स) और relationships (रिलेशनशिप्स) है। |
12:18 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक-टू-अ-टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। |
12:24 | यह भारत सरकार के एमएचआरडी के “आईसीटी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन” द्वारा समर्थित है। |
12:32 | यह प्रोजेक्ट http://spoken-tutorial.org. द्वारा संचालित है। |
12:38 | इस पर अधिक जानकारी निम्न लिंक पर उपलब्ध है। |
12:44 | यह स्क्रिप्ट देवेन्द्र कैरवान द्वारा अनुवादित है। आई.आई.टी बॉम्बे की ओर से मैं रवि कुमार अब आपसे विदा लेता हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |