ExpEYES/C3/Steady-state-response-of-circuits/Hindi
Time | Narration |
00:01 | नमस्कार, 'Steady State Response of Circuits' पर इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में हम निम्न करना सीखेंगे:
'RC, RL' और 'LCR' सर्किट्स में 'AC phase shift' 'Phase shift' वैल्यूज़ की गणना करना और अपने परीक्षणों के लिए 'सर्किट डायग्राम्स' दिखाना। |
00:24 | यहाँ मैं उपयोग कर रही हूँ:
'ExpEYES' वर्जन 3.1.0 'Ubuntu Linux OS' वर्जन 14.10. |
00:34 | इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको निम्न के साथ परिचित होना चाहिए:
बुनियादी भौतिकी 'ExpEYES Junior' इंटरफ़ेस यदि नहीं तो सम्बंधित 'ExpEYES' ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ। |
00:50 | पहले 'सर्किट' का 'Steady state response' परिभाषित करते हैं। |
00:55 | 'Steady state response' निरिक्षण का वह समय है जब सर्किट साम्यावस्था यानि (ईक्वलिब्रीअम) की स्थिति में होता है। |
01:02 | अब हम 'phase shift' परिभाषित करेंगे। 'Phase shift' वेवफॉर्म के 'phase' में सापेक्षिक (relative) बदलाव होता है। |
01:10 | अब हम 'RC' सर्किट में 'AC phase shift का अध्ययन करते हैं। |
01:14 | इस परिक्षण में हम सर्किट में वोल्टेज परिवर्तन और 'phase shift' को मापेंगे। |
01:20 | यह परिक्षण करने के लिए 'A1', 'SINE' से जोड़ा गया है।
'1uF'(one 'micro farad') ' संधारित्र' 'SINE' और 'A2' के बीच जोड़ा गया है। '1K' प्रतिरोधक 'A2' और ग्राउंड '(GND)' के बीच जोड़ा गया है। |
01:36 | यह सर्किट डायग्राम है। |
01:40 | अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं। |
01:44 | 'प्लॉट विंडो' में 'A1' पर क्लिक करें और 'CH1' तक खींचें।
'A1' 'CH1' को निर्दिष्ट किया गया है। |
01:54 | 'A2' पर क्लिक करें और 'CH2' तक खींचें।
'A2' 'CH2' को निर्दिष्ट किया गया है। |
02:02 | 'Sine' वेव्स को प्राप्त करने के लिए 'mSec/div' स्लाइडर को खिसकाएँ। |
02:08 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें।'Study of AC circuits' चुनें। |
02:14 | 'Study of AC Circuits' और 'Schematic' विंडो खुलती है। 'Schematic' विंडो 'सर्किट डायग्राम' दिखाती है। |
02:24 | 'Study of AC Circuits' विंडो भिन्न-भिन्न वोल्टेजों के साथ तीन वक्र दिखाती है। |
02:30 | 'काला' वक्र 'A1' पर एप्लाइड वोल्टेज है। |
02:35 | 'लाल' वक्र 'प्रतिरोधक' पर वोल्टेज है। |
02:39 | 'नीला' वक्र 'संधारित्र' पर वोल्टेज है। |
02:44 | विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं। |
02:49 | प्लॉट में 'धनात्मक X-अक्ष' 'प्रतिरोधक' पर 'वोल्टेज' दिखाता है। |
02:56 | 'धनात्मक Y-अक्ष' 'प्रेरित्र' (इंडक्टर) पर वोल्टेज दिखाता है। |
03:02 | ऋणात्मक Y-अक्ष' 'संधारित्र' पर वोल्टेज दिखाता है। |
03:08 | तरंगों की आवृत्ति '149.4Hz' है।
'A1' पर कुल वोल्टेज '3.54V' है। 'A2' पर, 'R' पर वोल्टेज '2.50V' है। 'A1-A2' पर वोल्टेज '2.43V' है। 'Phase Shift' '43.1 deg' है। |
03:34 | 'कैलक्यूलेटर' 'आवृत्ति, प्रतिरोध, धारिता' और 'प्रेरकत्व' की डिफ़ॉल्ट वैल्यू दिखाता है। |
03:44 | 'आवृत्ति' की वैल्यू को बदलकर '149.4Hz' और 'प्रेरित्र' की वैल्यू को बदलकर '0 mH (zero milli henry)' करें। |
03:53 | 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें। |
03:59 | 'XC, XL' और 'phase angle' की वैल्यूज़ दिखती हैं। 'XC' और 'XL' 'धारिता' और 'प्रेरकत्व' की 'Impedances' यानि प्रतिबाधायें हैं। |
04:11 | 'Dphi' 'phase shift' है। कैल्क्युलेटिड 'Phase shift' '46.8 degrees' है। |
04:20 | अब निम्न फॉर्मूला उपयोग करके हम फेस शिफ़्ट की गणना कर सकते हैं: 'Φ (Phase shift) = arctan(XC/XR)' जहाँ 'XC=1/2πfC' है।
यहाँ 'f' हर्ट्ज़ में आवृत्ति है, 'C' फैरड में 'धारिता' है।फेस शिफ़्ट की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '46.81 deg' है। |
04:48 | अब हम 'RL सर्किट' में 'AC phase shift' का अध्ययन करेंगे। |
04:52 | इस परिक्षण में हम 'फेज़ शिफ़्ट' मापेंगे जब 'संधारित्र' को 'प्रेरित्र' से बदला जाता है। |
04:59 | यह परिक्षण करने के लिए 'A1', 'SINE' से जोड़ा गया है।
3000 घेरों वाली कॉइल 'SINE' और 'A2' के बीच जोड़ी गयी है। |
05:11 | '560 Ohm' का प्रतिरोधक 'A2' और 'GND' के बीच जोड़ा गया है।यह सर्किट डायग्राम है। |
05:20 | अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं। |
05:24 | दो 'sine' वेव्स बनती हैं। |
05:27 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें, 'Study of AC circuits' चुनें। 'Study of AC circuits' विंडो खुलती है। |
05:38 | विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं। |
05:43 | आप देख सकते हैं कि 'फेज़ शिफ़्ट' '-2.7 deg' है।आवृत्ति और वोल्टज की वैल्यूज़ पर ध्यान दें। |
05:53 | निम्न वैल्यू बदलें:
'आवृत्ति' को '149.4Hz(hertz)' 'प्रतिरोध' को '1360 Ohm' 'धारिता' को '0 uF(micro farad)' और 'प्रेरकत्व' को '78 mH (milli henry)'. |
06:11 | वैल्यूज़ को देखने के लिए 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें। कैल्क्युलेटिड 'फेस शिफ़्ट' -3.1 deg' (minus 3.1 degree) है। |
06:23 | अब फॉर्मूला उपयोग करके 'फेज़ शिफ़्ट' की वैल्यू की गणना करते हैं। |
06:27 | 'Phase shift (Φ) = arctan(XL/XR)', जहाँ 'XL=2πfL'. यहाँ 'L' 'प्रेरकत्व' है। |
06:41 | बाहरी प्रतिरोध वैल्यू '560 Ohm' और कॉइल का प्रतिरोध '800 Ohm' है। कुल प्रतिरोध =( 560 Ohm + 800 Ohm)= 1360 Ohm
'फेज़ शिफ़्ट' की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '3.08degrees' है। |
07:05 | अब 'LCR सर्किट' में 'AC phase shift' का अध्ययन करेंगे। |
07:10 | हम फेज़ शिफ़्ट मापेंगे जब प्रेरित्र और संधारित्र सर्किट में जुड़े हुए हैं। |
07:17 | इस परिक्षण को करने के लिए 'SINE' 'A1' से जोड़ा गया है। |
07:21 | कॉइल और '1 uF(1 micro farad)' संधारित्र 'A1' और 'A2' के बीच जोड़े गए हैं। |
07:28 | '1K' प्रतिरोधक 'A2' और ग्राउंड '(GND)' के बीच जोड़ा गया है। यह सर्किट डायग्राम है। |
07:36 | अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं। |
07:39 | दो 'sine' वेव्स 'फेज़ शिफ़्ट' के साथ बनती हैं। |
07:43 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें, 'Study of AC Circuits' चुनें। |
07:50 | 'Study of AC Circuits' और 'Schematic' विंडो खुलती हैं। 'Schematic' विंडो सर्किट डायग्राम दिखाती है। |
07:59 | 'Study of AC Circuits' विंडो भिन्न-भिन्न वोल्टेजों के साथ तीन 'sine' वेव्स दिखाती है। |
08:06 | विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं। |
08:11 | वेव्स की आवृत्ति '149.4Hz' है, 'A1' पर कुल वोल्टेज '3.53V' है, 'A2' पर 'R' में वोल्टेज '2.50V' है।
'A1-A2' पर 'LC' का वोल्टेज '2.42V' है। |
08:33 | फेज़ शिफ़्ट '43.1 deg'(डिग्री) है। |
08:37 | निम्न की वैल्यू बदलें:
आवृत्ति को '149.4Hz' और प्रेरकत्व को '78mH (milli Henry)'. |
08:48 | वैल्यूज़ को देखने के लिए 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें।कैल्क्युलेटिड फेज़ शिफ़्ट वैल्यू '44.8 deg' है। |
09:00 | अब फॉर्मूला उपयोग करके 'फेज़ शिफ़्ट' वैल्यू की गणना करते हैं। |
09:04 | 'Phase shift Φ = arctan(XC – XL/XR)'. |
09:10 | बाहरी प्रतिरोध की वैल्यू '1000 Ohm' है। 'फेज़ शिफ़्ट' की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '44.77 degrees' है। |
09:20 | इसे सारांशित करते हैं। |
09:22 | इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न करना सीखा-
'RC, RL' और 'LCR' सर्किट्स में AC फेज़ शिफ़्ट और फेज शिफ़्ट वैल्यूज़ की गणना की। |
09:33 | एक नियत कार्य में प्रतिरोध और धारिता की विभिन्न वैल्यूज़ उपयोग करके RL और LCR सर्किट्स के AC फेज़ शिफ़्ट का अध्ययन करें। |
09:44 | यह वीडिओ स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं। |
09:52 | हम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उयोग करके कार्यशालाएं चलाते हैं और प्रमाणपत्र देते हैं। कृपया हमसे संपर्क करें। |
09:59 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के MHRD के NMEICT द्वारा निधिबद्ध है। |
10:06 | आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |