ExpEYES/C3/Characteristics-of-Sound-Waves/Hindi
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Revision as of 11:37, 18 August 2016 by Shruti arya (Talk | contribs)
Time | Narration |
00:01 | नमस्कार, 'Characteristics of Sound Waves' पर इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:08 | इस ट्यूटोरियल में हम निम्न दिखायेंगे:
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00:29 | और दिखायेंगे:
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00:38 | यहाँ मैं उपयोग कर रही हूँ:
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00:49 | इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको 'ExpEYES Junior' इंटरफ़ेस के साथ परिचित होना चाहिए। यदि नहीं तो सम्बंधित ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ। |
01:01 | सबसे पहले ध्वनि की परिभाषा से शुरू करते हैं।
'ध्वनि' वो कम्पन है जो दबाव और स्थानांतरण की एक सुनी जाने वाली यांत्रिकी तरंग की तरह फैलती है। |
01:13 | इसे फैलने के लिए एक माध्यम की ज़रुरत होती है। माध्यम वायु, जल या धातु की कोई भी सतह हो सकता है। |
01:22 | इस ट्यूटोरियल में ध्वनि तरंगों के चारित्रिक लक्षणों यानि कैरेक्टरिस्टिक्स को दिखाने के लिए हम विभिन्न परिक्षण करेंगे। |
01:30 | अब ध्वनि तरंगों की आवृत्ति दिखाने के लिए एक परिक्षण हैं। |
01:35 | इस परिक्षण में ग्राउंड(GND) 'Piezo buzzer (PIEZO)' से जोड़ा गया है।
'Piezo buzzer (PIEZO)', 'SQR1' से जोड़ा गया है। |
01:44 | 'Microphone (MIC)', 'A1' से जोड़ा गया है। यहाँ 'Piezo buzzer(PIEZO)' ध्वनि का स्रोत है।
यह सर्किट डायग्राम है। |
01:55 | अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं। |
01:59 | 'प्लॉट विंडो' पर 'Setting Square waves' में आवृत्ति को '3500Hz' सेट करें। |
02:07 | 'SQR1' चेक बॉक्स पर क्लिक करें।'SQR1' की आवृत्ति '3500Hz' सेट की गयी है। एक अंकीकृत यानि डिजिटाइज़्ड ध्वनि तरंग बनती है। |
02:20 | वेव फॉर्म को बदलने के लिए 'frequency' स्लाइडर को खिसकाएँ। |
02:27 | 'SQ1' पर क्लिक करें और 'CH2' तक खींचें। 'SQ1' का इनपुट डेटा 'CH2' को निर्दिष्ट किया जाता है। एक स्क्वायर वेव बनती है। |
02:40 | 'compressions' और 'rear-fractions' शुरू करने के लिए 'mSec/div' स्लाइडर को खिसकाएँ। |
02:48 | 'CH2' पर क्लिक करें और 'FIT' तक खींचें। दायीं तरफ 'SQ1' की वोल्टेज और आवृत्ति दिखती है। |
02:59 | 'ध्वनि तरंगों' को शुरू करने के लिए 'frequency' स्लाइडर खिसकाएँ। |
03:04 | 'Piezo buzzer' से उत्पन्न हुई ध्वनि तरंग काले रंग में दिखती है। |
03:10 | जब 'Piezo buzzer' को 'MIC' से क्रमशः पास और दूर ले जाया जाता है तो तरंग का 'आयाम' बदलता है। |
03:19 | अब हम 'Piezo buzzer' का फ्रीक्वेंसी (आवृत्ति) रेस्पोंस दिखायेंगे। |
03:24 | 'प्लॉट विंडो' पर 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें। 'Select Experiment' सूची खुलती है। सूची से 'Frequency Response' पर क्लिक करें। |
03:39 | दो नयी विंडोज़ 'Audio Frequency response Curve' और 'Schematic' खुलती हैं। 'Schematic' विंडो परिक्षण का सर्किट डायग्राम दिखाती है। |
03:52 | 'Audio Frequency response Curve' विंडो पर, 'START' बटन पर क्लिक करें। |
03:59 | 'Piezo buzzer' का 'Frequency response' शुरू होता है।'Frequency response' '3700Hz' पर अधिकतम 'आयाम' रखता है। |
04:11 | उसी विंडो पर 'Grace' बटन पर क्लिक करें। 'Grace' विंडो 'Frequency response Curve' दिखाते हुए खुलती है। |
04:22 | अब हम ध्वनि के स्रोत की गति मापेंगे। |
04:27 | 'प्लॉट विंडो' पर 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें।
'Select Experiment' सूची खुलती है। सूची से 'Velocity of Sound' पर क्लिक करें। |
04:41 | दो नयी विन्डोज़ 'EYES Junior: Velocity of Sound' और 'Schematic' खुलती हैं। 'Schematic' विंडो परिक्षण का सर्किट डायग्राम दिखाती है। |
04:55 | 'EYES Junior: Velocity of Sound' विंडो पर, 'Measure Phase' बटन पर क्लिक करें। |
05:02 | हम 'MIC' और 'Piezo buzzer' के बीच दूरी बदलकर भिन्न-भिन्न 'Phase' वैल्यूज़ प्राप्त कर सकते हैं। |
05:11 | भिन्न-भिन्न 'Phase' वैल्यूज़ प्राप्त करने के लिए 'Measure Phase' बटन पर क्लिक करें। |
05:16 | अनेक 'Phase' वैल्यूज़ से, ध्वनि की गति की गणना करने के लिए हम '178deg' और '106deg' उपयोग करेंगे। |
05:28 | हम ये वैल्यूज़ प्राप्त कर सकते हैं जब 'Piezo' 'MIC' के पास और '2cm' दूर रखा जाता है। |
05:37 | एकदम सही परिणाम प्राप्त करने के लिए निश्चित कर लें कि 'MIC' और 'Piezo buzzer' समान एक्सिस पर रखे जाते हैं। |
05:45 | 'ध्वनि की गति' की वैल्यू की गणना करने के लिए हमारे पास फॉर्मूला प्रदर्शित है।
परिक्षण से प्राप्त ध्वनि की गति 350m/sec है। |
05:59 | एक नियत कार्य में ध्वनि की वेवलेंथ यानि तरंगदैर्ध्य की गणना करें। फॉर्मूला: 'λ= v/f'(Lambda = v upon f) |
06:09 | अब हम निम्न दिखायेंगे:
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06:20 | परीक्षणों में 'Grace' प्लॉट्स दिखाने के लिए |
06:23 | निश्चित कर लें कि आपने अपने सिस्टम पर निम्न संस्थापित कर लिया हो:
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06:34 | इस परिक्षण में हम ध्वनि के स्रोत के रूप में दो 'Piezo buzzers' उपयोग करते हैं। |
06:41 | इस परिक्षण में 'Piezo 1', 'SQR1' और ग्राउंड '(GND)' से जोड़ा गया है। 'Piezo 2', 'SQR2' और ग्राउंड '(GND)' से जोड़ा गया है। यह सर्किट डायग्राम है। |
06:56 | अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं। |
07:00 | 'प्लॉट विंडो' पर आवृत्ति को '3500Hz' सेट करें। |
07:06 | 'SQR1' और 'SQR2' चेक-बॉक्सेस पर क्लिक करें। 'SQR1'और 'SQR2' की आवृत्ति '3500Hz' पर सेट की गयी है। |
07:20 | एक अंकीकृत (डिजिटाइज़्ड) ध्वनि तरंग बनती है। |
07:24 | वेवफॉर्म को बदलने के लिए 'frequency' स्लाइडर को खिसकाएँ। |
07:29 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें और 'Interference of Sound' चुनें।'EYES: Interference of Sound' विंडो खुलती है। |
07:39 | विंडो में नीचे 'NS' जो 'number of samples' है, की वैल्यू बदलकर '1000' करें। |
07:48 | 'SQR1' और 'SQR2' चेक-बॉक्सेस पर क्लिक करें।'START' बटन पर क्लिक करें।'Interference' पैटर्न दिखता है। |
08:00 | अब 'Xmgrace' बटन पर क्लिक करें। 'Grace' पैटर्न के साथ एक नयी विंडो खुलती है। |
08:08 | अब हम 'Beats' पैटर्न दिखायेंगे। |
08:11 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें और 'Interference of Sound' चुनें।
'EYES: Interference of Sound' विंडो खुलती है। |
08:20 | विंडो में नीचे 'SQR1' और 'SQR2' चेक-बॉक्सेस पर क्लिक करें। |
08:28 | 'START' बटन पर क्लिक करें। 'Beats' पैटर्न दिखता है। |
08:33 | अब 'Xmgrace' बटन पर क्लिक करें। 'Grace' पैटर्न के साथ एक नयी विंडो खुलती है। |
08:42 | 'FFT' पर क्लिक करें। 'Fourier Transform' के साथ एक नयी 'विंडो' खुलती है। |
08:49 | 'Fourier Transform' के बारे में अधिक जानने के लिए, कृपया इस वेबपेज पर जाएँ। |
08:55 | अब एक कम आवृत्ति की ध्वनि तरंग दिखाने के लिए एक परिक्षण करते हैं।यह सर्किट डायग्राम है। |
09:03 | 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें और 'Interference of Sound' चुनें।'EYES: Interference of Sound' विंडो खुलती है। |
09:13 | विंडो में नीचे 'SQR1' की वैल्यू को '100' करें और बॉक्स को चेक करें। |
09:21 | 'START' बटन पर क्लिक करें, एक कम 'आयाम' का तरंग दिखता है। |
09:29 | 'Fourier Transform' का एक 'Grace' प्लॉट प्राप्त करने के लिए 'FFT' पर क्लिक करें। |
09:34 | इसे सारांशित करते हैं। |
09:36 | इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न दिखाया:
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09:56 | और दिखाया:
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10:04 | एक नियत कार्य में-
हिंट: एक घंटी या एक ताली ध्वनि स्रोत की तरह उपयोग की जा सकती है। यह सर्किट डायग्राम है। |
10:15 | यह वीडिओ स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं। |
10:24 | हम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाते हैं और प्रमाणपत्र देते हैं। कृपया हमसे संपर्क करें। |
10:32 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के MHRD के NMEICT के द्वारा निधिबद्ध है। |
10:40 | आई आई बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |