Ruby/C3/Object-Oriented-Programming-Methods/Hindi
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Time | Narration |
00:01 | 'Ruby' में 'Object Oriented Programming – Methods' के इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में आप निम्न करना सीखेंगे: |
00:09 | 'इंस्टैंस मेथड्स (instance methods)' |
00:11 | 'क्लास मेथड्स (class methods)' |
00:14 | 'एक्सेसर मेथड्स (accessor methods)' |
00:15 | यहाँ हम प्रयोग कर रहे हैं 'उबन्टु' वर्शन 12.04 |
00:19 | 'Ruby'1.9.3 |
00:22 | इस ट्यूटोरियल के अनुस्सरण के लिए आपके पास एक कार्यकारी 'इंटरनेट' कनेक्शन होना चाहिए। |
00:27 | आपको 'लिनक्स' कमांड्स, 'टर्मिनल' और 'टेक्स्ट-एडिटर' की भी जानकारी होनी चाहिए। |
00:31 | यदि नहीं, तो सम्बंधित ट्यूटोरियल्स के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ। |
00:36 | शुरू करने से पहले, याद करें कि हमने 'ttt' डिरेक्टरी पहले बनायी थी। |
00:41 | अब उस डिरेक्टरी पर जाते हैं। |
00:44 | फिर ruby-tutorial' पर |
00:47 | इसमें 'oop-methods' और cd नामक डिरेक्टरी बनायें। |
00:54 | 'इंस्टैंस मेथड्स' क्या हैं ? |
00:56 | 'इंस्टैंस मेथड्स' वो 'मेथड्स' हैं जो उस 'क्लास' के सारे 'इंस्टैंस' के लिए उपलब्ध होते हैं। |
01:03 | पूर्व में हमने सीखा था कि एक 'क्लास' का 'ऑब्जेक्ट' या 'इंस्टैंस' कैसे बनाते हैं। |
01:09 | बुनियादी स्तर के 'Ruby' ट्यूटोरियल्स में प्रदर्शित की तरह 'gedit' में एक फाइल बनाएं। |
01:14 | इसे 'instance_methods.rb' नाम दें। |
01:19 | मेरे पास 'इंस्टैंस मेथड्स' के कार्यान्वयन का एक कार्यकारी उदाहरण है। |
01:24 | आप ट्यूटोरियल को पूरा समझते समय, बीच में रोककर कोड टाइप कर सकते हैं। |
01:29 | मैंने इस उदाहरण में 'Product' नामक एक 'क्लास' परिभाषित किया है। |
01:33 | मैंने 'इंस्टैंस वेरिएबल्स' 'name' और 'price' को इनिशिअलाइज़ करने के लिए एक 'इनिशिअलाइज़ मेथड' कॉल किया है। |
01:41 | मैंने 'name' और 'price' नामक 'इंस्टैंस मेथड्स' को भी परिभाषित किया है। |
01:47 | उनमें से प्रत्येक 'इंस्टैंस वेरिएबल' क्रमशः 'name' और 'price' रिटर्न करते हैं। |
01:54 | 'इंस्टैंस मेथड्स' सामान्य 'मेथड्स' की तरह ही परिभाषित होते हैं। |
01:58 | पूर्व में हमने सीखा था कि 'Ruby' में 'मेथड्स' कैसे बनाते हैं। |
02:02 | जल्द ही, हम देखेंगे कि ये 'मेथड्स' सारे 'इंस्टैंसेस' के लिए कैसे उपलब्ध होंगे। |
02:07 | अब जो लॉजिक हमारे पास है उसे प्रयोग करते हैं। |
02:11 | यहाँ, मैंने एक 'Product' 'ऑब्जेक्ट' को इनिशिअलाइज़ किया है और इसे 'product_object_1' नाम दिया है। |
02:18 | मैंने इसे 'name value' और 'price value' के साथ इनिशिअलाइज़ किया है। |
02:24 | 'इनिशिअलाइज़र ब्लॉक' 'इंस्टैंस वेरिएबल्स' '@name' और '@price' को वैल्यूज़ पास करता है। |
02:31 | अब यह 'प्रोडक्ट इंस्टैंस' या 'ऑब्जेक्ट' 'इंस्टैंस मेथड्स' 'name' और 'price' को प्रयोग कर सकता है। |
02:37 | इन 'मेथड्स' को कॉल करने पर, हमें 'इंस्टैंस वेरिएबल्स' में संचित वैल्यूज़ प्राप्त होती हैं। |
02:43 | अब इस कोड को निष्पादित करते हैं। |
02:46 | 'टर्मिनल' पर जाएँ और टाइप करें: 'ruby instance_methods.rb' और आउटपुट देखने के लिए 'एंटर' दबाएं। |
02:56 | आप देखेंगे कि आपने जिन वैल्यूज़ से 'ऑब्जेक्ट' को इनिशिअलाइज़ किया यह उनको प्रिंट करेगा। |
03:02 | कहने के लिए 'laptop' और '35,000' |
03:07 | आगे, एक अन्य 'इंस्टैंस' या 'ऑब्जेक्ट' को इनिशिअलाइज़ करें। |
03:12 | अब इस ऑब्जेक्ट को 'product_object_2' नाम देते हैं। |
03:18 | इस बार, 'name' और 'price' को वैल्यूज़ का एक अन्य सेट देते हैं। |
03:23 | अब इस 'ऑब्जेक्ट' के लिए 'इंस्टैंस मेथड्स' 'name' और 'price' कॉल करते हैं। |
03:35 | आगे 'टर्मिनल' पर वापस जाते हैं और पहले की तरह कोड निष्पादित करते हैं। |
03:41 | आप ध्यान देंगे कि यह सफलतापूर्वक निष्पादित करता है और यह नयी वैल्यूज़ को प्रिंट करता है। |
03:48 | यह सिद्ध करता है कि 'इंस्टैंस मेथड्स' उस 'क्लास Product' के सारे 'ऑब्जेक्ट्स' के लिए उपलब्ध हैं। |
03:55 | अब आप अपना खुद का 'इंस्टैंस मेथड्स' लिखने में सक्षम होने चाहिए। |
03:59 | आगे, देखते हैं कि 'क्लास मेथड्स' क्या होते हैं |
04:04 | 'क्लास मेथड्स' केवल 'क्लास' के लिए उपलब्ध 'मेथड्स' होते हैं। |
04:09 | ये 'मेथड्स' 'क्लास' के 'इंस्टैंस' के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं। |
04:14 | आप भिन्न तरीके से 'क्लास मेथड्स' को परिभाषित कर सकते हैं। |
04:16 | अब एक उदाहरण देखते हैं। |
04:18 | बुनियादी स्तर के 'Ruby' ट्यूटोरियल्स में प्रदर्शित की तरह 'gedit' में एक नयी फाइल बनाएं। |
04:24 | इसे 'class_methods.rb' नाम दें। |
04:28 | मेरे पास 'क्लास मेथड्स' का एक कार्यकारी उदाहरण है। |
04:32 | आप ट्यूटोरियल को पूरा समझते समय, बीच में रोककर कोड टाइप कर सकते हैं। |
04:36 | मैंने पहले की तरह एक 'Product class' परिभाषित किया है। |
04:40 | मैंने पहले की तरह एक 'initializer' भी कॉल किया है। |
04:44 | हाँलाकि, इस समय मैंने 'description' नामक एक अतिरिक्त 'argument' जोड़ा है। |
04:48 | मैं पहले की तरह 'instance variables' के विपरीत वैल्यूज़ को रखने के लिए 'क्लास वेरिएबल्स' प्रयोग कर रही हूँ। |
04:55 | यह 'क्लास' आपको तीन भिन्न तरीके दिखायेगा जिससे कोई व्यक्ति 'क्लास मेथड्स' को परिभाषित कर सके। |
05:01 | 'name' के लिए घोषित 'क्लास मेथड' को जाँचें। |
05:06 | यहाँ यह 'क्लास नेम' 'Product' प्रयोग करके परिभाषित होता है। |
05:10 | फिर, दूसरे 'क्लास मेथड्स' घोषणा को जाँचें। |
05:14 | यहाँ मैंने 'self कीवर्ड' प्रयोग किया है। |
05:18 | आगे, तीसरा तरीका जाँचें जिससे आप 'क्लास मेथड्स' परिभाषित कर सकें। |
05:23 | अब इस 'क्लास मेथड्स' को कार्यान्वित करते हैं। |
05:27 | अब सबसे पहले पूर्व की तरह 'Product' का 'ऑब्जेक्ट' इनिशिअलाइज़ करते हैं। |
05:32 | इस समय हम 'description' के लिए भी एक वैल्यू दे रहे हैं। |
05:37 | अब यहाँ प्रदर्शित 'क्लास मेथड्स' को कॉल करते हैं। |
05:42 | अब कोड को निष्पादित करते हैं और आउटपुट का निरिक्षण करते हैं। |
05:47 | 'टर्मिनल' पर जाएँ और पहले की तरह कोड निष्पादित करें। |
05:54 | आप देखेंगे कि यह 'name, price' और ' description' के लिए वैल्यूज़ प्रिंट करेगा। |
05:59 | अब आप अपने खुद के 'class methods' लिखने के लिए सक्षम होने चाहिए। |
06:03 | आगे हम देखेंगे कि 'accessor methods' क्या होते हैं |
06:07 | 'Ruby' 'क्लासेस' में परिभाषित डेटा को एक्सेस करने के लिए 'accessor methods' प्रयोग करता है। |
06:13 | 'Accessor methods' 'setter methods' और 'getter methods' से बनता है। |
06:18 | 'Setter methods' वैल्यूज़ सेट करता है। |
06:22 | 'Getter methods' उन वैल्यूज़ को प्राप्त करता है। |
06:24 | 'Ruby' इन 'मेथड्स' को घोषित करने के लिए शब्द 'attr_accessor' प्रयोग करता है। |
06:31 | अब 'accessor methods' का एक उदाहरण देखते हैं। |
06:35 | बुनियादी स्तर के 'Ruby' ट्यूटोरियल्स में प्रदर्शित की तरह 'gedit' में एक नयी फाइल बनाएं। |
06:39 | इसे 'accessor_methods.rb' नाम दें। |
06:43 | मेरे पास 'accessor methods' के कार्यान्वयन का एक कार्यकारी उदाहरण है। |
06:47 | आप इस ट्यूटोरियल को पूरा समझते समय, बीच में रोककर कोड टाइप कर सकते हैं। |
06:52 | इस उदाहरण में मैंने 'Product' नामक एक 'क्लास' परिभाषित की है। |
06:56 | मैंने 'name' और 'price' के लिए 'attr_accessor' घोषित किया है। |
07:01 | इन 'मेथड्स' को प्रयोग करने के लिए बस इतना ही करने की आवश्यकता है। |
07:05 | अब इसे कार्यान्वित करते हैं। |
07:07 | मैंने एक 'Product ऑब्जेक्ट' इनिशिअलाइज़ किया है। |
07:10 | फिर, मैंने 'Product ऑब्जेक्ट' के 'name' और 'price' सेट किये हैं। |
07:14 | यह इसलिए संभव है क्योंकि डिफ़ॉल्ट रूप से, 'attr_declaration' वैल्यूज़ सेट करने के लिए 'मेथड्स' बनाता है। |
07:22 | फिर मैंने 'name' और 'price' के लिए 'getter मेथड्स' प्रयोग करके वैल्यूज़ प्रिंट करने का प्रयत्न किया है। |
07:28 | इन 'getter मेथड्स' का भी 'attr_accessor' की घोषणा से निर्माण किया गया था। |
07:35 | अब पहले की तरह कोड निष्पादित करते हैं। |
07:40 | आप देखेंगे कि जो वैल्यूज़ सेट की गयी थीं यह उन्हें प्रिंट करता है। |
07:44 | अब से, आप अपने खुद के 'accessor methods' लिखने में सक्षम होने चाहिए। |
07:50 | एक चीज़ जो ध्यान देने की है कि डिफ़ॉल्ट रूप से 'accessor methods' 'इंस्टैंस मेथड्स' होते हैं। |
07:55 | इसलिए ये 'क्लास Product' के भिन्न 'इंस्टैंसेस' से एक्सेस किये जा सकते हैं। |
08:00 | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा: 'इंस्टैंस मेथड्स', 'क्लास मेथड्स' और 'एक्सेसर मेथड्स' के बारे में। |
08:06 | एक नियत कार्य में: 'Temperature' नामक एक 'क्लास' परिभाषित करें। |
08:10 | 'Ruby का एक्सेसर मेथड' सिंटेक्स प्रयोग करके एक 'इंस्टैंस मेथड' लिखें। |
08:15 | यह 'मेथड' दिए हुए 'Fahrenheit' के लिए 'Celsius' की गणना करना चाहिए। |
08:20 | निम्न लिंक पर उपलब्ध वीडिओ देखें। |
08:23 | यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। |
08:26 | अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं। |
08:30 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम: |
08:31 | स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है। |
08:34 | ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं। |
08:38 | अधिक जानकारी के लिए कृपया contact at spoken hyphen tutorial dot org पर लिखें। |
08:44 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। |
08:48 | यह भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है। |
08:55 | इस मिशन पर अधिक जानकारी spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro पर उपलब्ध है। |
09:03 | आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |