JChemPaint/C3/Properties-of-JChemPaint/Hindi
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Time | Narration |
00:01 | नमस्कार। 'JChemPaint की विशेषताओं' पर इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में हम निम्न सीखेंगे |
00:09 | * पीरिऑडिक टेबल ट्रेंड्स |
00:11 | * एक अभिक्रिया बनाना |
00:12 | और 'R-Group query' सेट करना। |
00:16 | इस ट्यूटोरियल को रिकॉर्ड करने के लिए, मैं प्रयोग कर रही हूँ |
00:19 | * 'उबन्टु लिनक्स' OS वर्शन 12.04 |
00:23 | * 'JChemPaint' वर्शन 3.3-1210 |
00:29 | * 'Java' वर्शन 7 |
00:31 | इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको 'JChemPaint' केमिकल स्ट्रक्चर एडिटर के साथ परिचित होना चाहिए। |
00:39 | * यदि नहीं, तो सम्बंधित ट्यूटोरियल के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ। |
00:44 | अब 'JChemPaint' विंडो खोलते हैं। |
00:48 | याद करें कि हमने अपनी '.jar' फाइल 'डेस्कटॉप' पर सेव की थी। |
00:54 | 'टर्मिनल' खोलने के लिए एकसाथ 'CTRl+ALt' और 'T' कीज़ दबाएं। |
01:00 | टाइप करें 'cd space Desktop' और 'एंटर' दबाएं। |
01:06 | टाइप करें 'java space -jar space ./jchempaint-3.3-1210.jar' और 'एंटर' दबाएं। |
01:21 | 'JChemPaint' विंडो खुलती है। |
01:24 | अब 'Periodic Table trends' के साथ शुरू करते हैं। |
01:28 | नीचे वाली 'टूलबार' कुछ महत्वपूर्ण 'एलिमेंट्स' के बटन दिखाती है। |
01:35 | टूल बार पर दायीं तरफ दो अतिरिक्त बटन हैं। |
01:40 | * 'Enter an element symbol via keyboard' और |
01:44 | * 'Select new drawing symbol from periodic table'. |
01:48 | 'Select new drawing symbol from periodic table' बटन पर क्लिक करें। |
01:55 | एक अन्तर्निहित 'पीरिऑडिक टेबल' के साथ 'Choose an element' विंडो खुलती है। |
02:01 | यहाँ हम 'Periodic Table of elements' टेक्स्ट के साथ एक बॉक्स देख सकते हैं। |
02:06 | यह एक जानकारी बॉक्स है। |
02:11 | जानकारी बॉक्स चयनित 'एलिमेंट' का विवरण दिखाता है। |
02:16 | उदाहरणस्वरुप : मैं कर्सर को 'Oxygen' पर रखूँगी। |
02:21 | जानकारी बॉक्स में 'Oxygen' के बारे में जानकारी प्रदर्शित होती है। |
02:26 | उसीप्रकार, हम जानकारी बॉक्स में अनेक 'एलिमेंट्स' के बारे में विवरण देख सकते हैं। |
02:34 | विंडो को बंद करने के लिए 'Close' पर क्लिक करें। |
02:38 | 'Enter an element symbol via keyboard' बटन पर क्लिक करें। |
02:42 | 'पैनल' पर क्लिक करें। |
02:45 | 'Enter element' टेक्स्ट बॉक्स खुलता है। |
02:48 | हम टेक्स्ट बॉक्स में 'एलिमेंट' का चिन्ह टाइप कर सकते हैं। |
02:53 | उदाहरण के लिए : मैं 'ज़ेनॉन' के लिए 'Xe' टाइप करुँगी। |
02:58 | 'OK' बटन पर क्लिक करें। |
03:02 | 'पैनल' पर 'ज़ेनॉन(Xe)' का चिन्ह प्रदर्शित होता है। |
03:08 | अब 'ज़ेनॉनडाईफ्लूराइड (XeF2)' का स्ट्रक्चर बनाते हैं। |
03:14 | 'Edit' मेन्यू पर जाएँ, 'Preferences' पर जाएँ और इस पर क्लिक करें। |
03:20 | 'Preferences' विंडो खुलती है। |
03:23 | 'Show Implicit hydrogens' चेक बॉक्स को अनक्लिक करें अगर यह चयनित है। |
03:29 | 'Preferences' विंडो को बंद करने के लिए 'OK' पर क्लिक करें। |
03:33 | 'फ्लोरीन (F)' बटन पर क्लिक करें और फिर 'Single bond' बटन पर क्लिक करें। |
03:39 | कर्सर को 'ज़ेनॉन' परमाणु तक लाएं। |
03:42 | ध्यान दें, इस पर एक छोटा नीला वृत्त दिखता है। |
03:46 | माउस के बाएं बटन को क्लिक करें और पकड़ें। |
03:50 | और फिर दो 'ज़ेनॉन-फ्लूराइड' बांड्स को बनाने के लिए खींचें। |
03:56 | अब मैं 'ज़ेनॉन के [atom] पॉपअप मेन्यू' के बारे में समझाउँगी। |
04:02 | कर्सर को 'ज़ेनॉन' परमाणु के ऊपर लाएं, इस पर राइट क्लिक करें। |
04:07 | 'ज़ेनॉन का एटम पॉपअप मेन्यू' खुलता है। |
04:11 | यहाँ, मैं 'Isotopes, Change Element' और 'Properties' विकल्पों के बारे में समझाउँगी। |
04:18 | अब 'Isotopes' पर जाते हैं। |
04:21 | 'ज़ेनॉन के आइसोटोप्स' की सूची के साथ एक सबमेन्यू खुलता है। |
04:26 | आगे, मैं कर्सर को 'Change Element' तक लाऊँगी। |
04:30 | 'एलिमेंट्स' की अनेक श्रेणियों के साथ एक सबमेन्यू खुलता है। |
04:36 | मैं अनेक श्रेणियों तक नीचे जाउंगी। |
04:40 | मैं 'Alkali Earth Metals' चुनूँगी। |
04:44 | 'Alkali Earth Metals' सूची खुलती है। . |
04:48 | सूची से 'कैल्शियम (Ca)' चुनें। |
04:52 | हम देखते हैं कि एलिमेंट 'ज़ेनॉन' 'कैल्शियम' द्वारा बदला गया है। |
04:57 | अब, हम 'Molecular Properties' विकल्प पर जाते हैं। |
05:01 | 'कैल्शियम' पर राइट क्लिक करें। |
05:04 | 'कैल्शियम का एटम पॉपअप मेन्यू' खुलता है। |
05:08 | 'Molecular Properties' विकल्प पर क्लिक करें। |
05:11 | 'Properties' टेक्स्ट बॉक्स खुलता है। |
05:14 | कम्पाउन्ड का नाम 'Calcium Fluoride' टाइप करें और 'OK' बटन पर क्लिक करें। |
05:20 | कम्पाउन्ड का नाम स्ट्रक्चर के नीचे प्रदर्शित होता है। |
05:24 | अब फाइल को सेव करते हैं। |
05:26 | टूल बार पर 'Save' बटन पर क्लिक करें। |
05:30 | 'Save' डायलॉग बॉक्स खुलता है। |
05:32 | फाइल नेम में टाइप करें 'Calcium-fluoride' |
05:36 | 'Save' बटन पर क्लिक करें। |
05:39 | आगे, हम सीखेंगे कि एक अभिक्रिया कैसे बनाते हैं। |
05:42 | एक अभिक्रिया बनाने के लिए, हमें आवश्यक स्ट्रक्टर्स बनाने की ज़रुरत है। |
05:48 | मैंने आवश्यक स्ट्रक्टर्स के साथ एक नयी विंडो खोल ली है। |
05:52 | यहाँ अभिकारक 'प्रोपीन' और 'क्लोरीन' अणु हैं और उत्पाद '1,2-dicholoropropane' है। |
06:01 | बायीं तरफ की टूलबार पर, 'Reaction arrow' बटन पर क्लिक करें। |
06:06 | अभिकारकों और उत्पादों के बीच क्लिक करें। |
06:10 | अभिक्रिया बन गयी है। |
06:13 | अब हम अभिक्रया में स्ट्रक्टर्स को ठीक से अलाइन करेंगे। |
06:18 | ऊपरी टूलबार पर 'Relayout the structures' बटन पर क्लिक करें। स्ट्रक्टर्स ठीक से अलाइन होते हैं। |
06:27 | अब मैं चर्चा करुँगी कि 'R group query' को कैसे सेट करते हैं। |
06:31 | 'R group query' क्या होता है ? |
06:35 | * 'R group query' 'रुट स्ट्रक्चर' और 'प्रतिस्थापी' को शामिल करता है। |
06:41 | * यह उसी 'रुट स्ट्रक्चर' पर प्रतिस्थापन दिखाता है। |
06:45 | * यह यौगिकों को शामिल कर सकता है जो एक या अधिक प्रतिस्थापियों में भिन्न होते हैं। |
06:53 | एक नयी विंडो खोलने के लिए 'Create a new file' आइकन पर क्लिक करें। |
07:01 | 'Draw a chain' बटन पर क्लिक करें। |
07:03 | तीन 'कार्बन' परमाणुओं के साथ 'कार्बन' चेन बनाने के लिए 'पैनल' पर क्लिक करें। |
07:09 | अब एक प्रतिस्थापी बनाते हैं जिसे 'कार्बन चेन' से जोड़ा जाना है। |
07:14 | उदाहरण के लिए 'बेंज़ीन' |
07:17 | दायीं तरफ के टूलबार पर 'Benzene' रिंग पर क्लिक करें। |
07:22 | 'पैनल' पर क्लिक करें। |
07:24 | अब 'कार्बन' चेन में टर्मिनल 'कार्बन' परमाणु को 'R1' से लेबल करते हैं। |
07:31 | टर्मिनल 'कार्बन' परमाणु पर राइट क्लिक करें। |
07:35 | 'Atom Pop menu' खुलता है। |
07:38 | 'Pseudo Atoms' तक नीचे जाएँ। |
07:42 | एक सबमेन्यू खुलता है; 'R1' चुनें। |
07:45 | अब 'कार्बन' चेन को 'रुट स्ट्रक्चर' की तरह परिभाषित करते हैं। |
07:50 | 'Selection' बटन पर क्लिक करें। |
07:53 | 'रुट स्ट्रक्चर' को इसके ऊपर खींचकर चुनें। |
07:57 | 'R-groups' मेन्यू पर जाएँ और 'Define as Root Structure' चुनें। |
08:04 | वह प्रतिस्थापी स्ट्रक्चर 'Not in R-Group' की तरह जोड़ा जायेगा। |
08:10 | 'Selection' बटन पर क्लिक करें ; |
08:13 | 'Substituent' चुनें। |
08:16 | 'R-groups' मेन्यू पर जाएँ और 'Define as Substituent' चुनें। |
08:22 | एक इनपुट बॉक्स खुलता है। |
08:24 | यहाँ, 'R-group' नंबर में '1' प्रविष्ट करें और 'OK' बटन पर क्लिक करें। |
08:30 | प्रतिस्थापी को नंबर 'R1' दिया जायेगा। |
08:34 | 'Root structure' पर प्रतिस्थापी 'R1' ऐस्टरिस्क (*) से मार्क किया जायेगा। |
08:41 | प्रतिस्थापी 'R1' के जुड़े हुए 'कार्बन' परमाणु को भी ऐस्टरिस्क (*) से मार्क किया जायेगा। |
08:49 | 'Selection' बटन पर क्लिक करें, 'Root Structure' और 'substituent(R1)' चुनें। |
08:56 | 'R-groups' मेन्यू पर जाएँ, 'General Possible configurations(sdf)' चुनें। |
09:03 | 'Save' डायलॉग बॉक्स खुलता है। |
09:06 | फाइल नेम में टाइप करें 'r-group', लोकेशन में 'Desktop' चुनें। |
09:12 | 'Save' बटन पर क्लिक करें। |
09:15 | टूल बार पर 'Open' आइकन पर क्लिक करें। |
09:19 | 'Open' डायलॉग बॉक्स खुलता है। |
09:22 | 'Files of Type' में, 'All Files' चुनें। |
09:27 | 'Desktop' पर क्लिक करें। |
09:29 | 'Open' पर क्लिक करें; फिर सेव की हुई 'r-group' फाइल को चुनें। |
09:34 | 'Open' बटन पर क्लिक करें। |
09:37 | एक मैसेज आता है; 'OK' पर क्लिक करें। |
09:41 | 'r-group query' स्ट्रक्चर के साथ एक नयी फाइल खुलती है। |
09:46 | स्ट्रक्चर को ठीक से अलाइन करने के लिए, टूलबार पर 'Relayout the structure' बटन पर क्लिक करें। |
09:54 | 'R-group प्रतिस्थापी बेंज़ीन' के साथ प्रदर्शित स्ट्रक्चर 'root structure' है। |
10:02 | अब सारांशित करते हैं। |
10:04 | इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न सीखा |
10:06 | * 'पीरिऑडिक टेबल ट्रेंड्स' |
10:09 | * एक अभिक्रया बनाना। |
10:11 | * 'R-Group query' सेट करना। |
10:14 | एक नियत कार्य में, |
10:16 | * अनेक पीरिऑडिक टेबल ट्रेंड्स का अन्वेषण करें और |
10:19 | * अपनी पसंद की अभिक्रियाएँ बनाएं। |
10:24 | यह वीडिओ स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। |
10:28 | अच्छी बैंडविड्थ न होने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं। |
10:33 | स्पोकन ट्यूटोरियल टीम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है और प्रमाणपत्र वितरित करते हैं। |
10:39 | कृपया हमसे संपर्क करें। |
10:42 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के एम एच आर डी के NMEICT द्वारा निधिबद्ध है। |
10:49 | इस मिशन पर अधिक जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है। s |
10:55 | आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |