BASH/C3/More-on-functions/Hindi
From Script | Spoken-Tutorial
Revision as of 16:40, 12 April 2015 by Prabhakarpandey (Talk | contribs)
Time | Narration |
00:01 | नमस्कार दोस्तों, More on functions पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:06 | इस ट्यूटोरियल में हम |
00:09 | कुछ उदाहरणों की सहायता से सीखेंगे |
00:11 | फंक्शन के लिए एक आर्ग्युमेंट को पास करना |
00:16 | फंक्शन में local variable को परिभाषित करना और |
00:19 | फंक्शऩ में global variable को परिभाषित करना। |
00:23 | इस ट्यूटोरियल का अनुकरण करने के लिए आपको BASH में Shell Scripting का ज्ञान होना चाहिए। |
00:28 | यदि नहीं, तो कृपया संबंधित ट्यूटोरियल्स के लिए दिखाई गई वेबसाइट पर जाएँ। |
00:35 | इस ट्यूटोरियल के लिए मैं उपयोग कर रहा हूँ |
00:37 | ऊबंटु लिनक्स 12.04 ऑपरेटिंग सिस्टम और |
00:42 | GNU BASH वर्जन 4.2 |
00:45 | कृपया ध्यान दें, अभ्यास के लिए GNU Bash वर्जन 4 या उपरोक्त की सलाह दी जाती है। |
00:52 | पहले सीखते हैं कि फंक्शन के लिए आर्ग्युमेंट को कैसे पास करते हैं और इसका उपयोग कैसे करें। |
00:59 | मैं 'function_(underscore) parameters.sh' फाइल खोलता हूँ। |
01:05 | यह shebang लाइन है। |
01:08 | हमारे फंक्शन का नाम say_(underscore)welcome है। |
01:13 | ओपन कर्ली ब्रैकेट, function definition. खोलता है। |
01:18 | $(Dollar)1 पहला positional पैरामीटर है। |
01:22 | $(Dollar)2 दूसरा postional' पैरामीटर है। |
01:26 | क्लोज कर्ली ब्रैकेट, function definition. को बंद करता है। |
01:30 | यहाँ, फंक्शऩ 'say_welcome' आर्ग्युमेंट के साथ कॉल होता है। |
01:35 | सिंटेक्स है फंक्शन नाम जो कि डबल कोट्स में आर्ग्य़ुमेंट के बाद say welcome है अर्थात Bash' और learning. |
01:49 | समान तरीके से, मैं भिन्न आर्ग्युमेंट्स के सेट के साथ समान फंक्शन को कॉल करूँगा। अतः मेरे पास है say_welcome space' डबल कोट्स में functions in स्पेस और डबल कोट्स में Bash |
02:05 | फाइल को सेव करें और टर्मिनल पर जाएँ। |
02:08 | टाइप करें chmod space plus x space function underscore parameters dot sh |
02:17 | Enter. दबाएँ। |
02:19 | टाइप करें dot slash function underscore parameters dot sh |
02:26 | Enter. दबाएँ |
02:28 | हम देख सकते हैं कि positional पैरामीटर्स फंक्शन में पास किए गए आर्ग्युमेंट द्वारा प्रतिस्थापित थे। |
02:36 | Dollar 1($1) स्ट्रिंग Bash' द्वारा और Dollar 2($2) learning के साथ प्रतिस्थापित था। |
02:45 | फिर से, Dollar 1($1) functions in द्वारा और Dollar 2($2) Bash के साथ प्रतिस्थापित था। |
02:55 | Bash में, वेरिएबल्स को local वेरिएबल्स और global वेरिएबल्स के रूप में घोषित कर सकते हैं। |
03:01 | Local वेरिएबल: |
03:03 | इसकी वैल्यू फंक्शन में मान्य होगी, जहाँ ये परिभाषित किया गया है। |
03:10 | Local वेरिएबल्स को कीवर्ड local का उपयोग कर घोषित करते हैं। |
03:15 | Global वेरिएबलः |
03:17 | global वेरिएबल की वैल्यू को पूर्ण Bash स्क्रिप्ट में एक्सेस कर सकते हैं। |
03:24 | फंक्शन में वेरिएबल को घोषित करने के लिए इन 2 तरीकों को सीखते हैं। |
03:29 | function_(undescore)local.sh' नामक फाइल खोलें। |
03:35 | यह shebang लाइन है। |
03:39 | फंक्शन का नाम say_(underscore) hello है। |
03:43 | यहाँ वेरिएबल first_name local कीवर्ड के साथ घोषित होता है। |
03:49 | इसका अर्थ है कि, इसकी वैल्यू केवल फंक्शन say_hello में मान्य होगी। |
03:55 | वेरिएबल जिसे बिना कीवर्ड के घोषित किया गया है, global वेरिएबल के रूप में समझा जाता है। |
04:01 | अतः वेरिएबल last_name को पूर्ण स्क्रिप्ट में एक्सेस किया जा सकता है। |
04:08 | इस echo लाइन में, हम वेरिएबल्स की वैल्यू प्रदर्शित करेंगे। |
04:12 | first_name |
04:14 | middle_name |
04:15 | और last_name |
04:17 | इसके बाद, हम फंक्शन बंद करेंगे। |
04:21 | अब, यहाँ वेरिएबल middle_name बिना कीवर्ड के घोषित किया गया है। अतः इसकी वैल्यू पूर्ण स्क्रिप्ट में global होगी। |
04:30 | एक बार फिर से, हम यहाँ फंक्शऩ को कॉल करेंगे। |
04:34 | हम इस फंक्शऩ कॉल के लिए दो आर्ग्युमेंट्स “Pratik” और “Patil” पास करते हैं। |
04:41 | ये echo स्टेटमेंट्स वेरिएबल्स की वैल्यू को प्रदर्शित करेंगे। |
04:45 | $first_name, |
04:46 | $middle_name और $last_name |
04:51 | कृपया ध्यान दें, कि वेरिएबल first_name 'local बेरिएबल है। |
04:57 | फाइल सेव करें और टर्मिनल पर जाएँ। |
05:00 | टाइप करें chmod space plus x space function underscore local dot sh |
05:09 | Enter दबाएँ। |
05:11 | टाइप करें dot slash function underscore local dot sh |
05:16 | Enter दबाएँ। |
05:18 | आउटपुट की पहली लाइन मैसेज Hello Pratik K Patil. प्रदर्शित करती है। |
05:25 | यहाँ, वेरिएबल first_name जिसकी वैल्यू Pratik है, local है। |
05:31 | जिसका अर्थ है कि वैल्यू फंक्शऩ के लिए सीमित है। |
05:35 | अब, देखते हैं कि local वेरिएबल फंक्शन के बाहर कैसे कार्य करता है। |
05:41 | यहाँ, first_name में कुछ भी प्रदर्शित नहीं होता है। |
05:44 | यह इसलिए क्योंकि first_name की वैल्यू फंक्शन के लिए local है। और यह फंक्शन के बाहर उपलब्ध नहीं है। |
05:53 | middle_name और last_name प्रिंट होते हैं क्योंकि वे global वेरिबल्स हैं। |
05:59 | आशा है कि इनके बीच का अंतर आप समझ चुके होंगे। |
06:02 | अब संक्षेप में, |
06:04 | इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा |
06:07 |
कुछ उदाहरणों की सहायता से, फंक्शन के लिए आर्ग्युमेंट्स को पास करना। |
06:14 | फंक्शऩ में Local ' वेरिएबल को घोषित करना। फंक्शन में Global वेरिएबल को घोषित करना। |
06:20 | नियत कार्य के रूप में, |
06:22 | एक प्रोग्राम लिखें |
06:23 | जहाँ फंक्शऩ दो आर्ग्युमेंट्स को स्वीकार करता हो। फंक्शऩ दो आर्ग्युमेंट्स को मल्टिप्लाई (गुणा) करना चाहिए। |
06:31 | आर्ग्युमेंट्स (1, 2), (2, 3) और (3, 4) के साथ 3 फंक्शऩ कॉल बनाएँ। |
06:39 | निम्न लिंक पर उपलब्ध वीडियो देखें।
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06:43 | यह स्पोकन ट्यूटोरियल को सारांशित करता है।यदि आपके पास अच्छा बैंडविड्थ नहीं है, तो आप इसको डाउनलोड करने और देख सकते हैं। |
06:51 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम, स्पोकन ट्यूटोरियल का उपयोग करके कार्यशालाएँ भी चलाती है। ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाण-पत्र भी देते हैं। |
07:00 | अधिक जानकारी के लिए contact@ spoken HYPHEN tutorial DOT org पर लिखें। |
07:07 | स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक-टू-अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। |
07:11 | यह भारत सरकार के एमएचआरडी के “आईसीटी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन” द्वारा समर्थित है।
इस मिशन पर अधिक जानकारी निम्न लिंक पर उपलब्ध है http://spoken-tutorial.org\NMEICT-Intro
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07:31 | यह स्क्रिप्ट प्रभाकर द्वारा अनुवादित है, मैं.... अब आपसे विदा लेता हूँ, धन्यवाद। |