Scilab/C2/Conditional-Branching/Hindi

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साइलैब में कनडीशनल ब्रांचिंग के इस टूटोरियल में आप सबका स्वागत है । इस टूटोरियल के अभ्यास के लिए आपके कंप्यूटर पर साइलैब विंडो को खोलिए ।

हम साइलैब में दो प्रकार के कनडीशनल कनस्ट्रक्ट्स की चर्चा करेंगे if -then -else (इफ- देन-एल्स)कनस्ट्रक्ट की और select-case (सिलेक्ट–केस) कनडीशनल कनस्ट्रक्ट की।

if स्टेटमेंट , स्टेटमेंट्स के समूह को निष्पादित याने के एक्सीक्यूट करने की आज्ञा देगा अगर दी गयी कंडीशन संतुष्ट होती है।

उदाहरण के लिए :

n = 42, 
if (n == 42) then 
disp("The number is forty two")
end

यहाँ ‘=’ असाइनमेंट ओपरेटर है जो की वेरीयेबल ‘n’ को 42 मान असाइन याने के सौंपता है और ‘==’ इक्वालिटी ओपरेटर है जो की दाहिने और बाहिने साइड के ऑपेरान्ड्स की समानता की जांच करता है । जैसे की इस मामले में n और 42 और यह बूलीयन में परिणाम देता है ।

यहाँ पहली लाइन के बाद अल्पविराम एच्छिक है साथ ही then कीवर्ड भी एच्छिक है । इसे अल्पविराम या कएरेज रिटर्न द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है । end कीवर्ड if कनस्ट्रक्ट को समाप्त करता है ।

लिपि को एक्सीक्यूट करे तो हमें इस प्रकार परिणाम मिलता है ।

अब तक हमने देखा है अगर एक कंडीशन सही है तो कैसे एक स्टेटमेंट्स के सेट को एक्सीक्यूट करे ।

अब हम देखेंगे की अगर कोई कंडिशन गलत है तो कैसे दुसरे स्टेटमेंट्स के सेट को एक्सीक्यूट करे । या फिर चाहे तो जाँच कार सकते है की अगर कोई और कंडिशन संतुष्ट होती है । हम यह ‘else’ या ‘elseif’ कीवर्ड के मदद से कर सकते है । हम यहाँ इसे ऐसे करते है ।

हमने इस उदाहरण में n को चौवन मान सौंपा है और दोनों ही कनडीशंस के लिए जांच की है । सही कंडिशन के लिए if का इस्तेमाल करके और गलत कंडिशन के लिए else का प्रयोग करके ।

n = 54, 
if (n == 42) then 
  disp("The number is forty two")
elseif (n == 54) then, 
  disp("The number is fifty four") 
else 
  disp("The number is neither forty two nor fifty four")
end 

आप परिणाम देख सकते है ।

ध्यान दीजिए ऊपर दिए गए उदाहरण एकाधिक पंक्तियों में है । इन्हें एक पंक्ति में भी लिखा जा सकता है सही अर्धविराम और अल्पविराम के ज़रिये ।

उदाहरण के लिए :

x = 3; y = 5; z = 4; if x>5 then disp(x), elseif x>6 then disp(y), else disp(z), end


‘select’ स्टेटमेंट हमें स्पष्ट और आसान तरीके से कई शाखाओ को जोड़ने की अनुमति देता है । वेरीयेबल में मान के अधीन यह ‘case’ कीवर्ड इसी के स्टेटमेंट को प्रदर्शित करने की अनुमति देता है । यहाँ आवश्यक रूप से कई सारी शाखाएं संभव है ।

चलिए एक उदाहरण से इसकी कोशिश करते है । हम वेरीयेबल ‘n’ को सौ (100) मान सौपते है और बयालीस, चौवन यह केसेस तथा एक डिफ़ॉल्ट केस जिसे एल्स (else) द्वारा प्रस्तुत किया है उनको जांचते है ।

n = 100, 

select n

  case 42
    disp("The number is forty two")

  case 54
    disp("The number is fifty four")

  else 
    disp("The number is neither forty two nor fifty four")

end

हम इसका परिणाम देख सकते है ।

हम साइलैब के इस्तेमाल से कनडीशनल ब्रांचिंग के इस टूटोरियल के अंत में आ चुके है ।

इस टूटोरियल में हमने सिखा if -else -if (इफ-एल्स-इफ)स्टेटमेंट और select (सिलेक्ट)स्टेटमेंट ।

साइलैब में बहुत से फंक्शन्स है जिसका आवरण हम दुसरे टूटोरियल में करेंगे । साइलैब लिंक्स को देखते रहिएगा ।

साइलैब पर टूटोरियल टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसे समर्थित किया है राष्ट्रीय साक्षरता मिशन ने ICT के माध्यम से ।

अधिक जानकारी दिए गए लिंक पर उपलब्ध है http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro.

इस टूटोरियल में जुड़े रहने क लिए धन्यवाद ,नमस्कार।

Contributors and Content Editors

Pratik kamble, Sneha