Difference between revisions of "LibreOffice-Calc-on-BOSS-Linux/C2/Introduction-to-LibreOffice-Calc/Marathi"
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− | | | 00:00 | + | || 00:00 |
− | | | लिबर ऑफिस कॅल्कच्या प्राथमिक ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत. | + | || लिबर ऑफिस कॅल्कच्या प्राथमिक ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत. |
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− | | | 00:06 | + | || 00:06 |
− | | | ह्या पाठात आपण पुढील गोष्टी शिकणार आहोत. | + | || ह्या पाठात आपण पुढील गोष्टी शिकणार आहोत. |
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− | | | 00:09 | + | || 00:09 |
− | | | लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख. | + | || लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख. |
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− | | | 00:12 | + | || 00:12 |
− | | | ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. | + | || ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. |
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− | | |00:16 | + | ||00:16 |
− | | | कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. | + | || कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
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− | | |00:18 | + | ||00:18 |
− | | | तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. | + | || तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
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− | | | 00:21 | + | || 00:21 |
− | | | कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. | + | || कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. |
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− | | | 00:26 | + | || 00:26 |
− | | | लिबर ऑफिस कॅल्क हा Libre Office Suite चा स्प्रेडशीट घटक आहे. | + | || लिबर ऑफिस कॅल्क हा Libre Office Suite चा स्प्रेडशीट घटक आहे. |
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− | | | 00:32 | + | || 00:32 |
− | | | जसे Writer मुख्यतः शाब्दिक माहितीवर काम करतो तसे कॅल्क मुख्यत्वे संख्यांशी संबंधित काम करण्यासाठी वापरला जातो. | + | || जसे Writer मुख्यतः शाब्दिक माहितीवर काम करतो तसे कॅल्क मुख्यत्वे संख्यांशी संबंधित काम करण्यासाठी वापरला जातो. |
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− | | | 00:40 | + | || 00:40 |
− | | | कॅल्क हे अंकांची भाषा जाणणारे सॉफ्टवेअर आहे. | + | || कॅल्क हे अंकांची भाषा जाणणारे सॉफ्टवेअर आहे. |
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− | | | 00:44 | + | || 00:44 |
− | | | मायक्रोसॉफ्ट ऑफिस मधील Excel शी कॅल्कचे साम्य आहे. | + | || मायक्रोसॉफ्ट ऑफिस मधील Excel शी कॅल्कचे साम्य आहे. |
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− | | | 00:49 | + | || 00:49 |
− | | | हे विनामूल्य व मुक्त सॉफ्टवेअर असल्याने त्याचे वितरण, देवघेव व वापर निर्बंधांशिवाय करता येतो. | + | || हे विनामूल्य व मुक्त सॉफ्टवेअर असल्याने त्याचे वितरण, देवघेव व वापर निर्बंधांशिवाय करता येतो. |
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− | | | 00:57 | + | || 00:57 |
− | | | लिबर ऑफिस सुट आपल्या संगणकावर सुरू करण्यासाठी आपल्या संगणकावर Microsoft Windows 2000 किंवा त्यानंतर आलेल्या विंडोज XP किंवा | + | || लिबर ऑफिस सुट आपल्या संगणकावर सुरू करण्यासाठी आपल्या संगणकावर Microsoft Windows 2000 किंवा त्यानंतर आलेल्या विंडोज XP किंवा विंडोज 7 ह्यापैकी Operating System असावी. |
− | + | अन्यथा GNU/Linux सारख्या Operating System चा वापरही तुम्ही करू शकता. | |
− | + | ||
− | + | ||
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− | | |01: | + | || 01:14 |
− | | | | + | || इथे आपण GNU/Linux ही Operating System आणि Libre Office Suite 3.3.4 वापरणार आहोत. |
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− | | | 01: | + | ||01:26 |
− | | | | + | || जर आपल्या संगणकावर Libre Office Suite ची स्थापना केलेली नसेल तर आपण त्यासाठी Synaptic Package Manager चा वापर करून Calc ची स्थापना करू शकता. |
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− | | | 01: | + | || 01:34 |
− | | | | + | || Synaptic Package Manager वरील अधिक माहितीसाठी कृपया GNU लिनक्सवरील ट्युटोरियल पहावे. |
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+ | तसेच Libre Office Suite डाऊनलोड करण्यासाठी सदर वेबसाईटवर दिलेल्या सूचनांचे पालन करावे. | ||
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− | | | 01: | + | || 01:49 |
− | | | | + | || यासंबंधी तपशीलवार सूचना Libre Office Suite च्या पहिल्या ट्युटोरियलमध्ये उपलब्ध आहेत. |
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− | | | | + | || 01:55 |
− | | | | + | || Calc ची स्थापना करण्यासाठी “Complete” पर्याय निवडा. |
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− | | | 02: | + | || 02:00 |
− | | | Libre Office | + | || जर आपल्याकडे Libre Office Suite आधीपासून स्थापित असेल तर तुमच्या Screen च्या डाव्या बाजूच्या “Application” पर्यायावर क्लिक केल्यावर “Office” वर क्लिक करा व त्यानंतर Libre Office ह्या पर्यायावर क्लिक करा. |
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− | | | 02: | + | || 02:16 |
− | | | | + | || Libre Office मधील विविध घटकांसोबत एक नवीन डायलॉग बॉक्स उघडली जाईल. |
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− | | | 02: | + | || 02:21 |
− | | | | + | || Calc हे Application उघडण्यासाठी ह्या डायलॉग बॉक्समधील Spreadsheet या पर्यायावर क्लिक करा. |
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− | | | 02: | + | || 02:29 |
− | | | | + | || ह्यामुळे एक रिक्त Spreadsheet डॉक्युमेंट Calcच्या मुख्य विंडोत उघडले जाईल. |
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− | | | 02: | + | || 02:34 |
− | | | Calc | + | || आता आपण Calc विंडोमधील मुख्य घटकांची ओळख करून घेऊ या. |
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− | | | 02: | + | || 02:38 |
− | | | | + | || Calc मधील डॉक्युमेंटला "Workbook” असे म्हणतात. यात उभ्या व आडव्या ओळी आखलेल्या असतात. |
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− | | | 02: | + | || 02:47 |
− | | | | + | || वर्कशीटमध्ये Columns व Rows यांनी बनलेल्या चौकटी म्हणजेच Cells असतात. |
+ | |||
+ | Columns ना अक्षरांनी व Rows ना आकड्यांनी संबोधण्यात येते. | ||
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− | | | | + | || 02:57 |
− | | | प्रत्येक | + | || प्रत्येक सेल ही ज्या कॉलम व रो च्या छेदण्याने तयार झालेली असते त्या अक्षराच्या व आकड्याच्या जोडीने संबोधली जाते. |
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− | | | 03: | + | || 03:08 |
− | | | | + | || प्रत्येक सेलमध्ये अक्षरांनी किंवा अंकांनी युक्त माहिती, सूत्रे आणि अनेक प्रकारचा Data साठवता येतो. |
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− | | | 03: | + | || 03:17 |
− | | | | + | || एका वर्कबुकमध्ये अनेक स्प्रेडशीटस् असू शकतात तसेच एका स्प्रेडशीटमध्ये दहा लक्षांहून थोड्या जास्त Rows व हजाराहून जास्त Columns असू शकतात. |
+ | |||
+ | म्हणजेच एका शीटमध्ये एक अब्ज म्हणजेच शंभर कोटीहून जास्त Cells असू शकतात. | ||
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− | | | 03: | + | || 03:32 |
− | | | | + | || Calc विंडोमध्ये Title Bar, Menu Bar, Standard Tool Bar, Formatting Bar, Formula Bar, स्टॅटस बार ह्यासारखे अनेक टूलबार्स असतात. |
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− | | | 03: | + | || 03:44 |
− | | | ह्या टूलबार्स | + | || ह्या टूलबार्स व्यतिरिक्त दोन आणखी चौकटी तुम्हास वरच्या भागात दिसतील. त्या म्हणजे Input Line वName Box. |
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− | | | | + | || 03:53 |
− | | | | + | || ह्या टूलबार्स मधील काही महत्वाच्या पर्यायांची माहिती आपण पुढे करून घेणार आहोत. |
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− | | |04: | + | || 04:01 |
− | | | | + | || आता तुम्हाला स्प्रेडशीटच्या डाव्या खालच्या कोप-यात "Sheet1”, “Sheet2”, “Sheet3” असे तीन टॅब दिसतील. |
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− | | | 04: | + | ||04:11 |
− | | | | + | || ह्यापैकी योग्य त्या टॅबवर क्लिक करून हवी ती शीट उघडता येते. उघडलेल्या शीटचा टॅब पांढ-या रंगाचा होतो. |
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− | | | 04: | + | || 04:20 |
− | | | | + | || दुस-या टॅबवर क्लिक केल्यास ती शीट उघडली जाऊन तो टॅब पांढरा होतो. |
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− | | | 04: | + | || 04:27 |
− | | | | + | || स्प्रेडशीटचा मुख्य मधला भाग हा Rows आणि Columns ह्यांच्या जाळीने बनतो. |
+ | |||
+ | (प्रत्येक सेल ही Row व Column च्या छेदण्याने बनलेली असते). | ||
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− | | |04: | + | || 04:40 |
− | | | | + | || प्रत्येक कॉलमच्या वरती असलेली अक्षरे व Rows च्या डावीकडे असलेले अंक राखाडी रंगाच्या चौकटीत असतात. |
+ | |||
+ | त्यांना Row वColumn Headers असे म्हणतात. | ||
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− | | | 04: | + | ||04:52 |
− | | | | + | || Columns A ह्या अक्षराने सुरू होऊन उजवीकडे वाढत जातात. |
+ | |||
+ | तसेच Rows 1 ह्या आकड्याने सुरू होऊन खाली वाढत जातात. | ||
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− | | | | + | || 04:59 |
− | | | | + | || कॉलम व रो हेडर्स हे जोडीने Cell संबोधनासाठी Name Box मधे दाखवतात. |
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− | | | 05: | + | || 05:07 |
− | | | आपण | + | || Calc मधील विविध विभागांच्या प्रस्तावनेनंतर आपण लिबर ऑफिस Calc मध्ये नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे ते पाहू. |
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− | | |05: | + | || 05:15 |
− | | | | + | || आपण स्टँडर्ड टूलबार वरील "New” या आयकॉनवर क्लिक करून डॉक्युमेंट उघडू शकता. किंवा, मेनूबारमधील फाईल या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
+ | |||
+ | आणि मग "New” या ऑप्शनवर क्लिक करून शेवटी "Spreadsheet” या ऑप्शनवर क्लिक करून नवीन डॉक्युमेंट उघडता येते. | ||
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− | | | 05: | + | ||05:32 |
− | | | आपण | + | || तुम्हाला दिसेल की आपण दोन्ही पध्दतीने नवीन कॅल्क विंडो उघडू शकतो. |
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− | | | 05: | + | || 05:37 |
− | | | आता | + | || आपण आता स्प्रेडशीटमध्ये Personal Finance Tracker कसा बनवायचा ते शिकणार आहोत. |
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− | | | 05: | + | || 05:43 |
− | | | | + | || आता पाहू या की स्प्रेडशीट मधील काही सेल्समध्ये डेटा कसा एंटर करावा. |
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− | | |05: | + | || 05:49 |
− | | | | + | || यासाठी स्प्रेडशीट मधल्या पहिल्या शीटवरील A1 या सेलवर क्लिक करा. |
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− | | | | + | ||05:54 |
− | | | | + | || "SN” असे हेडिंग टाईप करू या ज्याखाली आपण स्प्रेडशीटमध्ये एंटर करत असलेल्या आयटम्स चे अनुक्रमांक आपण लिहिणार आहोत. |
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− | | | 06: | + | || 06:03 |
− | | | | + | || आता सेल B1 वर क्लिक करा आणि त्या हेडिंगला Item असे नाव द्या. |
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− | | | 06: | + | || 06:09 |
− | | | | + | || स्प्रेडशीट मध्ये वापरल्या जाणा-या सर्व आयटम्सची नावे या हेडिंगखाली असतील. |
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− | | | 06: | + | || 06:16 |
− | | | | + | || अशाप्रकारे एकापुढे एक असे C1, D1, E1, F1 आणि G1 सेल्सवर क्लिक करून त्यांना 'Cost', 'Spent', 'Received', 'Date' आणि 'Account' अशी हेडिंग द्या. |
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− | | | 06: | + | || 06:32 |
− | | | | + | || आपण नंतर या कॉलम्स मध्ये डेटा भरणार आहोत. |
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− | | | 06: | + | || 06:37 |
− | | | | + | || स्प्रेडशीट लिहून झाली की ती पुन्हा वापरण्यासाठी सेव्ह करणे आवश्यक आहे. |
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− | | |06: | + | || 06:42 |
− | | | | + | || ही फाईल सेव्ह करण्यासाठी मेनूबारवरील 'File' वर क्लिक करून मग 'Save as' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
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− | | | 06: | + | ||06:50 |
− | | | | + | || स्क्रीनवर तुम्हाला एक डायलॉग बॉक्स दिसेल जिथे तुम्हाला Name या फिल्डमध्ये तुमच्या फाईलचे नाव देणे अपेक्षित आहे. |
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− | | | | + | || 06:58 |
− | | | | + | || आता “Personal Finance Tracker” असे फाईलचे नाव द्या. |
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− | | | 07: | + | || 07:03 |
− | | | | + | || “Name” या फिल्डखाली 'Save In Folder' हे फिल्ड आहे. जिथे तुम्ही फोल्डरचे नाव देणे आवश्यक असते. |
+ | |||
+ | येथे तुम्ही सेव्ह केलेली फाईल समाविष्ट होईल. | ||
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− | | | 07: | + | || 07:13 |
− | | | | + | || “Save In Folder” च्या डाऊन ऍरोवर क्लिक करा. |
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− | | | 07: | + | || 07:17 |
− | | | आपण | + | || फोल्डर ऑप्शनची एक यादी तुम्हाला दिसेल. |
+ | |||
+ | जिथे आपल्याला फाईल सेव्ह करायची आहे तो फोल्डर आपण येथे निवडू शकतो. | ||
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− | | | 07: | + | || 07:24 |
− | | | | + | || आपण 'Desktop' हा ऑप्शन क्लिक करू या |
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− | | | 07: | + | || 07:27 |
− | | | आता | + | || आता फाईल डेस्कटॉपवर सेव्ह होईल. |
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− | | |07: | + | || 07:32 |
− | | | | + | || आता 'File Type' या वर क्लिक करा. |
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− | | | 07: | + | ||07:36 |
− | | | | + | || फाईल सेव्ह करण्यासाठी फाईल टाईपचे ऑप्शन्स किंवा एक्सटेन्शन्सची यादी दिसेल. |
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− | | | 07: | + | || 07:44 |
− | | | ODF | + | || लिबर ऑफिस कॅल्कचा Default File Type, 'ODF Spreadsheet' असून ज्याचे एक्सटेन्शन dot ods असे आहे. |
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− | | | 07: | + | || 07:53 |
− | | | | + | || ODF चा अर्थ ओपन डॉक्युमेंट फॉरमॅट जे एक ओपन स्टँडर्ड आहे. |
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− | | | | + | || 07:59 |
− | | | | + | || लिबर ऑफिस कॅल्कमध्ये उघडण्यासाठी फाईलdot ods फॉरमॅटमध्ये सेव्ह करण्या व्यतिरिक्त आपण आपली फाईल .xml, .xlsx आणि .xls फॉरमॅटमध्ये सेव्ह करू शकतो जी MS Officeच्या Excel प्रोग्रॅम मध्ये सुध्दा उघडू शकते. |
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− | | | 08: | + | || 08:20 |
− | | | | + | || अजून एक प्रचलित फाईल एक्सटेन्शन म्हणजे dot csv, जे अनेक प्रोग्रॅममध्ये उघडते. |
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− | | | 08: | + | || 08:26 |
− | | | | + | || यात स्प्रडेशीट डेटा, टेक्स्ट फॉरमॅट मध्ये साठवतात. ज्यामुळे फाईल साईज खूप कमी होते व स्थलांतरित करणे सोपे होते. |
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− | | | 08: | + | || 08:37 |
− | | | | + | || आपण 'ODF Spreadsheet' या ऑप्शनवर क्लिक करू या. |
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− | | | 08: | + | || 08:41 |
− | | | | + | || तुम्हाला फाईल टाईप या ऑप्शनसमोर/फिल्ड समोर फाईल टाईप 'ODF Spreadsheet' आणि कंसात dot ods असे लिहिलेले दिसेल. |
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− | | | 08: | + | || 08:52 |
− | | | | + | || सेव्ह बटणावर क्लिक करा. |
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− | | | | + | || 08:54 |
− | | | | + | || हे तुम्हाला पुन्हा कॅल्क विंडोवर घेऊन जाईल जिथे टायटल बारवर तुम्ही दिलेले फाईलचे नाव व एक्सटेन्शन दिसेल. |
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− | | | 09: | + | || 09:02 |
− | | | | + | || वर उल्लेख केलेल्या फॉरमॅट व्यतिरिक्त स्प्रेडशीट, dot html या फॉरमॅट मध्येही सेव्ह करता येते, जी वेब पेज फॉरमॅट मध्ये असते. |
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− | | | 09: | + | || 09:12 |
− | | | | + | || ही क्रिया आधी सांगितल्याप्रमाणेच करता येते. |
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− | | | 09: | + | || 09:16 |
− | | | आता File | + | || आता मेनूबार वरील File या ऑप्शनवर क्लिक करा आणि मग Save as या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
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− | | | 09: | + | || 09:23 |
− | | | | + | || आता File Type या ऑप्शनवर क्लिक करा. नंतर 'HTML Document' आणि कंसातopen office.org Calc या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
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− | | | 09:40 | + | || 09:35 |
− | | | सेव्ह बटणावर क्लिक करा. | + | || हा ऑप्शन तुमच्या डॉक्युमेंटला dot html हे एक्सटेन्शन देईल. |
+ | |- | ||
+ | || 09:40 | ||
+ | || सेव्ह बटणावर क्लिक करा. | ||
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− | | | 09:43 | + | || 09:43 |
− | | | आता डॉयलॉग बॉक्समधील 'Ask when not saving in ODF format' हा ऑप्शन सिलेक्ट करा. | + | || आता डॉयलॉग बॉक्समधील 'Ask when not saving in ODF format' हा ऑप्शन सिलेक्ट करा. |
|- | |- | ||
− | | | 09:49 | + | || 09:49 |
− | | | शेवटी 'Keep current format' या ऑप्शनवर क्लिक करा. | + | || शेवटी 'Keep current format' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | | 09:53 | + | || 09:53 |
− | | | तुम्हाला दिसेल की तुमचे डॉक्युमेंट dot html ह्या एक्सटेन्शनने सेव्ह झाले आहे. | + | || तुम्हाला दिसेल की तुमचे डॉक्युमेंट dot html ह्या एक्सटेन्शनने सेव्ह झाले आहे. |
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− | | | 09:58 | + | || 09:58 |
− | | | जेव्हा आपल्याला आपली स्प्रेडशीट वेबपेज म्हणून दाखवायची असेल किंवा उघडायची असेल तेव्हा या फॉरमॅटचा उपयोग होतो. तुम्ही वेब ब्राऊझर प्रोग्रॅमच्या सहाय्याने ती उघडू शकता. | + | || जेव्हा आपल्याला आपली स्प्रेडशीट वेबपेज म्हणून दाखवायची असेल किंवा उघडायची असेल तेव्हा या फॉरमॅटचा उपयोग होतो. |
+ | |||
+ | तुम्ही वेब ब्राऊझर प्रोग्रॅमच्या सहाय्याने ती उघडू शकता. | ||
|- | |- | ||
− | | | 10:07 | + | || 10:07 |
− | | | स्टँडर्ड टूलबार वरील 'Export directly as PDF' या ऑप्शनवर क्लिक करून डॉक्युमेंट PDF फॉरमॅट मध्ये export करता येते. | + | || स्टँडर्ड टूलबार वरील 'Export directly as PDF' या ऑप्शनवर क्लिक करून डॉक्युमेंट PDF फॉरमॅट मध्ये export करता येते. |
|- | |- | ||
− | | | 10:17 | + | || 10:17 |
− | | | पूर्वीप्रमाणे फाईल सेव्ह कराण्याची जागा निवडून घ्या. | + | || पूर्वीप्रमाणे फाईल सेव्ह कराण्याची जागा निवडून घ्या. |
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− | | | 10:22 | + | || 10:22 |
− | | | हेच तुम्ही मेनूबारवरील फाईल ऑप्शन क्लिक करून मग 'Export as pdf' या ऑप्शनवर क्लिक करून देखील करू शकता. | + | || हेच तुम्ही मेनूबारवरील फाईल ऑप्शन क्लिक करून मग 'Export as pdf' या ऑप्शनवर क्लिक करून देखील करू शकता. |
|- | |- | ||
− | | | 10:32 | + | || 10:32 |
− | | | तुम्हाला दिसत असलेल्या डायलॉग बॉक्समधील 'Export' ऑप्शनवर क्लिक करा आणि मग सेव्ह बटणावर क्लिक करा. | + | || तुम्हाला दिसत असलेल्या डायलॉग बॉक्समधील 'Export' ऑप्शनवर क्लिक करा आणि मग सेव्ह बटणावर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | | 10:39 | + | || 10:39 |
− | | | अशा प्रकारे एक pdf फाईल बनेल | + | || अशा प्रकारे एक pdf फाईल बनेल |
|- | |- | ||
− | | | 10:42 | + | || 10:42 |
− | | | आता मेनूबारवरील "File” आणि मग "Close” ऑप्शनवर क्लिक करून हे डॉक्युमेंट बंद करू या. | + | || आता मेनूबारवरील "File” आणि मग "Close” ऑप्शनवर क्लिक करून हे डॉक्युमेंट बंद करू या. |
|- | |- | ||
− | | | 10:48 | + | || 10:48 |
− | | | पुढे कॅल्क मध्ये असलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे ते शिकू या. | + | || पुढे कॅल्क मध्ये असलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे ते शिकू या. |
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− | | | 10:54 | + | || 10:54 |
− | | | एखादे उपस्थित डॉक्युमेंट उघडण्यासाठी मेनूबारवरील फाईलवर क्लिक करा आणि मग 'Open' या ऑप्शनवर क्लिक करा. | + | || एखादे उपस्थित डॉक्युमेंट उघडण्यासाठी मेनूबारवरील फाईलवर क्लिक करा आणि मग 'Open' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
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− | | | 11:04 | + | || 11:04 |
− | | | स्क्रीनवर डायलॉग बॉक्स दिसेल. | + | || स्क्रीनवर डायलॉग बॉक्स दिसेल. |
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− | | | 11:08 | + | || 11:08 |
− | | | इथे डॉक्युमेंट सेव्ह केलेला फोल्डर तुम्हाला शोधायचा आहे. | + | || इथे डॉक्युमेंट सेव्ह केलेला फोल्डर तुम्हाला शोधायचा आहे. |
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− | | | 11:12 | + | || 11:12 |
− | | | आता डायलॉग बॉक्सच्या डाव्या कोप-यातील 'Small Pencil' या बटणावर क्लिक करा. त्याचे नाव 'Type a file name' असे आहे. | + | || आता डायलॉग बॉक्सच्या डाव्या कोप-यातील 'Small Pencil' या बटणावर क्लिक करा. त्याचे नाव 'Type a file name' असे आहे. |
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− | | | 11:21 | + | || 11:21 |
− | | | ते 'Location Bar' हे फिल्ड उघडेल. | + | || ते 'Location Bar' हे फिल्ड उघडेल. |
|- | |- | ||
− | | | 11:24 | + | || 11:24 |
− | | | इथे तुम्हाला जी फाईल शोधायची आहे तिचे नाव टाईप करा. | + | || इथे तुम्हाला जी फाईल शोधायची आहे तिचे नाव टाईप करा. |
|- | |- | ||
− | | | 11:28 | + | || 11:28 |
− | | | आपण 'Personal Finance Tracker' असे फाईलचे नाव टाईप करू या. | + | || आपण 'Personal Finance Tracker' असे फाईलचे नाव टाईप करू या. |
|- | |- | ||
− | | | 11:33 | + | || 11:33 |
− | | | आता दिसत असलेल्या फाईल्सच्या नावाच्या यादीतून 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल निवडा. | + | || आता दिसत असलेल्या फाईल्सच्या नावाच्या यादीतून 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल निवडा. |
|- | |- | ||
− | | | 11:41 | + | || 11:41 |
− | | | आता 'Open' या बटणावर क्लिक करा. | + | || आता 'Open' या बटणावर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | | 11:44 | + | || 11:44 |
− | | | तुम्हाला 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल उघडलेली दिसेल. | + | || तुम्हाला 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल उघडलेली दिसेल. |
|- | |- | ||
− | | | 11:50 | + | || 11:50 |
− | | | त्याशिवाय तुम्हाला उपस्थित फाईल, टूलबार वरील 'Open' या आयकॉनवर क्लिक करून आणि बाकीची कृती वरील प्रमाणे केल्यावर सुध्दा उघडता येईल. | + | || त्याशिवाय तुम्हाला उपस्थित फाईल, टूलबार वरील 'Open' या आयकॉनवर क्लिक करून आणि बाकीची कृती वरील प्रमाणे केल्यावर सुध्दा उघडता येईल. |
|- | |- | ||
− | | | 12:01 | + | || 12:01 |
− | | | अशाच प्रकारे मायक्रोसॉफ्ट एक्सेलच्या 'dot xls' आणि 'dot xlsx' या एक्सटेन्शन असलेल्या फाईल देखील कॅल्कमध्ये उघडता येतात. | + | || अशाच प्रकारे मायक्रोसॉफ्ट एक्सेलच्या 'dot xls' आणि 'dot xlsx' या एक्सटेन्शन असलेल्या फाईल देखील कॅल्कमध्ये उघडता येतात. |
|- | |- | ||
− | | | 12:11 | + | || 12:11 |
− | | | पुढे आपण उपस्थित फाईलमध्ये बदल करून ते सेव्ह कसे करतात ते शिकणार आहोत. | + | || पुढे आपण उपस्थित फाईलमध्ये बदल करून ते सेव्ह कसे करतात ते शिकणार आहोत. |
|- | |- | ||
− | | | 12:18 | + | || 12:18 |
− | | | आता आपण हेडिंग बोल्ड करून आणि त्यांचा फाँट साईज वाढवून फाईलमध्ये बदल करू या. | + | || आता आपण हेडिंग बोल्ड करून आणि त्यांचा फाँट साईज वाढवून फाईलमध्ये बदल करू या. |
|- | |- | ||
− | | | 12:25 | + | || 12:25 |
− | | | प्रथम सेल A1 वर क्लिक करा. माऊसचे डावे बटण दाबून " SN”, “Cost”, “Spent”, “Received”, “Date” आणि "Account” या हेडिंग्जवर ड्रॅग करून सिलेक्ट करा. | + | ||प्रथम सेल A1 वर क्लिक करा. माऊसचे डावे बटण दाबून " SN”, “Cost”, “Spent”, “Received”, “Date” आणि "Account” या हेडिंग्जवर ड्रॅग करून सिलेक्ट करा. |
|- | |- | ||
− | | | 12:41 | + | || 12:41 |
− | | | अशा प्रकारे text सिलेक्ट व हायलाईट झालेले दिसतील. आता माऊसचे डावे बटण सोडा. टेक्स्ट अजूनही हायलाईट झालेलेच राहिले पाहिजे. आता स्टँडर्ड टूलबारवरील बोल्ड आयकॉन वर क्लिक करा. | + | || अशा प्रकारे text सिलेक्ट व हायलाईट झालेले दिसतील. आता माऊसचे डावे बटण सोडा. |
+ | |||
+ | टेक्स्ट अजूनही हायलाईट झालेलेच राहिले पाहिजे. आता स्टँडर्ड टूलबारवरील बोल्ड आयकॉन वर क्लिक करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | 12:55 | + | || 12:55 |
− | | | अशा प्रकारे हेडिंग्ज बोल्ड होतील. | + | || अशा प्रकारे हेडिंग्ज बोल्ड होतील. |
|- | |- | ||
− | | | 12:58 | + | || 12:58 |
− | | | आता या हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढवू या. | + | || आता या हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढवू या. |
|- | |- | ||
− | | | 13:02 | + | || 13:02 |
− | | | आता हेडिंग्ज सिलेक्ट करा आणि टूलबार मधील 'Font Size' या फिल्डवर क्लिक करा. | + | || आता हेडिंग्ज सिलेक्ट करा आणि टूलबार मधील 'Font Size' या फिल्डवर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | | 13:07 | + | || 13:07 |
− | | | ड्रॉप डाऊन मेनूमधील 14 या साईजची निवड करा. | + | || ड्रॉप डाऊन मेनूमधील 14 या साईजची निवड करा. |
|- | |- | ||
− | | | 13:11 | + | || 13:11 |
− | | | तुम्हाला हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढलेला दिसेल. | + | || तुम्हाला हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढलेला दिसेल. |
|- | |- | ||
− | | | 13:16 | + | || 13:16 |
− | | | आता आपण वापरत असलेली फाँट स्टाईल बदलू या. | + | || आता आपण वापरत असलेली फाँट स्टाईल बदलू या. |
|- | |- | ||
− | | | 13:20 | + | || 13:20 |
− | | | आता आपण 'Font Name' च्या फील्डवरील डाऊन ऍरोवर क्लिक करा आणि मग 'Bitstream Charter' हा फाँट निवडा. | + | || आता आपण 'Font Name' च्या फील्डवरील डाऊन ऍरोवर क्लिक करा आणि मग 'Bitstream Charter' हा फाँट निवडा. |
|- | |- | ||
− | | | 13:29 | + | || 13:29 |
− | | | आवश्यक असलेले बदल करून झाल्यावर सेव्ह या आयकॉनवर क्लिक करा. | + | || आवश्यक असलेले बदल करून झाल्यावर सेव्ह या आयकॉनवर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | | 13:35 | + | || 13:35 |
− | | | तुमचे डॉक्युमेंट सेव्ह करून झाल्यावर जर तुम्हाला ते बंद करायचे असेल तर फक्त मेनूबारवरील फाईल या मेनूवर क्लिक करून 'Close' या ऑप्शनवर क्लिक करा. | + | || तुमचे डॉक्युमेंट सेव्ह करून झाल्यावर जर तुम्हाला ते बंद करायचे असेल तर फक्त मेनूबारवरील फाईल या मेनूवर क्लिक करून 'Close' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
|- | |- | ||
− | | |13:45 | + | ||13:45 |
− | | | अशा प्रकारे तुमची फाईल बंद होईल. | + | || अशा प्रकारे तुमची फाईल बंद होईल. |
|- | |- | ||
− | | | 13:48 | + | || 13:48 |
− | | | आपण लिबर ऑफिस कॅल्कच्या स्पोकन ट्युटोरियलच्या हया पाठाच्या अंतिम टप्प्यात पोहोचलो आहोत. | + | || आपण लिबर ऑफिस कॅल्कच्या स्पोकन ट्युटोरियलच्या हया पाठाच्या अंतिम टप्प्यात पोहोचलो आहोत. |
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− | | | 13:53 | + | || 13:53 |
− | | | आपण काय शिकलो ते थोडक्यात: | + | || आपण काय शिकलो ते थोडक्यात: |
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− | | | 13:56 | + | || 13:56 |
− | | | लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख, | + | || लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख, |
|- | |- | ||
− | | | 13:59 | + | || 13:59 |
− | | | ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. | + | || ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. |
|- | |- | ||
− | | | 14:02 | + | || 14:02 |
− | | | कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. | + | || कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
|- | |- | ||
− | | |14:05 | + | ||14:05 |
− | | | तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. | + | || तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
|- | |- | ||
− | | | 14:08 | + | || 14:08 |
− | | | कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. | + | || कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. |
|- | |- | ||
− | | | 14:13 | + | || 14:13 |
− | | | COMPREHENSIVE ASSIGNMENT. | + | || COMPREHENSIVE ASSIGNMENT. |
− | + | ||
+ | कॅल्कमध्ये नवीन डॉक्युमेंट उघडा. | ||
|- | |- | ||
− | | | 14:18 | + | || 14:18 |
− | | | Spreadsheet practice.ods या नावाने ती सेव्ह करा. | + | || Spreadsheet practice.ods या नावाने ती सेव्ह करा. |
|- | |- | ||
− | | | 14:23 | + | || 14:23 |
− | | | “Serial Number”, “Name”, “Department”, आणि "Salary” अशी हेडिंग्ज द्या. | + | || “Serial Number”, “Name”, “Department”, आणि "Salary” अशी हेडिंग्ज द्या. |
|- | |- | ||
− | | | 14:29 | + | || 14:29 |
− | | | हेडिंग्जला underline करा. हेडिंग्जचा फाँट साईज 16 पर्यंत वाढवा आणि फाईल बंद करा. | + | || हेडिंग्जला underline करा. हेडिंग्जचा फाँट साईज 16 पर्यंत वाढवा आणि फाईल बंद करा. |
|- | |- | ||
− | | |14:37 | + | ||14:37 |
− | | | प्रकल्पाची माहिती दिलेल्या लिंकवर उपलब्ध आहे. | + | || प्रकल्पाची माहिती दिलेल्या लिंकवर उपलब्ध आहे. |
|- | |- | ||
− | | | 14:40 | + | || 14:40 |
− | | | ज्यामध्ये तुम्हाला प्रॉजेक्टचा सारांश मिळेल. | + | || ज्यामध्ये तुम्हाला प्रॉजेक्टचा सारांश मिळेल. |
|- | |- | ||
− | | | 14:45 | + | || 14:45 |
− | | | जर तुमच्याकडे चांगली Bandwidth नसेल तर आपण व्हिडिओ download करूनही पाहू शकता. | + | || जर तुमच्याकडे चांगली Bandwidth नसेल तर आपण व्हिडिओ download करूनही पाहू शकता. |
|- | |- | ||
− | | | 14:48 | + | || 14:48 |
− | | | स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट टीम | + | || स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट टीम |
|- | |- | ||
− | | | 14:52 | + | || 14:52 |
− | | | Spoken Tutorial च्या सहाय्याने कार्यशाळा चालविते. | + | || Spoken Tutorial च्या सहाय्याने कार्यशाळा चालविते. |
|- | |- | ||
− | | | 14:54 | + | || 14:54 |
− | | | परीक्षा उतीर्ण होणा-या विद्यार्थ्यांना प्रमाणपत्रही दिले जाते. | + | || परीक्षा उतीर्ण होणा-या विद्यार्थ्यांना प्रमाणपत्रही दिले जाते. |
|- | |- | ||
− | | | 14:57 | + | || 14:57 |
− | | | अधिक माहितीसाठी कृपया contact@spoken-tutorial.org वर लिहा. | + | || अधिक माहितीसाठी कृपया contact@spoken-tutorial.org वर लिहा. |
|- | |- | ||
− | | | 15:04 | + | || 15:04 |
− | | | "स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट" हे "टॉक टू टीचर" या प्रॉजेक्टचा भाग आहे. | + | || "स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट" हे "टॉक टू टीचर" या प्रॉजेक्टचा भाग आहे. |
|- | |- | ||
− | | | 15:08 | + | || 15:08 |
− | | | यासाठी अर्थसहाय्य National Mission on Education through ICT, MHRD, Government of India यांच्याकडून मिळालेले आहे. | + | || यासाठी अर्थसहाय्य National Mission on Education through ICT, MHRD, Government of India यांच्याकडून मिळालेले आहे. |
|- | |- | ||
− | | |15:16 | + | ||15:16 |
− | | | यासंबंधी माहिती पुढील साईटवर उपलब्ध आहे. | + | || यासंबंधी माहिती पुढील साईटवर उपलब्ध आहे. |
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− | | | 15:21 | + | || 15:21 |
− | | | spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro | + | || spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro |
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− | | | 15:27 | + | || 15:27 |
− | | | ह्या ट्युटोरियलचे भाषांतर मनाली रानडे यांनी केले असून मी रंजना भांबळे आपला निरोप घेते . सहभागासाठी धन्यवाद. | + | || ह्या ट्युटोरियलचे भाषांतर मनाली रानडे यांनी केले असून मी रंजना भांबळे आपला निरोप घेते . सहभागासाठी धन्यवाद. |
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Revision as of 21:19, 16 February 2015
Resources for recording Introduction to Calc
Visual Cue | Narration |
00:00 | लिबर ऑफिस कॅल्कच्या प्राथमिक ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत. |
00:06 | ह्या पाठात आपण पुढील गोष्टी शिकणार आहोत. |
00:09 | लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख. |
00:12 | ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. |
00:16 | कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
00:18 | तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
00:21 | कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. |
00:26 | लिबर ऑफिस कॅल्क हा Libre Office Suite चा स्प्रेडशीट घटक आहे. |
00:32 | जसे Writer मुख्यतः शाब्दिक माहितीवर काम करतो तसे कॅल्क मुख्यत्वे संख्यांशी संबंधित काम करण्यासाठी वापरला जातो. |
00:40 | कॅल्क हे अंकांची भाषा जाणणारे सॉफ्टवेअर आहे. |
00:44 | मायक्रोसॉफ्ट ऑफिस मधील Excel शी कॅल्कचे साम्य आहे. |
00:49 | हे विनामूल्य व मुक्त सॉफ्टवेअर असल्याने त्याचे वितरण, देवघेव व वापर निर्बंधांशिवाय करता येतो. |
00:57 | लिबर ऑफिस सुट आपल्या संगणकावर सुरू करण्यासाठी आपल्या संगणकावर Microsoft Windows 2000 किंवा त्यानंतर आलेल्या विंडोज XP किंवा विंडोज 7 ह्यापैकी Operating System असावी.
अन्यथा GNU/Linux सारख्या Operating System चा वापरही तुम्ही करू शकता. |
01:14 | इथे आपण GNU/Linux ही Operating System आणि Libre Office Suite 3.3.4 वापरणार आहोत. |
01:26 | जर आपल्या संगणकावर Libre Office Suite ची स्थापना केलेली नसेल तर आपण त्यासाठी Synaptic Package Manager चा वापर करून Calc ची स्थापना करू शकता. |
01:34 | Synaptic Package Manager वरील अधिक माहितीसाठी कृपया GNU लिनक्सवरील ट्युटोरियल पहावे.
तसेच Libre Office Suite डाऊनलोड करण्यासाठी सदर वेबसाईटवर दिलेल्या सूचनांचे पालन करावे. |
01:49 | यासंबंधी तपशीलवार सूचना Libre Office Suite च्या पहिल्या ट्युटोरियलमध्ये उपलब्ध आहेत. |
01:55 | Calc ची स्थापना करण्यासाठी “Complete” पर्याय निवडा. |
02:00 | जर आपल्याकडे Libre Office Suite आधीपासून स्थापित असेल तर तुमच्या Screen च्या डाव्या बाजूच्या “Application” पर्यायावर क्लिक केल्यावर “Office” वर क्लिक करा व त्यानंतर Libre Office ह्या पर्यायावर क्लिक करा. |
02:16 | Libre Office मधील विविध घटकांसोबत एक नवीन डायलॉग बॉक्स उघडली जाईल. |
02:21 | Calc हे Application उघडण्यासाठी ह्या डायलॉग बॉक्समधील Spreadsheet या पर्यायावर क्लिक करा. |
02:29 | ह्यामुळे एक रिक्त Spreadsheet डॉक्युमेंट Calcच्या मुख्य विंडोत उघडले जाईल. |
02:34 | आता आपण Calc विंडोमधील मुख्य घटकांची ओळख करून घेऊ या. |
02:38 | Calc मधील डॉक्युमेंटला "Workbook” असे म्हणतात. यात उभ्या व आडव्या ओळी आखलेल्या असतात. |
02:47 | वर्कशीटमध्ये Columns व Rows यांनी बनलेल्या चौकटी म्हणजेच Cells असतात.
Columns ना अक्षरांनी व Rows ना आकड्यांनी संबोधण्यात येते. |
02:57 | प्रत्येक सेल ही ज्या कॉलम व रो च्या छेदण्याने तयार झालेली असते त्या अक्षराच्या व आकड्याच्या जोडीने संबोधली जाते. |
03:08 | प्रत्येक सेलमध्ये अक्षरांनी किंवा अंकांनी युक्त माहिती, सूत्रे आणि अनेक प्रकारचा Data साठवता येतो. |
03:17 | एका वर्कबुकमध्ये अनेक स्प्रेडशीटस् असू शकतात तसेच एका स्प्रेडशीटमध्ये दहा लक्षांहून थोड्या जास्त Rows व हजाराहून जास्त Columns असू शकतात.
म्हणजेच एका शीटमध्ये एक अब्ज म्हणजेच शंभर कोटीहून जास्त Cells असू शकतात. |
03:32 | Calc विंडोमध्ये Title Bar, Menu Bar, Standard Tool Bar, Formatting Bar, Formula Bar, स्टॅटस बार ह्यासारखे अनेक टूलबार्स असतात. |
03:44 | ह्या टूलबार्स व्यतिरिक्त दोन आणखी चौकटी तुम्हास वरच्या भागात दिसतील. त्या म्हणजे Input Line वName Box. |
03:53 | ह्या टूलबार्स मधील काही महत्वाच्या पर्यायांची माहिती आपण पुढे करून घेणार आहोत. |
04:01 | आता तुम्हाला स्प्रेडशीटच्या डाव्या खालच्या कोप-यात "Sheet1”, “Sheet2”, “Sheet3” असे तीन टॅब दिसतील. |
04:11 | ह्यापैकी योग्य त्या टॅबवर क्लिक करून हवी ती शीट उघडता येते. उघडलेल्या शीटचा टॅब पांढ-या रंगाचा होतो. |
04:20 | दुस-या टॅबवर क्लिक केल्यास ती शीट उघडली जाऊन तो टॅब पांढरा होतो. |
04:27 | स्प्रेडशीटचा मुख्य मधला भाग हा Rows आणि Columns ह्यांच्या जाळीने बनतो.
(प्रत्येक सेल ही Row व Column च्या छेदण्याने बनलेली असते). |
04:40 | प्रत्येक कॉलमच्या वरती असलेली अक्षरे व Rows च्या डावीकडे असलेले अंक राखाडी रंगाच्या चौकटीत असतात.
त्यांना Row वColumn Headers असे म्हणतात. |
04:52 | Columns A ह्या अक्षराने सुरू होऊन उजवीकडे वाढत जातात.
तसेच Rows 1 ह्या आकड्याने सुरू होऊन खाली वाढत जातात. |
04:59 | कॉलम व रो हेडर्स हे जोडीने Cell संबोधनासाठी Name Box मधे दाखवतात. |
05:07 | Calc मधील विविध विभागांच्या प्रस्तावनेनंतर आपण लिबर ऑफिस Calc मध्ये नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे ते पाहू. |
05:15 | आपण स्टँडर्ड टूलबार वरील "New” या आयकॉनवर क्लिक करून डॉक्युमेंट उघडू शकता. किंवा, मेनूबारमधील फाईल या ऑप्शनवर क्लिक करा.
आणि मग "New” या ऑप्शनवर क्लिक करून शेवटी "Spreadsheet” या ऑप्शनवर क्लिक करून नवीन डॉक्युमेंट उघडता येते. |
05:32 | तुम्हाला दिसेल की आपण दोन्ही पध्दतीने नवीन कॅल्क विंडो उघडू शकतो. |
05:37 | आपण आता स्प्रेडशीटमध्ये Personal Finance Tracker कसा बनवायचा ते शिकणार आहोत. |
05:43 | आता पाहू या की स्प्रेडशीट मधील काही सेल्समध्ये डेटा कसा एंटर करावा. |
05:49 | यासाठी स्प्रेडशीट मधल्या पहिल्या शीटवरील A1 या सेलवर क्लिक करा. |
05:54 | "SN” असे हेडिंग टाईप करू या ज्याखाली आपण स्प्रेडशीटमध्ये एंटर करत असलेल्या आयटम्स चे अनुक्रमांक आपण लिहिणार आहोत. |
06:03 | आता सेल B1 वर क्लिक करा आणि त्या हेडिंगला Item असे नाव द्या. |
06:09 | स्प्रेडशीट मध्ये वापरल्या जाणा-या सर्व आयटम्सची नावे या हेडिंगखाली असतील. |
06:16 | अशाप्रकारे एकापुढे एक असे C1, D1, E1, F1 आणि G1 सेल्सवर क्लिक करून त्यांना 'Cost', 'Spent', 'Received', 'Date' आणि 'Account' अशी हेडिंग द्या. |
06:32 | आपण नंतर या कॉलम्स मध्ये डेटा भरणार आहोत. |
06:37 | स्प्रेडशीट लिहून झाली की ती पुन्हा वापरण्यासाठी सेव्ह करणे आवश्यक आहे. |
06:42 | ही फाईल सेव्ह करण्यासाठी मेनूबारवरील 'File' वर क्लिक करून मग 'Save as' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
06:50 | स्क्रीनवर तुम्हाला एक डायलॉग बॉक्स दिसेल जिथे तुम्हाला Name या फिल्डमध्ये तुमच्या फाईलचे नाव देणे अपेक्षित आहे. |
06:58 | आता “Personal Finance Tracker” असे फाईलचे नाव द्या. |
07:03 | “Name” या फिल्डखाली 'Save In Folder' हे फिल्ड आहे. जिथे तुम्ही फोल्डरचे नाव देणे आवश्यक असते.
येथे तुम्ही सेव्ह केलेली फाईल समाविष्ट होईल. |
07:13 | “Save In Folder” च्या डाऊन ऍरोवर क्लिक करा. |
07:17 | फोल्डर ऑप्शनची एक यादी तुम्हाला दिसेल.
जिथे आपल्याला फाईल सेव्ह करायची आहे तो फोल्डर आपण येथे निवडू शकतो. |
07:24 | आपण 'Desktop' हा ऑप्शन क्लिक करू या |
07:27 | आता फाईल डेस्कटॉपवर सेव्ह होईल. |
07:32 | आता 'File Type' या वर क्लिक करा. |
07:36 | फाईल सेव्ह करण्यासाठी फाईल टाईपचे ऑप्शन्स किंवा एक्सटेन्शन्सची यादी दिसेल. |
07:44 | लिबर ऑफिस कॅल्कचा Default File Type, 'ODF Spreadsheet' असून ज्याचे एक्सटेन्शन dot ods असे आहे. |
07:53 | ODF चा अर्थ ओपन डॉक्युमेंट फॉरमॅट जे एक ओपन स्टँडर्ड आहे. |
07:59 | लिबर ऑफिस कॅल्कमध्ये उघडण्यासाठी फाईलdot ods फॉरमॅटमध्ये सेव्ह करण्या व्यतिरिक्त आपण आपली फाईल .xml, .xlsx आणि .xls फॉरमॅटमध्ये सेव्ह करू शकतो जी MS Officeच्या Excel प्रोग्रॅम मध्ये सुध्दा उघडू शकते. |
08:20 | अजून एक प्रचलित फाईल एक्सटेन्शन म्हणजे dot csv, जे अनेक प्रोग्रॅममध्ये उघडते. |
08:26 | यात स्प्रडेशीट डेटा, टेक्स्ट फॉरमॅट मध्ये साठवतात. ज्यामुळे फाईल साईज खूप कमी होते व स्थलांतरित करणे सोपे होते. |
08:37 | आपण 'ODF Spreadsheet' या ऑप्शनवर क्लिक करू या. |
08:41 | तुम्हाला फाईल टाईप या ऑप्शनसमोर/फिल्ड समोर फाईल टाईप 'ODF Spreadsheet' आणि कंसात dot ods असे लिहिलेले दिसेल. |
08:52 | सेव्ह बटणावर क्लिक करा. |
08:54 | हे तुम्हाला पुन्हा कॅल्क विंडोवर घेऊन जाईल जिथे टायटल बारवर तुम्ही दिलेले फाईलचे नाव व एक्सटेन्शन दिसेल. |
09:02 | वर उल्लेख केलेल्या फॉरमॅट व्यतिरिक्त स्प्रेडशीट, dot html या फॉरमॅट मध्येही सेव्ह करता येते, जी वेब पेज फॉरमॅट मध्ये असते. |
09:12 | ही क्रिया आधी सांगितल्याप्रमाणेच करता येते. |
09:16 | आता मेनूबार वरील File या ऑप्शनवर क्लिक करा आणि मग Save as या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
09:23 | आता File Type या ऑप्शनवर क्लिक करा. नंतर 'HTML Document' आणि कंसातopen office.org Calc या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
09:35 | हा ऑप्शन तुमच्या डॉक्युमेंटला dot html हे एक्सटेन्शन देईल. |
09:40 | सेव्ह बटणावर क्लिक करा. |
09:43 | आता डॉयलॉग बॉक्समधील 'Ask when not saving in ODF format' हा ऑप्शन सिलेक्ट करा. |
09:49 | शेवटी 'Keep current format' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
09:53 | तुम्हाला दिसेल की तुमचे डॉक्युमेंट dot html ह्या एक्सटेन्शनने सेव्ह झाले आहे. |
09:58 | जेव्हा आपल्याला आपली स्प्रेडशीट वेबपेज म्हणून दाखवायची असेल किंवा उघडायची असेल तेव्हा या फॉरमॅटचा उपयोग होतो.
तुम्ही वेब ब्राऊझर प्रोग्रॅमच्या सहाय्याने ती उघडू शकता. |
10:07 | स्टँडर्ड टूलबार वरील 'Export directly as PDF' या ऑप्शनवर क्लिक करून डॉक्युमेंट PDF फॉरमॅट मध्ये export करता येते. |
10:17 | पूर्वीप्रमाणे फाईल सेव्ह कराण्याची जागा निवडून घ्या. |
10:22 | हेच तुम्ही मेनूबारवरील फाईल ऑप्शन क्लिक करून मग 'Export as pdf' या ऑप्शनवर क्लिक करून देखील करू शकता. |
10:32 | तुम्हाला दिसत असलेल्या डायलॉग बॉक्समधील 'Export' ऑप्शनवर क्लिक करा आणि मग सेव्ह बटणावर क्लिक करा. |
10:39 | अशा प्रकारे एक pdf फाईल बनेल |
10:42 | आता मेनूबारवरील "File” आणि मग "Close” ऑप्शनवर क्लिक करून हे डॉक्युमेंट बंद करू या. |
10:48 | पुढे कॅल्क मध्ये असलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे ते शिकू या. |
10:54 | एखादे उपस्थित डॉक्युमेंट उघडण्यासाठी मेनूबारवरील फाईलवर क्लिक करा आणि मग 'Open' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
11:04 | स्क्रीनवर डायलॉग बॉक्स दिसेल. |
11:08 | इथे डॉक्युमेंट सेव्ह केलेला फोल्डर तुम्हाला शोधायचा आहे. |
11:12 | आता डायलॉग बॉक्सच्या डाव्या कोप-यातील 'Small Pencil' या बटणावर क्लिक करा. त्याचे नाव 'Type a file name' असे आहे. |
11:21 | ते 'Location Bar' हे फिल्ड उघडेल. |
11:24 | इथे तुम्हाला जी फाईल शोधायची आहे तिचे नाव टाईप करा. |
11:28 | आपण 'Personal Finance Tracker' असे फाईलचे नाव टाईप करू या. |
11:33 | आता दिसत असलेल्या फाईल्सच्या नावाच्या यादीतून 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल निवडा. |
11:41 | आता 'Open' या बटणावर क्लिक करा. |
11:44 | तुम्हाला 'Personal Finance Tracker.ods' ही फाईल उघडलेली दिसेल. |
11:50 | त्याशिवाय तुम्हाला उपस्थित फाईल, टूलबार वरील 'Open' या आयकॉनवर क्लिक करून आणि बाकीची कृती वरील प्रमाणे केल्यावर सुध्दा उघडता येईल. |
12:01 | अशाच प्रकारे मायक्रोसॉफ्ट एक्सेलच्या 'dot xls' आणि 'dot xlsx' या एक्सटेन्शन असलेल्या फाईल देखील कॅल्कमध्ये उघडता येतात. |
12:11 | पुढे आपण उपस्थित फाईलमध्ये बदल करून ते सेव्ह कसे करतात ते शिकणार आहोत. |
12:18 | आता आपण हेडिंग बोल्ड करून आणि त्यांचा फाँट साईज वाढवून फाईलमध्ये बदल करू या. |
12:25 | प्रथम सेल A1 वर क्लिक करा. माऊसचे डावे बटण दाबून " SN”, “Cost”, “Spent”, “Received”, “Date” आणि "Account” या हेडिंग्जवर ड्रॅग करून सिलेक्ट करा. |
12:41 | अशा प्रकारे text सिलेक्ट व हायलाईट झालेले दिसतील. आता माऊसचे डावे बटण सोडा.
टेक्स्ट अजूनही हायलाईट झालेलेच राहिले पाहिजे. आता स्टँडर्ड टूलबारवरील बोल्ड आयकॉन वर क्लिक करा. |
12:55 | अशा प्रकारे हेडिंग्ज बोल्ड होतील. |
12:58 | आता या हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढवू या. |
13:02 | आता हेडिंग्ज सिलेक्ट करा आणि टूलबार मधील 'Font Size' या फिल्डवर क्लिक करा. |
13:07 | ड्रॉप डाऊन मेनूमधील 14 या साईजची निवड करा. |
13:11 | तुम्हाला हेडिंग्जचा फाँट साईज वाढलेला दिसेल. |
13:16 | आता आपण वापरत असलेली फाँट स्टाईल बदलू या. |
13:20 | आता आपण 'Font Name' च्या फील्डवरील डाऊन ऍरोवर क्लिक करा आणि मग 'Bitstream Charter' हा फाँट निवडा. |
13:29 | आवश्यक असलेले बदल करून झाल्यावर सेव्ह या आयकॉनवर क्लिक करा. |
13:35 | तुमचे डॉक्युमेंट सेव्ह करून झाल्यावर जर तुम्हाला ते बंद करायचे असेल तर फक्त मेनूबारवरील फाईल या मेनूवर क्लिक करून 'Close' या ऑप्शनवर क्लिक करा. |
13:45 | अशा प्रकारे तुमची फाईल बंद होईल. |
13:48 | आपण लिबर ऑफिस कॅल्कच्या स्पोकन ट्युटोरियलच्या हया पाठाच्या अंतिम टप्प्यात पोहोचलो आहोत. |
13:53 | आपण काय शिकलो ते थोडक्यात: |
13:56 | लिबर ऑफिस कॅल्क ह्या सॉफ्टवेअरची ओळख, |
13:59 | ह्यात उपलब्ध असलेले विविध टूलबार्स. |
14:02 | कॅल्कमधे नवीन डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
14:05 | तसेच आधी तयार केलेले डॉक्युमेंट कसे उघडावे. |
14:08 | कॅल्कमधे डॉक्युमेंट बंद करून संग्रहित कसे करावे. |
14:13 | COMPREHENSIVE ASSIGNMENT.
कॅल्कमध्ये नवीन डॉक्युमेंट उघडा. |
14:18 | Spreadsheet practice.ods या नावाने ती सेव्ह करा. |
14:23 | “Serial Number”, “Name”, “Department”, आणि "Salary” अशी हेडिंग्ज द्या. |
14:29 | हेडिंग्जला underline करा. हेडिंग्जचा फाँट साईज 16 पर्यंत वाढवा आणि फाईल बंद करा. |
14:37 | प्रकल्पाची माहिती दिलेल्या लिंकवर उपलब्ध आहे. |
14:40 | ज्यामध्ये तुम्हाला प्रॉजेक्टचा सारांश मिळेल. |
14:45 | जर तुमच्याकडे चांगली Bandwidth नसेल तर आपण व्हिडिओ download करूनही पाहू शकता. |
14:48 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट टीम |
14:52 | Spoken Tutorial च्या सहाय्याने कार्यशाळा चालविते. |
14:54 | परीक्षा उतीर्ण होणा-या विद्यार्थ्यांना प्रमाणपत्रही दिले जाते. |
14:57 | अधिक माहितीसाठी कृपया contact@spoken-tutorial.org वर लिहा. |
15:04 | "स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट" हे "टॉक टू टीचर" या प्रॉजेक्टचा भाग आहे. |
15:08 | यासाठी अर्थसहाय्य National Mission on Education through ICT, MHRD, Government of India यांच्याकडून मिळालेले आहे. |
15:16 | यासंबंधी माहिती पुढील साईटवर उपलब्ध आहे. |
15:21 | spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro |
15:27 | ह्या ट्युटोरियलचे भाषांतर मनाली रानडे यांनी केले असून मी रंजना भांबळे आपला निरोप घेते . सहभागासाठी धन्यवाद. |