Difference between revisions of "Java/C2/Programming-features-Eclipse/Sanskrit"
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(Created page with '{|border=1 ||'''Time''' ||'''Narration''' |- |00:02 |एक्लिप्स मध्ये प्रोग्राम् इत्यस्य विशेषतायाः …') |
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||'''Narration''' | ||'''Narration''' | ||
− | |- | + | |-|00:02 |
− | |00:02 | + | |एक्लिप्स् मध्ये प्रोग्राम-वैशिष्ट्यानां विषये विद्यमानेऽस्मिन् पाठे भवद्भ्यः स्वागतम्। |
− | | | + | |-|00:07 |
− | |- | + | |पाठेऽस्मिन् वयम्, |
− | |00:07 | + | |-|00:10 |
− | | | + | |एक्लिप्स् इत्यस्य सरलानि प्रोग्राम-वैशिष्ट्यानि ज्ञास्यामः। |
− | |- | + | |-|00:15 |
− | |00:10 | + | |अत्र वयं Ubuntu 11.0, JDK 1.6 अपि च Eclipse 3.7.0 इत्येतेषाम् उपयोगं कुर्मः। |
− | | | + | |-|00:23 |
− | |- | + | |पाठमिममनुसर्तुम् अस्माकं यन्त्रे, |
− | |00:15 | + | |-|00:26 |
− | | | + | |एक्लिप्स् संस्थापितं भवेत् अपि च, |
− | |- | + | |-|00:28 |
− | |00:23 | + | |भवन्तः एक्लिप्स् मध्ये सरलं जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयं तत्कथं चालनीयमित्यपि जानीयुः। |
− | | | + | |-|00:32 |
− | |- | + | |नो चेत्, एतत्सम्बद्धपाठार्थं कृपया अधो विद्यमानं जालपत्रं पश्यन्तु। |
− | |00:26 | + | |-|00:40 |
− | | | + | |एक्लिप्स् IDE इत्यस्मिन् बहुसरलवैषिष्ट्यानि सन्ति। उदाजरणार्थं, |
− | |- | + | |-|00:44 |
− | |00:28 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |00:32 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |00:40 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |00:44 | + | |
|Auto completion, | |Auto completion, | ||
− | |- | + | |-|00:45 |
− | |00:45 | + | |
|Syntax highlighting, | |Syntax highlighting, | ||
− | |- | + | |-|00:46 |
− | |00:46 | + | |
|Error dialog box अपि च | |Error dialog box अपि च | ||
− | |- | + | |-|00:48 |
− | |00:48 | + | |
|Shortcut keys. | |Shortcut keys. | ||
− | |- | + | |-|00:49 |
− | |00:49 | + | |वयं प्रत्येकमपि वैशिष्ट्यं विस्तृतरूपेण पश्यामः। |
− | |वयं प्रत्येकमपि | + | |-|00:59 |
− | |- | + | |अहं Features इति नाम्ना क्लास रचितवान् अस्मि अपि च मैन् मेथेड् अत्र योजितवान् अस्मि। |
− | |00:59 | + | |-|01:05 |
− | |अहं Features इति नाम्ना क्लास रचितवान् अस्मि अपि च | + | |वयं प्राथम्येन एक्लिप्स मध्ये Auto completion इति वैषिष्ट्यस्य विषये पश्यामः। |
− | |- | + | |-|01:10 |
− | |01:05 | + | |मैन मेथेड् इत्यस्य अन्तः ओपनिंग् ब्रेस् टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
− | |वयं | + | |-|01:17 |
− | |- | + | |पश्यन्तु, एतत् स्वयं तत्सम्बद्धं क्लोसिंग् ब्रेस् अपि च कर्सर इत्यस्य स्थानं व्यवस्थापयति। |
− | |01:10 | + | |-|01:25 |
− | |मैन | + | |एतत्, यानि कोड्स् युगलेषु कार्यं कुर्वन्ति तानि पूर्णानि करोति। |
− | |- | + | |-|01:29 |
− | |01:17 | + | |उदाहरणार्थं, पेरांथिसिस्, ओपन् पेरंथिसिस् टङ्कयन्तु, |
− | | | + | |-|01:35 |
− | |- | + | |अत्र वयं पश्यामः यत्, वयं केवलं ओपन् पेरांथिसिस् टङ्कियवन्तः अपि च एक्लिप्स्, स्वयं क्लोसिंग् पेरांथिसिस् योजयति। |
− | |01:25 | + | |-|01:42 |
− | |एतत् | + | |अत्र अवधेयं यत्, यदि वयं द्वितीयवारमपि क्लोसिंग् पेरंथिसिस् टङ्कयामः तदा एतत् वारद्वयं क्लोसिंग् पेरांथिसिस् यथा न आगच्छेत् तथा अवदधाति। |
− | |- | + | |-|01:52 |
− | |01:29 | + | |अहमधुना क्लोसिंग् पेरांथिसिस् टङ्कयामि। अधुना पश्यन्तु, केवलं कर्सर् वामतः गच्छति, अपरं पेरांथिसिस् न युज्यते। |
− | | | + | |-|02:02 |
− | |- | + | |एवमेव डबल् कोट् मध्ये अपि भवति। |
− | |01:35 | + | |-|02:06 |
− | |अत्र वयं पश्यामः यत् वयं केवलं ओपन् पेरांथिसिस् | + | |यदि ओपनिंग् कोट् टङ्कयामः तर्हि तत् स्वयं क्लोसिंग् कोट् टङ्कयति। |
− | |- | + | |-|02:12 |
− | |01:42 | + | |यदि वयं क्लोसिंग् कोट् अपि टङ्कयामः तर्हि तत् यथा द्वितीयं क्लोसिंग् कोट् न आगच्छेत् तथा अवदधाति। |
− | |अत्र | + | |-|02:19 |
− | |- | + | |अधुना अहं कोट् टङ्कयामि। तदा कर्सर वामपार्श्वं सरति अपि च अपर कोट् न युज्यते। |
− | |01:52 | + | |-|02:27 |
− | |अहमधुना क्लोसिंग् पेरांथिसिस् | + | |Auto-completion इति बहुमुखि वैशिष्ट्यं सत् एतत् कोड् इत्यस्य रचनानिर्वहणे महत् साहाय्यं करोति। |
− | |- | + | |-|02:32 |
− | |02:02 | + | |अपि च पेरांथिसिस्, ब्रेस्, क्लोसिंग् कोट् इत्येतेषाम् अदर्शनेन उद्भाव्याः दोषाः परिह्रियन्ते। |
− | |एवमेव | + | |-|02:44 |
− | |- | + | |अग्रिमवैशिष्ट्यं suggestion इति। |
− | |02:06 | + | |-|02:48 |
− | | | + | |एतावत् पर्यन्तं टङ्कितं सर्वमपि मार्जयामः। |
− | |- | + | |-|02:54 |
− | |02:12 | + | |वयं hello इत्येतत् प्रिंट् कर्तुं औट्पुट् स्टेट्मेंट् लिखामः। System dot …. |
− | |यदि वयं क्लोसिंग् कोट् अपि | + | |-|03:07 |
− | |- | + | |पश्यन्तु, एक्लिप्स् इति ड्राप्डौन्-सूचीं दर्शयति, |
− | |02:19 | + | |-|03:11 |
− | |अधुना अहं कोट् | + | |यत्र च स्टेट्मेंट् इत्यस्य पूरणाय अपेक्षिताः err, in, out, console इत्यादयः सर्वाः सम्भावनाः सूचयति। |
− | |- | + | |-|03:19 |
− | |02:27 | + | |
− | |Auto-completion इति | + | |
− | |- | + | |
− | |02:32 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |02:44 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |02:48 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |02:54 | + | |
− | |वयं hello | + | |
− | |- | + | |
− | |03:07 | + | |
− | |पश्यन्तु, एक्लिप्स् | + | |
− | |- | + | |
− | |03:11 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |03:19 | + | |
|अधः out इत्यत्र गत्वा Enter नुदन्तु। पुनः dot इति टङ्कयन्तु। | |अधः out इत्यत्र गत्वा Enter नुदन्तु। पुनः dot इति टङ्कयन्तु। | ||
− | |- | + | |-|03:28 |
− | |03:28 | + | |अधुना एक्लिप्स् औट् मड्यूल् तः सलहां ददाति। |
− | |अधुना एक्लिप्स् | + | |-|03:33 |
− | |- | + | |अधः println() इत्यत्र गत्वा Enter नुदन्तु। अधुना पेरांथिसिस् इत्यस्य अन्तः कोट् इत्यनयोरन्तरे Hello इति टङ्कयन्तु। |
− | |03:33 | + | |-|03:57 |
− | |अधः println() इत्यत्र गत्वा Enter | + | |अग्रिमम्, Syntax highlighting इति वैशिष्ट्यम्। |
− | |- | + | |-|04:02 |
− | |03:57 | + | |अत्र अवधीयताम्, public class, public static void इति द्वे कीवर्ड् विभिन्न-वर्णे स्तः |
− | | | + | |-|04:09 |
− | |- | + | |अपि च Hello इति नीलवर्णे अस्ति। एतेन एतत् स्ट्रिंग् इति ज्ञायते। |
− | |04:02 | + | |-|04:16 |
− | |अत्र | + | |एतत् Syntax highlighting इति वैशिष्ट्यं कीवर्ड अपि च कोड् इत्येतेषां विविधान् भागान् पृथक् करोति। |
− | |- | + | |-|04:27 |
− | |04:09 | + | |एक्लिप्स् इति प्रोग्रामर् कृते दोषान्वेषणे अपि साहाय्यं करोति। |
− | |अपि च Hello इति नीलवर्णे | + | |-|04:31 |
− | |- | + | |प्रोग्राम् मध्ये दोषः वामभागे रेड् क्रास् चिह्नरूपेण सूचितः भवति। |
− | |04:16 | + | |-|04:36 |
− | | | + | |वयम् अस्मिन् प्रोग्राम् मध्ये दोषः अस्ति इति दृष्टुं शक्नुमः। दोषस्योपरि मौस् नयन्तु। |
− | |- | + | |-|04:46 |
− | |04:27 | + | |तत्र वयं सेमिकोलोन् नष्टमस्ति इति दोषं पश्यामः। तस्य परिहारमपि वयं तत्र पश्यामः। |
− | |एक्लिप्स् | + | |-|04:57 |
− | |- | + | |वयं यदि दोषम् अपरिहृत्य अग्रे सरामः, यथा, रैट् क्लिक् कृत्वा run as इति चित्वा तत्र application इति चिन्वन्तु …. |
− | |04:31 | + | |-|05:12 |
− | |प्रोग्राम् मध्ये | + | |….तर्हि वयं Error इति कांश्चन संवादपेटिकां पश्यामः यत्र च, “अत्र कश्चन दोषः अस्ति, अतः अग्रे गन्तव्यम् उत न” इति पृच्छा भवति। |
− | |- | + | |-|05:16 |
− | |04:36 | + | |अधुना वयम् अग्रे सरामः। वयमत्र दोषं दर्शयत् फलितं पश्यामः अपि च, |
− | | | + | |-|05:35 |
− | |- | + | |वयं यदि प्रोब्लम् कन्सोल् प्रति गच्छामः तर्हि तत्र सर्वान् दोषान् तेषां परिहारान् च सूचिबद्धं पश्यामः। |
− | |04:46 | + | |-|05:43 |
− | |तत्र वयं | + | |वयम् अधुना सेमिकलोन् योजनेन दोषं परिहरामः। रक्षितुं Ctrl S नुदन्तु। |
− | |- | + | |-|05:53 |
− | |04:57 | + | |एक्लिप्स् मध्ये विद्यमानस्य प्रोग्राम् कृते साहाय्यीभूतम् अपरं वैशिष्ट्यं नाम shortcut-keys. |
− | |वयं यदि | + | |-|06:01 |
− | |- | + | |सर्वस्मिन् प्रोग्राम् मध्ये विद्यमानं सामान्यं shortcut-key इत्युक्ते रक्षितुं Ctrl+S अपि च उद्घाटयितुं Ctrl+O. |
− | |05:12 | + | |-|06:07 |
− | |वयं Error इति संवादपेटिकां पश्यामः यत्र | + | |एक्लिप्स् मध्ये अपि सामान्यतया उपयुज्यमानाभ्यः प्रक्रियाभ्यः shortcut key सन्ति। |
− | |- | + | |-|06:12 |
− | |05: | + | |Control F11. एतत् कोड् इत्येतत् रन् कर्तुं अस्ति। |
− | | | + | |-|06:16 |
− | |- | + | |इदं प्रयतामहे। Ctrl कीलं गृहीत्वा F11 कीलं नुदन्तु, पश्यन्तु अधुना कोड् इत्येतत् रन् भूत्वा फलिते Hello इति प्रिंट् जातमस्ति। |
− | |05:35 | + | |-|06:27 |
− | | | + | |विभिन्नविकल्पेभ्य विद्यमानः शार्ट्कट् मेन्यु मध्ये दृश्यते। Run इत्यत्र नुदन्तु। |
− | |- | + | |-|06:33 |
− | |05:43 | + | |अत्र पश्यन्तु, विकल्पानां वामभागे तेश्ःआं शार्ट्कट्स् सन्ति। |
− | | | + | |-|06:40 |
− | |- | + | |अत्र Debug कृते विद्यामानं शार्ट्कट् इत्युक्ते F11. |
− | |05:53 | + | |-|06:45 |
− | |एक्लिप्स् मध्ये | + | |एषा बह्वी लघ्वी परं एक्लिप्स् मध्ये बहुधा उपयुज्यमाना प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानां सूची वर्तते। वयम् इतोऽप्यधिकानि वैशिष्ट्यानि अग्रिमेषु पाठेषु ज्ञास्यामः। |
− | |- | + | |-|06:56 |
− | |06:01 | + | |अत्र असौ पाठ समाप्यते। अस्मिन् पाठे वयं एक्लिप्स् मध्यस्थानि प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानि यथा, |
− | | | + | |-|07:04 |
− | |- | + | |
− | |06:07 | + | |
− | |एक्लिप्स् मध्ये अपि | + | |
− | |- | + | |
− | |06:12 | + | |
− | |Control F11. | + | |
− | |- | + | |
− | |06:16 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |06:27 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |06:33 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |06:40 | + | |
− | |अत्र Debug कृते F11 | + | |
− | |- | + | |
− | |06:45 | + | |
− | |एषा लघ्वी | + | |
− | |- | + | |
− | |06:56 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |07:04 | + | |
|Auto completion, | |Auto completion, | ||
− | |- | + | |-|07:05 |
− | |07:05 | + | |
|Syntax highlighting, | |Syntax highlighting, | ||
− | |- | + | |-|07:06 |
− | |07:06 | + | |
|Error dialog box, अपि च | |Error dialog box, अपि च | ||
− | |- | + | |-|07:07 |
− | |07:07 | + | |Shortcut keys इत्यादीनि कथम् उपयोक्तव्यानि इति ज्ञातवन्तः। |
− | |Shortcut keys | + | |-|07:10 |
− | |- | + | |पाठस्यास्य अभ्यासाय, |
− | |07:10 | + | |-|07:12 |
− | | | + | |क्लास् मध्ये Hello इति प्रिंट् कर्तुं किञ्चन प्रोग्राम् लिखन्तु। |
− | |- | + | |-|07:17 |
− | |07:12 | + | |एतस्यां प्रक्रियायां एक्लिप्स् इत्यस्य सर्वाणि प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानि उपयुज्यताम्। |
− | |क्लास् मध्ये Hello इति प्रिंट् कर्तुं प्रोग्राम् लिखन्तु। | + | |-|07:22 |
− | |- | + | |
− | |07:17 | + | |
− | | | + | |
− | |- | + | |
− | |07:22 | + | |
|तेषां प्रक्रियां अवगच्छन्तु। | |तेषां प्रक्रियां अवगच्छन्तु। | ||
− | |- | + | |-|07:25 |
− | |07:25 | + | | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुम् अधः विद्यमाने लिंक मध्ये उपलभ्यं चलच्चित्रं पश्यन्तु। |
− | | स्पोकन | + | |-|07:30 |
− | |- | + | |एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। |
− | |07:30 | + | |-|07:33 |
− | | एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। | + | | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यन्तु। |
− | |- | + | |-|07:37 |
− | |07:33 | + | | spoken tutorial team पाठमिममुपयुज्य कार्यशालां चालयति। |
− | | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य | + | |-|07:42 |
− | |- | + | | ये online परीक्षायाम् उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि ददाति। |
− | |07:37 | + | |-|07:45 |
− | | spoken tutorial team | + | |
− | |- | + | |
− | |07:42 | + | |
− | | ये online | + | |
− | |- | + | |
− | |07:45 | + | |
| अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। | | अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। | ||
− | |- | + | |-|07:52 |
− | |07:52 | + | | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
− | |स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। | + | |-|07:56 |
− | |- | + | |
− | |07:56 | + | |
| इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। | | इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। | ||
− | |- | + | |-|08:02 |
− | |08:02 | + | | अधिकविवरणार्थं अधो विद्यमानं लिंक् पश्यन्तु। |
− | | अधिकविवरणार्थं | + | |-|08:07 |
− | |- | + | | अस्य पाठस्य अनुवादकः ऐ ऐ टी बांबेतः राकेशः प्रवाचकश्च ऐ ऐ टी बांबेतः वासुदेवः, धन्यवादः। |
− | |08:07 | + | |
− | | अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकश्च वासुदेवः, धन्यवादः। | + | |
− | + | ||
|} | |} |
Revision as of 17:18, 15 January 2015
Time | Narration |
एक्लिप्स् मध्ये प्रोग्राम-वैशिष्ट्यानां विषये विद्यमानेऽस्मिन् पाठे भवद्भ्यः स्वागतम्। | |
पाठेऽस्मिन् वयम्, | |
एक्लिप्स् इत्यस्य सरलानि प्रोग्राम-वैशिष्ट्यानि ज्ञास्यामः। | |
अत्र वयं Ubuntu 11.0, JDK 1.6 अपि च Eclipse 3.7.0 इत्येतेषाम् उपयोगं कुर्मः। | |
पाठमिममनुसर्तुम् अस्माकं यन्त्रे, | |
एक्लिप्स् संस्थापितं भवेत् अपि च, | |
भवन्तः एक्लिप्स् मध्ये सरलं जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयं तत्कथं चालनीयमित्यपि जानीयुः। | |
नो चेत्, एतत्सम्बद्धपाठार्थं कृपया अधो विद्यमानं जालपत्रं पश्यन्तु। | |
एक्लिप्स् IDE इत्यस्मिन् बहुसरलवैषिष्ट्यानि सन्ति। उदाजरणार्थं, | |
Auto completion, | |
Syntax highlighting, | |
Error dialog box अपि च | |
Shortcut keys. | |
वयं प्रत्येकमपि वैशिष्ट्यं विस्तृतरूपेण पश्यामः। | |
अहं Features इति नाम्ना क्लास रचितवान् अस्मि अपि च मैन् मेथेड् अत्र योजितवान् अस्मि। | |
वयं प्राथम्येन एक्लिप्स मध्ये Auto completion इति वैषिष्ट्यस्य विषये पश्यामः। | |
मैन मेथेड् इत्यस्य अन्तः ओपनिंग् ब्रेस् टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | |
पश्यन्तु, एतत् स्वयं तत्सम्बद्धं क्लोसिंग् ब्रेस् अपि च कर्सर इत्यस्य स्थानं व्यवस्थापयति। | |
एतत्, यानि कोड्स् युगलेषु कार्यं कुर्वन्ति तानि पूर्णानि करोति। | |
उदाहरणार्थं, पेरांथिसिस्, ओपन् पेरंथिसिस् टङ्कयन्तु, | |
अत्र वयं पश्यामः यत्, वयं केवलं ओपन् पेरांथिसिस् टङ्कियवन्तः अपि च एक्लिप्स्, स्वयं क्लोसिंग् पेरांथिसिस् योजयति। | |
अत्र अवधेयं यत्, यदि वयं द्वितीयवारमपि क्लोसिंग् पेरंथिसिस् टङ्कयामः तदा एतत् वारद्वयं क्लोसिंग् पेरांथिसिस् यथा न आगच्छेत् तथा अवदधाति। | |
अहमधुना क्लोसिंग् पेरांथिसिस् टङ्कयामि। अधुना पश्यन्तु, केवलं कर्सर् वामतः गच्छति, अपरं पेरांथिसिस् न युज्यते। | |
एवमेव डबल् कोट् मध्ये अपि भवति। | |
यदि ओपनिंग् कोट् टङ्कयामः तर्हि तत् स्वयं क्लोसिंग् कोट् टङ्कयति। | |
यदि वयं क्लोसिंग् कोट् अपि टङ्कयामः तर्हि तत् यथा द्वितीयं क्लोसिंग् कोट् न आगच्छेत् तथा अवदधाति। | |
अधुना अहं कोट् टङ्कयामि। तदा कर्सर वामपार्श्वं सरति अपि च अपर कोट् न युज्यते। | |
Auto-completion इति बहुमुखि वैशिष्ट्यं सत् एतत् कोड् इत्यस्य रचनानिर्वहणे महत् साहाय्यं करोति। | |
अपि च पेरांथिसिस्, ब्रेस्, क्लोसिंग् कोट् इत्येतेषाम् अदर्शनेन उद्भाव्याः दोषाः परिह्रियन्ते। | |
अग्रिमवैशिष्ट्यं suggestion इति। | |
एतावत् पर्यन्तं टङ्कितं सर्वमपि मार्जयामः। | |
वयं hello इत्येतत् प्रिंट् कर्तुं औट्पुट् स्टेट्मेंट् लिखामः। System dot …. | |
पश्यन्तु, एक्लिप्स् इति ड्राप्डौन्-सूचीं दर्शयति, | |
यत्र च स्टेट्मेंट् इत्यस्य पूरणाय अपेक्षिताः err, in, out, console इत्यादयः सर्वाः सम्भावनाः सूचयति। | |
अधः out इत्यत्र गत्वा Enter नुदन्तु। पुनः dot इति टङ्कयन्तु। | |
अधुना एक्लिप्स् औट् मड्यूल् तः सलहां ददाति। | |
अधः println() इत्यत्र गत्वा Enter नुदन्तु। अधुना पेरांथिसिस् इत्यस्य अन्तः कोट् इत्यनयोरन्तरे Hello इति टङ्कयन्तु। | |
अग्रिमम्, Syntax highlighting इति वैशिष्ट्यम्। | |
अत्र अवधीयताम्, public class, public static void इति द्वे कीवर्ड् विभिन्न-वर्णे स्तः | |
अपि च Hello इति नीलवर्णे अस्ति। एतेन एतत् स्ट्रिंग् इति ज्ञायते। | |
एतत् Syntax highlighting इति वैशिष्ट्यं कीवर्ड अपि च कोड् इत्येतेषां विविधान् भागान् पृथक् करोति। | |
एक्लिप्स् इति प्रोग्रामर् कृते दोषान्वेषणे अपि साहाय्यं करोति। | |
प्रोग्राम् मध्ये दोषः वामभागे रेड् क्रास् चिह्नरूपेण सूचितः भवति। | |
वयम् अस्मिन् प्रोग्राम् मध्ये दोषः अस्ति इति दृष्टुं शक्नुमः। दोषस्योपरि मौस् नयन्तु। | |
तत्र वयं सेमिकोलोन् नष्टमस्ति इति दोषं पश्यामः। तस्य परिहारमपि वयं तत्र पश्यामः। | |
वयं यदि दोषम् अपरिहृत्य अग्रे सरामः, यथा, रैट् क्लिक् कृत्वा run as इति चित्वा तत्र application इति चिन्वन्तु …. | |
….तर्हि वयं Error इति कांश्चन संवादपेटिकां पश्यामः यत्र च, “अत्र कश्चन दोषः अस्ति, अतः अग्रे गन्तव्यम् उत न” इति पृच्छा भवति। | |
अधुना वयम् अग्रे सरामः। वयमत्र दोषं दर्शयत् फलितं पश्यामः अपि च, | |
वयं यदि प्रोब्लम् कन्सोल् प्रति गच्छामः तर्हि तत्र सर्वान् दोषान् तेषां परिहारान् च सूचिबद्धं पश्यामः। | |
वयम् अधुना सेमिकलोन् योजनेन दोषं परिहरामः। रक्षितुं Ctrl S नुदन्तु। | |
एक्लिप्स् मध्ये विद्यमानस्य प्रोग्राम् कृते साहाय्यीभूतम् अपरं वैशिष्ट्यं नाम shortcut-keys. | |
सर्वस्मिन् प्रोग्राम् मध्ये विद्यमानं सामान्यं shortcut-key इत्युक्ते रक्षितुं Ctrl+S अपि च उद्घाटयितुं Ctrl+O. | |
एक्लिप्स् मध्ये अपि सामान्यतया उपयुज्यमानाभ्यः प्रक्रियाभ्यः shortcut key सन्ति। | |
Control F11. एतत् कोड् इत्येतत् रन् कर्तुं अस्ति। | |
इदं प्रयतामहे। Ctrl कीलं गृहीत्वा F11 कीलं नुदन्तु, पश्यन्तु अधुना कोड् इत्येतत् रन् भूत्वा फलिते Hello इति प्रिंट् जातमस्ति। | |
विभिन्नविकल्पेभ्य विद्यमानः शार्ट्कट् मेन्यु मध्ये दृश्यते। Run इत्यत्र नुदन्तु। | |
अत्र पश्यन्तु, विकल्पानां वामभागे तेश्ःआं शार्ट्कट्स् सन्ति। | |
अत्र Debug कृते विद्यामानं शार्ट्कट् इत्युक्ते F11. | |
एषा बह्वी लघ्वी परं एक्लिप्स् मध्ये बहुधा उपयुज्यमाना प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानां सूची वर्तते। वयम् इतोऽप्यधिकानि वैशिष्ट्यानि अग्रिमेषु पाठेषु ज्ञास्यामः। | |
अत्र असौ पाठ समाप्यते। अस्मिन् पाठे वयं एक्लिप्स् मध्यस्थानि प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानि यथा, | |
Auto completion, | |
Syntax highlighting, | |
Error dialog box, अपि च | |
Shortcut keys इत्यादीनि कथम् उपयोक्तव्यानि इति ज्ञातवन्तः। | |
पाठस्यास्य अभ्यासाय, | |
क्लास् मध्ये Hello इति प्रिंट् कर्तुं किञ्चन प्रोग्राम् लिखन्तु। | |
एतस्यां प्रक्रियायां एक्लिप्स् इत्यस्य सर्वाणि प्रोग्रामिंग् वैशिष्ट्यानि उपयुज्यताम्। | |
तेषां प्रक्रियां अवगच्छन्तु। | |
स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुम् अधः विद्यमाने लिंक मध्ये उपलभ्यं चलच्चित्रं पश्यन्तु। | |
एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। | |
यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यन्तु। | |
spoken tutorial team पाठमिममुपयुज्य कार्यशालां चालयति। | |
ये online परीक्षायाम् उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि ददाति। | |
अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। | |
स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। | |
इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। | |
अधिकविवरणार्थं अधो विद्यमानं लिंक् पश्यन्तु। | |
अस्य पाठस्य अनुवादकः ऐ ऐ टी बांबेतः राकेशः प्रवाचकश्च ऐ ऐ टी बांबेतः वासुदेवः, धन्यवादः। |