Difference between revisions of "Java/C2/Getting-started-java-Installation/Sanskrit"
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PoojaMoolya (Talk | contribs) |
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|जावा इन्स्टालेशन् इत्याख्ये जावा इत्यस्य प्रअथमिकपाठेऽस्मिन् भवतां स्वागतम्। | |जावा इन्स्टालेशन् इत्याख्ये जावा इत्यस्य प्रअथमिकपाठेऽस्मिन् भवतां स्वागतम्। | ||
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− | | 00 | + | | 00:07 |
|अस्मिन् पाठे वयम्, | |अस्मिन् पाठे वयम्, | ||
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− | | 00 | + | | 00:09 |
|सिनाप्टिक प्याकेज् मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कथमिति, | |सिनाप्टिक प्याकेज् मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कथमिति, | ||
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|जावा किमर्थम्? | |जावा किमर्थम्? | ||
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|जावा इत्यस्य प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्यादीनां विषये ज्ञास्यामः। | |जावा इत्यस्य प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्यादीनां विषये ज्ञास्यामः। | ||
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− | | 00 | + | | 00:17 |
|अत्र वयं, | |अत्र वयं, | ||
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− | | 00 | + | | 00:19 |
|Ubuntu 11.10 मध्ये, | |Ubuntu 11.10 मध्ये, | ||
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− | | 00 | + | | 00:21 |
|Java Development Environment JDK 1.6 इत्येतत् उपयुञ्ज्महे। | |Java Development Environment JDK 1.6 इत्येतत् उपयुञ्ज्महे। | ||
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− | | 00 | + | | 00:26 |
|पाठमिमं अनुसर्तुं अन्तर्जालसम्पर्कः भवेत्। | |पाठमिमं अनुसर्तुं अन्तर्जालसम्पर्कः भवेत्। | ||
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− | |00 | + | |00:31 |
|भवतां सङ्गणके सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इति संस्थापितं भवेत्। | |भवतां सङ्गणके सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इति संस्थापितं भवेत्। | ||
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− | |00 | + | |00:35 |
|अपि च लिनक्स मध्ये टर्मिनल, टेक्स्ट एडिटर, सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतेषाम् उपयोगज्ञानमपि अनिवार्यमस्ति। | |अपि च लिनक्स मध्ये टर्मिनल, टेक्स्ट एडिटर, सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतेषाम् उपयोगज्ञानमपि अनिवार्यमस्ति। | ||
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− | |00 | + | |00:43 |
|यदि नास्ति तर्हि, कृपया spoken-tutorial.org इत्यस्मिन् जालपुटे लिनक्स् इत्यस्य पाठान् पश्यन्तु। | |यदि नास्ति तर्हि, कृपया spoken-tutorial.org इत्यस्मिन् जालपुटे लिनक्स् इत्यस्य पाठान् पश्यन्तु। | ||
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− | | 00 | + | | 00:51 |
|जावा इत्यस्य उपयोगार्थम् अस्माभिः JDK अर्थात् Java Development Kit इत्येतत् संस्थापनीयं भवति। | |जावा इत्यस्य उपयोगार्थम् अस्माभिः JDK अर्थात् Java Development Kit इत्येतत् संस्थापनीयं भवति। | ||
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− | | 00 | + | | 00:57 |
|JDK इत्यस्य विषये इतोऽप्यधिकं ज्ञातुम् अधः विद्यमानं लिंक पश्यन्तु। | |JDK इत्यस्य विषये इतोऽप्यधिकं ज्ञातुम् अधः विद्यमानं लिंक पश्यन्तु। | ||
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− | | 01 | + | | 01:02 |
|अधुना वयं सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कुर्मः। | |अधुना वयं सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कुर्मः। | ||
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− | | 01 | + | | 01:07 |
|एवं कर्तुं युष्मत्सविधे रूट इत्यस्य अनुमतिः भवेत्। | |एवं कर्तुं युष्मत्सविधे रूट इत्यस्य अनुमतिः भवेत्। | ||
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− | | 01 | + | | 01:10 |
|अपि च भवान् रेपोसिटोरि इत्यस्य चयनं कथं करणीयं इत्यपि जानीयात्। | |अपि च भवान् रेपोसिटोरि इत्यस्य चयनं कथं करणीयं इत्यपि जानीयात्। | ||
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− | | 01 | + | | 01:14 |
|एतत्सर्वमपि लिनक्स् इत्यस्य पूर्वापेक्षितपाठश्रेण्यां ज्ञापितमस्ति। | |एतत्सर्वमपि लिनक्स् इत्यस्य पूर्वापेक्षितपाठश्रेण्यां ज्ञापितमस्ति। | ||
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− | | 01 | + | | 01:19 |
|अधुना, भवतां डेस्क्टाप इत्यस्य दक्षिणभागे टास्क बार भवन्तः पश्यन्ति। | |अधुना, भवतां डेस्क्टाप इत्यस्य दक्षिणभागे टास्क बार भवन्तः पश्यन्ति। | ||
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− | | 01 | + | | 01:25 |
|तस्य उपरितनभागे भवन्तः Dash home पश्यन्ति। | |तस्य उपरितनभागे भवन्तः Dash home पश्यन्ति। | ||
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− | | 01 | + | | 01:28 |
|Dash home इत्यस्य उपरि नुदन्तु। | |Dash home इत्यस्य उपरि नुदन्तु। | ||
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− | |01 | + | |01:31 |
|अन्वेषणपेटिकायां Synaptic इति टङ्कयन्तु। | |अन्वेषणपेटिकायां Synaptic इति टङ्कयन्तु। | ||
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− | |01 | + | |01:35 |
|भवन्तः अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतत् पश्यन्ति। | |भवन्तः अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतत् पश्यन्ति। | ||
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− | | 01 | + | | 01:38 |
|सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य उपरि नुदन्तु। | |सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य उपरि नुदन्तु। | ||
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− | | 01 | + | | 01:42 |
|दृढीकरणार्थं भवतां कूटशब्दं पृच्छति। | |दृढीकरणार्थं भवतां कूटशब्दं पृच्छति। | ||
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− | | 01 | + | | 01:47 |
|अतः भवतां कूटशब्दं टङ्कयित्वा Authenticate इत्यत्र नुदन्तु। | |अतः भवतां कूटशब्दं टङ्कयित्वा Authenticate इत्यत्र नुदन्तु। | ||
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− | | 01 | + | | 01:56 |
|अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर उद्घटते। | |अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर उद्घटते। | ||
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− | | 02 | + | | 02:03 |
|अधुना Quick Filter इति पेटिकायां jdk इति टङ्कयन्तु। | |अधुना Quick Filter इति पेटिकायां jdk इति टङ्कयन्तु। | ||
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− | |02 | + | |02:08 |
|वयं openjdk-6-jdk इति पेकेज पश्यामः। | |वयं openjdk-6-jdk इति पेकेज पश्यामः। | ||
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− | | 02 | + | | 02:13 |
|तस्योपरि रैट क्लिक कृत्वा Mark for Installation इत्यस्योपरि नुदन्तु। | |तस्योपरि रैट क्लिक कृत्वा Mark for Installation इत्यस्योपरि नुदन्तु। | ||
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− | | 02 | + | | 02:17 |
|अनन्तरं Apply उपरि नुदन्तु। | |अनन्तरं Apply उपरि नुदन्तु। | ||
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− | |02 | + | |02:20 |
|अधुना परिवर्तनानि दृढीकर्तुं परिवर्तितानां सूचीं दर्शयति। | |अधुना परिवर्तनानि दृढीकर्तुं परिवर्तितानां सूचीं दर्शयति। | ||
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− | |02 | + | |02:24 |
|तत्र To be Installed इत्यत्र नुत्त्वा अनन्तरं Apply इत्यत्र नुदन्तु। | |तत्र To be Installed इत्यत्र नुत्त्वा अनन्तरं Apply इत्यत्र नुदन्तु। | ||
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− | |02 | + | |02:30 |
|संस्थापनप्रक्रिया कतिचन समयं स्वीकरोति। | |संस्थापनप्रक्रिया कतिचन समयं स्वीकरोति। | ||
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− | | 02 | + | | 02:38 |
|अधुना openjdk-6-jdk इति हरितवर्णे दृश्यते। | |अधुना openjdk-6-jdk इति हरितवर्णे दृश्यते। | ||
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− | | 02 | + | | 02:48 |
|एवं चेत् संस्थापनप्रक्रिया सफला इत्यर्थः। | |एवं चेत् संस्थापनप्रक्रिया सफला इत्यर्थः। | ||
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− | | 02 | + | | 02:52 |
|अधुना एतत् परिशीलयामः, एवं कर्तुं Ctrl, Alt अपि च T इत्येतानि समानकाले नुत्त्वा टर्मिनल उद्घाटयन्तु। | |अधुना एतत् परिशीलयामः, एवं कर्तुं Ctrl, Alt अपि च T इत्येतानि समानकाले नुत्त्वा टर्मिनल उद्घाटयन्तु। | ||
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− | |03 | + | |03:03 |
|अहं टर्मिनल् इत्येतत् एतावता एव उद्घाटितवान् अस्मि। | |अहं टर्मिनल् इत्येतत् एतावता एव उद्घाटितवान् अस्मि। | ||
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− | | 03 | + | | 03:06 |
|आदेशसंसूचके java space hyphen version इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | |आदेशसंसूचके java space hyphen version इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | ||
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− | | 03 | + | | 03:15 |
|jdk इत्यस्य आवृतिसङ्ख्यां वयं पश्यामः। | |jdk इत्यस्य आवृतिसङ्ख्यां वयं पश्यामः। | ||
− | |||
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− | | 03 | + | | 03:20 |
|डिस्ट्रिब्यूटर इत्येतमवलम्ब्य आवृत्तिसङ्ख्या अपि विभिन्ना भवति। | |डिस्ट्रिब्यूटर इत्येतमवलम्ब्य आवृत्तिसङ्ख्या अपि विभिन्ना भवति। | ||
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− | | 03 | + | | 03:26 |
|तर्हि, वयं jdk इत्येतत् सम्यक् संस्थापितवन्तः स्मः। | |तर्हि, वयं jdk इत्येतत् सम्यक् संस्थापितवन्तः स्मः। | ||
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− | | 03 | + | | 03:30 |
|अधुना, सरलम् Java program इत्येतत् उद्घाटयामः अपि च तत् कार्यं करोति वा इति पश्यामः। | |अधुना, सरलम् Java program इत्येतत् उद्घाटयामः अपि च तत् कार्यं करोति वा इति पश्यामः। | ||
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− | | 03 | + | | 03:35 |
|अत्र यत् कोड् दृश्यते तत् अहं एतावता एव TestProgram dot java इत्यस्यां सञ्चिकायां रक्षितवान् अस्मि। | |अत्र यत् कोड् दृश्यते तत् अहं एतावता एव TestProgram dot java इत्यस्यां सञ्चिकायां रक्षितवान् अस्मि। | ||
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− | | 03 | + | | 03:42 |
|अधुना इदं कोड इत्येतत् कम्पैल अपि च रन करोमि। | |अधुना इदं कोड इत्येतत् कम्पैल अपि च रन करोमि। | ||
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− | | 03 | + | | 03:45 |
|एतत् कोड टर्मिनल मध्ये We have successfully run a Java Program इति सन्देशं प्रदर्शयति। | |एतत् कोड टर्मिनल मध्ये We have successfully run a Java Program इति सन्देशं प्रदर्शयति। | ||
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− | | 03 | + | | 03:53 |
|अधुना टर्मिनल प्रति गच्छामः। | |अधुना टर्मिनल प्रति गच्छामः। | ||
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− | | 03 | + | | 03:57 |
|स्मरन्तु यत् अहं TestProgram dot java इति सञ्चिकां गृहसन्धारिकायां एव रक्षित्वान् अस्मि इति। | |स्मरन्तु यत् अहं TestProgram dot java इति सञ्चिकां गृहसन्धारिकायां एव रक्षित्वान् अस्मि इति। | ||
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− | | 04 | + | | 04:03 |
|अपि व अहं अधुना गृहसन्धारिकायामेव अस्मि। | |अपि व अहं अधुना गृहसन्धारिकायामेव अस्मि। | ||
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− | | 04 | + | | 04:07 |
|अतः, आदेशसंसूचके javac space TestProgram dot java इत्यि टङ्कयन्तु। | |अतः, आदेशसंसूचके javac space TestProgram dot java इत्यि टङ्कयन्तु। | ||
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− | | 04 | + | | 04:19 |
|एतत् कोड् इत्यस्य कम्पैल् करोति। | |एतत् कोड् इत्यस्य कम्पैल् करोति। | ||
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− | | 04 | + | | 04:21 |
|Enter नुदन्तु। | |Enter नुदन्तु। | ||
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− | | 04 | + | | 04:25 |
|अधुना, अहं कोड रन करोमि। | |अधुना, अहं कोड रन करोमि। | ||
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− | | 04 | + | | 04:27 |
|java space TestProgram इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | |java space TestProgram इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | ||
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− | | 04 | + | | 04:35 |
|वयं We have successfully run a java program इति फलितं प्राप्नुमः। | |वयं We have successfully run a java program इति फलितं प्राप्नुमः। | ||
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− | | 04 | + | | 04:44 |
|अतः अस्माकं संस्थापनप्रक्रिया समीचीना अस्तीत्यर्थः। | |अतः अस्माकं संस्थापनप्रक्रिया समीचीना अस्तीत्यर्थः। | ||
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− | |04 | + | |04:48 |
|अहम् स्लैड प्रति गच्छामि। | |अहम् स्लैड प्रति गच्छामि। | ||
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− | | 04 | + | | 04:51 |
|अहमधुना जावा इत्येतत् किमर्थं प्रयोजनकारि अस्ति इति वदामि। | |अहमधुना जावा इत्येतत् किमर्थं प्रयोजनकारि अस्ति इति वदामि। | ||
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− | | 04 | + | | 04:55 |
|जावा इति बहु सरलमस्ति। | |जावा इति बहु सरलमस्ति। | ||
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− | | 04 | + | | 04:57 |
|जावा इति वस्त्वाधारितमस्ति। | |जावा इति वस्त्वाधारितमस्ति। | ||
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− | | 04 | + | | 04:59 |
|एतत् platform independent अस्ति। | |एतत् platform independent अस्ति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:01 |
|एतत् सुरक्षितमस्ति। | |एतत् सुरक्षितमस्ति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:02 |
|जावा इत्यस्मिन् अधिककार्यक्षमता अस्ति। | |जावा इत्यस्मिन् अधिककार्यक्षमता अस्ति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:04 |
|जावा इति multi – threaded अस्ति। | |जावा इति multi – threaded अस्ति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:07 |
|वयमधुना जावा इत्यस्य कतिचन प्रकारान् अपि च तस्य एप्लिकेशन्स विषये ज्ञास्यामः। | |वयमधुना जावा इत्यस्य कतिचन प्रकारान् अपि च तस्य एप्लिकेशन्स विषये ज्ञास्यामः। | ||
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− | | 05 | + | | 05:11 |
|JSP, अथवा Java Server Pages (ಜಾವಾ ಸರ್ವರ್ ಪೇಜಸ್): एतत् कोड इत्यस्य आधारेण सामान्येन HTML ट्याग इत्यनेन समं भवति। | |JSP, अथवा Java Server Pages (ಜಾವಾ ಸರ್ವರ್ ಪೇಜಸ್): एतत् कोड इत्यस्य आधारेण सामान्येन HTML ट्याग इत्यनेन समं भवति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:18 |
|JSP इति क्रियात्मकजालपत्राणि निर्मातुं साहाय्यं करोति। | |JSP इति क्रियात्मकजालपत्राणि निर्मातुं साहाय्यं करोति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:22 |
|Java Applets (जावा एप्लेट्स) : एतत् वेब एप्लिकेशन् मध्ये संवहनात्मकवैशिष्ट्यानि प्रापयति। | |Java Applets (जावा एप्लेट्स) : एतत् वेब एप्लिकेशन् मध्ये संवहनात्मकवैशिष्ट्यानि प्रापयति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:28 |
|J2EE अथवा Java Enterprise Edition (जावा एंटर्प्रैस् एडिशन्): संस्थाः J2EE इत्यस्य उपयोगं कुर्वन्ति। | |J2EE अथवा Java Enterprise Edition (जावा एंटर्प्रैस् एडिशन्): संस्थाः J2EE इत्यस्य उपयोगं कुर्वन्ति। | ||
|- | |- | ||
− | | 05 | + | | 05:33 |
|एतस्य साहाय्येन XML सदृशसञ्चिकाः परिवर्तयितुं शक्नुमः। | |एतस्य साहाय्येन XML सदृशसञ्चिकाः परिवर्तयितुं शक्नुमः। | ||
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− | | 05 | + | | 05:38 |
|JavaBeans (जावा बीन्स): जावा बीन्स इत्येतत् पुनरुपयोगि साफ्ट्वेर कम्पोनेंट अस्ति। | |JavaBeans (जावा बीन्स): जावा बीन्स इत्येतत् पुनरुपयोगि साफ्ट्वेर कम्पोनेंट अस्ति। | ||
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− | | 05 | + | | 05:43 |
|एतत् नूतनस्य अपि च उन्नतस्य एप्लिकेशन् इत्यस्य निर्माणाय उपयुज्यते। | |एतत् नूतनस्य अपि च उन्नतस्य एप्लिकेशन् इत्यस्य निर्माणाय उपयुज्यते। | ||
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− | | 05 | + | | 05:47 |
|Mobile Java (मोबैल जावा): एतत् मोबैलसदृशानि विविधानि मनोरञ्जकानि साधनानि निर्मातुमुपयुज्यते। | |Mobile Java (मोबैल जावा): एतत् मोबैलसदृशानि विविधानि मनोरञ्जकानि साधनानि निर्मातुमुपयुज्यते। | ||
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− | | 05 | + | | 05:53 |
|एवं च वयं अस्मिन् पाठे, | |एवं च वयं अस्मिन् पाठे, | ||
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− | | 05 | + | | 05:56 |
|सिनाप्टिक पेकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनम्, | |सिनाप्टिक पेकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनम्, | ||
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− | | 05 | + | | 05:59 |
|जावा प्रोग्राम इत्यस्य कम्पैल अपि च रन करणम्, | |जावा प्रोग्राम इत्यस्य कम्पैल अपि च रन करणम्, | ||
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− | | 06 | + | | 06:02 |
|जावा इत्यस्य उपयोगेन के लाभाः भवन्ति, | |जावा इत्यस्य उपयोगेन के लाभाः भवन्ति, | ||
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− | | 06 | + | | 06:04 |
|जावा मध्ये प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्येतेषां विषये ज्ञातवन्तः। | |जावा मध्ये प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्येतेषां विषये ज्ञातवन्तः। | ||
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− | | 06 | + | | 06:08 |
|स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं अधः विद्यमाने लिंक मध्ये उपलभ्यं चलच्चित्रं पश्यन्तु। | |स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं अधः विद्यमाने लिंक मध्ये उपलभ्यं चलच्चित्रं पश्यन्तु। | ||
|- | |- | ||
− | | 06 | + | | 06:14 |
|एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। | |एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। | ||
|- | |- | ||
− | | 06 | + | | 06:17 |
|यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। | |यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। | ||
|- | |- | ||
− | | 06 | + | | 06:22 |
|spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। | |spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। | ||
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− | | 06 | + | | 06:27 |
|ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। | |ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। | ||
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− | | 06 | + | | 06:30 |
|अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। | |अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। | ||
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− | | 06 | + | | 06:36 |
|स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। | |स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। | ||
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− | | 06 | + | | 06:41 |
|इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। | |इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। | ||
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− | | 06 | + | | 06:47 |
|अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। | |अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। | ||
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− | | 06 | + | | 06:58 |
|एतेन वयं अस्य पाठस्य अन्तम् आगतवन्तः स्मः। | |एतेन वयं अस्य पाठस्य अन्तम् आगतवन्तः स्मः। | ||
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− | | 07 | + | | 07:01 |
|अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकश्च वासुदेवः, धन्यवादः। | |अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकश्च वासुदेवः, धन्यवादः। |
Revision as of 10:37, 14 July 2014
Time | Narration
|
00:01 | जावा इन्स्टालेशन् इत्याख्ये जावा इत्यस्य प्रअथमिकपाठेऽस्मिन् भवतां स्वागतम्। |
00:07 | अस्मिन् पाठे वयम्, |
00:09 | सिनाप्टिक प्याकेज् मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कथमिति, |
00:13 | जावा किमर्थम्? |
00:14 | जावा इत्यस्य प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्यादीनां विषये ज्ञास्यामः। |
00:17 | अत्र वयं, |
00:19 | Ubuntu 11.10 मध्ये, |
00:21 | Java Development Environment JDK 1.6 इत्येतत् उपयुञ्ज्महे। |
00:26 | पाठमिमं अनुसर्तुं अन्तर्जालसम्पर्कः भवेत्।
|
00:31 | भवतां सङ्गणके सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इति संस्थापितं भवेत्। |
00:35 | अपि च लिनक्स मध्ये टर्मिनल, टेक्स्ट एडिटर, सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतेषाम् उपयोगज्ञानमपि अनिवार्यमस्ति। |
00:43 | यदि नास्ति तर्हि, कृपया spoken-tutorial.org इत्यस्मिन् जालपुटे लिनक्स् इत्यस्य पाठान् पश्यन्तु। |
00:51 | जावा इत्यस्य उपयोगार्थम् अस्माभिः JDK अर्थात् Java Development Kit इत्येतत् संस्थापनीयं भवति। |
00:57 | JDK इत्यस्य विषये इतोऽप्यधिकं ज्ञातुम् अधः विद्यमानं लिंक पश्यन्तु। |
01:02 | अधुना वयं सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनं कुर्मः। |
01:07 | एवं कर्तुं युष्मत्सविधे रूट इत्यस्य अनुमतिः भवेत्। |
01:10 | अपि च भवान् रेपोसिटोरि इत्यस्य चयनं कथं करणीयं इत्यपि जानीयात्। |
01:14 | एतत्सर्वमपि लिनक्स् इत्यस्य पूर्वापेक्षितपाठश्रेण्यां ज्ञापितमस्ति। |
01:19 | अधुना, भवतां डेस्क्टाप इत्यस्य दक्षिणभागे टास्क बार भवन्तः पश्यन्ति। |
01:25 | तस्य उपरितनभागे भवन्तः Dash home पश्यन्ति। |
01:28 | Dash home इत्यस्य उपरि नुदन्तु। |
01:31 | अन्वेषणपेटिकायां Synaptic इति टङ्कयन्तु। |
01:35 | भवन्तः अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्येतत् पश्यन्ति। |
01:38 | सिनाप्टिक एकेज मेनेजर इत्यस्य उपरि नुदन्तु। |
01:42 | दृढीकरणार्थं भवतां कूटशब्दं पृच्छति। |
01:47 | अतः भवतां कूटशब्दं टङ्कयित्वा Authenticate इत्यत्र नुदन्तु। |
01:56 | अधुना सिनाप्टिक एकेज मेनेजर उद्घटते। |
02:03 | अधुना Quick Filter इति पेटिकायां jdk इति टङ्कयन्तु। |
02:08 | वयं openjdk-6-jdk इति पेकेज पश्यामः। |
02:13 | तस्योपरि रैट क्लिक कृत्वा Mark for Installation इत्यस्योपरि नुदन्तु। |
02:17 | अनन्तरं Apply उपरि नुदन्तु। |
02:20 | अधुना परिवर्तनानि दृढीकर्तुं परिवर्तितानां सूचीं दर्शयति। |
02:24 | तत्र To be Installed इत्यत्र नुत्त्वा अनन्तरं Apply इत्यत्र नुदन्तु। |
02:30 | संस्थापनप्रक्रिया कतिचन समयं स्वीकरोति। |
02:38 | अधुना openjdk-6-jdk इति हरितवर्णे दृश्यते। |
02:48 | एवं चेत् संस्थापनप्रक्रिया सफला इत्यर्थः। |
02:52 | अधुना एतत् परिशीलयामः, एवं कर्तुं Ctrl, Alt अपि च T इत्येतानि समानकाले नुत्त्वा टर्मिनल उद्घाटयन्तु। |
03:03 | अहं टर्मिनल् इत्येतत् एतावता एव उद्घाटितवान् अस्मि। |
03:06 | आदेशसंसूचके java space hyphen version इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
03:15 | jdk इत्यस्य आवृतिसङ्ख्यां वयं पश्यामः। |
03:20 | डिस्ट्रिब्यूटर इत्येतमवलम्ब्य आवृत्तिसङ्ख्या अपि विभिन्ना भवति। |
03:26 | तर्हि, वयं jdk इत्येतत् सम्यक् संस्थापितवन्तः स्मः। |
03:30 | अधुना, सरलम् Java program इत्येतत् उद्घाटयामः अपि च तत् कार्यं करोति वा इति पश्यामः। |
03:35 | अत्र यत् कोड् दृश्यते तत् अहं एतावता एव TestProgram dot java इत्यस्यां सञ्चिकायां रक्षितवान् अस्मि। |
03:42 | अधुना इदं कोड इत्येतत् कम्पैल अपि च रन करोमि। |
03:45 | एतत् कोड टर्मिनल मध्ये We have successfully run a Java Program इति सन्देशं प्रदर्शयति। |
03:53 | अधुना टर्मिनल प्रति गच्छामः। |
03:57 | स्मरन्तु यत् अहं TestProgram dot java इति सञ्चिकां गृहसन्धारिकायां एव रक्षित्वान् अस्मि इति। |
04:03 | अपि व अहं अधुना गृहसन्धारिकायामेव अस्मि। |
04:07 | अतः, आदेशसंसूचके javac space TestProgram dot java इत्यि टङ्कयन्तु। |
04:19 | एतत् कोड् इत्यस्य कम्पैल् करोति। |
04:21 | Enter नुदन्तु। |
04:25 | अधुना, अहं कोड रन करोमि। |
04:27 | java space TestProgram इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
04:35 | वयं We have successfully run a java program इति फलितं प्राप्नुमः। |
04:44 | अतः अस्माकं संस्थापनप्रक्रिया समीचीना अस्तीत्यर्थः। |
04:48 | अहम् स्लैड प्रति गच्छामि। |
04:51 | अहमधुना जावा इत्येतत् किमर्थं प्रयोजनकारि अस्ति इति वदामि। |
04:55 | जावा इति बहु सरलमस्ति। |
04:57 | जावा इति वस्त्वाधारितमस्ति। |
04:59 | एतत् platform independent अस्ति। |
05:01 | एतत् सुरक्षितमस्ति। |
05:02 | जावा इत्यस्मिन् अधिककार्यक्षमता अस्ति। |
05:04 | जावा इति multi – threaded अस्ति। |
05:07 | वयमधुना जावा इत्यस्य कतिचन प्रकारान् अपि च तस्य एप्लिकेशन्स विषये ज्ञास्यामः। |
05:11 | JSP, अथवा Java Server Pages (ಜಾವಾ ಸರ್ವರ್ ಪೇಜಸ್): एतत् कोड इत्यस्य आधारेण सामान्येन HTML ट्याग इत्यनेन समं भवति। |
05:18 | JSP इति क्रियात्मकजालपत्राणि निर्मातुं साहाय्यं करोति। |
05:22 | Java Applets (जावा एप्लेट्स) : एतत् वेब एप्लिकेशन् मध्ये संवहनात्मकवैशिष्ट्यानि प्रापयति। |
05:28 | J2EE अथवा Java Enterprise Edition (जावा एंटर्प्रैस् एडिशन्): संस्थाः J2EE इत्यस्य उपयोगं कुर्वन्ति। |
05:33 | एतस्य साहाय्येन XML सदृशसञ्चिकाः परिवर्तयितुं शक्नुमः। |
05:38 | JavaBeans (जावा बीन्स): जावा बीन्स इत्येतत् पुनरुपयोगि साफ्ट्वेर कम्पोनेंट अस्ति। |
05:43 | एतत् नूतनस्य अपि च उन्नतस्य एप्लिकेशन् इत्यस्य निर्माणाय उपयुज्यते। |
05:47 | Mobile Java (मोबैल जावा): एतत् मोबैलसदृशानि विविधानि मनोरञ्जकानि साधनानि निर्मातुमुपयुज्यते। |
05:53 | एवं च वयं अस्मिन् पाठे, |
05:56 | सिनाप्टिक पेकेज मेनेजर इत्यस्य साहाय्येन JDK इत्यस्य संस्थापनम्, |
05:59 | जावा प्रोग्राम इत्यस्य कम्पैल अपि च रन करणम्, |
06:02 | जावा इत्यस्य उपयोगेन के लाभाः भवन्ति, |
06:04 | जावा मध्ये प्रकाराः अपि च एप्लिकेशन् इत्येतेषां विषये ज्ञातवन्तः। |
06:08 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं अधः विद्यमाने लिंक मध्ये उपलभ्यं चलच्चित्रं पश्यन्तु। |
06:14 | एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। |
06:17 | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। |
06:22 | spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। |
06:27 | ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। |
06:30 | अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्।
|
06:36 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
06:41 | इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। |
06:47 | अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। |
06:58 | एतेन वयं अस्य पाठस्य अन्तम् आगतवन्तः स्मः। |
07:01 | अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकश्च वासुदेवः, धन्यवादः। |