Difference between revisions of "Linux/C2/The-Linux-Environment/Sanskrit"
From Script | Spoken-Tutorial
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|00:36 | |00:36 | ||
− | | | + | |अपि च, लिनक्स इति केस् सेन्सिटीव् अस्ति। अत्र ये आदेशाः उपयुज्यन्ते ते लोवर् केस् मध्ये भवन्ति, यदि नास्ति तर्हि सूचितं भवति। |
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|00:46 | |00:46 | ||
− | | | + | |लिनक्स् एन्विरोन्मेंट् इत्येतद् आपरेटिंग् सिस्टम् भवता सह कथं व्यवहरति, तत् भवतः आदेशानां कृते कथं प्रतिक्रियां ददाति अपि च भवतः कार्याणि कथं इंटर्प्रेट् करोति इत्यादिकं निर्धारयति। |
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|00:55 | |00:55 | ||
− | | | + | |शेल् इत्यस्य व्यवस्थापरिवर्तनेन लिनक्स् इत्येतं इतोप्यधिकं कस्टमैस् कर्तुं शक्नुमः। |
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|00:58 | |00:58 | ||
− | | | + | |अधुना एतत्सर्वं कथं भवतीति पश्यामः। |
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|00:59 | |00:59 | ||
− | | | + | |सामान्यतः शेल् इत्यस्य स्वभावः शेल् वेरियेबल् द्वारा निर्धारितं भवति। |
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|01:04 | |01:04 | ||
− | | | + | |मुख्यतया द्वे शेल् वेरियेबल् स्तः: |
− | + | एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल्स् लोकल् वेरियेबल् च। | |
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|01:12 | |01:12 | ||
− | | | + | |एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् इत्येतत् उपयोक्तुः सम्पूर्णक्षेत्रे उपलब्धं भवति। |
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|01:19 | |01:19 | ||
− | | | + | |एतानि शेल् द्वारा रचितेषु सब्शेल् मध्ये अपि उपलब्धं भवति। शेल् मध्ये यथा स्क्रिप्ट् अस्ति तथा। |
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|01:24 | |01:24 | ||
− | | | + | |लोकल् वेरियेबल्स् इत्येतत् निर्बन्धितरूपेण सीमितप्रदेशे उपलब्धं भवति। |
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|01:31 | |01:31 | ||
− | | | + | |एतानि शेल् द्वारा निर्मितेषु सब्शेल् मध्ये उपलब्धं न भवति। |
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|01:36 | |01:36 | ||
− | | | + | |वयम् अस्मिन् पाठे मुख्यतया एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् विषये चर्चयन्तः स्मः इत्यतः प्राथम्येन वयं शेल् वेरियेबल् इत्येतेषां व्याल्यू कथं दृष्टव्यमिति जानीयाम। |
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|01:48 | |01:48 | ||
− | | | + | |प्रस्तुते शेल् मध्ये सर्वाणि वेरियेबल् दृष्टुं वयं कमांड् सेट् चालयामः। |
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|01:53 | |01:53 | ||
− | | | + | |टर्मिनल् मध्ये एवं टङ्कयन्तु, |
− | "set space 'vertical-bar' more" | + | "set space 'vertical-bar' more" अपि च enter नुदन्तु। |
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|02:00 | |02:00 | ||
− | | | + | |वयं सर्वाणि प्रस्तुतानि शेल् वेरियेबल् दृष्टुं शक्नुमः। |
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|02:04 | |02:04 | ||
− | | | + | |उदाहरणार्थम्: HOME एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् पश्यन्तु अपि च तत्रस्थं असैन् व्यल्यू अपि पश्यन्तु। |
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|02:15 | |02:15 | ||
− | | | + | |सूचीं प्रति गन्तुं Enter नुदन्तु, ततः बहिरागन्तुं q इति नुदन्तु। |
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|02:21 | |02:21 | ||
− | | | + | |अत्र, वेरियेबल् सूचेः सुनियोजितं मल्टिपेज् औट्पुट् इत्येतं इतोपि सम्यग्रूपेण प्रदर्शयितुं सेट् मध्ये औट्पुट् इत्येतत् क्रमेण स्थापितमस्ति। |
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|02:38 | |02:38 | ||
− | | | + | |केवलं एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् दृष्टुं env इत्यादेशं चालयन्तु। |
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|02:45 | |02:45 | ||
− | | | + | |टर्मिनल् मध्ये एवं टङ्कयन्तु, |
− | "env space 'vertical-bar' more" | + | "env space 'vertical-bar' more" अपि च enter नुदन्तु। |
|- | |- | ||
|02:52 | |02:52 | ||
− | | | + | |उदाहरणार्थम्, |
− | slash bin slash bash | + | slash bin slash bash एति व्याल्यूयुतं शेल् वेरियेबल् पश्यन्तु। |
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|03:00 | |03:00 | ||
− | | | + | |पुनः सूचीतः बहिरागन्तुं q इति नुदन्तु। |
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|03:07 | |03:07 | ||
− | | | + | |अधुना वयं लिनक्स् मध्ये विद्यमानानि कतिचन मुख्यानि एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् विषये चर्चां कुर्मः। |
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|03:11 | |03:11 | ||
− | | | + | |वयमत्र अस्मदीयप्रदर्शनार्थं bash shell उपयुञ्ज्महे।|- |
− | |- | + | |
|03:15 | |03:15 | ||
− | | | + | |विविध शेल् विभिन्नशैलीषु कस्टमैस् भवति। |
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|03:19 | |03:19 | ||
− | | | + | |वास्तविकतया वेरियेबल् इत्येतानि किं सङ्गृह्य स्थापयन्ति इति दृष्टुं वयं echo आदेशेन समं निर्दिष्टस्य वेरियेबल् नाम्नः पृष्टतः डालर् चिह्नमुपयोक्तव्यम्। |
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|03:30 | |03:30 | ||
− | | | + | |वयं प्रथमतया शेल् इति एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् पश्यामः। |
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|03:35 | |03:35 | ||
− | | | + | |एतत् प्रस्तुतस्य शेल् इत्यस्य नाम सङ्गृह्णाति। |
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|03:37 | |03:37 | ||
− | | | + | |शेल् वेरियेबल् इत्यस्य व्याल्यू दृष्टुं टर्मिनल् मध्ये, |
− | "echo space dollar, S-H-E-L-L" | + | "echo space dollar, S-H-E-L-L" इति च बृहदक्षरैः टङ्कयित्वा enter नुदन्तु। |
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|03:55 | |03:55 | ||
− | | | + | |अत्र slash bin slash bash इत्येततशेल् अस्ति यत्र वयं कार्यं कुर्वन्तः स्मः। |
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|04:02 | |04:02 | ||
− | | | + | |अग्रिमं वेरियेबल् HOME अस्ति। |
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|04:05 | |04:05 | ||
− | | | + | |यदा वयं लिनक्स् मध्ये लागिन् भवामः तदा वयं सामान्यतया काञ्चित् सन्धारिकां प्रति गच्छामः अपि च तस्याः नाम उपयोक्तृम्नः अग्रे भवति। |
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|04:11 | |04:11 | ||
− | | | + | |एतस्याः सन्धारिकायाः home directory इति नाम अपि च एषा एव होम् वेरियेबल् मध्ये प्राप्यते। |
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|04:17 | |04:17 | ||
− | | | + | |व्याल्यू दृष्टुं, टर्मिनल् मध्ये echo space dollar अपि च H-O-M-E इति बृहदक्षरैः टङ्कयित्वा एंटर् नुदन्तु। |
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|04:29 | |04:29 | ||
− | |PATH | + | |PATH इति अग्रिमं एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् अस्ति। |
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|04:32 | |04:32 | ||
− | |PATH | + | |PATH वेरियेबल् इत्यत्र सन्धारिकायाः निखरपथं अस्ति अपि च एतस्मात् शेल् इति एक्सिक्यूटेबल् अदेशान् अन्विशति। |
|- | |- | ||
|04:40 | |04:40 | ||
− | | | + | |अधुना पाथ वेरियेबल् इत्यस्य व्याल्यू पश्यामः। |
|- | |- | ||
|04:43 | |04:43 | ||
− | | | + | |पुनः टर्मिनल् मध्ये "echo space dollar इति अपि च बृहदक्षरैः P-A-T-H" इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
|- | |- | ||
|04:51 | |04:51 | ||
− | | | + | |मम सङ्गणके तत्ं दृश्यते - |
slash user slash local slash sbin slash user slash local slash bin slash user slash sbin slash user slash bin etc. | slash user slash local slash sbin slash user slash local slash bin slash user slash sbin slash user slash bin etc. | ||
|- | |- | ||
|05:04 | |05:04 | ||
− | | | + | |एतत् एकस्मात् सङ्गणकात् अपरसङ्गनकं प्रति भिन्नं भवति। |
|- | |- | ||
|05:07 | |05:07 | ||
− | | | + | |एषा काचित् सन्धारिकानां सूची अस्ति अपि च एषा कोलन् द्वारा विभक्तमस्ति। अतः शेल् इति अस्यां सूच्यां विद्यमानान् एक्सिक्यूटेबल् आदेशान् अन्विषति। |
|- | |- | ||
|05:18 | |05:18 | ||
− | | | + | |वयमपि अस्मदीयसन्धारिकां अस्यां सोच्यां योजयितुं शक्नुमः। एतेन अस्माकं सन्धारिका अपि शेल् द्वारा अन्वेश्यते। |
|- | |- | ||
|05:25 | |05:25 | ||
− | | | + | |एवं अस्मदीयसन्धारिकां सूच्यां मेलयितुं टर्मिनल् मध्ये |
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|5:29 | |5:29 | ||
− | |"P-A-T-H | + | |"P-A-T-H इति बृहदक्षरैः विलिख्य = (equal-to) $ (dollar) अपि च बृहदक्षरैः P-A-T-H : (colon) / (slash) home / (slash) अपि च अस्माकं सन्धारिकायाः नाम टङ्कयन्तु। |
|- | |- | ||
|05:54 | |05:54 | ||
− | | | + | |अधुना वयं यदि PATH इत्यस्य व्याल्यू एको कुर्मः चेत्, |
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|06:04 | |06:04 | ||
− | | | + | |अस्माकं सन्धारिका अपि PATH वेरियेबल् इत्यस्य अङ्गमस्ति। |
|- | |- | ||
|06:10 | |06:10 | ||
− | | | + | |पश्यन्तु, सन्धारिका अत्र अस्ति। |
|- | |- | ||
|06:16 | |06:16 | ||
− | | | + | |अपरं विशिष्टं वेरियेबल् इत्युक्ते LOGNAME. |
|- | |- | ||
|06:20 | |06:20 | ||
− | | | + | |एतत् क्रियाशीलोपयोक्तॄणां नामानि सङ्गृह्णाति। |
|- | |- | ||
|06:24 | |06:24 | ||
− | | | + | |एतत् व्याल्यू दृष्टुं "echo space dollar LOGNAME" इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
|- | |- | ||
|06:35 | |06:35 | ||
− | | | + | |यदा वयं टर्मिनल् उद्घातयामः तदा एकं डालर् चिह्नं पश्यामः। तदेव प्राम्प्ट् अस्ति। तत्रैव वयं आदेशान् लिखामः। |
|- | |- | ||
|06:42 | |06:42 | ||
− | |This is the primary prompt string represented by the environment variable PS1. | + | |एतत् प्राथमिकं प्राम्प्ट् स्ट्रिंग् अस्ति This is the primary prompt string represented by the environment variable PS1. |
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Revision as of 15:24, 27 May 2014
Time | Narration | ||
---|---|---|---|
00:00 | लिनक्स एन्विरोन्मेण्ट इत्यस्य अपि च तस्य उपयोगस्य विषये विद्यमानेऽस्मिन् ट्युटॊरियल् मध्ये भवतां स्वगतम्। | ||
00:07 | अस्मिन् ट्युटोरियल मध्ये सचित्रदृष्टान्तान् परीक्षयितुं तादृशं सङ्गनकमपेक्षितं यत्र लिनक्स भवेत् अपि च आपरेटिंग् सिस्टम् रूपेण उबंटु भवेत्। | ||
00:13 | भवन्तः लिनक्स आपरेटिंग् सिस्टम् जानन्ति अपि च भवतां कमांड, फैल सिस्टम, शेल इत्यादीनां विषये मूलभूतज्ञानं अस्ति इति अहं चिन्तयामि। | ||
00:22 | यदि भवन्तः आसक्ताः अथवा विषयेऽस्मिन् इतोपि अधिकं ज्ञातुम् इच्छन्ति तर्हि निस्सङ्कोचं अस्मिन् जालपुटे विद्यमानं ट्युटोरियल् पश्यन्तु। | ||
00:32 | अत्रावधीयतां यत् अहमत्र एतत् ट्युटोरियल् निमित्तं उबंटु 10.10 इत्यस्य प्रयोगं कुर्वन् अस्मि इति। | ||
00:36 | अपि च, लिनक्स इति केस् सेन्सिटीव् अस्ति। अत्र ये आदेशाः उपयुज्यन्ते ते लोवर् केस् मध्ये भवन्ति, यदि नास्ति तर्हि सूचितं भवति। | ||
00:46 | लिनक्स् एन्विरोन्मेंट् इत्येतद् आपरेटिंग् सिस्टम् भवता सह कथं व्यवहरति, तत् भवतः आदेशानां कृते कथं प्रतिक्रियां ददाति अपि च भवतः कार्याणि कथं इंटर्प्रेट् करोति इत्यादिकं निर्धारयति। | ||
00:55 | शेल् इत्यस्य व्यवस्थापरिवर्तनेन लिनक्स् इत्येतं इतोप्यधिकं कस्टमैस् कर्तुं शक्नुमः। | ||
00:58 | अधुना एतत्सर्वं कथं भवतीति पश्यामः। | ||
00:59 | सामान्यतः शेल् इत्यस्य स्वभावः शेल् वेरियेबल् द्वारा निर्धारितं भवति। | ||
01:04 | मुख्यतया द्वे शेल् वेरियेबल् स्तः:
एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल्स् लोकल् वेरियेबल् च। | ||
01:12 | एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् इत्येतत् उपयोक्तुः सम्पूर्णक्षेत्रे उपलब्धं भवति। | ||
01:19 | एतानि शेल् द्वारा रचितेषु सब्शेल् मध्ये अपि उपलब्धं भवति। शेल् मध्ये यथा स्क्रिप्ट् अस्ति तथा। | ||
01:24 | लोकल् वेरियेबल्स् इत्येतत् निर्बन्धितरूपेण सीमितप्रदेशे उपलब्धं भवति। | ||
01:31 | एतानि शेल् द्वारा निर्मितेषु सब्शेल् मध्ये उपलब्धं न भवति। | ||
01:36 | वयम् अस्मिन् पाठे मुख्यतया एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् विषये चर्चयन्तः स्मः इत्यतः प्राथम्येन वयं शेल् वेरियेबल् इत्येतेषां व्याल्यू कथं दृष्टव्यमिति जानीयाम। | ||
01:48 | प्रस्तुते शेल् मध्ये सर्वाणि वेरियेबल् दृष्टुं वयं कमांड् सेट् चालयामः। | ||
01:53 | टर्मिनल् मध्ये एवं टङ्कयन्तु,
"set space 'vertical-bar' more" अपि च enter नुदन्तु। | ||
02:00 | वयं सर्वाणि प्रस्तुतानि शेल् वेरियेबल् दृष्टुं शक्नुमः। | ||
02:04 | उदाहरणार्थम्: HOME एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् पश्यन्तु अपि च तत्रस्थं असैन् व्यल्यू अपि पश्यन्तु। | ||
02:15 | सूचीं प्रति गन्तुं Enter नुदन्तु, ततः बहिरागन्तुं q इति नुदन्तु। | ||
02:21 | अत्र, वेरियेबल् सूचेः सुनियोजितं मल्टिपेज् औट्पुट् इत्येतं इतोपि सम्यग्रूपेण प्रदर्शयितुं सेट् मध्ये औट्पुट् इत्येतत् क्रमेण स्थापितमस्ति। | ||
02:38 | केवलं एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् दृष्टुं env इत्यादेशं चालयन्तु। | ||
02:45 | टर्मिनल् मध्ये एवं टङ्कयन्तु,
"env space 'vertical-bar' more" अपि च enter नुदन्तु। | ||
02:52 | उदाहरणार्थम्,
slash bin slash bash एति व्याल्यूयुतं शेल् वेरियेबल् पश्यन्तु। | ||
03:00 | पुनः सूचीतः बहिरागन्तुं q इति नुदन्तु। | ||
03:07 | अधुना वयं लिनक्स् मध्ये विद्यमानानि कतिचन मुख्यानि एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् विषये चर्चां कुर्मः। | ||
03:11 | - | 03:15 | विविध शेल् विभिन्नशैलीषु कस्टमैस् भवति। |
03:19 | वास्तविकतया वेरियेबल् इत्येतानि किं सङ्गृह्य स्थापयन्ति इति दृष्टुं वयं echo आदेशेन समं निर्दिष्टस्य वेरियेबल् नाम्नः पृष्टतः डालर् चिह्नमुपयोक्तव्यम्। | ||
03:30 | वयं प्रथमतया शेल् इति एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् पश्यामः। | ||
03:35 | एतत् प्रस्तुतस्य शेल् इत्यस्य नाम सङ्गृह्णाति। | ||
03:37 | शेल् वेरियेबल् इत्यस्य व्याल्यू दृष्टुं टर्मिनल् मध्ये,
"echo space dollar, S-H-E-L-L" इति च बृहदक्षरैः टङ्कयित्वा enter नुदन्तु। | ||
03:55 | अत्र slash bin slash bash इत्येततशेल् अस्ति यत्र वयं कार्यं कुर्वन्तः स्मः। | ||
04:02 | अग्रिमं वेरियेबल् HOME अस्ति। | ||
04:05 | यदा वयं लिनक्स् मध्ये लागिन् भवामः तदा वयं सामान्यतया काञ्चित् सन्धारिकां प्रति गच्छामः अपि च तस्याः नाम उपयोक्तृम्नः अग्रे भवति। | ||
04:11 | एतस्याः सन्धारिकायाः home directory इति नाम अपि च एषा एव होम् वेरियेबल् मध्ये प्राप्यते। | ||
04:17 | व्याल्यू दृष्टुं, टर्मिनल् मध्ये echo space dollar अपि च H-O-M-E इति बृहदक्षरैः टङ्कयित्वा एंटर् नुदन्तु। | ||
04:29 | PATH इति अग्रिमं एन्विरोन्मेंट् वेरियेबल् अस्ति। | ||
04:32 | PATH वेरियेबल् इत्यत्र सन्धारिकायाः निखरपथं अस्ति अपि च एतस्मात् शेल् इति एक्सिक्यूटेबल् अदेशान् अन्विशति। | ||
04:40 | अधुना पाथ वेरियेबल् इत्यस्य व्याल्यू पश्यामः। | ||
04:43 | पुनः टर्मिनल् मध्ये "echo space dollar इति अपि च बृहदक्षरैः P-A-T-H" इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | ||
04:51 | मम सङ्गणके तत्ं दृश्यते -
slash user slash local slash sbin slash user slash local slash bin slash user slash sbin slash user slash bin etc. | ||
05:04 | एतत् एकस्मात् सङ्गणकात् अपरसङ्गनकं प्रति भिन्नं भवति। | ||
05:07 | एषा काचित् सन्धारिकानां सूची अस्ति अपि च एषा कोलन् द्वारा विभक्तमस्ति। अतः शेल् इति अस्यां सूच्यां विद्यमानान् एक्सिक्यूटेबल् आदेशान् अन्विषति। | ||
05:18 | वयमपि अस्मदीयसन्धारिकां अस्यां सोच्यां योजयितुं शक्नुमः। एतेन अस्माकं सन्धारिका अपि शेल् द्वारा अन्वेश्यते। | ||
05:25 | एवं अस्मदीयसन्धारिकां सूच्यां मेलयितुं टर्मिनल् मध्ये | ||
5:29 | "P-A-T-H इति बृहदक्षरैः विलिख्य = (equal-to) $ (dollar) अपि च बृहदक्षरैः P-A-T-H : (colon) / (slash) home / (slash) अपि च अस्माकं सन्धारिकायाः नाम टङ्कयन्तु। | ||
05:54 | अधुना वयं यदि PATH इत्यस्य व्याल्यू एको कुर्मः चेत्, | ||
06:04 | अस्माकं सन्धारिका अपि PATH वेरियेबल् इत्यस्य अङ्गमस्ति। | ||
06:10 | पश्यन्तु, सन्धारिका अत्र अस्ति। | ||
06:16 | अपरं विशिष्टं वेरियेबल् इत्युक्ते LOGNAME. | ||
06:20 | एतत् क्रियाशीलोपयोक्तॄणां नामानि सङ्गृह्णाति। | ||
06:24 | एतत् व्याल्यू दृष्टुं "echo space dollar LOGNAME" इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। | ||
06:35 | यदा वयं टर्मिनल् उद्घातयामः तदा एकं डालर् चिह्नं पश्यामः। तदेव प्राम्प्ट् अस्ति। तत्रैव वयं आदेशान् लिखामः। | ||
06:42 | एतत् प्राथमिकं प्राम्प्ट् स्ट्रिंग् अस्ति This is the primary prompt string represented by the environment variable PS1. | ||
06:47 | There is a secondary prompt string also | ||
06:50 | If our command is long and it spans for more than one line then from the second line onwards we can see a greater than sign “>” as the prompt | ||
07:00 | This is the secondary prompt string represented by the environment variable PS2. | ||
07:05 | To see the value of the secondary command prompt, type at the terminal "echo space dollar PS2 and press enter. | ||
07:20 | We may change our primary prompt string to say “at the rate” <@> at the prompt. | ||
07:28 | In order to get this done
Type "PS1 'equal-to' now within quotes 'at the rate' “ and press enter. | ||
07:41 | Now instead of the dollar sign we can see the at the rate sign as the prompt. | ||
07:50 | We may do something more interesting. Like we may display our username at the prompt. | ||
07:56 | Just type "PS1in capital 'equal-to' within quotes dollar LOGNAME " and press enter | ||
08:12 | Now my username is my prompt. | ||
08:16 | To revert back type "PS1 'equal-to' dollar within quotes and press enter." | ||
08:28 | We have assigned values to many of the environment variables. | ||
08:32 | But, remember one thing that these modifications are only applicable for the current session. | ||
08:37 | Like we had just added our directory to the PATH variable. | ||
08:40 | If we close the terminal and open it again or open a new terminal altogether and check the path variable by echoing its value | ||
09:00 | we will be surprised to see that our modifications are no longer present. | ||
09:05 | The way by which we can make these modifications permanent will be covered in some advanced tutorial. | ||
09:13 | Often we want to re-execute a command that we had executed in the recent past. What do we do? Do we have to type the entire command again? | ||
9:22 | No, there are a number of solutions. | ||
09:26 | First, normally if you press the up key on your keyboard then it will show the last command that you typed. | ||
09:33 | Keep pressing and it will keep scrolling through the previous commands. | ||
09:37 | To go back press the down key. | ||
09:42 | But when you have to scroll through many commands this becomes a little clumsy and tedious. A better way is to use the history command. | ||
09:52 | Type at the prompt "history" | ||
09:58 | and press enter, see a list of previously executed commands appears | ||
10:04 | If instead of the large list you want to see, only the last ten | ||
10:08 | Type "history space 10" and press enter | ||
10:20 | Notice, in this list, there is a number assigned to each of the previously executed commands. | ||
10:27 | In order to repeat a particular command. | ||
10:32 | Just type exclamation mark followed by the number of the command for example 442 in my case would execute echo space dollar path | ||
10:51 | If you need to re execute the last command simply type exclamation mark twice and press enter. | ||
11:03 | The next thing we would see is called tilde substitution
The tilde(~) character is a shorthand for the home directory. | ||
11:12 | So say you have a directory with name testtree in your home directory. You can move to it by typing "cd space 'tilde' slash testtree". | ||
11:25 | One may also toggle between the current working directory and the last directory used by giving the command
cd 'tilde' minus or only cd minus | ||
11:35 | Like now that we are in the testtree directory, the last directory we visited was the home directory. | ||
11:41 | So if we run "cd space minus" and press enter. It will go to the home directory. | ||
11:47 | Run it again and it will take us back to the testtree directory. | ||
11:55 | The last but quite important command we will see is the alias command. | ||
11:59 | It may happen that you have a large command that needs to be run again and again. | ||
12:04 | In this case we can give it a short alias name and use the alias name instead ,to invoke it. | ||
12:11 | Assuming that you have such a long directory hierarchy that you frequently visit for music, you may create an alias for it like this | ||
12:20 | Type " alias space cdMusic 'equal-to' within double quotes cd space slash home slash arc slash files slash entertainment slash music " and press enter | ||
12:47 | Now every time you need to switch to this directory simply write cdMusic and press enter. | ||
12:55 | See, we are in the music directory now. | ||
12:58 | Now, you may type "cd space minus" at the prompt to go back to the previous working directory. | ||
13:08 | To unset an alias simply write unalias space cdMusic and press enter | ||
13:20 | Now again if you fire cdMusic from the terminal, you will get an error stating that the command was not found. | ||
13:30 | Suppose we have two files, test1 and test2 in our present working directory | ||
13:38 | and if we fire rm test1, test1 is silently deleted. | ||
13:45 | We know that “hyphen i” option of the rm command makes the removal process interactive. | ||
13:52 | So we may set an alias like, alias rm equal-to, now within quotes “rm space hyphen i” | ||
14:03 | Now when we run “rm” ,” rm hyphen i” will actually be run. | ||
14:13 | So we saw that while test1 was silently deleted, system asked before deleting test2. | ||
14:20 | So, in this tutorial, you have learned about environment variables, history and aliasing. | ||
14:25 | This brings me to the end of this tutorial. | ||
14:28 | Spoken Tutorials are a part of the Talk to a Teacher project, supported by the National Mission on Education through ICT. | ||
14:36 | More information on the same is available from our website. | ||
14:39 | The Script for this tutorial was created by Anirban | ||
14:42 | This script has been contributed by ----------------------(name of the translator) and this is -----------------------(name of the recorder) from --------------------------(name of the place)signing off. |