Difference between revisions of "COVID19/C2/Breastfeeding-during-COVID-19/Hindi"
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− | | तो इस तरह से भी संक्रमण दूसरे व्यक्तियों में | + | | तो इस तरह से भी संक्रमण दूसरे व्यक्तियों में फैल जाता है। |
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− | | | + | | छींकें और आँख आना, कुछ असामान्य लक्षण हैं |
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− | | छोटे बच्चों में कोविड-19 के | + | | छोटे बच्चों में कोविड-19 के बहुत कम पक्के केस सामने आए हैं । |
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− | | स्तनपान सभी शिशुओं के लिए | + | | स्तनपान सभी शिशुओं के लिए बहुत जरुरी है। |
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− | | यदि | + | | यदि ज़रूरी हो, तो माँ के स्तन से निकाला हुआ दूध भी शिशु को पिलाया जा सकता है। |
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− | | शिशु | + | | शिशु के ६ महीने की उम्र पूरी होने पर उसे पूरक आहार की शुरवात करनी चाहिए |
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− | | स्तनपान कराना, स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाना और पूरक आहार खिलाना | + | | स्तनपान कराना, स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाना और पूरक आहार खिलाना ज़रूरी कौशल हैं। |
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− | | हमारे दूसरे | + | | हमारे दूसरे ट्यूटोरियल में इन विषयों पर बात की गई है। |
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| शिशु को छूने से पहले और बाद में माँ को बीस सेकेंड तक अपने हाथ धोने चाहिए। | | शिशु को छूने से पहले और बाद में माँ को बीस सेकेंड तक अपने हाथ धोने चाहिए। | ||
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− | | 04: | + | | 04:21 |
| माँ को स्तनपान कराने और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाने से पहले और बाद में भी हाथ धोने चाहिए। | | माँ को स्तनपान कराने और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाने से पहले और बाद में भी हाथ धोने चाहिए। | ||
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− | | 04: | + | | 04:28 |
| हाथ साफ करने के लिए एल्कोहल वाले सेनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। | | हाथ साफ करने के लिए एल्कोहल वाले सेनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। | ||
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− | | 04: | + | | 04:34 |
| अगर माँ कोविड-19 की संदिग्ध या संक्रमित मरीज हैं तो उन्हें मेडिकल मास्क की जरूरत होगी । | | अगर माँ कोविड-19 की संदिग्ध या संक्रमित मरीज हैं तो उन्हें मेडिकल मास्क की जरूरत होगी । | ||
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− | | 04: | + | | 04:43 |
| स्तनपान कराते समय माँ को मास्क पहनना चाहिए। | | स्तनपान कराते समय माँ को मास्क पहनना चाहिए। | ||
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− | | 04: | + | | 04:46 |
| और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाते समय भी। | | और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाते समय भी। | ||
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− | | 04: | + | | 04:49 |
| मास्क के नम होते ही तुरंत उसे बदल देना चाहिए। | | मास्क के नम होते ही तुरंत उसे बदल देना चाहिए। | ||
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− | | 04: | + | | 04:55 |
| इस्तेमाल किया हुआ मास्क तुरन्त कूड़ेदान में फेक देना चाहिए। | | इस्तेमाल किया हुआ मास्क तुरन्त कूड़ेदान में फेक देना चाहिए। | ||
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− | | | + | | 05:01 |
| इसे दुबारा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। | | इसे दुबारा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। | ||
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− | | 05: | + | | 05:04 |
| माँ को मास्क की बाहरी सतह कभी नहीं छूनी चाहिए। | | माँ को मास्क की बाहरी सतह कभी नहीं छूनी चाहिए। | ||
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− | | 05: | + | | 05:09 |
| उसे मास्क को पीछे से निकालना चाहिए | | उसे मास्क को पीछे से निकालना चाहिए | ||
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− | | 05: | + | | 05:13 |
| अगर ऐसा हो जाऐ की मेडिकल मास्क उपलब्ध न हो, | | अगर ऐसा हो जाऐ की मेडिकल मास्क उपलब्ध न हो, | ||
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− | | 05: | + | | 05:19 |
| तो उस समय, माँ को टिश्यू पेपर | | तो उस समय, माँ को टिश्यू पेपर | ||
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− | | 05: | + | | 05:22 |
| या एक साफ कपड़ा, या एक रुमाल का इस्तेमाल करना चाहिए। | | या एक साफ कपड़ा, या एक रुमाल का इस्तेमाल करना चाहिए। | ||
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− | | 05: | + | | 05:27 |
| माँ को छींकते और खांसते वक्त इसे चेहरे पर लगा लेना चाहिए | | माँ को छींकते और खांसते वक्त इसे चेहरे पर लगा लेना चाहिए | ||
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− | | 05: | + | | 05:31 |
| फिर इसे तुरन्त कूड़ेदान में फेक कर अपने हाथ धो लेने चाहिए। | | फिर इसे तुरन्त कूड़ेदान में फेक कर अपने हाथ धो लेने चाहिए। | ||
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− | | 05: | + | | 05:38 |
| गंदा टिश्यू पेपर, या कपड़ा | | गंदा टिश्यू पेपर, या कपड़ा | ||
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− | | 05: | + | | 05:40 |
| या रुमाल जितनी जल्दी हो सके बदलते रहना चाहिए। | | या रुमाल जितनी जल्दी हो सके बदलते रहना चाहिए। | ||
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− | | 05: | + | | 05:46 |
− | | अगर मेडिकल मास्क ना उपलब्ध हों तो | + | | अगर मेडिकल मास्क ना उपलब्ध हों तो कपडे से बने मास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
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− | | 05: | + | | 05:53 |
| माँ को हर बार दूध पिलाने से पहले स्तन को धोने की जरूरत नहीं है। | | माँ को हर बार दूध पिलाने से पहले स्तन को धोने की जरूरत नहीं है। | ||
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− | | 05: | + | | 05:58 |
| लेकिन खांसते या छींकते समय छाती पर बूंदे पड़ जाएं तो स्तन साफ कर लेने चाहिए। | | लेकिन खांसते या छींकते समय छाती पर बूंदे पड़ जाएं तो स्तन साफ कर लेने चाहिए। | ||
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− | | 06: | + | | 06:04 |
| स्तन को धोने के लिए साबुन और गर्म पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक सफाई करनी चाहिए। | | स्तन को धोने के लिए साबुन और गर्म पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक सफाई करनी चाहिए। | ||
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− | | 06: | + | | 06:12 |
| शिशु की देखभाल करने वालों को भी शिशु को छूने से पहले और बाद में हाथ धोने चाहिए। | | शिशु की देखभाल करने वालों को भी शिशु को छूने से पहले और बाद में हाथ धोने चाहिए। | ||
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− | | 06: | + | | 06:19 |
| कमरे के फर्श और बाकि की सतह को रोज़ साफ़ और संक्रमण रहित बनाए रखना जरूरी है। | | कमरे के फर्श और बाकि की सतह को रोज़ साफ़ और संक्रमण रहित बनाए रखना जरूरी है। | ||
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− | | 06: | + | | 06:26 |
| कुछ संक्रमित माँएं इतनी बीमार हो सकती हैं कि वे शिशु को स्तनपान ना करा सकें। | | कुछ संक्रमित माँएं इतनी बीमार हो सकती हैं कि वे शिशु को स्तनपान ना करा सकें। | ||
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− | | 06: | + | | 06:32 |
| ऐसे में, शिशु को माँ के स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाया जाना चाहिए। | | ऐसे में, शिशु को माँ के स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाया जाना चाहिए। | ||
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− | | 06: | + | | 06:39 |
| नर्स या परिवार का सदस्य शिशु को ये दूध पिला सकते हैं। | | नर्स या परिवार का सदस्य शिशु को ये दूध पिला सकते हैं। | ||
|- | |- | ||
− | | 06: | + | | 06:45 |
| ध्यान रहे, दूध पिलाने वाला व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में न आया हो। | | ध्यान रहे, दूध पिलाने वाला व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में न आया हो। | ||
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− | | 06: | + | | 06:51 |
− | | शिशु या दूध को छूने से पहले उन्हें २० सेकंड तक हाथ धोने | + | | शिशु या दूध को छूने से पहले उन्हें २० सेकंड तक हाथ धोने चाहिए। |
− | हाथ धोने के बाद | + | |
+ | |- | ||
+ | | 06:59 | ||
+ | | हाथ धोने के बाद उन्हे मास्क भी पहनना चाहिए । | ||
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− | | | + | | 07:05 |
| स्तनों से निकाला हुआ दूध शिशु को बिना गर्म किए हुए ही पिलाया जा सकता है। | | स्तनों से निकाला हुआ दूध शिशु को बिना गर्म किए हुए ही पिलाया जा सकता है। | ||
|- | |- | ||
− | | 07: | + | | 07:11 |
| स्तनों से निकाले हुए दूध को इखट्टा करना और उसका रखरखाव बड़ी सावधानी से करना चाहिए। | | स्तनों से निकाले हुए दूध को इखट्टा करना और उसका रखरखाव बड़ी सावधानी से करना चाहिए। | ||
|- | |- | ||
− | | 07: | + | | 07:18 |
| माँ के ठीक होते ही स्तनपान की शुरुआत फिर से करनी चाहिए। | | माँ के ठीक होते ही स्तनपान की शुरुआत फिर से करनी चाहिए। | ||
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− | | 07: | + | | 07:24 |
− | | अगर संक्रमित | + | | अगर संक्रमित माएं ज्यादा बीमार हों और स्तनों से दूध न निकाला जा सके, |
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− | | 07: | + | | 07:29 |
| तो शिशु को पोषण देने के लिए दूसरे विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। | | तो शिशु को पोषण देने के लिए दूसरे विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। | ||
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− | | 07: | + | | 07:35 |
− | | कोशिश करें, ,दानी माँ का दुघ , किसी | + | | कोशिश करें, ,दानी माँ का दुघ , किसी माओं का दूध इखट्ठा करने वाले बैंक में मिल सके |
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− | | 07: | + | | 07:41 |
− | | शिशु को दूसरी माँ का दूध पिलाते रहना चाहिए, जब तक | + | | शिशु को दूसरी माँ का दूध पिलाते रहना चाहिए, जब तक उसकी माँ ठीक न हो जाये। |
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− | | 07: | + | | 07:47 |
| अगर किसी और माँ का दूध ना मिल सके, तो माँ के ठीक होने तक वेट-नर्सिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। | | अगर किसी और माँ का दूध ना मिल सके, तो माँ के ठीक होने तक वेट-नर्सिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। | ||
|- | |- | ||
− | | 07: | + | | 07:55 |
| वेट-नर्सिंग का मतलब हैं , शिशु को किसी दूसरी माँ द्वारा स्तनपान कराया जाना | | वेट-नर्सिंग का मतलब हैं , शिशु को किसी दूसरी माँ द्वारा स्तनपान कराया जाना | ||
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− | | | + | | 08:03 |
| अगर वेट-नर्सिंग न हो सके, तो शिशु को पशु का दूध पिलाया जा सकता है। | | अगर वेट-नर्सिंग न हो सके, तो शिशु को पशु का दूध पिलाया जा सकता है। | ||
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− | | 08: | + | | 08:10 |
− | | हमेशा पशु | + | | हमेशा पशु का दूध उबाल कर ही शिशु को पिलाना चैहिए । |
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− | | 08: | + | | 08:16 |
| साथ ही इन सभी विकल्पों पर अपने स्वस्थ सेवक की सलाह जरूर लें। | | साथ ही इन सभी विकल्पों पर अपने स्वस्थ सेवक की सलाह जरूर लें। | ||
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− | | 08: | + | | 08:23 |
| डिब्बे वाला पाउडर दूध का प्रयोग न करें। | | डिब्बे वाला पाउडर दूध का प्रयोग न करें। | ||
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− | | 08: | + | | 08:25 |
| न ही दूध की बोतल | | न ही दूध की बोतल | ||
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− | | 08: | + | | 08:27 |
| और न ही प्लास्टिक, रबर या सिलिकॉन निप्पल्स का प्रयोग करें। | | और न ही प्लास्टिक, रबर या सिलिकॉन निप्पल्स का प्रयोग करें। | ||
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− | | 08: | + | | 08:32 |
| माँ के ठीक होने पर उसे स्तनपान शुरू कराने में मदद करें। | | माँ के ठीक होने पर उसे स्तनपान शुरू कराने में मदद करें। | ||
− | |||
− | |||
− | |||
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| 08:38 | | 08:38 | ||
− | | यह प्रक्रिया | + | | शिशु और माँ के त्वचा से त्वचा के सम्पर्क कराने की प्रक्रिया भी करते रहें। |
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+ | | 08:46 | ||
+ | | यह प्रक्रिया शिशु के जन्म लेते ही शुरू करनी चाहिए, भले ही माँ कोविड-19 से संक्रमित हो। | ||
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− | | 08: | + | | 08:53 |
| इस प्रक्रिया से माँ को स्तनपान शुरू कराने में मदद मिलेगी। | | इस प्रक्रिया से माँ को स्तनपान शुरू कराने में मदद मिलेगी। | ||
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− | | 08: | + | | 08:58 |
| कंगारू मदर केयर पद्धति माँ से शिशुको दिन-रात मिलनी चाहिए। | | कंगारू मदर केयर पद्धति माँ से शिशुको दिन-रात मिलनी चाहिए। | ||
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− | | | + | | 09:04 |
| स्तनपान और त्वचा से त्वचा के सम्पर्क की प्रक्रिया शिशुओं की मृत्यु के खतरे को कम कर देती है। | | स्तनपान और त्वचा से त्वचा के सम्पर्क की प्रक्रिया शिशुओं की मृत्यु के खतरे को कम कर देती है। | ||
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− | | 09: | + | | 09:12 |
| यह प्रक्रिया, शिशु को तत्काल और आजीवन स्वास्थ्य और विकास प्रदान करते हैं। | | यह प्रक्रिया, शिशु को तत्काल और आजीवन स्वास्थ्य और विकास प्रदान करते हैं। | ||
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− | | 09: | + | | 09:20 |
− | | स्तनपान से माँओं में स्तन और अंडाशय के | + | | स्तनपान से माँओं में स्तन और अंडाशय के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। |
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− | | 09: | + | | 09:27 |
| ये सभी लाभ विशेष मायनों में उनके संक्रमित होने के खतरे से कहीं ज्यादा बड़े हैं। | | ये सभी लाभ विशेष मायनों में उनके संक्रमित होने के खतरे से कहीं ज्यादा बड़े हैं। | ||
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| आखिर में, माँ और परिवार के सदस्यों को चिंताजनक लक्षणों के बारे में भी जरूर सलाह देनी चाहिए। | | आखिर में, माँ और परिवार के सदस्यों को चिंताजनक लक्षणों के बारे में भी जरूर सलाह देनी चाहिए। | ||
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− | | 09: | + | | 09:42 |
| उन्हें शिशु में चिंताजनक लक्षण देखने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। | | उन्हें शिशु में चिंताजनक लक्षण देखने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। | ||
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− | | 09: | + | | 09:48 |
| अगर उन्हें ऐसे लक्षण दिखें, तो उन्हें तुरन्त डॉक्टर को बताना चाहिए। | | अगर उन्हें ऐसे लक्षण दिखें, तो उन्हें तुरन्त डॉक्टर को बताना चाहिए। | ||
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− | | 09: | + | | 09:53 |
| इस ट्यूटोरिल में दिए गए दिशा-निर्देश अभी तक उपलब्ध सीमित सूचना पर आधारित हैं। | | इस ट्यूटोरिल में दिए गए दिशा-निर्देश अभी तक उपलब्ध सीमित सूचना पर आधारित हैं। | ||
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− | | | + | | 10:01 |
| जैसे ही नई जानकारी उपलब्ध होगी, वैसे ही कुछ सुझावों में बदलाव किया जा सकता है। | | जैसे ही नई जानकारी उपलब्ध होगी, वैसे ही कुछ सुझावों में बदलाव किया जा सकता है। | ||
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− | | | + | | 10:08 |
| कृपया इन दिशा-निर्देशों का उपयोग, नवीनतम सरकारी अधिनियमों के साथ करें। | | कृपया इन दिशा-निर्देशों का उपयोग, नवीनतम सरकारी अधिनियमों के साथ करें। | ||
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− | | 10: | + | | 10:14 |
| इसी के साथ यह ट्यूटोरिल समाप्त होता है। | | इसी के साथ यह ट्यूटोरिल समाप्त होता है। | ||
जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। | जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। | ||
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Latest revision as of 17:02, 1 June 2020
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00:02 | "कोविड-19 के दौरान स्तनपान कराने के" विषय पर बने इस स्पोकन ट्यूटोरिल में आपका स्वागत है। |
00:09 | इस ट्यूटोरिल मे हम सीखेंगे - |
00:12 | कोविड-19 क्या है? |
00:14 | कोविड-19 के दौरान स्तनपान कराने के लिए क्या दिशा-निर्देश हैं। |
00:19 | आइए, पहले समझते हैं कि कोविड-19 क्या है? |
00:24 | कोविड-19 एक संक्रमित बीमारी है, जो कोरोनावायरस नाम के वायरस से होती है। |
00:33 | यह वायरस दुनियाभर में फैल चुका है। |
00:37 | जब इस से संक्रमित व्यक्ति, खांसता या छींकता है तो छोटी-छोटी बूंदे मुँह से निकलती हैं |
00:44 | इन्हीं छोटी बूंदों में कोरोना वायरस होता है |
00:49 | यही संक्रमित बूंदे जब किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करती हैं, तो संक्रमण फैलने लगता है |
00:56 | ये संक्रमित बूंदें हवा में एक से दो मीटर के दायरे में फ़ैल सकती हैं और किसी सतह पर बैठ जाती हैं। |
01:04 | जहाँ वे कई घण्टों या कई दिनों तक जीवित रह सकती हैं। |
01:09 | बाकी के लोग उस संक्रमित सतह को अपने हाथों से छूते हैं |
01:15 | और फिर अपनी आँखे नाक या मुँह बिना हाथ धोए छू लेते हैं |
01:18 | तो इस तरह से भी संक्रमण दूसरे व्यक्तियों में फैल जाता है। |
01:23 | संक्रमित व्यक्ति में बीमारी के लक्षण दिखने से पहले भी वे दूसरे व्यक्तियों में वायरस फैला सकते हैं। |
01:35 | इस वायरस के अभी तक गर्भाशय में फैलने के कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं। |
01:43 | संक्रमित माँ के दूध में भी यह वायरस अभी तक नहीं पाया गया है। |
01:51 | और इस वायरस के स्तनपान के जरिए फैलने के भी अभी कोई सबूत नहीं मिले हैं। |
01:57 | कोरोना वायरस से संक्रमण के चिकित्सकीय लक्षण अलग-अलग हैं। |
02:03 | बुखार, खांसी |
02:05 | सांस लेने में तकलीफ थकान |
02:07 | सिर दर्द, गले में तकलीफ ऐसा कुछ आम लक्षण हैं |
02:12 | उल्टी होना, दस्त लगना |
02:14 | छींकें और आँख आना, कुछ असामान्य लक्षण हैं |
02:19 | ऐसे भी हो सकता है कि संक्रमित व्यक्ति में ऐसे कोई लक्षण दिखाई ना दे |
02:25 | नवजात और शिशुओं को कोविड-19 से खतरा कम है। |
02:30 | छोटे बच्चों में कोविड-19 के बहुत कम पक्के केस सामने आए हैं । |
02:37 | अधिकतर, संक्रमित शिशुओं में , वायरस के कम से कम या कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं। |
02:44 | चलिए, अब कोविड-19 के दौरान स्तनपान कराने के लिए जरूरी दिशा-निर्देशों पर बात करते हैं। |
02:51 | स्तनपान सभी शिशुओं के लिए बहुत जरुरी है। |
02:56 | इसमें कोविड-19 से संदिग्ध या संक्रमित माओं से जन्म लेने वाले शिशु भी शामिल हैं। |
03:03 | और इसमें वे शिशु भी शामिल हैं, जो कोविड-19 से संक्रमित या संदिग्ध हैं। |
03:10 | सभी शिशुओं को शिशु आहार दिशा-निर्देशों के मानकों के हिसाब से आहार मिलना चाहिए । |
03:17 | शिशु के जन्म के एक घण्टे के भीतर ही स्तनपान की शुरुआत हो जानी चाहिए। |
03:22 | और छह महीने तक सिर्फ स्तनपान जारी रखना चाहिए। |
03:28 | यदि ज़रूरी हो, तो माँ के स्तन से निकाला हुआ दूध भी शिशु को पिलाया जा सकता है। |
03:34 | शिशु के ६ महीने की उम्र पूरी होने पर उसे पूरक आहार की शुरवात करनी चाहिए |
03:40 | और स्तनपान, शिशु के 2 साल का होने तक जारी रखना चाहिए। |
03:46 | स्तनपान कराना, स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाना और पूरक आहार खिलाना ज़रूरी कौशल हैं। |
03:54 | हमारे दूसरे ट्यूटोरियल में इन विषयों पर बात की गई है। |
03:59 | कृपया हमारे वेबसाइट पर जाकर आप हेल्थ एंड नुट्रिशन श्रंखला में जरूरी वीडियो जरूर देखें। |
04:06 | कोविड-19 के दौरान, शिशु को आहार देने में साफ़ सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए। |
04:13 | शिशु को छूने से पहले और बाद में माँ को बीस सेकेंड तक अपने हाथ धोने चाहिए। |
04:21 | माँ को स्तनपान कराने और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाने से पहले और बाद में भी हाथ धोने चाहिए। |
04:28 | हाथ साफ करने के लिए एल्कोहल वाले सेनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
04:34 | अगर माँ कोविड-19 की संदिग्ध या संक्रमित मरीज हैं तो उन्हें मेडिकल मास्क की जरूरत होगी । |
04:43 | स्तनपान कराते समय माँ को मास्क पहनना चाहिए। |
04:46 | और स्तन से निकाला हुआ दूध पिलाते समय भी। |
04:49 | मास्क के नम होते ही तुरंत उसे बदल देना चाहिए। |
04:55 | इस्तेमाल किया हुआ मास्क तुरन्त कूड़ेदान में फेक देना चाहिए। |
05:01 | इसे दुबारा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। |
05:04 | माँ को मास्क की बाहरी सतह कभी नहीं छूनी चाहिए। |
05:09 | उसे मास्क को पीछे से निकालना चाहिए |
05:13 | अगर ऐसा हो जाऐ की मेडिकल मास्क उपलब्ध न हो, |
05:19 | तो उस समय, माँ को टिश्यू पेपर |
05:22 | या एक साफ कपड़ा, या एक रुमाल का इस्तेमाल करना चाहिए। |
05:27 | माँ को छींकते और खांसते वक्त इसे चेहरे पर लगा लेना चाहिए |
05:31 | फिर इसे तुरन्त कूड़ेदान में फेक कर अपने हाथ धो लेने चाहिए। |
05:38 | गंदा टिश्यू पेपर, या कपड़ा |
05:40 | या रुमाल जितनी जल्दी हो सके बदलते रहना चाहिए। |
05:46 | अगर मेडिकल मास्क ना उपलब्ध हों तो कपडे से बने मास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
05:53 | माँ को हर बार दूध पिलाने से पहले स्तन को धोने की जरूरत नहीं है। |
05:58 | लेकिन खांसते या छींकते समय छाती पर बूंदे पड़ जाएं तो स्तन साफ कर लेने चाहिए। |
06:04 | स्तन को धोने के लिए साबुन और गर्म पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक सफाई करनी चाहिए। |
06:12 | शिशु की देखभाल करने वालों को भी शिशु को छूने से पहले और बाद में हाथ धोने चाहिए। |
06:19 | कमरे के फर्श और बाकि की सतह को रोज़ साफ़ और संक्रमण रहित बनाए रखना जरूरी है। |
06:26 | कुछ संक्रमित माँएं इतनी बीमार हो सकती हैं कि वे शिशु को स्तनपान ना करा सकें। |
06:32 | ऐसे में, शिशु को माँ के स्तनों से निकाला हुआ दूध पिलाया जाना चाहिए। |
06:39 | नर्स या परिवार का सदस्य शिशु को ये दूध पिला सकते हैं। |
06:45 | ध्यान रहे, दूध पिलाने वाला व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में न आया हो। |
06:51 | शिशु या दूध को छूने से पहले उन्हें २० सेकंड तक हाथ धोने चाहिए। |
06:59 | हाथ धोने के बाद उन्हे मास्क भी पहनना चाहिए । |
07:05 | स्तनों से निकाला हुआ दूध शिशु को बिना गर्म किए हुए ही पिलाया जा सकता है। |
07:11 | स्तनों से निकाले हुए दूध को इखट्टा करना और उसका रखरखाव बड़ी सावधानी से करना चाहिए। |
07:18 | माँ के ठीक होते ही स्तनपान की शुरुआत फिर से करनी चाहिए। |
07:24 | अगर संक्रमित माएं ज्यादा बीमार हों और स्तनों से दूध न निकाला जा सके, |
07:29 | तो शिशु को पोषण देने के लिए दूसरे विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। |
07:35 | कोशिश करें, ,दानी माँ का दुघ , किसी माओं का दूध इखट्ठा करने वाले बैंक में मिल सके |
07:41 | शिशु को दूसरी माँ का दूध पिलाते रहना चाहिए, जब तक उसकी माँ ठीक न हो जाये। |
07:47 | अगर किसी और माँ का दूध ना मिल सके, तो माँ के ठीक होने तक वेट-नर्सिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। |
07:55 | वेट-नर्सिंग का मतलब हैं , शिशु को किसी दूसरी माँ द्वारा स्तनपान कराया जाना |
08:03 | अगर वेट-नर्सिंग न हो सके, तो शिशु को पशु का दूध पिलाया जा सकता है। |
08:10 | हमेशा पशु का दूध उबाल कर ही शिशु को पिलाना चैहिए । |
08:16 | साथ ही इन सभी विकल्पों पर अपने स्वस्थ सेवक की सलाह जरूर लें। |
08:23 | डिब्बे वाला पाउडर दूध का प्रयोग न करें। |
08:25 | न ही दूध की बोतल |
08:27 | और न ही प्लास्टिक, रबर या सिलिकॉन निप्पल्स का प्रयोग करें। |
08:32 | माँ के ठीक होने पर उसे स्तनपान शुरू कराने में मदद करें। |
08:38 | शिशु और माँ के त्वचा से त्वचा के सम्पर्क कराने की प्रक्रिया भी करते रहें। |
08:46 | यह प्रक्रिया शिशु के जन्म लेते ही शुरू करनी चाहिए, भले ही माँ कोविड-19 से संक्रमित हो। |
08:53 | इस प्रक्रिया से माँ को स्तनपान शुरू कराने में मदद मिलेगी। |
08:58 | कंगारू मदर केयर पद्धति माँ से शिशुको दिन-रात मिलनी चाहिए। |
09:04 | स्तनपान और त्वचा से त्वचा के सम्पर्क की प्रक्रिया शिशुओं की मृत्यु के खतरे को कम कर देती है। |
09:12 | यह प्रक्रिया, शिशु को तत्काल और आजीवन स्वास्थ्य और विकास प्रदान करते हैं। |
09:20 | स्तनपान से माँओं में स्तन और अंडाशय के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। |
09:27 | ये सभी लाभ विशेष मायनों में उनके संक्रमित होने के खतरे से कहीं ज्यादा बड़े हैं। |
09:34 | आखिर में, माँ और परिवार के सदस्यों को चिंताजनक लक्षणों के बारे में भी जरूर सलाह देनी चाहिए। |
09:42 | उन्हें शिशु में चिंताजनक लक्षण देखने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। |
09:48 | अगर उन्हें ऐसे लक्षण दिखें, तो उन्हें तुरन्त डॉक्टर को बताना चाहिए। |
09:53 | इस ट्यूटोरिल में दिए गए दिशा-निर्देश अभी तक उपलब्ध सीमित सूचना पर आधारित हैं। |
10:01 | जैसे ही नई जानकारी उपलब्ध होगी, वैसे ही कुछ सुझावों में बदलाव किया जा सकता है। |
10:08 | कृपया इन दिशा-निर्देशों का उपयोग, नवीनतम सरकारी अधिनियमों के साथ करें। |
10:14 | इसी के साथ यह ट्यूटोरिल समाप्त होता है।
जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। |