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| सात महीने के शिशुओं के लिए शाकाहारी खाना बनाने के तरीकों के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
 
| सात महीने के शिशुओं के लिए शाकाहारी खाना बनाने के तरीकों के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
 
  
 
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| इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे। सात महीने के शिशुओं के लिए पूरक आहार क्यों जरूरी है
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| इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे- सात महीने के शिशुओं के लिए पूरक आहार क्यों जरूरी है
  
 
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| शाकाहारी खाना। जैसे कटहल के बीजों का दलिया बनाने का तरीका
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| शाकाहारी खाना, जैसे कटहल के बीजों का दलिया बनाने का तरीका
  
 
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| कुलीथ और चौलाई के पत्तों का दलिया
 
| कुलीथ और चौलाई के पत्तों का दलिया
  
 
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|  राजगिरा और लोबिया का दलिया
 
|  राजगिरा और लोबिया का दलिया
  
 
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|  मेथी के पत्तों का दलिया और कोदरा के साथ चने का दलिया
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|  मेथी के पत्तों का दलिया  
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|और कोदरा के साथ चने का दलिया
  
 
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|  इसलिए उसकी ऊर्जा की जरूरत भी पड़ती है।
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|  इसलिए उसकी ऊर्जा की जरूरत भी बढ़ती है।
  
 
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| आधा का पूरक आहार तकरीबन 125 मिलीलीटर या फिर आठ बड़े चम्मच होता है।
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| आधा कप पूरक आहार तकरीबन 125 मिलीलीटर या फिर आठ बड़े चम्मच होता है।
  
 
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| याद से घोटा हुआ या पिसा हुआ ही खाना दें।
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| पर याद से घोटा हुआ या पिसा हुआ ही खाना दें।
  
 
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| कढ़ी पत्तों का पाउडर और सहजन के पत्तों का पाउडर।
 
| कढ़ी पत्तों का पाउडर और सहजन के पत्तों का पाउडर।
  
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| पर जब तक शिशु एक साल का ना हो तब तक उसके खाने में नमक न डालें।
 
| पर जब तक शिशु एक साल का ना हो तब तक उसके खाने में नमक न डालें।
  
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|  फिर एक बर्तन में डालकर उसके ऊपर तक पानी डालें।
 
|  फिर एक बर्तन में डालकर उसके ऊपर तक पानी डालें।
  
 
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| 03:06
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| और प्रेशर कुकर में 5 से 6 सीटी लगवाएं।
 
| और प्रेशर कुकर में 5 से 6 सीटी लगवाएं।
  
 
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| 03:09
 
| 03:09
| बाद में पीच को प्लेट पर रखकर ठंडा होने दें।  
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| बाद में बीज को प्लेट पर रखकर ठंडा होने दें।  
 
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| फिर उनका बाहरी छिलका निकाल दें
 
| फिर उनका बाहरी छिलका निकाल दें
 
  
 
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| कटहल के बीजों और केले को मिलाकर फिर से घोटें।
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| कटहल के बीजों और केले को मिलाकर फिर से घोटलें ।
  
 
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| और दाने और बीजों का पाउडर भी डालें।
 
| और दाने और बीजों का पाउडर भी डालें।
  
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| ये दलिया इन सभी से भरपूर है-
 
| ये दलिया इन सभी से भरपूर है-
  
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| ''’ओमेगा थ्री फैटी एसिड '''
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| ओमेगा थ्री फैटी एसिड  
  
 
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|04:06
 
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| अगला सीखेंगे कुलथी और चौलाई के पत्ते का दलिया।
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| अगला सीखेंगे कुलीथ और चौलाई के पत्ते का दलिया।
  
 
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| 04:11
 
| 04:11
|  इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच कुलथी का पाउडर  
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|  इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच कुलीथ का पाउडर  
 
दो कप धुले हुए चौलाई के पत्ते
 
दो कप धुले हुए चौलाई के पत्ते
  
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|04:24
 
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| पहले कुलथी को 7 से 8 घंटों के लिए पानी में भिगो लें।
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| पहले कुलीथ को 7 से 8 घंटों के लिए पानी में भिगो लें।
  
 
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| 04:47
 
| 04:47
| अंकुरित कुलथी को धूप में एक या दो दिन सुखाएं।
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| अंकुरित कुलीथ को धूप में एक या दो दिन सुखाएं।
  
 
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| 04:58
 
| 04:58
| फिर पीसकर पाउडर बना लें।
+
| फिर पीसकर पाउडर बना लें। इस पूरे  तरीके को माल्टिंग कहते हैं।
 
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इस पूरी विधि को माल्टिंग कहते हैं।
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| 05:10
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| और उसमें चौलाई के पत्ते डाल दें।
 
| और उसमें चौलाई के पत्ते डाल दें।
  
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|05:23
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| अब दो बड़े चम्मच पानी कुलथी के पाउडर में डालें।
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| अब दो बड़े चम्मच पानी कुलीथ के पाउडर में डालें।
  
 
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| 05:37
 
| 05:37
| अब घुटे हुए चौलाई के पत्ते इसमें डाल कर अच्छे से मिलाएं।
+
| अब घोटें हुए चौलाई के पत्ते इसमें डाल कर अच्छे से मिलाएं।
  
 
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| 05:52
 
| 05:52
| फिर आंच से उतार लें। कुलथी और चौलाई के पत्तों का दलिया तैयार है।
+
| फिर आंच से उतार लें। कुलीथ और चौलाई के पत्तों का दलिया तैयार है।
  
 
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| 05:59
 
| 05:59
 
| इस दलिया में ये सभी हैं - प्रोटीन  
 
| इस दलिया में ये सभी हैं - प्रोटीन  
ओमेगा थ्री  
+
ओमेगा थ्री फैटी एसिड  
फैटी एसिड  
+
 
कैल्शियम
 
कैल्शियम
  
 
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| 06:06
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|  फॉस्फोरस आयरन और पोटैशियम।
 
|  फॉस्फोरस आयरन और पोटैशियम।
  
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|06:20
 
|06:20
| हमेशा फलियों के साथ साथ ज्वार दाने और अनाज मिलाकर ही पकाएं।
+
| हमेशा फलियों के साथ साथ ज्वार,नाचनी, कोदरा और अनाज मिलाकर ही पकाएं।
  
 
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| 06:35
 
| 06:35
| आप या तो शिशु के खाने में पिसा हुआ अनाज का पाउडर या फिर ज्वार या नाचनी का पाउडर मिला सकते हैं।
+
| आप शिशु के खाने में माल्टिंग किया हुआ अनाज का पाउडर या फिर ज्वार या नाचनी का पाउडर मिला सकते हैं।
  
 
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| 06:42
 
| 06:42
|  आप दलिया में पका कर घुटा हुआ अंकुरित ज्वार या नाचनी भी मिला सकते हैं।
+
|  आप दलिये में पका कर घुटा हुआ अंकुरित ज्वार या नाचनी भी मिला सकते हैं।
  
 
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| 06:48
 
| 06:48
| तीसरा हम सीखेंगे राज जीरा और लोबिया का दलिया।
+
| तीसरा हम सीखेंगे राजगिरा और लोबिया का दलिया।
  
 
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| 06:53
 
| 06:53
| इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच माल्टेड किया हुआ प्याज गिरी का पाउडर
+
| इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर
  
 
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Line 315: Line 314:
  
 
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|07:06
+
| 07:06
| विधि: माल्टेड किया हुआ राज गिरा का पाउडर बनाने का तरीका।
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| माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर बनाने का तरीका इसी ट्यूटोरियल के पहले भाग में बताया गया है।
 
+
इसी ट्यूटोरियल के पहले भाग में बताया गया है।
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| 07:26
 
| 07:26
| अब इस लोबिया को रोक लें।
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| अब इस लोबिया को घोट लें।
  
 
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| 07:30
 
| 07:30
| फिर दो बड़े चम्मच माल्टेड किया हुआ राज हीरा का पाउडर लें और जरूरत के जितना पानी मिलाएं।
+
| फिर दो बड़े चम्मच माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर लें और जरूरत के जितना पानी मिलाएं।
  
 
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|-
Line 346: Line 343:
 
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|-
 
| 07:58
 
| 07:58
| आखिर में एक चौथाई चम्मच सहजन के पत्तों का पाउडर इस दलिया में मिलाएं राज जीरा लोबिया का दलिया तैयार है।
+
| आखिर में एक चौथाई चम्मच सहजन के पत्तों का पाउडर इस दलिया में मिलाएं। राजगिरा लोबिया का दलिया तैयार है।
  
 
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| 08:09
 
| 08:09
 
| इस दलिया में ये सब भरपूर हैं।  
 
| इस दलिया में ये सब भरपूर हैं।  
रोटी
+
प्रोटीन
ओमेगा  
+
ओमेगा थ्री फैटी एसिड
थ्री  
+
फैटी एसिड
+
  
 
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|  आयरन पोटैशियम और कैल्शियम।
 
|  आयरन पोटैशियम और कैल्शियम।
  
 
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| 08:24
 
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| आप इस दलिया को दो अलग अलग अंकुरित की हुई चीजों से भी बना सकते हैं जैसे नाचनी जवार  
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| आप इस दलिये  को दो अलग अलग अंकुरित की हुई चीजों से भी बना सकते हैं जैसे नाचनी, जवार  
  
 
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| 08:32
 
| 08:32
| मटकी चना वगैरह।
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| मटकी, चना वगैरह।
  
 
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| 08:56
 
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| इस पाउडर को बनाने का तरीका इसी श्रृंखला के अन्य डिटेल में बताया गया है अब आगे बढ़ते हैं।
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| इस पाउडर को बनाने का तरीका इसी श्रृंखला के अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया है। अब आगे बढ़ते हैं।
  
 
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| 09:04
 
| 09:04
| विधि: बटन में एक चम्मच घी गरम करें।
+
| बर्तन में एक चम्मच घी गरम करें।
  
 
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| 09:13
 
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| फिर किसी प्लेट को डाल कर ठंडा कर लें।
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| फिर किसी प्लेट पर  डाल कर ठंडा कर लें।
  
 
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| 09:35
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| 09:34
 
| जरूरत पड़े तो उबालकर ठंडा किया हुआ पानी डाल लें।
 
| जरूरत पड़े तो उबालकर ठंडा किया हुआ पानी डाल लें।
  
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| 09:58
 
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| मेथी के पत्ते और बींस का दलिया तैयार हैं।
+
| मेथी के पत्ते और फलियों का दलिया तैयार हैं।
  
 
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|  10:03
 
|  10:03
| इस दलिया में ये सब भरपूर है-
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| इस दलिये में ये सब भरपूर है-
  
 
प्रोटीन
 
प्रोटीन
 
ओमेगा थ्री फैटी एसिड
 
ओमेगा थ्री फैटी एसिड
 
  
 
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| 10:27
| पाँचवीं रेसिपी - घुटे हुए कुंदरा और चना बनाने का तरीका।
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| पांचवा सीखेंगे - घुटे हुए कोदरा और चना बनाने का तरीका।
  
 
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| 10:32
 
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| हमें चाहिए : दो बड़े चम्मच कोंड्रा
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| हमें चाहिए : दो बड़े चम्मच कोदरा
 
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| 10:43
 
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| विधि : एक स्टील के बर्तन में 2 बड़े चम्मच को डालें।
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| एक स्टील के बर्तन में 2 बड़े चम्मच कोदरा लें।
  
 
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| पका हुआ कुंदरा घुटा हुआ चना और नारियल का दूध डालकर अच्छे से मिलाएं।
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| पका हुआ कोदरा, घोंटा हुआ चना और नारियल का दूध डालकर अच्छे से मिलाएं।
  
 
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| 11:18
 
| 11:18
| और 4 से 5 मिनट पकाएं।
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| और 4 से 5 मिनट पकाएं। कोदरा के साथ घुटा हुआ चना तैयार है  
कुंद्रा के साथ घुटा हुआ चना तैयार है  
+
  
 
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| सात महीने के शिशु के लिए शाकाहारी खाना बनाने का ये स्पोकन ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है। आईआईटी बॉम्बे से मैं बेला एंटोनी आपसे विदा लेती हूं हम से जुड़ने के लिए धन्यवाद।
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| यह स्पोकन ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है। आईआईटी बॉम्बे से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूं हम से जुड़ने के लिए धन्यवाद।
  
 
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Latest revision as of 12:03, 25 June 2021

Time
Narration
00:00 सात महीने के शिशुओं के लिए शाकाहारी खाना बनाने के तरीकों के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:07 इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगे- सात महीने के शिशुओं के लिए पूरक आहार क्यों जरूरी है
00:17 शाकाहारी खाना, जैसे कटहल के बीजों का दलिया बनाने का तरीका
00:22 कुलीथ और चौलाई के पत्तों का दलिया
00:25 राजगिरा और लोबिया का दलिया
00:28 मेथी के पत्तों का दलिया
00:31 और कोदरा के साथ चने का दलिया
00:35 शिशु पहले साल में जब घुटने और पैरों पर चलना शुरू करता है तो काफी बढ़ता है।
00:43 इसलिए उसकी ऊर्जा की जरूरत भी बढ़ती है।
00:48 छह से आठ महीने के शिशु को पूरक आहार में 200 कैलरी की जरूरत होती है।
00:55 इसीलिए खाने की मात्रा नियमित रूप से बढ़ानी चाहिए।
00:59 याद रखें सात महीने के शिशु को स्तनपान कराना जरूरी है और उसके साथ पूरक आहार देना भी।
01:07 इसीलिए शिशु के सात महीने होते ही दिन में तीन बार आधा कप पूरक आहार दें।
01:16 आधा कप पूरक आहार तकरीबन 125 मिलीलीटर या फिर आठ बड़े चम्मच होता है।
01:22 अब तक शिशु तरह तरह के खाने आराम से खा चुका होता है।
01:28 क्योंकि पूरक आहार उसे छह महीने से ही दिया जाता है।
01:33 अब उसे दो अलग अलग खाने देना शुरू करें।
01:38 पर याद से घोटा हुआ या पिसा हुआ ही खाना दें।
01:44 और खाना काफी गाढ़ा होना चाहिए पतला नहीं
01:52 शिशु को मौसम और अपने इलाके में मिलने वाला खाना ही दें
01:59 उसके खाने में पोषक पाउडर मिलाएं जैसे कि दाने और बीजों का पाउडर अंकुरित फलियों का पाउडर।
02:07 कढ़ी पत्तों का पाउडर और सहजन के पत्तों का पाउडर।
02:11 ये सब इसी श्रृंखला के एक अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया है।
02:16 पर जब तक शिशु एक साल का ना हो तब तक उसके खाने में नमक न डालें।
02:21 और जब तक वो दो साल का ना हो तब तक चीनी या गुड़ भी ना डालें।
02:27 अब हम देखेंगे पूरक आहार के लिए कुछ शाकाहारी खाना बनाने के तरीके।
02:35 सबसे पहला है कटहल के बीजों का दलिया।
02:39 इसे बनाने के लिए चाहिए कटहल के 15 से 20 बीज। एक छोटा केला या तो बड़े केले का आधा भाग।
02:48 नारियल का दूध या मां का दूध
02:50 और एक चम्मच दाने और बीजों का पाउडर
02:53 दलिया बनाने के लिए बीजों को अच्छे से धोएं।
02:58 फिर एक बर्तन में डालकर उसके ऊपर तक पानी डालें।
03:05 और प्रेशर कुकर में 5 से 6 सीटी लगवाएं।
03:09 बाद में बीज को प्लेट पर रखकर ठंडा होने दें।
03:15 फिर उनका बाहरी छिलका निकाल दें
03:20 और मिक्सर या सिलबट्टे पर डालकर घोट लें।
03:25 अलग से एक बर्तन में केले को चम्मच से घोट ले।
03:32 कटहल के बीजों और केले को मिलाकर फिर से घोटलें ।
03:37 उसमें 2 बड़े चम्मच नारियल का दूध या मां का दूध डालें।
03:41 और दाने और बीजों का पाउडर भी डालें।
03:45 फिर अच्छे से मिलाएं।
03:47 धीमी आंच पर 3 से 4 मिनट पकाएं।
03:52 कटहल के बीजों का दलिया तैयार है।
03:55 ये दलिया इन सभी से भरपूर है-

प्रोटीन

03:59 ओमेगा थ्री फैटी एसिड
04:02 पोटैशियम और फास्फोरस
04:06 अगला सीखेंगे कुलीथ और चौलाई के पत्ते का दलिया।
04:11 इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच कुलीथ का पाउडर

दो कप धुले हुए चौलाई के पत्ते

04:19 एक चौथाई कढ़ी पत्तों का पाउडर

आधा चम्मच घी

04:24 पहले कुलीथ को 7 से 8 घंटों के लिए पानी में भिगो लें।
04:31 फिर छलनी में डालकर अच्छे से धोएं,
04:37 सारा पानी निकलने के बाद एक साफ सूती कपड़े में बांधकर अंकुरित होने दें।
04:47 अंकुरित कुलीथ को धूप में एक या दो दिन सुखाएं।
04:52 बाद में धीमी आंच पर 8 से 10 मिनट तक भूने और ठंडा करें।
04:58 फिर पीसकर पाउडर बना लें। इस पूरे तरीके को माल्टिंग कहते हैं।
05:05 साथ साथ बर्तन में घी गरम करें।
05:09 और उसमें चौलाई के पत्ते डाल दें।
05:13 चार से पांच मिनट तक पकाएं, फिर ठंडा होने दें।
05:17 और मिक्सर या सिलबट्टे पर डालकर घोट लें।
05:22 अब दो बड़े चम्मच पानी कुलीथ के पाउडर में डालें।
05:28 अच्छे से मिलाएं ताकि गांठे न बनें।
05:32 फिर इसको छह से सात मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
05:37 अब घोटें हुए चौलाई के पत्ते इसमें डाल कर अच्छे से मिलाएं।
05:43 धीमी आंच पर दो से तीन मिनट तक फिर से पकाएं।
05:48 और कढ़ी पत्ते डालकर मिलाएं।
05:52 फिर आंच से उतार लें। कुलीथ और चौलाई के पत्तों का दलिया तैयार है।
05:59 इस दलिया में ये सभी हैं - प्रोटीन

ओमेगा थ्री फैटी एसिड कैल्शियम

06:05 फॉस्फोरस आयरन और पोटैशियम।
06:10 ध्यान दें कि आप अपने इलाके में मिलने वाली फलियां और हरी पत्तेदार सब्जियों से ये दलिया बना सकते हैं।
06:20 हमेशा फलियों के साथ साथ ज्वार,नाचनी, कोदरा और अनाज मिलाकर ही पकाएं।
06:31 इन सभी को इकट्ठे लेने से शिशु को पूरा प्रोटीन मिलता है।
06:35 आप शिशु के खाने में माल्टिंग किया हुआ अनाज का पाउडर या फिर ज्वार या नाचनी का पाउडर मिला सकते हैं।
06:42 आप दलिये में पका कर घुटा हुआ अंकुरित ज्वार या नाचनी भी मिला सकते हैं।
06:48 तीसरा हम सीखेंगे राजगिरा और लोबिया का दलिया।
06:53 इसके लिए चाहिए दो बड़े चम्मच माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर
06:59 दो बड़े चम्मच घुटा हुआ अंकुरित लोबिया और एक चौथाई सहजन के पत्तों का पाउडर
07:06 माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर बनाने का तरीका इसी ट्यूटोरियल के पहले भाग में बताया गया है।
07:17 फिर अंकुरित लोबिया को स्टील के बर्तन में डालकर प्रेशर कुकर में चार से पांच सीटी लगवाएं।
07:26 अब इस लोबिया को घोट लें।
07:30 फिर दो बड़े चम्मच माल्टिंग किया हुआ राजगिरा का पाउडर लें और जरूरत के जितना पानी मिलाएं।
07:38 अच्छे से मिलाएं ताकि गांठे न हों।
07:42 अब इसको धीमी आंच पर दो से तीन मिनट तक पकाएं और घोंटा हुआ लोबिया भी मिला लें।
07:52 अच्छे से मिला कर चार से पांच मिनट पकाएं, फिर आंच से उतार लें।
07:58 आखिर में एक चौथाई चम्मच सहजन के पत्तों का पाउडर इस दलिया में मिलाएं। राजगिरा लोबिया का दलिया तैयार है।
08:09 इस दलिया में ये सब भरपूर हैं।

प्रोटीन ओमेगा थ्री फैटी एसिड

08:17 फॉस्फोरस

मैगनीशियम

08:19 आयरन पोटैशियम और कैल्शियम।
08:24 आप इस दलिये को दो अलग अलग अंकुरित की हुई चीजों से भी बना सकते हैं जैसे नाचनी, जवार
08:32 मटकी, चना वगैरह।
08:37 चौथा हम सीखेंगे मेथी के पत्ते और फलियों का दलिया।
08:41 इसे बनाने के लिए चाहिए। 2 कप धुले और डंडी काटे हुए मेथी के पत्ते एक चम्मच घी।
08:49 2 बड़े चम्मच पिसा हुआ नारियल
08:52 और 2 बड़े चम्मच अंकुरित फलियों का पाउडर।
08:56 इस पाउडर को बनाने का तरीका इसी श्रृंखला के अन्य ट्यूटोरियल में बताया गया है। अब आगे बढ़ते हैं।
09:04 बर्तन में एक चम्मच घी गरम करें।
09:09 और मेथी के पत्ते डालकर दो से तीन मिनट पकाएं।
09:13 फिर किसी प्लेट पर डाल कर ठंडा कर लें।
09:18 मिक्सी या सिलबट्टे पर डालकर फिर घोंट लें।
09:23 और धीमी आंच पर 1 मिनट तक पकाएं। साथ में 2 बड़े चम्मच अंकुरित फलियों का पाउडर भी डालें।
09:31 अच्छे से मिलाएं ताकि गांठे न पड़ें।
09:34 जरूरत पड़े तो उबालकर ठंडा किया हुआ पानी डाल लें।
09:40 फिर इस मिश्रण में 2 बड़े चम्मच पिसा हुआ नारियल डालें।
09:44 याद रखें नारियल को पीसने के लिए ताजा घिसा हुआ नारियल ही लें और फिर पीसें।
09:51 मिश्रण को 7 से 8 मिनट धीमी आंच पर लगातार हिलाते हुए पकाएं।
09:58 मेथी के पत्ते और फलियों का दलिया तैयार हैं।
10:03 इस दलिये में ये सब भरपूर है-

प्रोटीन ओमेगा थ्री फैटी एसिड

10:10 फोलेट

आयरन

10:12 कैल्शियम

फॉस्फोरस

10:14 ज़िंक और पोटैशियम।
10:16 इसे बनाने के लिए सिर्फ अनाज या फिर अनाज के साथ ज्वार या नाचनी जैसा कुछ मिलाएं।
10:27 पांचवा सीखेंगे - घुटे हुए कोदरा और चना बनाने का तरीका।
10:32 हमें चाहिए : दो बड़े चम्मच कोदरा
10:35 दो बड़े चम्मच अंकुरित किया हुआ चना
10:38 3 बड़े चम्मच नारियल का दूध और एक चम्मच घी
10:43 एक स्टील के बर्तन में 2 बड़े चम्मच कोदरा लें।
10:48 फिर अच्छे से धोएं।

दोबारा उसमें 3 से 4 बड़े चम्मच पानी डालें।

10:55 फिर प्रेशर कूकर में 3 से 4 सीटी लगवाएं।
10:58 और चने को भी अलग से 4 से 5 सीटी लगवाएं।
11:04 फिर उसे घोंट लें।
11:07 स्टील के बर्तन में एक चम्मच घी डालें।
11:10 पका हुआ कोदरा, घोंटा हुआ चना और नारियल का दूध डालकर अच्छे से मिलाएं।
11:18 और 4 से 5 मिनट पकाएं। कोदरा के साथ घुटा हुआ चना तैयार है
11:27 इसमें ये सभी भरपूर हैं : प्रोटीन, आयरन
11:30 फॉस्फोरस

मैग्नीशियम

11:33 कैल्शियम और पोटैशियम
11:37 यह स्पोकन ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है। आईआईटी बॉम्बे से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूं हम से जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Bellatony911, Sakinashaikh