Difference between revisions of "Linux-Old/C2/Ubuntu-Desktop-10.10/Marathi"
From Script | Spoken-Tutorial
(Created page with '{| border=1 !Time !निवेदन |- |0.00 |उबंटू डेस्कटॉपवरील या स्पोकन ट्युटोरियलमध्ये …') |
Nancyvarkey (Talk | contribs) m (Nancyvarkey moved page Linux/C2/Ubuntu-Desktop/Marathi to Linux-Old/C2/Ubuntu-Desktop-10.10/Marathi without leaving a redirect) |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{| border=1 | {| border=1 | ||
− | + | |'''Time''' | |
− | + | |'''Narration''' | |
|- | |- | ||
− | | | + | |00:00 |
|उबंटू डेस्कटॉपवरील या स्पोकन ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत आहे. | |उबंटू डेस्कटॉपवरील या स्पोकन ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:04 |
|या ट्युटोरियलद्वारे आपण GNOME च्या पार्श्वभूमीवर उबंटू डेस्कटॉपचा परीचय करून घेऊया. | |या ट्युटोरियलद्वारे आपण GNOME च्या पार्श्वभूमीवर उबंटू डेस्कटॉपचा परीचय करून घेऊया. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:12 |
|यासाठी मी उबंटू १०.१० या version चा वापर करत आहे. | |यासाठी मी उबंटू १०.१० या version चा वापर करत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:19 |
|आता तुम्हाला उबंटूचा डेस्कटॉप दिसत आहे. | |आता तुम्हाला उबंटूचा डेस्कटॉप दिसत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:24 |
|तुम्हाला डावीकडे वरच्या बाजूला मेन मेन्यू दिसेल. | |तुम्हाला डावीकडे वरच्या बाजूला मेन मेन्यू दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:31 |
| तुम्ही Alt+F1 वापरून, किंवा ‘अप्लिकेशन’ मधील त्या पर्यायावर क्लिक करून तो उघडू शकता. | | तुम्ही Alt+F1 वापरून, किंवा ‘अप्लिकेशन’ मधील त्या पर्यायावर क्लिक करून तो उघडू शकता. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:40 |
|अप्लिकेशन मेनूमध्ये, पूर्वीच इन्स्टॉल असलेल्या सर्व अप्लिकेशन्सचे वर्गीकरण आहे | |अप्लिकेशन मेनूमध्ये, पूर्वीच इन्स्टॉल असलेल्या सर्व अप्लिकेशन्सचे वर्गीकरण आहे | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:48 |
|या अप्लिकेशन मेनू मधील काही महत्त्वाच्या अप्लिकेशन्सची ओळख करून घेऊ या. | |या अप्लिकेशन मेनू मधील काही महत्त्वाच्या अप्लिकेशन्सची ओळख करून घेऊ या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |00:55 |
|यासाठी अप्लिकेशन मधून अक्सेसरिजमध्ये व तेथून कॅल्क्युलेटर मध्ये जा. | |यासाठी अप्लिकेशन मधून अक्सेसरिजमध्ये व तेथून कॅल्क्युलेटर मध्ये जा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:04 |
|कॅल्क्युलेटर गणितीय, शास्त्रीय व आर्थिक आकडेमोड करण्यास उपयोगी पडतो. | |कॅल्क्युलेटर गणितीय, शास्त्रीय व आर्थिक आकडेमोड करण्यास उपयोगी पडतो. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:12 |
|'कॅल्क्युलेटर' या पर्यायावर क्लिक करा. | |'कॅल्क्युलेटर' या पर्यायावर क्लिक करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:18 |
|काही सोप्या आकडेमोडी करून बघूया. | |काही सोप्या आकडेमोडी करून बघूया. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:22 |
|५ (गुणिले) ८ असे टाईप करून नंतर ‘बरोबर’ या चिन्हाची कळ दाबा. | |५ (गुणिले) ८ असे टाईप करून नंतर ‘बरोबर’ या चिन्हाची कळ दाबा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:32 |
|‘बरोबर’ चिन्हाऐवजी तुम्ही एन्टर की दाबू शकता. | |‘बरोबर’ चिन्हाऐवजी तुम्ही एन्टर की दाबू शकता. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:39 |
|आता ‘क्लोज’ बटन दाबून कॅल्क्युलेटरमधून बाहेर पडा. | |आता ‘क्लोज’ बटन दाबून कॅल्क्युलेटरमधून बाहेर पडा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:46 |
|आता आपण आणखी एक अप्लिकेशन पाहू या. | |आता आपण आणखी एक अप्लिकेशन पाहू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:50 |
|त्यासाठी पुन्हा अप्लिकेशन्स मधून अक्सेसरिज मध्ये जा. | |त्यासाठी पुन्हा अप्लिकेशन्स मधून अक्सेसरिज मध्ये जा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |01:59 |
|अक्सेसरिजमधील ‘टेक्स्ट एडिटर’ उघडण्यासाठी, त्यावर क्लिक करा. | |अक्सेसरिजमधील ‘टेक्स्ट एडिटर’ उघडण्यासाठी, त्यावर क्लिक करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |02:09 |
|आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-एडिट हा टेक्स्ट एडिटर दिसत आहे. | |आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-एडिट हा टेक्स्ट एडिटर दिसत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |02:16 |
|आता मी इथे काही वाक्ये टाईप करून ती सेव्ह करते. हॅलो वर्ल्ड असे टाईप करा. | |आता मी इथे काही वाक्ये टाईप करून ती सेव्ह करते. हॅलो वर्ल्ड असे टाईप करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |02:28 |
|Ctrl आणि s वापरून अथवा ‘File’ मधील ‘Save’ वर क्लिक करून हे सेव्ह करता येईल. आपण फाईल मेनूमध्ये जाऊन हे सेव्ह करुया. | |Ctrl आणि s वापरून अथवा ‘File’ मधील ‘Save’ वर क्लिक करून हे सेव्ह करता येईल. आपण फाईल मेनूमध्ये जाऊन हे सेव्ह करुया. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |02:45 |
|आता एक छोटा ‘डायलॉग बॉक्स’ दिसेल. त्यात फाईलचे नाव व ती सेव्ह करण्याचे स्थान विचारले असेल. | |आता एक छोटा ‘डायलॉग बॉक्स’ दिसेल. त्यात फाईलचे नाव व ती सेव्ह करण्याचे स्थान विचारले असेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |02:56 |
|तर, आता मी Hello.txt असे नाव type करते व फाईल सेव्ह करण्यासाठी ‘Desktop’ पर्याय निवडून ‘Save’ हे बटन दाबते. | |तर, आता मी Hello.txt असे नाव type करते व फाईल सेव्ह करण्यासाठी ‘Desktop’ पर्याय निवडून ‘Save’ हे बटन दाबते. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:15 |
|आता जी-एडिट बंद करून आपली फाईल डेस्कटॉपवर सेव्ह झाली आहे का ते पाहू या. जी-एडिट बंद करा. | |आता जी-एडिट बंद करून आपली फाईल डेस्कटॉपवर सेव्ह झाली आहे का ते पाहू या. जी-एडिट बंद करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:24 |
|आता डेस्कटॉपवर तुम्हाला ‘Hello.txt’ ही फाईल दिसेल. | |आता डेस्कटॉपवर तुम्हाला ‘Hello.txt’ ही फाईल दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:30 |
|याचा अर्थ आपली टेक्स्ट फाईल व्यवस्थित सेव्ह झाली आहे. | |याचा अर्थ आपली टेक्स्ट फाईल व्यवस्थित सेव्ह झाली आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:35 |
|आता मी Double क्लिक करून ही फाईल उघडते. | |आता मी Double क्लिक करून ही फाईल उघडते. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:40 |
|वा! आपण लिहिलेल्या मजकुरासह आपली फाईल उघडली गेली आहे. | |वा! आपण लिहिलेल्या मजकुरासह आपली फाईल उघडली गेली आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:44 |
|इंटरनेटवर जी-एडिट टेक्स्ट एडिटरबद्दल बरीच माहिती उपलब्ध आहे. | |इंटरनेटवर जी-एडिट टेक्स्ट एडिटरबद्दल बरीच माहिती उपलब्ध आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |03:50 |
|या विषयावरचे स्पोकन ट्युटोरियल http://spoken-tutorial.org/ या लिंकवर मिळेल. | |या विषयावरचे स्पोकन ट्युटोरियल http://spoken-tutorial.org/ या लिंकवर मिळेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:00 |
|आता टेक्स्ट एडिटर बंद करून अॅक्सेसरिजमधील ‘Terminal’ हे अॅप्लिकेशन पाहू या. | |आता टेक्स्ट एडिटर बंद करून अॅक्सेसरिजमधील ‘Terminal’ हे अॅप्लिकेशन पाहू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:12 |
|पुन्हा एकदा अॅप्लिकेशन्समधील अॅक्सेसरिजमध्ये जाऊन, तिथून टर्मिनलमध्ये जाऊ या. | |पुन्हा एकदा अॅप्लिकेशन्समधील अॅक्सेसरिजमध्ये जाऊन, तिथून टर्मिनलमध्ये जाऊ या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:19 |
|टर्मिनलला कमांड लाईन असेही म्हटले जाते, कारण इथून तुम्ही कॉम्प्युटरला आज्ञा देऊ शकता. | |टर्मिनलला कमांड लाईन असेही म्हटले जाते, कारण इथून तुम्ही कॉम्प्युटरला आज्ञा देऊ शकता. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:25 |
|खरे तर टर्मिनल हे जी.य़ू.आय. पेक्षा अधिक प्रभावी आहे. | |खरे तर टर्मिनल हे जी.य़ू.आय. पेक्षा अधिक प्रभावी आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:30 |
|टर्मिनल म्ह्णजे काय हे समजण्यासाठी एखादी सोपी आज्ञा देऊन पाहू. | |टर्मिनल म्ह्णजे काय हे समजण्यासाठी एखादी सोपी आज्ञा देऊन पाहू. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:36 |
|त्यासाठी ‘ls’ टाईप करून एंटर दाबा. | |त्यासाठी ‘ls’ टाईप करून एंटर दाबा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:41 |
|यात Current डिरेक्टरीमधील सर्व फाईल्स आणि फोल्डर्सची यादी तयार झालेली तुम्हाला दिसेल. | |यात Current डिरेक्टरीमधील सर्व फाईल्स आणि फोल्डर्सची यादी तयार झालेली तुम्हाला दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:48 |
|त्यामुळे आता तुम्हाला होम फोल्डरमधील सर्व फाईल्स व फोल्डर्सची ही यादी दिसत आहे. | |त्यामुळे आता तुम्हाला होम फोल्डरमधील सर्व फाईल्स व फोल्डर्सची ही यादी दिसत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |04:55 |
|होम फोल्डर म्हणजे काय ते आपण याच ट्युटोरियलमध्ये पुढे पाहू या. | |होम फोल्डर म्हणजे काय ते आपण याच ट्युटोरियलमध्ये पुढे पाहू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:01 |
|आता आपण टर्मिनलमध्ये आणखी वेळ न घालवता पुढे जाऊया. http://spoken-tutorial.org/ या लिंकमधील लिनक्सवरील स्पोकन ट्युटोरियलमधे टर्मिनल कमांड्स विस्ताराने दिल्या आहेत. | |आता आपण टर्मिनलमध्ये आणखी वेळ न घालवता पुढे जाऊया. http://spoken-tutorial.org/ या लिंकमधील लिनक्सवरील स्पोकन ट्युटोरियलमधे टर्मिनल कमांड्स विस्ताराने दिल्या आहेत. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:17 |
|टर्मिनल बंद करा. | |टर्मिनल बंद करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:20 |
|आता पुढच्या अप्लिकेशनकडे म्हणजेच फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरकडे वळू या. | |आता पुढच्या अप्लिकेशनकडे म्हणजेच फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरकडे वळू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:27 |
|त्यासाठी अप्लिकेशन्समधून इंटरनेटमध्ये जा, व फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरवर क्लिक करा. | |त्यासाठी अप्लिकेशन्समधून इंटरनेटमध्ये जा, व फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरवर क्लिक करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:36 |
|'वर्ल्ड वाईड वेब’मध्ये पोहोचण्यास फायरफॉक्सचा उपयोग होतो. आता तुम्हाला फायरफॉक्स उघडलेले दिसेल. | |'वर्ल्ड वाईड वेब’मध्ये पोहोचण्यास फायरफॉक्सचा उपयोग होतो. आता तुम्हाला फायरफॉक्स उघडलेले दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:43 |
|आता आपण जी-मेलच्या site वर जाऊ या. त्यासाठी address bar वर जा किंवा F6 दाबा. आपण F6 दाबू या. | |आता आपण जी-मेलच्या site वर जाऊ या. त्यासाठी address bar वर जा किंवा F6 दाबा. आपण F6 दाबू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |05:53 |
|आता आपण address bar वर पोहोचलो आहोत. बॅकस्पेस ही की दाबल्याने address bar कोरा होईल. | |आता आपण address bar वर पोहोचलो आहोत. बॅकस्पेस ही की दाबल्याने address bar कोरा होईल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:00 |
|मी आता "www.gmail.com" टाईप करत आहे. | |मी आता "www.gmail.com" टाईप करत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:04 |
|टाईप करत असतानाच फायरफॉक्स काही पर्याय सुचवेल. | |टाईप करत असतानाच फायरफॉक्स काही पर्याय सुचवेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:09 |
|त्यापैकी एखादा पर्याय निवडा किंवा site addressपूर्ण टाईप करून एंटर दाबा. | |त्यापैकी एखादा पर्याय निवडा किंवा site addressपूर्ण टाईप करून एंटर दाबा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:15 |
|फायरफॉक्स एकतर तुम्हाला थेट वेबसाईटला जोडून देईल किंवा Login आणि Password विचारेल. | |फायरफॉक्स एकतर तुम्हाला थेट वेबसाईटला जोडून देईल किंवा Login आणि Password विचारेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:22 |
|आता User name आणि Password टाईप करून एंटर दाबा. | |आता User name आणि Password टाईप करून एंटर दाबा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:36 |
|आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-मेलचे पान दिसेल. ते बंद करून पुढे जाऊ या. | |आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-मेलचे पान दिसेल. ते बंद करून पुढे जाऊ या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:45 |
|आता अप्लिकेशन्स मधून ऑफिस मेनूमध्ये जाऊया. | |आता अप्लिकेशन्स मधून ऑफिस मेनूमध्ये जाऊया. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |06:53 |
|या ऑफिस मेनू मध्ये आपल्याला ‘ओपनऑफिस’ हा वर्ड-प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, आणि प्रेझेंटेशन दिसेल | |या ऑफिस मेनू मध्ये आपल्याला ‘ओपनऑफिस’ हा वर्ड-प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, आणि प्रेझेंटेशन दिसेल | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:03 |
|या विषयांवरची भरपूर माहिती इंटरनेटवर उपलब्ध आहे. | |या विषयांवरची भरपूर माहिती इंटरनेटवर उपलब्ध आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:07 |
|आपल्या वेबसाईटवरही या विषयांवरची स्पोकन ट्युटोरियल्स उपलब्ध आहेत. | |आपल्या वेबसाईटवरही या विषयांवरची स्पोकन ट्युटोरियल्स उपलब्ध आहेत. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:12 |
|आता साऊंड आणि व्हिडिओ मेनूमध्ये काय आहे ते पाहू या. त्यासाठी अप्लिकेशन्स मधून साऊंड and व्हिडिओमध्ये जा. | |आता साऊंड आणि व्हिडिओ मेनूमध्ये काय आहे ते पाहू या. त्यासाठी अप्लिकेशन्स मधून साऊंड and व्हिडिओमध्ये जा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:21 |
|यामधे मूव्ही-प्लेअर नावाचे एक application आहे. ते व्हिडीओ व गाणी दोन्हीसाठी वापरले जाते. मूव्ही-प्लेअर हे ओपन फॉरमॅट व्हिडीओ साठीचे सॉफ्टवेअर आहे. | |यामधे मूव्ही-प्लेअर नावाचे एक application आहे. ते व्हिडीओ व गाणी दोन्हीसाठी वापरले जाते. मूव्ही-प्लेअर हे ओपन फॉरमॅट व्हिडीओ साठीचे सॉफ्टवेअर आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:35 |
|आता मी माझ्या पेन-ड्राईव्हवरील एक नमुना फाईल दाखवते. मी माझा पेन-ड्राईव्ह यू.एस.बी. स्लॉटमध्ये घातला आहे. पेन-ड्राईव्ह वाचला जात आहे. | |आता मी माझ्या पेन-ड्राईव्हवरील एक नमुना फाईल दाखवते. मी माझा पेन-ड्राईव्ह यू.एस.बी. स्लॉटमध्ये घातला आहे. पेन-ड्राईव्ह वाचला जात आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:48 |
|तो न उघडल्यास, डेस्कटॉपवरूनही त्यात प्रवेश मिळवता येईल. | |तो न उघडल्यास, डेस्कटॉपवरूनही त्यात प्रवेश मिळवता येईल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |07:53 |
|डावीकडील खालच्या कोपऱ्यातील आयकॉनवर क्लिक करू या. त्यावर एकदा क्लिक केल्यास फक्त डेस्कटॉप दिसेल. पण पुन्हा क्लिक केल्यास सध्या ओपन असलेल्या फाईल्ससह डेस्कटॉप दिसेल. | |डावीकडील खालच्या कोपऱ्यातील आयकॉनवर क्लिक करू या. त्यावर एकदा क्लिक केल्यास फक्त डेस्कटॉप दिसेल. पण पुन्हा क्लिक केल्यास सध्या ओपन असलेल्या फाईल्ससह डेस्कटॉप दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |08:08 |
|’विंडोज-की’ आणि ‘डी’ एकत्र दाबूनसुद्धा आपण डेस्कटॉपवर जाऊ शकतो. तुम्हाला आठवत असेलच, उबंटूच्या जुन्या versions मधे डेस्कटॉप उघडण्यासाठी Clt+Alt+D याच कीज वापरल्या जात. User ने अशा प्रकारचे फरक हाताळण्याची सवय लावून घेणे आवश्यक आहे. आपण विंडॊज की आणि ‘डी’ एकत्र दाबू या. | |’विंडोज-की’ आणि ‘डी’ एकत्र दाबूनसुद्धा आपण डेस्कटॉपवर जाऊ शकतो. तुम्हाला आठवत असेलच, उबंटूच्या जुन्या versions मधे डेस्कटॉप उघडण्यासाठी Clt+Alt+D याच कीज वापरल्या जात. User ने अशा प्रकारचे फरक हाताळण्याची सवय लावून घेणे आवश्यक आहे. आपण विंडॊज की आणि ‘डी’ एकत्र दाबू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |08:37 |
|इथे तुम्हाला तुमचा पेन-ड्राईव्ह डेस्कटॉपवर आलेला दिसेल. | |इथे तुम्हाला तुमचा पेन-ड्राईव्ह डेस्कटॉपवर आलेला दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |08:42 |
|त्यावर डबल-क्लिक करून तो उघडू या. | |त्यावर डबल-क्लिक करून तो उघडू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |08:46 |
|आता मी तुम्हाला दाखविण्यासाठी ‘उबंटू ह्यूमॅनिटी डॉट ओजीव्ही’ ही व्हिडिओ फाईल निवडत आहे. | |आता मी तुम्हाला दाखविण्यासाठी ‘उबंटू ह्यूमॅनिटी डॉट ओजीव्ही’ ही व्हिडिओ फाईल निवडत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |08:57 |
|ही पहा माझी फाईल. आता ती उघडण्यासाठी मी त्यावर डबल-क्लिक करत आहे. | |ही पहा माझी फाईल. आता ती उघडण्यासाठी मी त्यावर डबल-क्लिक करत आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:09 |
|ती सामान्यतः मूव्ही-प्लेअर मध्ये चालू होते. सध्या आपण ती बंद करू या. | |ती सामान्यतः मूव्ही-प्लेअर मध्ये चालू होते. सध्या आपण ती बंद करू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:13 |
|आता या डेस्कटॉपवरील अन्य काही महत्त्वाच्या गोष्टी पाहू या. | |आता या डेस्कटॉपवरील अन्य काही महत्त्वाच्या गोष्टी पाहू या. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:18 |
|त्यासाठी यावेळी आपण ‘प्लेसेस’ मेनू मध्ये जाऊ या. इथे आपल्याला होम फोल्डर दिसेल. | |त्यासाठी यावेळी आपण ‘प्लेसेस’ मेनू मध्ये जाऊ या. इथे आपल्याला होम फोल्डर दिसेल. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:27 |
|तो उघडण्यासाठी होम फोल्डरवर क्लिक करा. | |तो उघडण्यासाठी होम फोल्डरवर क्लिक करा. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:29 |
|उबंटूमधे प्रत्येक User चा वेगळा फोल्डर असतो. | |उबंटूमधे प्रत्येक User चा वेगळा फोल्डर असतो. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:34 |
|होम फोल्डर हे जणू आपले घरच आहे. तिथे आपण आपल्या फाईल्स व फोल्डर्स store करू शकतो. | |होम फोल्डर हे जणू आपले घरच आहे. तिथे आपण आपल्या फाईल्स व फोल्डर्स store करू शकतो. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:42 |
|आपण परवानगी दिल्याशिवाय कोणीही तो बघू शकत नाही. ‘फाईल परमिशन’ बद्द्लची आणखी माहिती spoken-tutorial.org या लिंकवरील लिनक्स स्पोकन ट्युटोरियल्समधे उपलब्ध आहे. | |आपण परवानगी दिल्याशिवाय कोणीही तो बघू शकत नाही. ‘फाईल परमिशन’ बद्द्लची आणखी माहिती spoken-tutorial.org या लिंकवरील लिनक्स स्पोकन ट्युटोरियल्समधे उपलब्ध आहे. | ||
|- | |- | ||
− | | | + | |09:56 |
|आपल्या होम फोल्डरमधे आपल्याला डेस्कटॉप, डॉक्युमेंट्स, डाऊनलोड्स आणि व्हिडिओ इत्यादि फोल्डर्स दिसतील. | |आपल्या होम फोल्डरमधे आपल्याला डेस्कटॉप, डॉक्युमेंट्स, डाऊनलोड्स आणि व्हिडिओ इत्यादि फोल्डर्स दिसतील. | ||
|- | |- | ||
Line 266: | Line 266: | ||
|11:47 | |11:47 | ||
|या ट्युटोरियलचे भाषांतर मैत्रेयी जोशी यांनी केले असून आवाज .... यांनी दिलेला आहे. आम्ही आपला निरॊप घेतो, धन्यवाद! | |या ट्युटोरियलचे भाषांतर मैत्रेयी जोशी यांनी केले असून आवाज .... यांनी दिलेला आहे. आम्ही आपला निरॊप घेतो, धन्यवाद! | ||
− | | | + | |} |
Latest revision as of 11:16, 25 September 2019
Time | Narration |
00:00 | उबंटू डेस्कटॉपवरील या स्पोकन ट्युटोरियलमध्ये आपले स्वागत आहे. |
00:04 | या ट्युटोरियलद्वारे आपण GNOME च्या पार्श्वभूमीवर उबंटू डेस्कटॉपचा परीचय करून घेऊया. |
00:12 | यासाठी मी उबंटू १०.१० या version चा वापर करत आहे. |
00:19 | आता तुम्हाला उबंटूचा डेस्कटॉप दिसत आहे. |
00:24 | तुम्हाला डावीकडे वरच्या बाजूला मेन मेन्यू दिसेल. |
00:31 | तुम्ही Alt+F1 वापरून, किंवा ‘अप्लिकेशन’ मधील त्या पर्यायावर क्लिक करून तो उघडू शकता. |
00:40 | अप्लिकेशन मेनूमध्ये, पूर्वीच इन्स्टॉल असलेल्या सर्व अप्लिकेशन्सचे वर्गीकरण आहे |
00:48 | या अप्लिकेशन मेनू मधील काही महत्त्वाच्या अप्लिकेशन्सची ओळख करून घेऊ या. |
00:55 | यासाठी अप्लिकेशन मधून अक्सेसरिजमध्ये व तेथून कॅल्क्युलेटर मध्ये जा. |
01:04 | कॅल्क्युलेटर गणितीय, शास्त्रीय व आर्थिक आकडेमोड करण्यास उपयोगी पडतो. |
01:12 | 'कॅल्क्युलेटर' या पर्यायावर क्लिक करा. |
01:18 | काही सोप्या आकडेमोडी करून बघूया. |
01:22 | ५ (गुणिले) ८ असे टाईप करून नंतर ‘बरोबर’ या चिन्हाची कळ दाबा. |
01:32 | ‘बरोबर’ चिन्हाऐवजी तुम्ही एन्टर की दाबू शकता. |
01:39 | आता ‘क्लोज’ बटन दाबून कॅल्क्युलेटरमधून बाहेर पडा. |
01:46 | आता आपण आणखी एक अप्लिकेशन पाहू या. |
01:50 | त्यासाठी पुन्हा अप्लिकेशन्स मधून अक्सेसरिज मध्ये जा. |
01:59 | अक्सेसरिजमधील ‘टेक्स्ट एडिटर’ उघडण्यासाठी, त्यावर क्लिक करा. |
02:09 | आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-एडिट हा टेक्स्ट एडिटर दिसत आहे. |
02:16 | आता मी इथे काही वाक्ये टाईप करून ती सेव्ह करते. हॅलो वर्ल्ड असे टाईप करा. |
02:28 | Ctrl आणि s वापरून अथवा ‘File’ मधील ‘Save’ वर क्लिक करून हे सेव्ह करता येईल. आपण फाईल मेनूमध्ये जाऊन हे सेव्ह करुया. |
02:45 | आता एक छोटा ‘डायलॉग बॉक्स’ दिसेल. त्यात फाईलचे नाव व ती सेव्ह करण्याचे स्थान विचारले असेल. |
02:56 | तर, आता मी Hello.txt असे नाव type करते व फाईल सेव्ह करण्यासाठी ‘Desktop’ पर्याय निवडून ‘Save’ हे बटन दाबते. |
03:15 | आता जी-एडिट बंद करून आपली फाईल डेस्कटॉपवर सेव्ह झाली आहे का ते पाहू या. जी-एडिट बंद करा. |
03:24 | आता डेस्कटॉपवर तुम्हाला ‘Hello.txt’ ही फाईल दिसेल. |
03:30 | याचा अर्थ आपली टेक्स्ट फाईल व्यवस्थित सेव्ह झाली आहे. |
03:35 | आता मी Double क्लिक करून ही फाईल उघडते. |
03:40 | वा! आपण लिहिलेल्या मजकुरासह आपली फाईल उघडली गेली आहे. |
03:44 | इंटरनेटवर जी-एडिट टेक्स्ट एडिटरबद्दल बरीच माहिती उपलब्ध आहे. |
03:50 | या विषयावरचे स्पोकन ट्युटोरियल http://spoken-tutorial.org/ या लिंकवर मिळेल. |
04:00 | आता टेक्स्ट एडिटर बंद करून अॅक्सेसरिजमधील ‘Terminal’ हे अॅप्लिकेशन पाहू या. |
04:12 | पुन्हा एकदा अॅप्लिकेशन्समधील अॅक्सेसरिजमध्ये जाऊन, तिथून टर्मिनलमध्ये जाऊ या. |
04:19 | टर्मिनलला कमांड लाईन असेही म्हटले जाते, कारण इथून तुम्ही कॉम्प्युटरला आज्ञा देऊ शकता. |
04:25 | खरे तर टर्मिनल हे जी.य़ू.आय. पेक्षा अधिक प्रभावी आहे. |
04:30 | टर्मिनल म्ह्णजे काय हे समजण्यासाठी एखादी सोपी आज्ञा देऊन पाहू. |
04:36 | त्यासाठी ‘ls’ टाईप करून एंटर दाबा. |
04:41 | यात Current डिरेक्टरीमधील सर्व फाईल्स आणि फोल्डर्सची यादी तयार झालेली तुम्हाला दिसेल. |
04:48 | त्यामुळे आता तुम्हाला होम फोल्डरमधील सर्व फाईल्स व फोल्डर्सची ही यादी दिसत आहे. |
04:55 | होम फोल्डर म्हणजे काय ते आपण याच ट्युटोरियलमध्ये पुढे पाहू या. |
05:01 | आता आपण टर्मिनलमध्ये आणखी वेळ न घालवता पुढे जाऊया. http://spoken-tutorial.org/ या लिंकमधील लिनक्सवरील स्पोकन ट्युटोरियलमधे टर्मिनल कमांड्स विस्ताराने दिल्या आहेत. |
05:17 | टर्मिनल बंद करा. |
05:20 | आता पुढच्या अप्लिकेशनकडे म्हणजेच फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरकडे वळू या. |
05:27 | त्यासाठी अप्लिकेशन्समधून इंटरनेटमध्ये जा, व फायरफॉक्स वेब-ब्राऊझरवर क्लिक करा. |
05:36 | 'वर्ल्ड वाईड वेब’मध्ये पोहोचण्यास फायरफॉक्सचा उपयोग होतो. आता तुम्हाला फायरफॉक्स उघडलेले दिसेल. |
05:43 | आता आपण जी-मेलच्या site वर जाऊ या. त्यासाठी address bar वर जा किंवा F6 दाबा. आपण F6 दाबू या. |
05:53 | आता आपण address bar वर पोहोचलो आहोत. बॅकस्पेस ही की दाबल्याने address bar कोरा होईल. |
06:00 | मी आता "www.gmail.com" टाईप करत आहे. |
06:04 | टाईप करत असतानाच फायरफॉक्स काही पर्याय सुचवेल. |
06:09 | त्यापैकी एखादा पर्याय निवडा किंवा site addressपूर्ण टाईप करून एंटर दाबा. |
06:15 | फायरफॉक्स एकतर तुम्हाला थेट वेबसाईटला जोडून देईल किंवा Login आणि Password विचारेल. |
06:22 | आता User name आणि Password टाईप करून एंटर दाबा. |
06:36 | आता तुम्हाला स्क्रीनवर जी-मेलचे पान दिसेल. ते बंद करून पुढे जाऊ या. |
06:45 | आता अप्लिकेशन्स मधून ऑफिस मेनूमध्ये जाऊया. |
06:53 | या ऑफिस मेनू मध्ये आपल्याला ‘ओपनऑफिस’ हा वर्ड-प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, आणि प्रेझेंटेशन दिसेल |
07:03 | या विषयांवरची भरपूर माहिती इंटरनेटवर उपलब्ध आहे. |
07:07 | आपल्या वेबसाईटवरही या विषयांवरची स्पोकन ट्युटोरियल्स उपलब्ध आहेत. |
07:12 | आता साऊंड आणि व्हिडिओ मेनूमध्ये काय आहे ते पाहू या. त्यासाठी अप्लिकेशन्स मधून साऊंड and व्हिडिओमध्ये जा. |
07:21 | यामधे मूव्ही-प्लेअर नावाचे एक application आहे. ते व्हिडीओ व गाणी दोन्हीसाठी वापरले जाते. मूव्ही-प्लेअर हे ओपन फॉरमॅट व्हिडीओ साठीचे सॉफ्टवेअर आहे. |
07:35 | आता मी माझ्या पेन-ड्राईव्हवरील एक नमुना फाईल दाखवते. मी माझा पेन-ड्राईव्ह यू.एस.बी. स्लॉटमध्ये घातला आहे. पेन-ड्राईव्ह वाचला जात आहे. |
07:48 | तो न उघडल्यास, डेस्कटॉपवरूनही त्यात प्रवेश मिळवता येईल. |
07:53 | डावीकडील खालच्या कोपऱ्यातील आयकॉनवर क्लिक करू या. त्यावर एकदा क्लिक केल्यास फक्त डेस्कटॉप दिसेल. पण पुन्हा क्लिक केल्यास सध्या ओपन असलेल्या फाईल्ससह डेस्कटॉप दिसेल. |
08:08 | ’विंडोज-की’ आणि ‘डी’ एकत्र दाबूनसुद्धा आपण डेस्कटॉपवर जाऊ शकतो. तुम्हाला आठवत असेलच, उबंटूच्या जुन्या versions मधे डेस्कटॉप उघडण्यासाठी Clt+Alt+D याच कीज वापरल्या जात. User ने अशा प्रकारचे फरक हाताळण्याची सवय लावून घेणे आवश्यक आहे. आपण विंडॊज की आणि ‘डी’ एकत्र दाबू या. |
08:37 | इथे तुम्हाला तुमचा पेन-ड्राईव्ह डेस्कटॉपवर आलेला दिसेल. |
08:42 | त्यावर डबल-क्लिक करून तो उघडू या. |
08:46 | आता मी तुम्हाला दाखविण्यासाठी ‘उबंटू ह्यूमॅनिटी डॉट ओजीव्ही’ ही व्हिडिओ फाईल निवडत आहे. |
08:57 | ही पहा माझी फाईल. आता ती उघडण्यासाठी मी त्यावर डबल-क्लिक करत आहे. |
09:09 | ती सामान्यतः मूव्ही-प्लेअर मध्ये चालू होते. सध्या आपण ती बंद करू या. |
09:13 | आता या डेस्कटॉपवरील अन्य काही महत्त्वाच्या गोष्टी पाहू या. |
09:18 | त्यासाठी यावेळी आपण ‘प्लेसेस’ मेनू मध्ये जाऊ या. इथे आपल्याला होम फोल्डर दिसेल. |
09:27 | तो उघडण्यासाठी होम फोल्डरवर क्लिक करा. |
09:29 | उबंटूमधे प्रत्येक User चा वेगळा फोल्डर असतो. |
09:34 | होम फोल्डर हे जणू आपले घरच आहे. तिथे आपण आपल्या फाईल्स व फोल्डर्स store करू शकतो. |
09:42 | आपण परवानगी दिल्याशिवाय कोणीही तो बघू शकत नाही. ‘फाईल परमिशन’ बद्द्लची आणखी माहिती spoken-tutorial.org या लिंकवरील लिनक्स स्पोकन ट्युटोरियल्समधे उपलब्ध आहे. |
09:56 | आपल्या होम फोल्डरमधे आपल्याला डेस्कटॉप, डॉक्युमेंट्स, डाऊनलोड्स आणि व्हिडिओ इत्यादि फोल्डर्स दिसतील. |
10:08 | लिनक्स मध्ये प्रत्येक गोष्ट फाईलच्याच स्वरुपात पाहिली जाते. डेस्कटॉप फोल्डर उघडण्यासाठी त्यावर डबल क्लिक करू या. |
10:16 | ही पाहा, आपण टेक्स्ट एडिटर मधून सेव्ह केलेली ‘Hello.txt’ फाईल आपल्याला इथे दिसत आहे. |
10:25 | म्हणजेच हा फोल्डर आणि डेस्कटॉप हे दोन्ही एकच आहेत. आता मी हा फोल्डर बंद करत आहे. |
10:31 | डेस्कटॉपची एकच थीम बघून तुम्हाला कंटाळा आला असेल ना? चला, आपण ती थीम बदलू या. |
10:37 | त्यासाठी सिस्टिम मधून प्रेफ्ररन्सेस आणि तिथून अपिअरन्स मध्ये जा आणि तिथे क्लिक करा. |
10:44 | इथे थीम्स टॅबखाली आधीच इन्स्टॉल केलेल्या अनेक थीम्स आहेत. आपण त्यातील ‘क्लिअरलुक्स’ही थीम घेऊ. |
10:52 | तुम्ही त्यावर क्लिक केल्यावर, लगेच तुम्हाला तसे बदल झालेले दिसून येतील. |
10:58 | डावीकडे खाली कोपऱ्यात असणाऱ्या आयकॉनवर क्लिक करून तुम्हाला हे पाहता येईल. याच आयकॉनवर पुन्हा क्लिक करून परत फोल्डरमधे जाऊ या. |
11:10 | अशाप्रकारे यातील कोणतीही थीम निवडण्याची मजा तुम्हाला लुटता येईल. हवी ती थीम निवडा आणि मग बाहेर पडण्यासाठी ‘एक्झिट’ वर क्लिक करा. |
11:18 | याबरोबरच आपण आपल्या या ट्युटोरियलचा शेवट करु या. |
11:21 | आतापर्यंत या ट्युटोरियलमध्ये आपण उबंटू डेस्कटॉप, मेन मेनू आणि उबंटू स्क्रिनवर उपलब्ध असणारे अन्य सर्व आयकॉन्स यांची माहिती करुन घेतली. |
11:31 | "स्पोकन ट्युटोरियल प्रॉजेक्ट" हे "टॉक टू टीचर" या प्रॉजेक्टचा एक भाग आहे. यासाठी National Mission on Education through ICT, MHRD यांच्याकडून अर्थसहाय्य मिळालेले आहे. |
11:41 | याबाबतची आधिक माहिती या लिंकवर उपलब्ध आहे. |
11:47 | या ट्युटोरियलचे भाषांतर मैत्रेयी जोशी यांनी केले असून आवाज .... यांनी दिलेला आहे. आम्ही आपला निरॊप घेतो, धन्यवाद! |