Difference between revisions of "Health-and-Nutrition/C2/Laid-back-hold-for-breastfeeding/Hindi"
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| आईआईटी मुंबई से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूं। | | आईआईटी मुंबई से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूं। | ||
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Latest revision as of 17:55, 26 August 2020
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00:01 | टेक लगाकर स्तनपान कराने वाली पकड़ के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है। |
00:07 | इस ट्यूटोरियल में हम सीखेंगें – स्तनपान के लिए माँ और शिशु के लिए स्तन की सही पकड़ को चुनना। |
00:15 | स्तनपान से पहले माँ की तैयारी और टेक लगाकर स्तनपान कराने का तरीक़ा। |
00:22 | आइए शुरू करते हैं। |
00:24 | पूरी दुनिया में माँए कई तरीक़े से शिशुओं को स्तनपान कराती हैं। |
00:31 | जैसा कि एक पहले ट्यूटोरियल में बताया गया है – माँ और शिशु के लिए सबसे सही पकड़ वही है जिसमें - |
00:39 | माँ और शिशु दोनों को स्तनपान के पूरे समय आराम मिले। |
00:47 | माँ के स्तन से शिशु गहराई से जुड़े और उसे काफ़ी दूध मिले। |
00:55 | आइए एक ऐसी पकड़ सीखते हैं जिसमें माँ टेक लगाकर स्तनपान करा सकती है। |
01:00 | टेक लगाकर स्तनपान तभी सुझाया जाता है जब क्रॉस क्रेडल या क्रेडल पकड़ से शिशु का स्तन से गहरा जुड़ाव हो पाना मुश्किल हो। |
01:10 | या माँ को बड़े स्तन हों |
01:13 | या उसे कमर का दर्द हो |
01:16 | या वह थकी हुई हो। |
01:19 | याद रखें स्तनपान से पहले, माँ को अपने हाथ अच्छे से धोकर सुखाने चाहिए।
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01:27 | फिर उसे एक गिलास उबालकर ठंडा किया हुआ पानी पीना चाहिए। |
01:32 | स्तनपान कराती माँओं में तक़रीबन 750 से 850 मिलीलीटर दूध बनाता है।
इसीलिए, उन्हें रोज़ ज़्यादा पानी पीना चाहिए। |
01:44 | फिर, माँ को उस स्तन से कपड़ा हटाना चाहिए जिससे वह दूध पिलाएगी। |
01:50 | ध्यान दें कि अपने ब्लाउज़ या ब्रा का दबाव स्तन पर ना पड़े। |
01:55 | फिर, माँ को आराम से फ़र्श या फिर बिस्तर पर लेटना चाहिए। |
02:01 | उसके सिर, गर्दन और ऊपरी पीठ को तकियों का सहारा होना चाहिए। |
02:07 | अब माँ तैयार है, आइए सीखें शिशु को सही तरीक़े से कैसे पकड़ते हैं। |
02:13 | जिस स्तन से दूध पिलाना हो आप उसी तरफ़ के हाथ से शिशु को पकड़ें और |
02:20 | शिशु के सिर का निचला हिस्सा अपने दूसरे हाथ के अंगूठे और अंगुलियों से पकड़ें। |
02:27 | चित्र में दिखाई जाने वाली ये माँ अपने दाएँ स्तन से दूध पिलाएगी।
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02:32 | इसीलिए, उसने शिशु के शरीर को दाएँ हाथ से पकड़ा है। |
02:38 | उसने अपने बाएँ हाथ के अंगूठे और अंगुलियों से शिशु के सिर का निचला हिस्सा पकड़ा है। |
02:46 | अब हम शिशु के सिर को पकड़ने के लिए माँ की अंगुलियों एवं अंगूठे की सही स्थिति देखेंगे। |
02:54 | माँ का अँगूठा शिशु के एक कान के पीछे और उसकी अंगुलियाँ शिशु के दूसरे कान के पीछे होनी चाहिए। |
03:02 | उसे अँगूठा या अंगुलियाँ सिर से गर्दन पर नहीं लानी चाहिए। |
03:08 | उसे अपने हाथ से शिशु के सिर के नीचे दबाव नहीं डालना चाहिए
इससे शिशु आराम से स्तनपान कर पाएगा। |
03:20 | अगला हम सीखेंगें कि कैसे शिशु को शरीर को सही स्थिति में रखें। |
03:25 | शिशु को माँ के शरीर पर इस तरह रखें कि उसका पेट माँ के पेट पर हो |
03:32 | और उसका सिर माँ के स्तन के पास। |
03:38 | शिशु और स्तन में फ़ासला कम हो तो उसे स्तन तक पहुँचने में मदद मिलेगी। |
03:44 | और शिशु को स्तन से गहराई से जुड़ने में आसानी होगी। |
03:49 | दूसरी ख़ास बात है कि शिशु के शरीर को किस तरह पकड़ा गया है। |
03:56 | जब हम खाना खाते हैं तो हमेशा हमारा सिर, गर्दन और शरीर एक ही दिशा में होते हैं। |
04:05 | उसी तरह शिशु का सिर, गर्दन और शरीर स्तनपान कराते हुए एक ही दिशा में होने चाहिए। |
04:14 | इससे शिशु के लिए दूध निगलना आसान होगा। |
04:19 | याद रखें शिशु को माँ के शरीर पर किसी भी दिशा में रख सकते हैं पर ज़रूरी ये हैं कि उसके सामने के शरीर का पूरा भाग माँ के शरीर के सामने के पूरे भाग पर होना चाहिए |
04:32 | और वह स्तन तक आराम से पहुँच पाए। |
04:38 | अब शिशु के शरीर की स्थिति के बारे में तीसरी ध्यान रखने वाली बात करेंगें |
04:42 | जो है माँ को शिशु के पूरे शरीर को सहारा देना चाहिए। |
04:47 | नहीं तो शिशु को स्तन से गहराई से जुड़ने के लिए ज़्यादा कोशिश करनी पड़ेगी। |
04:54 | अब हम देखेंगे शिशु के नाक और ठोढ़ी की स्थिति। |
04:59 | शिशु की नाक हमेशा निप्पल के सीध में होनी चाहिए। |
05:04 | और ठोढ़ी आगे की तरफ़ स्तन के क़रीब। |
05:09 | इससे शिशु एरियोला के निचले हिस्से का ज़्यादा भाग मुँह से पकड़ पाएगा। |
05:16 | और अपने निचले जबड़े से अच्छे से ज़्यादा दूध पी पाएगा। |
05:21 | ध्यान दें - एरियोला निप्पल के आसपास का काला भाग है। |
05:27 | अब, शिशु टेक लगाकर स्तनपान वाली पकड़ की स्थिति में है और स्तनपान के लिए तैयार है। |
05:34 | इस पकड़ में, शिशु का क़ुदरती रूप से माँ के स्तन से गहरा जुड़ाव होता है। |
05:40 | शिशु का स्तन से गहरा जुड़ाव इसी शृंखला के अन्य ट्यूटोरियल में समझाया गया है। |
05:49 | जैसे ही शिशु का स्तन से गहरा जुड़ाव होता है – माँ उसके सिर के नीचे से अपना हाथ निकालकर दोनों हाथों से शिशु के शरीर को सहारा दे सकती है। |
06:02 | इस स्थिति में माँ आराम से टेक लगाकर स्तनपान करा सकती है। |
06:07 | अब यह ट्यूटोरियल यहीं समाप्त होता है। |
06:10 | आईआईटी मुंबई से मैं बेला टोनी आपसे विदा लेती हूं।
हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद। |