Difference between revisions of "Health-and-Nutrition/C2/Cross-cradle-hold/Marathi"
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− | + | |<center> Narration | |
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|नमस्कार मित्रानो, | |नमस्कार मित्रानो, | ||
− | स्तनपानासाठी | + | स्तनपानासाठी क्रॉस क्रेडल स्थिती या स्पोकन ट्युटोरिअल मध्ये आपले स्वागत आहे. |
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|00:07 | |00:07 | ||
− | |या ट्युटोरिअल मध्ये आपण आज शिकणार आहोत - आई व बाळासाठी योग्य | + | |या ट्युटोरिअल मध्ये आपण आज शिकणार आहोत - आई व बाळासाठी योग्य स्तनपानाची स्थिती निवडणे, |
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− | | क्रॉस क्रेडलची संपूर्ण कार्यपद्धती. | + | |क्रॉस क्रेडलची संपूर्ण कार्यपद्धती. |
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− | |जगभरात सर्व आई त्यांच्या बाळाला स्तनपान करत असताना विविध पद्धतीच्या | + | |जगभरात सर्व आई त्यांच्या बाळाला स्तनपान करत असताना विविध पद्धतीच्या स्थितींचा वापर करतात. |
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− | | आई व बाळासाठी सर्वोत्कृष्ठ स्थिती तीच आहे, ज्यामध्ये आई आणि बाळ दोघांसाठीही स्तनपान पूर्ण | + | |आई व बाळासाठी सर्वोत्कृष्ठ स्थिती तीच आहे, ज्यामध्ये आई आणि बाळ दोघांसाठीही स्तनपान पूर्ण होई पर्यंतचा काळ आरामदायक असेल, |
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− | |आज आपण स्तनपानाच्या क्रॉस | + | |आज आपण स्तनपानाच्या क्रॉस क्रेडल स्थिती बद्दल शिकू, |
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|00:56 | |00:56 | ||
− | | क्रॉस क्रेडल स्थिती | + | |क्रॉस क्रेडल स्थिती बाळाच्या शरीरावर नियंत्रण ठेवण्यासाठी, आईच्या स्तनाला योग्य रीतीने पकडण्यासाठी आणि बाळाला स्तनावर घट्ट पकड करण्यासाठी सर्वोत्कृष्ठ स्थिती आहे. |
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− | |मग तिने | + | |मग तिने उकळून थंड केलेले पाणी प्यावे. |
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|01:38 | |01:38 | ||
− | |किंवा खुर्चीवर बसावे पण तिचे पाय जमिनीला | + | |किंवा खुर्चीवर बसावे पण तिचे पाय जमिनीला टेकलेले असावेत. |
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|01:43 | |01:43 | ||
− | |जर खुर्ची इतक्या उंची वर असेल कि तिचे पाय फरशीवर टेकत नसतील तर, | + | |जर खुर्ची इतक्या उंची वर असेल कि तिचे पाय फरशीवर टेकत नसतील तर, ती एक छोटे टेबल किंवा उशी फरशीवर ठेवून त्यावर आपले पाय टेकवू शकते. |
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|02:13 | |02:13 | ||
− | |आईने ज्या | + | |आईने ज्या स्तनाने बाळाला स्तनपान करायचे आहे त्या स्तनावरुन कपडे काढावे. |
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|02:19 | |02:19 | ||
− | |आईने कपडे काढताना सुनिश्चित करावे | + | |आईने कपडे काढताना सुनिश्चित करावे कि तिच्या ब्लॉऊस किंवा ब्रा मुले स्तनांवर दबाव येऊ नये. |
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− | |या चित्रामध्ये, आई तिच्या बाळाला तिच्या उजव्या | + | |या चित्रामध्ये, आई तिच्या बाळाला तिच्या उजव्या स्तनाने स्तनपान करणार आहे, |
म्हणून बाळाचे पाय आईच्या डाव्या काखेमध्ये ठेवलेले आहेत. | म्हणून बाळाचे पाय आईच्या डाव्या काखेमध्ये ठेवलेले आहेत. | ||
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| 03:05 | | 03:05 | ||
− | |जर बाळाला वर उचलले असताना आईला अतिरिक्त आधाराची गरज लागल्यास ती बाळाखाली व | + | |जर बाळाला वर उचलले असताना आईला अतिरिक्त आधाराची गरज लागल्यास ती बाळाखाली व मांडीवर उशी घेऊ शकते. |
− | मांडीवर उशी घेऊ शकते. | + | |
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− | |आईचा अंगठा बाळाच्या एका कानामागे आणि बाकीची बोटे दुसऱ्या | + | |आईचा अंगठा बाळाच्या एका कानामागे आणि बाकीची बोटे दुसऱ्या कानामागे असावीत. |
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|04:43 | |04:43 | ||
− | |पण स्तनपान | + | |पण स्तनपान करणाऱ्या बऱ्याच आई बाळाला त्यांच्या पाठीवर झोपवून फक्त बाळाचे डोके स्तनांच्या बाजूस फिरवितात. |
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|05:05 | |05:05 | ||
− | |आता आपण बाळाला ठेवण्याच्या स्थिती मध्ये | + | |आता आपण बाळाला ठेवण्याच्या स्थिती मध्ये तिसऱ्या मुद्द्यावर आलो आहोत. |
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|05:28 | |05:28 | ||
− | |बाळाचे नाक आणि आईचे निप्पल | + | |बाळाचे नाक आणि आईचे निप्पल एका रेषेत असावेत. |
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|05:38 | |05:38 | ||
− | |यामुळे बाळ स्तनांशी पकड करत असताना | + | |यामुळे बाळ स्तनांशी पकड करत असताना एरिओलाचा खालचा भाग जास्त तोंडात घेईल. |
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|05:51 | |05:51 | ||
− | |कृपया लक्षात घ्या, | + | |कृपया लक्षात घ्या, एरिओला हा निप्प्लच्या आजूबाजूचा गडद भाग आहे. |
− | एरिओला निप्प्लच्या आजूबाजूचा गडद भाग आहे. | + | |
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|06:04 | |06:04 | ||
− | | | + | |दुसऱ्या हाताच्या बोटांचा वापर करून, आईने स्वतःच्या स्तनाला खालून U आकारात पकडावे. |
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|06:31 | |06:31 | ||
− | |आईने तिचा उजवा अंगठा या घड्याळावरील ९ या | + | |आईने तिचा उजवा अंगठा या घड्याळावरील ९ या अंकावर ठेवावा. |
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|08:12 | |08:12 | ||
− | |तसेच या चित्रात दाखविल्याप्रमाणे | + | |तसेच या चित्रात दाखविल्याप्रमाणे बाळासाठी, स्तनाला निप्पल पासून ३ बोटे अंतरावर पकडावे. |
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Line 335: | Line 332: | ||
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|08:35 | |08:35 | ||
− | |आई | + | |आई एरिओलाच्या खालील मोठ्या दुग्धनलिकांवर दबाव देते आणि अधिक दूध बाहेर येते. |
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|08:42 | |08:42 | ||
− | |आणि स्तनाला योग्य आकार मिळून बाळाला घट्ट पकड करण्यास | + | |आणि स्तनाला योग्य आकार मिळून बाळाला घट्ट पकड करण्यास मदत मिळते. |
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|08:49 | |08:49 | ||
− | |आईचा अंगठा | + | |आईचा अंगठा स्तनापासून ३ बोटे अंतरावर त्या बाजूस असावा जेथे बाळाचे नाक आहे. |
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|09:09 | |09:09 | ||
− | |चला पुन्हा आपण वडापाव किंवा | + | |चला पुन्हा आपण वडापाव किंवा बर्गरच्या उदाहरणाकडे जाऊया, |
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|09:34 | |09:34 | ||
− | |पण लक्षात ठेवा,आईने तिचे स्तन V आकारात दाबू नये. | + | |पण लक्षात ठेवा, आईने तिचे स्तन V आकारात दाबू नये. |
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|09:45 | |09:45 | ||
− | |हे सुद्धा | + | |हे सुद्धा सुनिश्चित करा कि अंगठा आणि बोटांमुळे स्तनावर एकसमान दबाव यावा. |
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|10:12 | |10:12 | ||
− | |आता बाळ क्रॉस क्रेडल | + | |आता बाळ क्रॉस क्रेडल स्थिती मध्ये आहे आणि बाळ स्तनपानासाठी स्तन तोंडात घेण्यास तयार आहे. |
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|10:46 | |10:46 | ||
− | |यामुळे तिला स्तनपान करताना आराम मिळेल | + | |यामुळे तिला स्तनपान करताना आराम मिळेल. |
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|मी रजनी सावंत, स्पोकन ट्युटोरिअल संघाची सदस्य आपला निरोप घेते. | |मी रजनी सावंत, स्पोकन ट्युटोरिअल संघाची सदस्य आपला निरोप घेते. | ||
सहभागासाठी धन्यवाद. | सहभागासाठी धन्यवाद. | ||
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Latest revision as of 10:32, 14 August 2020
Time | |
00:01 | नमस्कार मित्रानो,
स्तनपानासाठी क्रॉस क्रेडल स्थिती या स्पोकन ट्युटोरिअल मध्ये आपले स्वागत आहे. |
00:07 | या ट्युटोरिअल मध्ये आपण आज शिकणार आहोत - आई व बाळासाठी योग्य स्तनपानाची स्थिती निवडणे, |
00:16 | स्तनपानापूर्वी आईची तयारी आणि |
00:20 | क्रॉस क्रेडलची संपूर्ण कार्यपद्धती. |
00:24 | चला तर मग सुरुवात करूयात, |
00:26 | जगभरात सर्व आई त्यांच्या बाळाला स्तनपान करत असताना विविध पद्धतीच्या स्थितींचा वापर करतात. |
00:32 | आई व बाळासाठी सर्वोत्कृष्ठ स्थिती तीच आहे, ज्यामध्ये आई आणि बाळ दोघांसाठीही स्तनपान पूर्ण होई पर्यंतचा काळ आरामदायक असेल, |
00:43 | बाळ आईच्या स्तनाशी योग्य पकड करू शकेल, |
00:48 | आणि त्याला भरपूर दूध मिळू शकेल. |
00:51 | आज आपण स्तनपानाच्या क्रॉस क्रेडल स्थिती बद्दल शिकू, |
00:56 | क्रॉस क्रेडल स्थिती बाळाच्या शरीरावर नियंत्रण ठेवण्यासाठी, आईच्या स्तनाला योग्य रीतीने पकडण्यासाठी आणि बाळाला स्तनावर घट्ट पकड करण्यासाठी सर्वोत्कृष्ठ स्थिती आहे. |
01:06 | स्तनपान करण्यापूर्वी आईने स्वतःचे हात योग्यरीत्या स्वच्छ पाण्याने धुवावेत आणि सुकवावेत. |
01:12 | मग तिने उकळून थंड केलेले पाणी प्यावे. |
01:16 | स्तनपान करणाऱ्या आईच्या स्तनांमध्ये दररोज सर्वसाधारणपणे ७५०-८५० मिलिलिटर दूध बनते. |
01:24 | म्हणून त्यांनी पाण्याचे सेवन जास्त प्रमाणात करणे गरजेचे आहे. |
01:29 | चला तर आता आपण आईने स्तनपान करताना कसे बसावे यावर चर्चा करू. |
01:33 | आईने पलंगावर किंवा फरशीवर मांडी घालून बसावे, |
01:38 | किंवा खुर्चीवर बसावे पण तिचे पाय जमिनीला टेकलेले असावेत. |
01:43 | जर खुर्ची इतक्या उंची वर असेल कि तिचे पाय फरशीवर टेकत नसतील तर, ती एक छोटे टेबल किंवा उशी फरशीवर ठेवून त्यावर आपले पाय टेकवू शकते. |
01:54 | बसताना तिने पुढील गोष्टी सुनिश्चित कराव्यात-
बसताना तिची पाठ सरळ असावी जेणेकरून तिला पाठदुखी होणार नाही. |
02:03 | तिचे खांदे आरामशीर असावेत, वर केलेले किंवा झुकलेले नसावेत. |
02:08 | आणि हि आरामदायी स्थिती स्तनपान संपेपर्यंत अशीच ठेवावी. |
02:13 | आईने ज्या स्तनाने बाळाला स्तनपान करायचे आहे त्या स्तनावरुन कपडे काढावे. |
02:19 | आईने कपडे काढताना सुनिश्चित करावे कि तिच्या ब्लॉऊस किंवा ब्रा मुले स्तनांवर दबाव येऊ नये. |
02:26 | व्यवस्थित बसल्यानंतर बाळाला आई जवळ आणावे. |
02:31 | आईने बाळाचे डोके ती बाळाला स्तनपान करेल त्याच्या दुसऱ्या बाजूच्या हाताने पकडावे. |
02:39 | त्याच हाताच्या काखे मध्ये बाळाचे पाय ठेवलेले असावेत. |
02:45 | या चित्रामध्ये, आई तिच्या बाळाला तिच्या उजव्या स्तनाने स्तनपान करणार आहे,
म्हणून बाळाचे पाय आईच्या डाव्या काखेमध्ये ठेवलेले आहेत. |
02:57 | आणि तिने तिच्या डाव्या हाताचा अंगठा आणि बोटे यांचा वापर करून बाळाच्या डोक्याचा खालील भाग पकडला आहे. |
03:05 | जर बाळाला वर उचलले असताना आईला अतिरिक्त आधाराची गरज लागल्यास ती बाळाखाली व मांडीवर उशी घेऊ शकते. |
03:15 | लक्षात ठेवा, आईने तिचे खांदे झुकवून स्तनाला बाळाजवळ आणू नये. |
03:21 | हे तिच्यासाठी त्रासदायक ठरून तिला पाठदुखी होऊ शकते. |
03:26 | नेहमी तिने तिची पाठ सरळ ठेवावी आणि बाळाला वर उचलून स्तनापर्यंत आणावे. |
03:33 | पुढे आपण आईच्या अंगठ्याची आणि बोटांची योग्य स्थिती बघुयात. |
03:39 | आईचा अंगठा बाळाच्या एका कानामागे आणि बाकीची बोटे दुसऱ्या कानामागे असावीत. |
03:46 | तिने तिची बोटे व अंगठा बाळाच्या कानामागून हलवून मानेपर्यंत आणू नयेत. |
03:52 | तिचे मनगट बाळाच्या खान्द्यांमध्ये असावे. |
03:56 | आईने बाळाच्या डोक्याच्या मागच्या बाजूस हाताने दाबू नये. |
04:04 | यामुळे स्तनपान करताना बाळाला आराम मिळेल. |
04:08 | पुढे आपण शिकू, बाळाच्या शरीराला ठेवण्याची योग्य स्थिती. |
04:15 | आईच्या शरीरावर बाळाच्या पोटामुळे थोडासा दबाव पडला पाहिजे. |
04:20 | जेवढे त्या दोघांच्या शरीरातील अंतर कमी असेल तेवढे बाळाचे आईच्या स्तनापर्यंत जाण्याचे कष्ट कमी होतील. |
04:26 | आणि बाळाला आईच्या स्तनाशी पकड घट्ट करण्यास सोपे जाईल. |
04:32 | बाळाला ठेवण्याच्या स्थिती मध्ये दुसरा मुद्दा आहे, बाळाच्या शरीराची संरेखना. |
04:37 | जेव्हा आपण अन्न खातो, आपले डोके, मान आणि शरीर एका सरळ रेषेत असतात. |
04:43 | पण स्तनपान करणाऱ्या बऱ्याच आई बाळाला त्यांच्या पाठीवर झोपवून फक्त बाळाचे डोके स्तनांच्या बाजूस फिरवितात. |
04:50 | यामुळे स्तनपान करताना बाळाला त्रास होईल. |
04:55 | यामुळे स्तनपान करताना बाळाचे डोके, मान आणि शरीर नेहमी एका सरळ रेषेत असावेत. |
05:01 | यामुळे बाळाला दूध पिणे सोपे जाईल. |
05:05 | आता आपण बाळाला ठेवण्याच्या स्थिती मध्ये तिसऱ्या मुद्द्यावर आलो आहोत. |
05:10 | आईने बाळाच्या पूर्ण शरीराला आधार द्यावा. |
05:14 | नाहीतर बाळाला आईच्या स्तनाशी पकड घट्ट करण्यास खूप मेहनत घ्यावी लागेल. |
05:22 | पुढे आपण बाळाचे नाक आणि हनुवटी च्या स्थिती बद्दल बोलू. |
05:28 | बाळाचे नाक आणि आईचे निप्पल एका रेषेत असावेत. |
05:33 | आणि हनुवटी पुढच्या बाजूस आणि स्तनांच्या खूप जवळ असावी. |
05:38 | यामुळे बाळ स्तनांशी पकड करत असताना एरिओलाचा खालचा भाग जास्त तोंडात घेईल. |
05:45 | आणि म्हणून बाळ दूध पिण्यासाठी खालच्या जबड्याचा वापर करेल. |
05:51 | कृपया लक्षात घ्या, एरिओला हा निप्प्लच्या आजूबाजूचा गडद भाग आहे. |
05:57 | आता बाळाला योग्य स्थितीत ठेवल्यानंतर, चला आपण शिकूया, स्तनाला कसे पकडावे - |
06:04 | दुसऱ्या हाताच्या बोटांचा वापर करून, आईने स्वतःच्या स्तनाला खालून U आकारात पकडावे. |
06:12 | या चित्रामध्ये आई तिच्या उजव्या हाताने उजवे स्तन पकडेल. |
06:19 | अंगठा आणि बोटांची योग्य स्थिती समजून घेण्यासाठी -
कल्पना करा कि आईच्या उजव्या स्तनावर एक घड्याळ आहे ज्याच्या मध्यभागी निप्पल आहे. |
06:31 | आईने तिचा उजवा अंगठा या घड्याळावरील ९ या अंकावर ठेवावा. |
06:38 | आणि अंगठ्याच्या बाजूची दोन बोटे ३ या अंकावर ठेवावीत. |
06:46 | आईची बोटे आणि बाळाचे ओठ नेहमी एका दिशेत असावेत.
असे का, |
06:51 | हे समजून घेण्यासाठी आपण एक सोपे उदाहरण बघुयात, |
06:56 | जेव्हा आपण वडापाव किंवा बर्गर खातो आपण आपले ओठ आडवे उघडतो. |
07:02 | आपण वडापाव किंवा बर्गर आडवे पकडतो जेणेकरून आपण मोठा घास घेऊ शकू. |
07:08 | इथे आपली बोटे आणि ओठ एकाच दिशेत आहेत. |
07:12 | जर आपण वडापाव किंवा बर्गर लंबकार पकडले तर आपण मोठा घास घेऊ शकणार नाही. |
07:19 | तसेच इथे आपण बाळाच्या ओठांच्या दिशेकडे बघुयात. |
07:25 | इथे त्याचे ओठ लंबकार उघडलेले आहेत. म्हणून आईच्या बोटांना स्तनावर लंबकार ठेवणे गरजेचे आहे. |
07:34 | यामुळे बाळाला एरिओलाचा मोठा भाग तोंडात घेण्यास मदत मिळेल. |
07:39 | बाळाच्या ओठांच्या दिशेला असण्यासोबत -
आईचा अंगठा आणि बोटे नेहमी निप्पलपासून ३ बोटे अंतरावर असावीत. |
07:50 | पुन्हा, वडापाव किंवा बर्गर खाताना-
आपण खूप जवळ पकडले तर बोटांचा अडथळा येऊन आपण मोठा घास घेऊ शकणार नाही. |
08:00 | आणि जर आपण खूप दूर पकडले तर त्याचा आकार आपल्या तोंडात जाण्यासाठी अयोग्य असेल. |
08:07 | म्हणून आपण मोठा घास घेण्यासाठी ते योग्य अंतरावर पकडतो. |
08:12 | तसेच या चित्रात दाखविल्याप्रमाणे बाळासाठी, स्तनाला निप्पल पासून ३ बोटे अंतरावर पकडावे. |
08:20 | हे अंतर सुनिश्चित करेल कि, आईची बोटे अडथळा न आणून बाळाला एरिओलाचा मोठा भाग तोंडात घेता येईल. |
08:29 | आई फक्त निप्पलला दाबणार नाही ज्यापासून खूप कमी दूध मिळते. |
08:35 | आई एरिओलाच्या खालील मोठ्या दुग्धनलिकांवर दबाव देते आणि अधिक दूध बाहेर येते. |
08:42 | आणि स्तनाला योग्य आकार मिळून बाळाला घट्ट पकड करण्यास मदत मिळते. |
08:49 | आईचा अंगठा स्तनापासून ३ बोटे अंतरावर त्या बाजूस असावा जेथे बाळाचे नाक आहे. |
08:59 | आणि तिची दोन बोटे निप्पल पासून ३ बोटे अंतरावर त्या बाजूस असावीत जेथे बाळाची हनुवटी आहे. |
09:09 | चला पुन्हा आपण वडापाव किंवा बर्गरच्या उदाहरणाकडे जाऊया, |
09:13 | वडापाव किंवा बर्गर योग्यरीत्या पकडल्यानंतर आपण मोठा घास घेण्यासाठी त्यावर दबाव देतो. |
09:21 | तसेच आईने स्तनाला खालून U आकारात पकडून हळुवारपणे दबाव द्यावा. |
09:28 | यामुळे बाळाला स्तनाचा मोठा भाग तोंडात घेण्यास मदत मिळेल. |
09:34 | पण लक्षात ठेवा, आईने तिचे स्तन V आकारात दाबू नये. |
09:39 | v आकाराच्या दबावामुळे आईला वेदना होतील आणि बाळाला फक्त निप्पल मधून दूध मिळेल. |
09:45 | हे सुद्धा सुनिश्चित करा कि अंगठा आणि बोटांमुळे स्तनावर एकसमान दबाव यावा. |
09:52 | नाहीतर निप्पल उजव्या किंवा डाव्या बाजूस सरकून बाळाची पकड अयोग्यरीत्या होईल. |
10:00 | लक्षात ठेवा, कधीही स्तनावर दबाव पडून स्तनाला बाळाकडे आणू नये. |
10:08 | नेहमी बाळाला स्तनाकडे आणावे. |
10:12 | आता बाळ क्रॉस क्रेडल स्थिती मध्ये आहे आणि बाळ स्तनपानासाठी स्तन तोंडात घेण्यास तयार आहे. |
10:18 | स्तनाशी पकड करण्याची योग्य पद्धत याच सिरीज मधील दुसऱ्या ट्युटोरिअल मध्ये सांगितली आहे. |
10:24 | एकदा बाळाची आईच्या स्तनाशी योग्यरीत्या पकड झाली आणि स्तन खूप जड नसतील तेव्हा आईने स्तनावरील तिचे हात काढावेत आणि बाळाच्या शरीराखाली आधार देण्यासाठी आणावेत. |
10:40 | या स्थितीमध्ये आईने तिचे दोन्ही हात तिच्या शरीराच्या खूप जवळ आणावेत, |
10:46 | यामुळे तिला स्तनपान करताना आराम मिळेल. |
10:50 | चला तर आपण या ट्युटोरिअलच्या शेवटी पोहोचलो आहोत. |
10:54 | मी रजनी सावंत, स्पोकन ट्युटोरिअल संघाची सदस्य आपला निरोप घेते.
सहभागासाठी धन्यवाद. |