Difference between revisions of "ExpEYES/C3/Steady-state-response-of-circuits/Hindi"

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Latest revision as of 17:56, 1 March 2017

Time Narration
00:01 नमस्कार, 'Steady State Response of Circuits' पर इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:07 इस ट्यूटोरियल में हम निम्न करना सीखेंगे:

'RC, RL' और 'LCR' सर्किट्स में 'AC phase shift' 'Phase shift' वैल्यूज़ की गणना करना और अपने परीक्षणों के लिए 'सर्किट डायग्राम्स' दिखाना।

00:24 यहाँ मैं उपयोग कर रही हूँ:

'ExpEYES' वर्जन 3.1.0 'Ubuntu Linux OS' वर्जन 14.10.

00:34 इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको निम्न के साथ परिचित होना चाहिए:

बुनियादी भौतिकी 'ExpEYES Junior' इंटरफ़ेस यदि नहीं तो सम्बंधित 'ExpEYES' ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ।

00:50 पहले 'सर्किट' का 'Steady state response' परिभाषित करते हैं।
00:55 'Steady state response' निरिक्षण का वह समय है जब सर्किट साम्यावस्था यानि (ईक्वलिब्रीअम) की स्थिति में होता है।
01:02 अब हम 'phase shift' परिभाषित करेंगे। 'Phase shift' वेवफॉर्म के 'phase' में सापेक्षिक (relative) बदलाव होता है।
01:10 अब हम 'RC' सर्किट में 'AC phase shift का अध्ययन करते हैं।
01:14 इस परिक्षण में हम सर्किट में वोल्टेज परिवर्तन और 'phase shift' को मापेंगे।
01:20 यह परिक्षण करने के लिए 'A1', 'SINE' से जोड़ा गया है।

'1uF'(one 'micro farad') ' संधारित्र' 'SINE' और 'A2' के बीच जोड़ा गया है। '1K' प्रतिरोधक 'A2' और ग्राउंड '(GND)' के बीच जोड़ा गया है।

01:36 यह सर्किट डायग्राम है।
01:40 अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं।
01:44 'प्लॉट विंडो' में 'A1' पर क्लिक करें और 'CH1' तक खींचें।

'A1' 'CH1' को निर्दिष्ट किया गया है।

01:54 'A2' पर क्लिक करें और 'CH2' तक खींचें।

'A2' 'CH2' को निर्दिष्ट किया गया है।

02:02 'Sine' वेव्स को प्राप्त करने के लिए 'mSec/div' स्लाइडर को खिसकाएँ।
02:08 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें।'Study of AC circuits' चुनें।
02:14 'Study of AC Circuits' और 'Schematic' विंडो खुलती है। 'Schematic' विंडो 'सर्किट डायग्राम' दिखाती है।
02:24 'Study of AC Circuits' विंडो भिन्न-भिन्न वोल्टेजों के साथ तीन वक्र दिखाती है।
02:30 'काला' वक्र 'A1' पर एप्लाइड वोल्टेज है।
02:35 'लाल' वक्र 'प्रतिरोधक' पर वोल्टेज है।
02:39 'नीला' वक्र 'संधारित्र' पर वोल्टेज है।
02:44 विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं।
02:49 प्लॉट में 'धनात्मक X-अक्ष' 'प्रतिरोधक' पर 'वोल्टेज' दिखाता है।
02:56 'धनात्मक Y-अक्ष' 'प्रेरित्र' (इंडक्टर) पर वोल्टेज दिखाता है।
03:02 ऋणात्मक Y-अक्ष' 'संधारित्र' पर वोल्टेज दिखाता है।
03:08 तरंगों की आवृत्ति '149.4Hz' है।

'A1' पर कुल वोल्टेज '3.54V' है।

'A2' पर, 'R' पर वोल्टेज '2.50V' है।

'A1-A2' पर वोल्टेज '2.43V' है।

'Phase Shift' '43.1 deg' है।

03:34 'कैलक्यूलेटर' 'आवृत्ति, प्रतिरोध, धारिता' और 'प्रेरकत्व' की डिफ़ॉल्ट वैल्यू दिखाता है।
03:44 'आवृत्ति' की वैल्यू को बदलकर '149.4Hz' और 'प्रेरित्र' की वैल्यू को बदलकर '0 mH (zero milli henry)' करें।
03:53 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें।
03:59 'XC, XL' और 'phase angle' की वैल्यूज़ दिखती हैं। 'XC' और 'XL' 'धारिता' और 'प्रेरकत्व' की 'Impedances' यानि प्रतिबाधायें हैं।
04:11 'Dphi' 'phase shift' है। कैल्क्युलेटिड 'Phase shift' '46.8 degrees' है।
04:20 अब निम्न फॉर्मूला उपयोग करके हम फेस शिफ़्ट की गणना कर सकते हैं: 'Φ (Phase shift) = arctan(XC/XR)' जहाँ 'XC=1/2πfC' है।

यहाँ 'f' हर्ट्ज़ में आवृत्ति है, 'C' फैरड में 'धारिता' है।फेस शिफ़्ट की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '46.81 deg' है।

04:48 अब हम 'RL सर्किट' में 'AC phase shift' का अध्ययन करेंगे।
04:52 इस परिक्षण में हम 'फेज़ शिफ़्ट' मापेंगे जब 'संधारित्र' को 'प्रेरित्र' से बदला जाता है।
04:59 यह परिक्षण करने के लिए 'A1', 'SINE' से जोड़ा गया है।

3000 घेरों वाली कॉइल 'SINE' और 'A2' के बीच जोड़ी गयी है।

05:11 '560 Ohm' का प्रतिरोधक 'A2' और 'GND' के बीच जोड़ा गया है।यह सर्किट डायग्राम है।
05:20 अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं।
05:24 दो 'sine' वेव्स बनती हैं।
05:27 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें, 'Study of AC circuits' चुनें। 'Study of AC circuits' विंडो खुलती है।
05:38 विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं।
05:43 आप देख सकते हैं कि 'फेज़ शिफ़्ट' '-2.7 deg' है।आवृत्ति और वोल्टज की वैल्यूज़ पर ध्यान दें।
05:53 निम्न वैल्यू बदलें:

'आवृत्ति' को '149.4Hz(hertz)' 'प्रतिरोध' को '1360 Ohm' 'धारिता' को '0 uF(micro farad)' और 'प्रेरकत्व' को '78 mH (milli henry)'.

06:11 वैल्यूज़ को देखने के लिए 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें। कैल्क्युलेटिड 'फेस शिफ़्ट' -3.1 deg' (minus 3.1 degree) है।
06:23 अब फॉर्मूला उपयोग करके 'फेज़ शिफ़्ट' की वैल्यू की गणना करते हैं।
06:27 'Phase shift (Φ) = arctan(XL/XR)', जहाँ 'XL=2πfL'. यहाँ 'L' 'प्रेरकत्व' है।
06:41 बाहरी प्रतिरोध वैल्यू '560 Ohm' और कॉइल का प्रतिरोध '800 Ohm' है। कुल प्रतिरोध =( 560 Ohm + 800 Ohm)= 1360 Ohm

'फेज़ शिफ़्ट' की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '3.08degrees' है।

07:05 अब 'LCR सर्किट' में 'AC phase shift' का अध्ययन करेंगे।
07:10 हम फेज़ शिफ़्ट मापेंगे जब प्रेरित्र और संधारित्र सर्किट में जुड़े हुए हैं।
07:17 इस परिक्षण को करने के लिए 'SINE' 'A1' से जोड़ा गया है।
07:21 कॉइल और '1 uF(1 micro farad)' संधारित्र 'A1' और 'A2' के बीच जोड़े गए हैं।
07:28 '1K' प्रतिरोधक 'A2' और ग्राउंड '(GND)' के बीच जोड़ा गया है। यह सर्किट डायग्राम है।
07:36 अब 'प्लॉट विंडो' पर परिणाम देखते हैं।
07:39 दो 'sine' वेव्स 'फेज़ शिफ़्ट' के साथ बनती हैं।
07:43 'EXPERIMENTS' बटन पर क्लिक करें, 'Study of AC Circuits' चुनें।
07:50 'Study of AC Circuits' और 'Schematic' विंडो खुलती हैं। 'Schematic' विंडो सर्किट डायग्राम दिखाती है।
07:59 'Study of AC Circuits' विंडो भिन्न-भिन्न वोल्टेजों के साथ तीन 'sine' वेव्स दिखाती है।
08:06 विंडो के दायीं तरफ हम 'Phasor plot' देख सकते हैं।
08:11 वेव्स की आवृत्ति '149.4Hz' है, 'A1' पर कुल वोल्टेज '3.53V' है, 'A2' पर 'R' में वोल्टेज '2.50V' है।

'A1-A2' पर 'LC' का वोल्टेज '2.42V' है।

08:33 फेज़ शिफ़्ट '43.1 deg'(डिग्री) है।
08:37 निम्न की वैल्यू बदलें:

आवृत्ति को '149.4Hz' और प्रेरकत्व को '78mH (milli Henry)'.

08:48 वैल्यूज़ को देखने के लिए 'Calculate XL, XC and Angle' बटन पर क्लिक करें।कैल्क्युलेटिड फेज़ शिफ़्ट वैल्यू '44.8 deg' है।
09:00 अब फॉर्मूला उपयोग करके 'फेज़ शिफ़्ट' वैल्यू की गणना करते हैं।
09:04 'Phase shift Φ = arctan(XC – XL/XR)'.
09:10 बाहरी प्रतिरोध की वैल्यू '1000 Ohm' है। 'फेज़ शिफ़्ट' की कैल्क्युलेटिड वैल्यू '44.77 degrees' है।
09:20 इसे सारांशित करते हैं।
09:22 इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न करना सीखा-

'RC, RL' और 'LCR' सर्किट्स में AC फेज़ शिफ़्ट और फेज शिफ़्ट वैल्यूज़ की गणना की।

09:33 एक नियत कार्य में प्रतिरोध और धारिता की विभिन्न वैल्यूज़ उपयोग करके RL और LCR सर्किट्स के AC फेज़ शिफ़्ट का अध्ययन करें।
09:44 यह वीडिओ स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं।
09:52 हम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उयोग करके कार्यशालाएं चलाते हैं और प्रमाणपत्र देते हैं। कृपया हमसे संपर्क करें।
09:59 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट भारत सरकार के MHRD के NMEICT द्वारा निधिबद्ध है।
10:06 आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Pratik kamble, Shruti arya