Difference between revisions of "Digital-Divide/C2/Getting-to-know-computers/Hindi"

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Latest revision as of 12:39, 2 March 2017

Time Narration
00:01 Getting to know Computers के स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:06 इस ट्यूटोरियल में हम 'कम्प्यूटर' के अनेक भागों के बारे में सीखेंगे
00:11 हम अनेक भागों को जोड़ना भी सीखेंगे।
00:15 सामान्यतः दो प्रकार के 'कम्प्यूटर्स' होते हैं-
00:18 'डेस्कटॉप' या 'व्यक्तिगत कंप्यूटर' और 'लैपटॉप'
00:23 आजकल 'टैबलेट PCs' या 'टैब्स', भी बहुत लोकप्रिय हैं।
00:31 कंप्यूटर के कार्य
00:33 एक 'कंप्यूटर' अपने आकार के निरपेक्ष पाँच प्रमुख कार्यों को कार्यान्वित करता है।
00:40 यह 'इनपुट' के माध्यम से 'डेटा' या 'निर्देशों' को स्वीकार करता है।
00:45 यह यूज़र की आवश्यकता के अनुसार 'डेटा' को संसाधित करता है।
00:50 यह 'डेटा' को संचित करता है।
00:52 यह 'आउटपुट' के रूप में परिणाम देता है।
00:56 यह 'कम्प्यूटर' के अंदर सारे 'ऑपरेशंस' नियंत्रित करता है।
01:01 'कम्प्यूटर' की बेसिक आर्गेनाईज़ेशन यानि मूलभूत रचना इस ब्लॉक डायग्राम में दर्शायी गयी है।
01:08 'इनपुट यूनिट' 'सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट'
01:11 'आउटपुट यूनिट'
01:14 'इनपुट यूनिट,' 'डेटा' और 'प्रोग्राम' को 'कंप्यूटर' में व्यवस्थित ढंग से प्रविष्ट करने में मदद करता है।
01:23 'कीबोर्ड, माउस, कैमरा, और स्कैनर' कुछ 'इनपुट उपकरण' हैं।
01:31 'सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट'
01:33 'ऑपरेशंस' जैसे 'अरिथ्मैटिक' और 'लॉजिकल' ऑपरेशंस क्रियान्वित करता है और
01:38 'डेटा' और 'निर्देशों' को संचित करता है।
01:41 विशिष्ट रूप से, 'सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट' या 'CPU' इस प्रकार का दिखता है।
01:48 इसमें यूनिट के आगे और पीछे बहुत से 'पोर्ट्स' होते हैं।
01:53 हम थोड़ी देर में उनके बारे में सीखेंगे।
01:57 यह 'डेटा' और 'निर्देश' लेता है उन्हें संसाधित करता है और 'आउटपुट' या परिणाम देता है।
02:05 'ऑपरेशंस' को क्रियान्वित करने को 'प्रोसेसिंग' कहते हैं।
02:11 फिर 'डेटा' और 'निर्देशों' के साथ 'आउटपुट' 'स्टोरेज यूनिट' में संचित किया जाता है।
02:18 यूनिट जो डेटा से परिणाम उत्पादन की प्रक्रिया का समर्थन करती है, उसे 'आउटपुट' यूनिट' कहते हैं।
02:26 'मॉनिटर' और 'प्रिंटर' कुछ 'आउटपुट उपकरण' हैं।
02:33 सामान्यतः, एक 'डेस्कटॉप कंप्यूटर' 4 मुख्य भाग रखता है।
02:38 'मॉनिटर' 'CPU'
02:40 'कीबोर्ड' और 'माउस'
02:43 'कैमरा, प्रिंटर और स्कैनर' भी कंप्यूटर से जोड़े जा सकते हैं।
02:50 यह 'मॉनिटर' या 'कंप्यूटर स्क्रीन' है जैसा हम इसे कहते हैं।
02:55 यह 'TV स्क्रीन' की तरह दिखाई देता है।
02:57 यह 'कंप्यूटर की 'visual डिस्प्ले यूनिट' है।
03:02 यह 'कंप्यूटर के यूज़र इंटरफ़ेस' को दर्शाता है।
03:05 * कीबोर्ड और माउस प्रयोग करके, आप अनेक 'प्रोग्राम' खोलकर 'कंप्यूटर' के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं।
03:13 'कीबोर्ड', 'कंप्यूटर' में टेक्स्ट, कैरेक्टर्स और अन्य कमांड्स को प्रविष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
03:21 यह 'कंप्यूटर माउस' है।
03:24 विशिष्ट रूप से, इसमें दो क्लिक होने वाले बटन और उनके बीच में एक 'स्क्रोल' बटन है।
03:31 'बांया माउस बटन' दबाकर बहुत सी प्रक्रियाएं सक्रीय होती हैं।
03:35 'दांया माउस बटन' दबाकर गैर मानक प्रक्रियाएं जैसे शॉर्टकट्स सक्रीय होते हैं।
03:43 'माउस व्हील', 'स्क्रोल बटन' घुमाकर स्क्रोल ऊपर और नीचे करने में उपयोग होता है।
03:49 कंप्यूटर माउस', 'कीबोर्ड' के आलावा 'कंप्यूटर' से इंटरैक्ट करने का एक वैकल्पिक रूप है।
03:57 अब, 'CPU' के अनेक भाग देखते हैं।
04:02 'CPU' के आगे एक मुख्य बटन है जो 'पॉवर ऑन (POWER ON)' स्विच है।
04:08 'कम्प्यूटर' खोलने के लिए, इस स्विच को दबाने की ज़रुरत है।
04:14 एक 'रीसेट (reset)' बटन भी होता है जो ज़रुरत पड़ने पर 'कंप्यूटर' को दोबारा चलाने में सहायक होता है।
04:21 आगे की तरफ आप दो या अधिक 'USB पोर्ट्स' और एक 'DVD/CD-ROM रीडर-राइटर' भी देखेंगे।
04:30 'USB पोर्ट्स' कंप्यूटर में 'पेन-ड्राइव्स' लगाने में उपयोग होते हैं।
04:35 और DVD/CD-ROM रीडर-राइटर' एक 'CD' या 'DVD' को रीड या राइट करने के लिए उपयोग होता है।
04:43 अब 'कंप्यूटर' के पीछे देखते हैं।
04:48 पीछे के पोर्ट्स, 'कंप्यूटर' के अन्य उपकरणों को 'CPU' से जोड़ने में उपयोग होते हैं।
04:55 यह 'केबल्स' उपयोग करके होता है।
04:58 'CPU' के अंदर बहुत से भाग हैं।
05:02 जब 'कंप्यूटर' चलता है, तो सारे भाग कार्य करते हैं और गर्म होते हैं।
05:08 पीछे के पंखे भागों को ठंडा करने के लिए हवा का प्रवाह देते हैं।
05:14 अन्यथा, ज़्यादा गर्म होने से 'CPU' को नुकसान हो सकता है, प्रायः 'डेटा' की क्षति भी हो सकती है।
05:21 यह 'केस कूलिंग फैन' है।
05:23 यह 'CPU' को सामान्य तापमान पर रखता है और ज़्यादा गर्म होने से बचाता है।
05:30 'पॉवर सप्लाई यूनिट' को 'PSU' भी कहते हैं, यह कंप्यूटर को पॉवर देता है।
05:37 अब, अनेक भागों को 'CPU' से जोड़ना सीखते हैं।
05:42 सारे भागों को दर्शाये गए, की तरह टेबल पर रखें।
05:46 सारे केबल्स को दर्शाये अनुसार टेबल पर रखें।
05:51 पहले, 'मॉनिटर' को 'CPU' से जोड़ते हैं।
05:55 'पॉवर केबल' को दर्शाये अनुसार 'मॉनिटर' से जोड़ें।
06:00 अब, दूसरे सिरे को 'पॉवर सप्लाई सॉकेट' से जोड़ें।
06:04 यह 'CPU' का 'पॉवर केबल' है।
06:08 इसे दर्शाये अनुसार 'CPU' से जोड़ें।
06:11 फिर, इसे 'पॉवर सप्लाई सॉकेट' से जोड़ें।
06:14 आगे, दिखाए गए की तरह 'कीबोर्ड केबल' को 'CPU' से जोड़ें।
06:19 'कीबोर्ड' का 'पोर्ट' आम-तौर पर 'पर्पल' रंग का होता है।
06:23 आप माउस को 'हरे' रंग के पोर्ट से जोड़ सकते हैं।
06:28 वैकल्पिक रूप से, आप 'USB कीबोर्ड' और 'माउस' को किसी भी 'USB पोर्ट' से जोड़ सकते हैं।
06:35 बाकी के USB पोर्ट्स' 'पेन ड्राइव्स, हार्ड ड्राइव्स' आदि को जोड़ने के लिए उपयोग किये जा सकते हैं।
06:42 यह LAN केबल' है।
06:44 और यह LAN पोर्ट' है।
06:46 यह 'वायर्ड कनेक्शन' है जो 'कंप्यूटर' को 'नेटवर्क' से जोड़ने की अनुमति देता है।
06:52 'LAN केबल' का दूसरा सिरा 'modem या wi-fi राऊटर' से जोड़ते हैं।
06:58 आप 'wi-fi कनेक्शंस' को कॉन्फ़िगर या स्थापित करने के बारे में अन्य ट्यूटोरियल में सीखेंगे।
07:03 जब 'LAN पोर्ट' सक्रीय होता है और गतिविधि प्राप्त करता है तो 'LED लाइट' टिमटिमाती है।
07:10 आप देख सकते हैं कि 'CPU' पर अन्य 'सीरियल पोर्ट्स' हैं।
07:15 ये 'PDAs, modem' या अन्य 'सीरियल उपकरणों' को जोड़ने के लिए उपयोग होते हैं।
07:21 आप देखेंगे कि CPU पर कुछ 'पैरेलल पोर्ट्स' भी हैं।
07:25 ये उपकरण जैसे 'प्रिंटर, स्कैनर' आदि को जोड़ने के लिए उपयोग होते हैं।
07:31 अब, 'ऑडियो जैक्स' देखते हैं।
07:34 'गुलाबी' रंग का 'पोर्ट' 'माइक्रोफोन' जोड़ने में उपयोग होता है।
07:38 'नीला' 'पोर्ट' 'लाइन इन' जैसे 'रेडियो या टेप प्लेयर' को जोड़ने में उपयोग होता है।
07:45 'हरा' 'पोर्ट' 'हेडफ़ोन/स्पीकर' या 'लाइन आउट' को जोड़ने के लिए उपयोग होता है।
07:51 अब सारे उपकरण जोड़ने के बाद, 'कंप्यूटर' चलाते हैं।
07:57 सबसे पहले, 'मॉनिटर' और 'CPU' के 'पावर सप्लाई' बटन्स खोलें।
08:03 अब, 'मॉनिटर' पर 'पावर ऑन' बटन दबाएं।
08:07 और फिर CPU के आगे वाला, 'पावर ऑन' स्विच दबाएं।
08:12 सामान्यतः, जब आपका 'कंप्यूटर' पहली बार खुलता है तो आप काले स्क्रीन पर शब्दों की कुछ लाइनें देखेंगे।
08:18 यह BIOS सिस्टम'है जो निम्न जानकारी प्रदर्शित करता है
08:22 'कंप्यूटर की सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट' के बारे में
08:25 'कंप्यूटर' के पास कितनी मेमरी है के बारे में जानकारी
08:28 और हार्ड डिस्क ड्राइव्स और फ्लॉपी डिस्क ड्राइव्स के बारे में जानकारी
08:33 'BIOS' सॉफ्टवेयर है जो 'CPU' को सबसे पहला निर्देश देता है जब कंप्यूटर सबसे पहली बार खुलता है।
08:41 'ऑपरेटिंग सिस्टम' को लोड करने की पूरी प्रक्रिया को 'कंप्यूटर' की 'बूटिंग' कहते हैं।
08:48 जब सारी ज़रूरी जाँचें पूरी हो जाती हैं तो आप 'ऑपरेटिंग सिस्टम के इंटरफ़ेस' को देखेंगे।
08:54 यदि आप 'उबन्टु लिनक्स' यूज़र हैं तो आप ऐसा स्क्रीन देखेंगे।
08:58 और यदि आप 'विंडोज' यूज़र हैं तो आप ऐसा स्क्रीन देखेंगे।
09:02 अब, संक्षिप्त रूप से 'लैपटॉप' देखते हैं।
09:06 'लैपटॉप्स' पोर्टेबल और कॉम्पैक्ट 'कम्प्यूटर्स' हैं।
09:09 एक 'लैपटॉप' इतना हल्का और छोटा होता है कि उसको आसानी से गोद में रखकर काम कर सकते हैं।
09:16 अतः, इसे 'लैपटॉप' कहते हैं।
09:18 यह भी 'डेस्कटॉप कंप्यूटर' की तरह समान भाग रखता है, जिसमे सम्मिलित होते हैं
09:23 एक 'डिस्प्ले'एक 'कीबोर्ड'
09:25 एक 'टच पैड', जो निर्देशित और संचार करने का उपकरण है,
09:29 एक 'CD/DVD रीडर-राइटर' और
09:32 'mic' और 'स्पीकर्स' सिंगल यूनिट में बने हुए हैं।
09:36 इसमें 'LAN पोर्ट्स' और 'USB पोर्ट्स' भी हैं।
09:40 यहाँ एक 'वीडियो पोर्ट' है जिसको उपयोग करके 'लैपटॉप' से 'प्रोजेक्टर' जोड़ा जाता है।
09:46 'ऑडियो जैक्स' माइक और हैडफोन्स के आइकन में आसानी से पहचानने योग्य हैं
09:53 यह 'लैपटॉप' में अंतनिर्हित 'कूलिंग फैन' है।
09:57 यह 'लैपटॉप' को ज़्यादा गर्म होने से बचाता है।
10:01 'लैपटॉप' 'AC अडैप्टर' के माध्यम से बिजली से संचालित होता है और इसमें एक 'चार्ज होने वाली बैटरी' होती है।
10:09 अतः, यह पोर्टेबल है और एक विद्युत स्रोत के बिना उपयोग किया जा सकता है।
10:16 इसको सारांशित करते हैं। इस ट्यूटोरियल मे हमने निम्न सीखा
10:20 'डेस्कटॉप' और 'लैपटॉप' के अनेक भागों के बारे में
10:23 और 'डेस्कटॉप' के अनेक भागों को कैसे जोड़ें
10:28 निम्न लिंक पर उपलब्ध वीडियो देखें।
10:31 यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रॉजेक्ट को सारांशित करता है।
10:34 अच्छी बैंडविड्थ न मिलाने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं।
10:37 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टीम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है।
10:42 ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं।
10:46 अधिक जानकारी के लिए कृपया contact@spoken-tutorial.org पर लिखें।
10:52 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
10:56 यह भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है।
11:01 इस मिशन पर अधिक जानकारी http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro पर उपलब्ध है।
11:11 आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ।
11:16 हमारे साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Devraj, Pratik kamble, Shruti arya