Difference between revisions of "Java/C2/Getting-started-Eclipse/Sanskrit"
From Script | Spoken-Tutorial
PoojaMoolya (Talk | contribs) |
|||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{|border=1 | {|border=1 | ||
− | ||''Time''' | + | ||'''Time''' |
||'''Narration''' | ||'''Narration''' | ||
|- | |- | ||
Line 20: | Line 20: | ||
|00:18 | |00:18 | ||
|अस्मिन् पाठे वयं | |अस्मिन् पाठे वयं | ||
− | + | Ubuntu 11.10 अपि च | |
− | + | Eclipse 3.7 इत्यस्य उपयोगं कुर्मः। | |
|- | |- | ||
|00:25 | |00:25 | ||
Line 27: | Line 27: | ||
|- | |- | ||
|00:28 | |00:28 | ||
− | |भवतां यन्त्रे एक्लिप्स् | + | |भवतां यन्त्रे एक्लिप्स् संस्थापितं भवेत्। |
|- | |- | ||
|00:30 | |00:30 | ||
Line 39: | Line 39: | ||
|- | |- | ||
|00:50 | |00:50 | ||
− | |वयमधुना एक्लिप्स् | + | |वयमधुना एक्लिप्स् उद्घाटयामः। |
|- | |- | ||
|00:55 | |00:55 | ||
Line 78: | Line 78: | ||
|- | |- | ||
|02:10 | |02:10 | ||
− | |अत्र अवधीयताम्, | + | |अत्र अवधीयताम्, वयम् अस्माकं पाठाय बहुधा java project इतीदमेव उपयुञ्ज्महे। Next इत्यत्र नुदन्तु। |
|- | |- | ||
|02:19 | |02:19 | ||
Line 87: | Line 87: | ||
|- | |- | ||
|02:34 | |02:34 | ||
− | |यदि भवन्तः विकल्पमिमं चिन्वन्ति तर्हि सर्वाः EclipseDemo | + | |यदि भवन्तः विकल्पमिमं चिन्वन्ति तर्हि सर्वाः EclipseDemo प्रोजेक्ट इत्यस्य सञ्चिकाः पूर्वनिश्चितसन्धारिकायामेव सङ्गृह्णन्ति। |
|- | |- | ||
|02:41 | |02:41 | ||
Line 93: | Line 93: | ||
|- | |- | ||
|02:47 | |02:47 | ||
− | | | + | |प्रकृतं तु वयं पूर्वनिश्चितस्थानमेव उपयुञ्ज्महे। |
|- | |- | ||
|02:52 | |02:52 | ||
Line 102: | Line 102: | ||
|- | |- | ||
|03:04 | |03:04 | ||
− | | | + | |perspective (दृष्टिकोणः) इति एक्लिप्स् मध्ये संयोजितविषयानां क्रमं सूचयति। |
|- | |- | ||
|03:09 | |03:09 | ||
− | | | + | |संवादपेटिका जावा डेवलप्मेंट् कृते यः दृष्टिकोणः (perspective) अपेक्षितः तं सूचयति। |
|- | |- | ||
|03:20 | |03:20 | ||
|Remember my decision इतीदं चित्वा Yes इत्यत्र नुदन्तु। | |Remember my decision इतीदं चित्वा Yes इत्यत्र नुदन्तु। | ||
|- | |- | ||
− | |03: | + | |03:27 |
|अस्माकं समीपे प्रोजेक्ट् इत्यनेन समं EclipseIDE अपि वर्तते। वयमत्र प्रोजेक्ट् इत्यत्र क्लास् योजयामः। | |अस्माकं समीपे प्रोजेक्ट् इत्यनेन समं EclipseIDE अपि वर्तते। वयमत्र प्रोजेक्ट् इत्यत्र क्लास् योजयामः। | ||
|- | |- | ||
|03:37 | |03:37 | ||
− | |प्रोजेक्ट् इत्यस्य उपरि रैट् क्लिक् कृत्वा New इत्यत्र गत्वा Class | + | |प्रोजेक्ट् इत्यस्य उपरि रैट् क्लिक् कृत्वा New इत्यत्र गत्वा Class चिन्वन्तु। |
|- | |- | ||
|03:46 | |03:46 | ||
Line 120: | Line 120: | ||
|- | |- | ||
|03:55 | |03:55 | ||
− | |अत्र अवधेयम्, Modifiers इत्यत्र | + | |अत्र अवधेयम्, Modifiers इत्यत्र विकल्पद्वयम् अस्ति, public अपि च default इति। |
|- | |- | ||
|03:59 | |03:59 | ||
Line 141: | Line 141: | ||
|- | |- | ||
|04:35 | |04:35 | ||
− | |अवधीयताम्, अत्र बहवः विभागाः सन्ति। एतान् | + | |अवधीयताम्, अत्र बहवः विभागाः सन्ति। एतान् portlets इति वदामः। |
|- | |- | ||
|04:41 | |04:41 | ||
− | |अत्र Package Explorer इति | + | |अत्र Package Explorer इति पोर्ट्लेट अस्ति। एतत् File Browser इव व्यवहरति। |
|- | |- | ||
|04:46 | |04:46 | ||
Line 150: | Line 150: | ||
|- | |- | ||
|04:50 | |04:50 | ||
− | |अपि च Outline इति पोर्ट्लेट् प्रोजेक्ट् इत्यस्य | + | |अपि च Outline इति पोर्ट्लेट् प्रोजेक्ट् इत्यस्य अनुक्रमं प्रयच्छति। |
|- | |- | ||
|04:56 | |04:56 | ||
− | | | + | |प्रत्येकमपि पोर्ट्लेट् इत्येतं रिसैस् कर्तुं शक्नुमः। |
|- | |- | ||
|05:10 | |05:10 | ||
− | | | + | |एतानि मिनिमैस् बटन् इत्यस्य साहाय्येन मिनिमैस् अपि कर्तुं शक्नुमः। |
|- | |- | ||
|05:26 | |05:26 | ||
− | | | + | |रिस्टोर् इति बटन् द्वारा रिस्टोर् अपि भवति। |
|- | |- | ||
|05:37 | |05:37 | ||
− | |अधुना | + | |अधुना अहम् अवशिष्टानि पोर्ट्ल् इत्येतानि मिनिमैस् कृत्वा एडिटर् इत्यस्य उपरि एकाग्रं करोमि। |
|- | |- | ||
|05:49 | |05:49 | ||
− | |यथा वयं पश्यामः, एतावता एव कतिचन कोड् अत्र | + | |यथा वयं पश्यामः, एतावता एव कतिचन कोड् अत्र प्रस्तुतानि सन्ति यानि च एक्लिप्स्, अस्मत्कृते निर्मितमस्ति। |
|- | |- | ||
|05:54 | |05:54 | ||
− | | | + | |अत्र कोड् इति, क्लास रचनासमये वयं यान् विकल्पान् चिनुमः तान् अवलम्ब्य रचितानि भवन्ति। |
|- | |- | ||
|06:00 | |06:00 | ||
Line 174: | Line 174: | ||
|- | |- | ||
|06:08 | |06:08 | ||
− | |System.out.println भक्किकायां कोट् इत्यनयोर्मध्ये (“Hello Eclipse”) इति टङ्कयन्तु। | + | |System.out.println अपि च भक्किकायां कोट् इत्यनयोर्मध्ये (“Hello Eclipse”) इति टङ्कयन्तु। |
|- | |- | ||
|06:26 | |06:26 | ||
Line 195: | Line 195: | ||
|- | |- | ||
|07:10 | |07:10 | ||
− | |एवं एक्लिप्स् मध्ये जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयम् अपि च | + | |एवं एक्लिप्स् मध्ये जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयम् अपि च रन् कथं करणीयमिति ज्ञातवन्तः। |
|- | |- | ||
|07:18 | |07:18 | ||
− | |अधुना | + | |अधुना वयम् अस्य पाठस्यान्तं प्राप्तवन्तः। |
|- | |- | ||
|07:20 | |07:20 | ||
− | |अस्मिन् पाठे वयं एक्लिप्स् मध्ये प्रोजेक्ट् अपि च | + | |अस्मिन् पाठे वयं एक्लिप्स् मध्ये प्रोजेक्ट् अपि च तस्मिन् क्लास् इत्यस्य आरचनां, एक्लिप्स् मध्ये जावा सोर्स् कोड् इत्यस्य लेखनं अपि च तस्य रन् करणं ज्ञातवन्तः। |
|- | |- | ||
|07:33 | |07:33 | ||
Line 216: | Line 216: | ||
|- | |- | ||
|07:53 | |07:53 | ||
− | | भवतां समीपे उत्तमं ब्यांड् विड्थ् यदि नास्ति तर्हि इदम् | + | | भवतां समीपे उत्तमं ब्यांड् विड्थ् यदि नास्ति तर्हि इदम् अवचिन्वन्तु । |
|- | |- | ||
|07:58 | |07:58 | ||
| इमं पाठमाधारीकृत्य स्पोकन् ट्य़ुटोरियल् गणः कार्यशालां प्रचालयति । | | इमं पाठमाधारीकृत्य स्पोकन् ट्य़ुटोरियल् गणः कार्यशालां प्रचालयति । | ||
− | |||
|- | |- | ||
|08:02 | |08:02 | ||
Line 232: | Line 231: | ||
|- | |- | ||
|08:17 | |08:17 | ||
− | |इमं प्रकल्पं | + | |इमं प्रकल्पं राष्ट्रीयसाक्षरतामिषन् ICT, MHRD भारत सर्वर्कारः इति संस्था समर्थयति । |
|- | |- | ||
|08:23 | |08:23 | ||
|अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। | |अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। | ||
− | |||
|- | |- | ||
|08:27 | |08:27 | ||
− | |अस्य पाठस्य अनुवादकः | + | |अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकः च ऐ ऐ टी बाम्बे तः वासुदेवः।धन्यवादः। |
− | + | ||
|} | |} |
Latest revision as of 16:52, 21 February 2017
Time | Narration |
00:01 | एक्लिप्स् इत्यनेन समं कार्यारम्भस्य विषये विद्यमाने अस्मिन् पाठे भवतां स्वागतम्। |
00:06 | पाठेऽस्मिन् वयं, |
00:08 | एक्लिप्स मध्ये प्रोजेक्ट कथं रचनीयं अपि च क्लास् इत्यस्य योजनं कथम्, |
00:12 | जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयम्, |
00:14 | एक्लिप्स् मध्ये जावा प्रोग्राम् कथं चालनीयम् इत्यादिविषयान् ज्ञास्यामः। |
00:18 | अस्मिन् पाठे वयं
Ubuntu 11.10 अपि च Eclipse 3.7 इत्यस्य उपयोगं कुर्मः। |
00:25 | पाठमिममनुसर्तुं, |
00:28 | भवतां यन्त्रे एक्लिप्स् संस्थापितं भवेत्। |
00:30 | यदि नास्ति, एतत्सम्बद्धपाठं दृष्टुं जालपुटमिदं पश्यन्तु। |
00:39 | एक्लिप्स् इति Integrated Development Environment (इंटिग्रेटेड् डेवलप्मेंट् एन्विरोन्मेंट्) अस्ति। |
00:42 | इदं किञ्चन उपकरणमस्ति यस्मिन् कश्चन अपि सुलभतया लेखितुं, दोषान् मार्जयितुं अपि च जावा प्रोग्राम् चालयितुं शक्नोति। |
00:50 | वयमधुना एक्लिप्स् उद्घाटयामः। |
00:55 | Alt F2 नुदन्तु अपि च तत्रस्थसंवादपेटिकायां eclipse इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
01:08 | वयं Workspace Launcher इति संवादपेटिकां प्राप्नुमः। |
01:11 | अत्र Workspace इत्यस्मिन् प्रोजेक्ट् सम्भद्धाः एक्लिप्स् सम्बद्धाः च सञ्चिकाः भवन्ति। |
01:19 | अधुना यद् दृश्यते तत् पूर्वनिश्चितस्थानमस्ति। |
01:24 | Browse इति विकल्पमुपयुज्य अन्यसन्धारिकामपि चेतुं शक्नुमः। |
01:27 | वयं पूर्वनिश्चितसन्धारिकामेव चिनुमः। |
01:30 | अग्रे सर्तुं OK नुदन्तु। |
01:39 | भवन्तः Welcome to Eclipse इति पृष्टं पश्यन्ति। |
01:46 | उपरि वामकोणे Workbench इतीदं नुदन्तु। |
01:52 | अत्र वयं Eclipse IDE इतीदं पश्यामः। अधुना किञ्चन प्रोजेक्ट् योजयामः। |
01:57 | File इत्यत्र गत्वा New इत्यत्र Project इति चिनुमः। |
02:05 | प्रोजेक्ट् इत्यस्य सूचीतः Java Project इत्येतत् चिन्वन्तु। |
02:10 | अत्र अवधीयताम्, वयम् अस्माकं पाठाय बहुधा java project इतीदमेव उपयुञ्ज्महे। Next इत्यत्र नुदन्तु। |
02:19 | Project name इत्यत्र EclipseDemo इति टङ्कयन्तु। |
02:30 | अत्र Use default location इति विकल्पं पश्यन्तु। |
02:34 | यदि भवन्तः विकल्पमिमं चिन्वन्ति तर्हि सर्वाः EclipseDemo प्रोजेक्ट इत्यस्य सञ्चिकाः पूर्वनिश्चितसन्धारिकायामेव सङ्गृह्णन्ति। |
02:41 | यदि न चिनुमः तर्हि Browse इत्यस्य साहाय्येन विभिन्नसन्धारिकां चेतुं शक्नुमः। |
02:47 | प्रकृतं तु वयं पूर्वनिश्चितस्थानमेव उपयुञ्ज्महे। |
02:52 | पेटिकायाः अधः वामकोणे Finish इत्यत्र नुदन्तु। |
03:00 | वयं Open Associated Perspective? इति संवादपेटिकां पश्यामः। |
03:04 | perspective (दृष्टिकोणः) इति एक्लिप्स् मध्ये संयोजितविषयानां क्रमं सूचयति। |
03:09 | संवादपेटिका जावा डेवलप्मेंट् कृते यः दृष्टिकोणः (perspective) अपेक्षितः तं सूचयति। |
03:20 | Remember my decision इतीदं चित्वा Yes इत्यत्र नुदन्तु। |
03:27 | अस्माकं समीपे प्रोजेक्ट् इत्यनेन समं EclipseIDE अपि वर्तते। वयमत्र प्रोजेक्ट् इत्यत्र क्लास् योजयामः। |
03:37 | प्रोजेक्ट् इत्यस्य उपरि रैट् क्लिक् कृत्वा New इत्यत्र गत्वा Class चिन्वन्तु। |
03:46 | Name इत्यत्र DemoClass इति नाम स्थापयन्तु। |
03:55 | अत्र अवधेयम्, Modifiers इत्यत्र विकल्पद्वयम् अस्ति, public अपि च default इति। |
03:59 | अधुना public इत्येव स्थापयामः। |
04:01 | विकल्पान्तरस्य विषये पाठान्तरे ज्ञास्यामः। |
04:06 | method stubs इत्यस्यां सूच्यां public static void main इति विकल्पं चिनुमः। |
04:15 | अन्यविकल्पान् पाठान्तरे ज्ञास्यामः। |
04:19 | बाक्स् इत्यस्य अधः वामभागे विद्यमानं Finish इति बटन् नुदन्तु। |
04:30 | अत्र क्लास् सञ्चिका अस्ति। |
04:35 | अवधीयताम्, अत्र बहवः विभागाः सन्ति। एतान् portlets इति वदामः। |
04:41 | अत्र Package Explorer इति पोर्ट्लेट अस्ति। एतत् File Browser इव व्यवहरति। |
04:46 | अत्र Editor इति पोर्ट्लेट् अस्ति, अत्र वयं कोड् लिखामः। |
04:50 | अपि च Outline इति पोर्ट्लेट् प्रोजेक्ट् इत्यस्य अनुक्रमं प्रयच्छति। |
04:56 | प्रत्येकमपि पोर्ट्लेट् इत्येतं रिसैस् कर्तुं शक्नुमः। |
05:10 | एतानि मिनिमैस् बटन् इत्यस्य साहाय्येन मिनिमैस् अपि कर्तुं शक्नुमः। |
05:26 | रिस्टोर् इति बटन् द्वारा रिस्टोर् अपि भवति। |
05:37 | अधुना अहम् अवशिष्टानि पोर्ट्ल् इत्येतानि मिनिमैस् कृत्वा एडिटर् इत्यस्य उपरि एकाग्रं करोमि। |
05:49 | यथा वयं पश्यामः, एतावता एव कतिचन कोड् अत्र प्रस्तुतानि सन्ति यानि च एक्लिप्स्, अस्मत्कृते निर्मितमस्ति। |
05:54 | अत्र कोड् इति, क्लास रचनासमये वयं यान् विकल्पान् चिनुमः तान् अवलम्ब्य रचितानि भवन्ति। |
06:00 | वयमधुना प्रिंट् स्टेट्मेंट् योजयामः। |
06:08 | System.out.println अपि च भक्किकायां कोट् इत्यनयोर्मध्ये (“Hello Eclipse”) इति टङ्कयन्तु। |
06:26 | स्टेट्मेंट् इत्यस्य अन्ते सेमि कोलन् योजयन्तु। |
06:31 | File अपि च Save इत्यनयोः नोदनेन सञ्चिकां सेव् कुर्वन्तु। |
06:37 | अथवा, Control S नोदनेनापि सेव् कर्तुं शक्नुमः। |
06:42 | प्रोग्राम् इदं चालयितुं editor उपरि नुत्त्वा तत्र run as इत्यत्र गत्वा java application इत्यस्य चयनं कुर्वन्तु। |
06:56 | यदि तत् प्रिंट् जातमस्ति तर्हि फलितरूपेण औट्पुट् कन्सोल् मध्ये पश्यामः। |
07:04 | यदि अस्माकं कोड् मध्ये समस्या अस्ति तर्हि सा समस्या Problems इति पोर्ट्लेट् मध्ये दृश्यते। |
07:10 | एवं एक्लिप्स् मध्ये जावा प्रोग्राम् कथं लेखनीयम् अपि च रन् कथं करणीयमिति ज्ञातवन्तः। |
07:18 | अधुना वयम् अस्य पाठस्यान्तं प्राप्तवन्तः। |
07:20 | अस्मिन् पाठे वयं एक्लिप्स् मध्ये प्रोजेक्ट् अपि च तस्मिन् क्लास् इत्यस्य आरचनां, एक्लिप्स् मध्ये जावा सोर्स् कोड् इत्यस्य लेखनं अपि च तस्य रन् करणं ज्ञातवन्तः। |
07:33 | अस्य पाठस्य अभ्यासाय Display नाम्ना किञ्चन नूतनं प्रोजेक्ट् रचयन्तु। |
07:38 | तत्र Welcome नाम्ना किञ्चन क्लास् रचयन्तु। |
07:44 | अधो निर्दिष्टलिंक् मध्ये विद्यमानं चलच्चित्रं पश्यन्तु । |
07:50 | इदं स्पोकन् ट्युटोरियल् इत्यस्य सारांशं वदति । |
07:53 | भवतां समीपे उत्तमं ब्यांड् विड्थ् यदि नास्ति तर्हि इदम् अवचिन्वन्तु । |
07:58 | इमं पाठमाधारीकृत्य स्पोकन् ट्य़ुटोरियल् गणः कार्यशालां प्रचालयति । |
08:02 | आन्-लैन् परीक्षायां ये उत्तीर्णाः भवन्ति तेभ्यः प्रमाणपत्रमपि दीयते । |
08:05 | अधिकज्ञानार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अन्तर्जालद्वारा सम्पर्कं कुर्वन्तु । |
08:12 | सोप्कन् ट्युटोरियल् प्रोजेक्ट् Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
08:17 | इमं प्रकल्पं राष्ट्रीयसाक्षरतामिषन् ICT, MHRD भारत सर्वर्कारः इति संस्था समर्थयति । |
08:23 | अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। |
08:27 | अस्य पाठस्य अनुवादकः प्रवाचकः च ऐ ऐ टी बाम्बे तः वासुदेवः।धन्यवादः। |