Difference between revisions of "Java/C2/Installing-Eclipse/Sanskrit"
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(Created page with '{|border=1 ||''Time''' ||'''Narration''' |- |00:01 |लिनक्स मध्ये एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनस्य विष…') |
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− | |पाठेऽस्मिन् | + | |पाठेऽस्मिन् वयम् उबंटु अपि च रेड् ह्याट इत्यस्मिन् एक्लिपस् इत्यस्य सम्स्थापनं कथमिति ज्ञास्यामः। |
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− | |भवन्तः रूट अपि च सूडो इत्यनयोर्विषये | + | |भवन्तः रूट अपि च सूडो इत्यनयोर्विषये न जानन्ति चेद् अपि चिन्ता नास्ति। |
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− | | | + | |वयम् अत्र दर्शितान् आदेशान् उपयुज्य उबंटु मध्ये एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनं कुर्मः। |
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− | |एतेन उबंटु मध्ये | + | |एतेन उबंटु मध्ये टर्मिनल उद्घटते. |
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− | |अधुना export | + | |अधुना export स्पेस http अंडर्स्कोर (_) proxy ईक्वल टु (=) http कोलन (:) स्लाश स्लाश (//) tsuser कोलन (:) tspwd@10.24.0.2 कोलन (:) 8080 इति टङ्कयन्तु। |
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|03:14 | |03:14 | ||
− | |कदाचित् | + | |कदाचित् जालाकृतौ अथेंटिकेशन् इत्यस्य अपेक्षा न भवति। |
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|03:35 | |03:35 | ||
− | |Enter नुदन्तु। | + | |Enter नुदन्तु। अयमादेशः http proxy इतीदं व्यवस्थापयति। वयमधुना https proxy इत्यस्य व्यवस्थापनं कथमिति पश्यामः। |
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|05:27 | |05:27 | ||
− | |प्याकेज इत्यस्य | + | |प्याकेज इत्यस्य सूचीं कर्तुमपि विभिन्नसमयं स्वीकरोति। |
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|05:30 | |05:30 | ||
− | | Y | + | |Y अथवा N इति प्रोम्प्ट मध्ये y इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
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|05:39 | |05:39 | ||
− | | | + | |आवश्यकानि सर्वाणि प्याकेज इत्येतानि अवचितवन्तः अपि च यन्त्रे उद्घटितवन्तः |
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|05:59 | |05:59 | ||
− | | | + | |यदा टर्मिनल दालर प्रोम्प्ट प्रति परिवर्तते तदा संस्थापनं पूर्णं जातमित्यर्थः |
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|06:05 | |06:05 | ||
− | | | + | |वयं अस्मद्यन्त्रे एक्लिप्स इति संस्थापितमुत न इति परिशीलयामः। |
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|06:10 | |06:10 | ||
− | |Alt | + | |Alt अपि च F2 समानकाले इति नुदन्तु। अत्र संवादपेटिकायां Eclipse इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
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|06:22 | |06:22 | ||
− | | | + | |एतेन eclipse application आरप्स्यते। एक्लिप्स इति यदि न संस्थापितं स्यात् तर्हि अप्लिकेशन् न उद्घटते। |
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|06:31 | |06:31 | ||
− | | | + | |अत्र वयं Workspace Launcher इति प्रोम्प्ट प्राप्नुमः। अग्रे सर्तुं OK इत्यत्र नुदन्तु। |
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|06:40 | |06:40 | ||
− | | | + | |अधुना वयं Welcome to Eclipse इति पृष्टं प्राप्नुमः। इत्युक्ते एक्लिप्स इति यशस्विरूपेण यन्त्रे संस्थापितमस्तीत्यर्थः। |
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|06:53 | |06:53 | ||
− | | | + | |यथा उबंटु मध्ये तथैव डेबियन्, कुबंटु, क्सुबंटु इत्यादिष्वपि एक्लिप्स संस्थापयितुं शक्नुमः। |
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|07:04 | |07:04 | ||
− | | | + | |रेड ह्याट मध्ये अपि यथा उबंटू मध्ये तथैव एक्लिप्स संस्थापयन्ति। |
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|07:09 | |07:09 | ||
− | | | + | |परन्तु केवलं तन्त्रांशप्राप्तौ तत्संस्थापने च विद्यमानेषु आदेसेषु कतिचन व्यत्यासाः सन्ति। |
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|07:13 | |07:13 | ||
− | | | + | |अत्र तन्त्रांशसूचीं प्राप्तुं sudo स्पेस yum स्पेस update इति आदेशम् उपयुज्यताम्। |
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|07:19 | |07:19 | ||
− | | | + | |एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनार्थं sudo स्पेस yum स्पेस install स्पेस eclipse इति अदेशम् उपयुज्यताम्। |
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|07:27 | |07:27 | ||
− | | | + | |यथा रेड ह्याट मध्ये तथा फेडोरा, सेंटोस, सुसे लिनक्स इत्येतेष्वपि एक्लिप्स संस्थापयितुं शक्नुमः। |
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|07:37 | |07:37 | ||
− | | | + | |वयमधुना अस्य पाठस्यान्तं प्राप्तवन्तः। |
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|07:39 | |07:39 | ||
− | | | + | |वयमत्र, एक्लिप्स इतीदं उबंटु तथा तत्समाने आपरेटिंग सिस्टम मध्ये अपि च रेड ह्याट तथा तत्समाने आपरेटिंग् सिस्टम् मध्ये कथं संस्थापनीयमिति ज्ञातवन्तः। |
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|07:49 | |07:49 | ||
− | | | + | |अस्य पाठस्य अभ्यासरूपेण, |
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|07:52 | |07:52 | ||
− | | | + | |एक्लिप्स इत्यस्य समानसम्स्थापनप्रक्रिया येषु आपरेटिंग् सिस्टम् मध्ये अस्ति तानि अन्विषतु। |
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|07:59 | |07:59 | ||
− | | | + | |स्पोकन ट्युटोरियल् प्रोजेक्ट् विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं कृपया अधो विद्यमानं विडीयो पश्यन्तु। |
|- | |- | ||
|08:04 | |08:04 | ||
− | | | + | |एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। |
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|08:07 | |08:07 | ||
− | | | + | |यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। |
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|08:12 | |08:12 | ||
− | | | + | |spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। |
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|08:16 | |08:16 | ||
− | | | + | |ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। |
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|08:19 | |08:19 | ||
− | | | + | |अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। |
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|08:26 | |08:26 | ||
− | | | + | |स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
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|08:30 | |08:30 | ||
− | | | + | |इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। |
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|08:36 | |08:36 | ||
− | | | + | |अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। |
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|08:42 | |08:42 | ||
− | | | + | | अस्य पाठस्य अनुवादकः मुम्बै ऐ ऐ टि तःवासुदेवः, प्रवाचकश्च विद्वान् नवीन भट्टः उप्पिनपट्टणम् । धन्यवादः। |
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Latest revision as of 11:36, 29 March 2017
Time | Narration |
00:01 | लिनक्स मध्ये एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनस्य विषये विद्यमानेऽस्मिन् पाठे भवतां स्वागतम्। |
00:06 | पाठेऽस्मिन् वयम् उबंटु अपि च रेड् ह्याट इत्यस्मिन् एक्लिपस् इत्यस्य सम्स्थापनं कथमिति ज्ञास्यामः। |
00:15 | अस्मिन् पाठे वयं Ubuntu 11.10 इत्येतं उपयुञ्ज्महे |
00:20 | पाठमिममनुसर्तुं भवत्सु, |
00:22 | अन्तर्जालसम्पर्कः भवेत् अपि च भवन्तः लिनक्स मध्ये टर्मिनल् इत्यस्य उपयोगं जानीयुः। |
00:28 | भवन्तः root मध्ये प्रविष्टाः भवेयुः अथवा भवते sudo इत्यस्य अनुमतिः वा भवेत्। |
00:32 | भवन्तः रूट अपि च सूडो इत्यनयोर्विषये न जानन्ति चेद् अपि चिन्ता नास्ति। |
00:36 | भवन्तः पाठेस्मिन् अग्रेसर्तुं शक्नुवन्ति। |
00:39 | भवन्तः यदि तादृश्यां जालाकृतौ सन्ति यत्र प्रोक्सि उपयुज्यते तर्हि प्रोक्सि इत्यस्य उपयोगः करणीयः भवति। |
00:45 | यदि नास्ति तर्हि एतत्सम्बद्धपाठं दृष्टुं अधो निर्दिष्टजालपुटं पश्यन्तु। |
00:51 | वयम् अत्र दर्शितान् आदेशान् उपयुज्य उबंटु मध्ये एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनं कुर्मः। |
00:55 | अपि च रेड ह्याट मध्ये संस्थापयितुं यत् परिवर्तनमावश्यकं तत् जानीयाम। |
01:05 | अधुना टर्मिनल उद्घाटयामः। |
01:07 | Control, Alt अपि च t इत्येतानि संहत्य नुदामः। |
01:10 | एतेन उबंटु मध्ये टर्मिनल उद्घटते. |
01:18 | यदि भवन्तः तादृशजालाकृतौ सन्ति यत्र प्रोक्सि उपयुज्यते तर्हि टर्मिनल् मध्ये प्रोक्सि इत्यस्य सेट करणीयं भवति। |
01:23 | यदि भवन्तः प्रोक्सि विषये न जानन्ति तर्हि जालाकृत्याः कृते प्रोक्सि न अपेक्षितमित्यर्थः। |
01:28 | अतः स्तरमिमं त्यक्त्वा अग्रे सरन्तु। |
01:30 | ये प्रोक्सि उपयुञ्जन्ते ते प्रोक्सि सेट कुर्युः। |
01:34 | प्रोक्सि मध्ये विधद्वयमस्ति। |
01:36 | एकस्य कृते उपयोक्तृनाम अपि च कूटपदमपेक्षितं चेत् अपरस्य कृते नापेक्षितम्। |
01:40 | तज्ञैः सह पृच्छां कृत्वा जानन्तु यत् भवतां प्रोक्सि कीदृशमिति। |
01:45 | टर्मिनल मध्ये sudo स्पेस हैफन (-) s इति टङ्कयन्तु। |
01:52 | यदि पृच्छति तर्हि कूटपदं टङ्कयन्तु। |
01:57 | अवधीयतां यत् यदा भवन्तः कूटपदं टङ्कयन्ति तदा तत्र किञ्चन अपि चिह्नं न दृश्यते। Enter नुदन्तु। |
02:06 | अत्रावधीयतां यत् प्रोम्प्ट इत्यस्य चिह्नं दालर इत्यस्मात् ह्याश इति परिवृत्तमस्ति इति। |
02:14 | अधुना export स्पेस http अंडर्स्कोर (_) proxy ईक्वल टु (=) http कोलन (:) स्लाश स्लाश (//) tsuser कोलन (:) tspwd@10.24.0.2 कोलन (:) 8080 इति टङ्कयन्तु। |
02:47 | आदेशेऽस्मिन्, tsuser इति प्रोक्सि अथंटिकेशन् इत्यस्य उपयोक्तृनाम अस्ति अपि tspwd इति कूटपदमस्ति। |
02:55 | इमानि भवदानुकूल्यानुसारं परिवर्तयन्तु। |
02:59 | 10.24.0.2 इति प्रोक्सि इत्यस्य होस्ट अड्रेस अस्ति अपि च 8080 इति पोर्ट संख्या अस्ति। |
03:07 | इमानि अपि भवदानुकूल्यानुसारं परिवर्तयन्तु। Enter नुदन्तु। |
03:14 | कदाचित् जालाकृतौ अथेंटिकेशन् इत्यस्य अपेक्षा न भवति। |
03:18 | तादृशेषु सन्दर्भेषु उपयोक्तृनाम्नः कूटपदस्य च स्थाने रिक्ते स्थापयन्तु। |
03:22 | मम प्रोक्सि कृते अथेंटिकेशन् इत्यस्य आवश्यकता नास्तीत्यतः अहं तानि विवरणानि निष्कासयामि। |
03:28 | प्राक्तनादेशं प्राप्तुं अप एरो कीलं नुत्त्वा उपयोक्तृनाम कूटपदं च निष्कासयन्तु। |
03:35 | Enter नुदन्तु। अयमादेशः http proxy इतीदं व्यवस्थापयति। वयमधुना https proxy इत्यस्य व्यवस्थापनं कथमिति पश्यामः। |
03:44 | प्राक्तनादेशं प्राप्तुं अप एरो कीलं नुदन्तु अपि च http इतीदं https इति परिवर्तयितुं s इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
03:54 | वयमत्र यशस्वितया प्रोक्सि इतीदं व्यवस्थापितवन्तः। |
03:58 | Ctrl + D इति नुत्त्वा नार्मल प्रोम्प्ट प्रति गच्छामः। |
04:02 | पटलं रिक्तं कर्तुं clear इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
04:11 | अधुना वयं एक्लिप्स इतीदं संस्थापयितुं शक्नुमः। |
04:14 | sudo स्पेस apt हैफन (-) get स्पेस update इति टङ्कयन्तु। |
04:25 | आदेशोऽयम् उपलभ्यमानतन्त्रांशानां सूचीम् अस्मत्सविधे प्रस्तौति। Enter नुदन्तु। |
04:33 | यन्त्रं तन्त्रांशसूचीं प्रदर्शयितुं आन्तर्जालिकगतिमवलम्ब्य किञ्चित्कालं स्वीकरोति। |
04:45 | यदा टर्मिनल् मद्ये डालर चिह्नं दृश्यते तदा कार्यं सम्पन्नमित्यर्थः। पटलं रिक्तं कर्तुं clear इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
04:55 | sudo स्पेस apt हैफन (-) get स्पेस install स्पेस eclipse इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
05:10 | आदेशोऽयं अस्मद्यन्त्रे एक्लिप्स तन्त्रांशं अन्विश्य संस्थापयति। |
05:15 | Needs to get 10.8 Mb इति लिखितां पङ्क्तिं पश्यन्तु। |
05:22 | भवतां यन्त्रस्य अन्तर्जालस्य च अनुगुणं एषा सङ्ख्या विभिन्ना भवति। |
05:27 | प्याकेज इत्यस्य सूचीं कर्तुमपि विभिन्नसमयं स्वीकरोति। |
05:30 | Y अथवा N इति प्रोम्प्ट मध्ये y इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
05:39 | आवश्यकानि सर्वाणि प्याकेज इत्येतानि अवचितवन्तः अपि च यन्त्रे उद्घटितवन्तः |
05:59 | यदा टर्मिनल दालर प्रोम्प्ट प्रति परिवर्तते तदा संस्थापनं पूर्णं जातमित्यर्थः |
06:05 | वयं अस्मद्यन्त्रे एक्लिप्स इति संस्थापितमुत न इति परिशीलयामः। |
06:10 | Alt अपि च F2 समानकाले इति नुदन्तु। अत्र संवादपेटिकायां Eclipse इति टङ्कयित्वा Enter नुदन्तु। |
06:22 | एतेन eclipse application आरप्स्यते। एक्लिप्स इति यदि न संस्थापितं स्यात् तर्हि अप्लिकेशन् न उद्घटते। |
06:31 | अत्र वयं Workspace Launcher इति प्रोम्प्ट प्राप्नुमः। अग्रे सर्तुं OK इत्यत्र नुदन्तु। |
06:40 | अधुना वयं Welcome to Eclipse इति पृष्टं प्राप्नुमः। इत्युक्ते एक्लिप्स इति यशस्विरूपेण यन्त्रे संस्थापितमस्तीत्यर्थः। |
06:53 | यथा उबंटु मध्ये तथैव डेबियन्, कुबंटु, क्सुबंटु इत्यादिष्वपि एक्लिप्स संस्थापयितुं शक्नुमः। |
07:04 | रेड ह्याट मध्ये अपि यथा उबंटू मध्ये तथैव एक्लिप्स संस्थापयन्ति। |
07:09 | परन्तु केवलं तन्त्रांशप्राप्तौ तत्संस्थापने च विद्यमानेषु आदेसेषु कतिचन व्यत्यासाः सन्ति। |
07:13 | अत्र तन्त्रांशसूचीं प्राप्तुं sudo स्पेस yum स्पेस update इति आदेशम् उपयुज्यताम्। |
07:19 | एक्लिप्स इत्यस्य संस्थापनार्थं sudo स्पेस yum स्पेस install स्पेस eclipse इति अदेशम् उपयुज्यताम्। |
07:27 | यथा रेड ह्याट मध्ये तथा फेडोरा, सेंटोस, सुसे लिनक्स इत्येतेष्वपि एक्लिप्स संस्थापयितुं शक्नुमः। |
07:37 | वयमधुना अस्य पाठस्यान्तं प्राप्तवन्तः। |
07:39 | वयमत्र, एक्लिप्स इतीदं उबंटु तथा तत्समाने आपरेटिंग सिस्टम मध्ये अपि च रेड ह्याट तथा तत्समाने आपरेटिंग् सिस्टम् मध्ये कथं संस्थापनीयमिति ज्ञातवन्तः। |
07:49 | अस्य पाठस्य अभ्यासरूपेण, |
07:52 | एक्लिप्स इत्यस्य समानसम्स्थापनप्रक्रिया येषु आपरेटिंग् सिस्टम् मध्ये अस्ति तानि अन्विषतु। |
07:59 | स्पोकन ट्युटोरियल् प्रोजेक्ट् विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं कृपया अधो विद्यमानं विडीयो पश्यन्तु। |
08:04 | एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। |
08:07 | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। |
08:12 | spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। |
08:16 | ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। |
08:19 | अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। |
08:26 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
08:30 | इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकार इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। |
08:36 | अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। |
08:42 | अस्य पाठस्य अनुवादकः मुम्बै ऐ ऐ टि तःवासुदेवः, प्रवाचकश्च विद्वान् नवीन भट्टः उप्पिनपट्टणम् । धन्यवादः। |