Difference between revisions of "Java/C2/First-Java-Program/Sanskrit"
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|अतः, parentheses इत्यस्मिन् double quotes मध्ये My first java program, आश्चर्यसूचकचिह्नं च टङ्कयतु। | |अतः, parentheses इत्यस्मिन् double quotes मध्ये My first java program, आश्चर्यसूचकचिह्नं च टङ्कयतु। | ||
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|वयमधुना सञ्चिकामिमां Save इति चित्रकनोदनेन रक्षयामः। | |वयमधुना सञ्चिकामिमां Save इति चित्रकनोदनेन रक्षयामः। | ||
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|अधुना Terminal प्रति गच्छामः | |अधुना Terminal प्रति गच्छामः | ||
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|भवान् HelloWorld.java इति यत्र रक्षितमस्ति तत्रैव अस्ति इति दृढीकरोतु। | |भवान् HelloWorld.java इति यत्र रक्षितमस्ति तत्रैव अस्ति इति दृढीकरोतु। | ||
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|स्मरतु यत् अहं गृहसन्धारिकायामस्मि इति। | |स्मरतु यत् अहं गृहसन्धारिकायामस्मि इति। | ||
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|अधुना, cd Space Demo इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। | |अधुना, cd Space Demo इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। | ||
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|ls इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। | |ls इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। | ||
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|जावा मध्ये सर्वासाम् उक्तीनां अन्ते सेमिकोलन भवति। | |जावा मध्ये सर्वासाम् उक्तीनां अन्ते सेमिकोलन भवति। | ||
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|अतः पञ्चमपङ्क्तिं गत्वा सेमिकोलन योजयतु। | |अतः पञ्चमपङ्क्तिं गत्वा सेमिकोलन योजयतु। | ||
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− | | | + | |क्लास इत्यस्य नाम सर्वदा क्यामल केस मध्ये एव भवेत्। |
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− | | | + | |अर्थात्, अत्र प्रतिपदम् अप्पर केस तः आरभ्यते। |
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− | | | + | |उदाहरणार्थम्, class HelloWorld, class ChessGame. |
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| 08:19 | | 08:19 | ||
− | |अत्र, Hello इत्यस्य H अपि च World इत्यस्य W इति अप्पर केस मध्ये | + | |अत्र, Hello इत्यस्य H अपि च World इत्यस्य W इति अप्पर केस मध्ये स्तः। |
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| 10:51 | | 10:51 | ||
− | | अस्य पाठस्य अनुवादकः | + | | अस्य पाठस्य अनुवादकः मुम्बै ऐ ऐ टि तःवासुदेवः, प्रवाचकश्च विद्वान् नवीन भट्टः उप्पिनपट्टणम् धन्यवादः। |
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Latest revision as of 11:31, 29 March 2017
Time' | Narration |
00:02 | First java program इत्याख्यपाठे भवते स्वागतम्। |
00:09 | अस्मिन् पाठे वयं, |
00:11 | जावा प्रोग्राम इत्यस्य संरचना, |
00:14 | प्रोग्राम इत्यस्य कंपैलिंग, |
00:16 | प्रोग्राम इत्यस्य रन करणम् अपि च |
00:19 | जावा मध्ये विद्यमानस्य नाम्नः विधिविषये जानीयाम। |
00:23 | अत्र अहं Ubuntu 11.10 इत्यस्मिन् jdk 1.6 इति तन्त्रांशम् उपयुञ्जानः अस्मि। |
00:32 | एतस्य पाठस्य अनुसरणार्थं भवतः यन्त्रे JDK 1.6 इति तन्त्रांशः संस्थापितः भवेत् |
00:39 | यदि नास्ति तर्हि तत्सम्बद्धपाठान् अधो निर्दिष्टे जालपुटे दृष्टुं शक्नोति। |
00:46 | अधुना वयम् अस्माकं प्रथमं जावा प्रोग्राम रचयाम। |
00:51 | एतन्निमित्तं भवतः पार्श्वे Terminal अपि च Text Editor भवेत्। |
00:56 | अहं gedit इत्येतत् मदीयं Text Editor इव उपयोगं करोमि। |
01:01 | Text editor मध्ये, प्राथम्येन HelloWorld इति क्लास रचयाम। |
01:06 | तर्हि, class HelloWorld इति टङ्कयतु। HelloWorld इति क्लास इत्यस्य नाम अस्ति। |
01:17 | अधुना Open curly bracket नुदन्तु। Enter नुत्त्वा close curly bracket नुदन्तु। |
01:24 | एतयोः द्वयोः कर्लि ब्रेकेट इत्यनयोः मध्यस्थं कोड HelloWorld इत्यनेन सम्बद्धमस्ति। |
01:33 | अधुना उपरिविद्यमानं Save चित्रं नुत्त्वा सञ्चिकां रक्षयतु। |
01:37 | एवं तदा तदा सञ्चिकारक्षणमिति उत्तमाभ्यासः अस्ति। |
01:43 | अधुना Save As इति संवादपेटिका दृश्यते। |
01:46 | भवन् सञ्चिकां यत्र रक्षितुमिच्छन्ति तत्स्थानम् अन्विषतु। |
01:51 | अत्र अहं गृहसन्धारिकायां काञ्चित् सन्धारिकां रचयामि। |
01:57 | तस्यै Demo इति नाम ददामि। |
02:02 | अस्यां सन्धारिकायां सञ्चिकां रक्षामः। |
02:08 | Name इत्यत्र क्लास इत्यस्य नाम टङ्कयतु। |
02:13 | जावा मध्ये क्लास इत्यस्य अपि च सञ्चिकायाः नामनी समाने भवेताम्। |
02:20 | स्मरन्तु, वयं HelloWorld इति क्लास रचितवन्तः आस्म। |
02:25 | तर्हि वयं सञ्चिकां HelloWorld dot java इति नाम्ना रक्षयामः। |
02:33 | Dot java इति जावा सञ्चिकायाः कृते फैल एक्स्टेन्शन अस्ति। |
02:39 | अनन्तरं Save इत्यत्र नुदतु येन च सञ्चिका रक्षिता भवति। |
02:47 | क्लास इत्यत्स्य अन्तः वयं main इति मेथड लिखामः। |
02:53 | तर्हि, एवं टङ्कयतु। public static void main पेरंथिसिस "()", एतस्यान्तः String arg अपि च स्क्वेर ब्रेकेट। |
03:10 | Main क्रिया, प्रोग्राम इत्यस्य आरम्भिकस्थानं द्योतयति। |
03:15 | वयं अग्रिमेषु पाठेषु public, static, void अपि च String इत्यादीनां विषये ज्ञापयामः। |
03:23 | तर्हि, पुनः ओपन कर्लि ब्रेकेट "{" नुदतु। |
03:27 | Enter नुत्त्वा क्लोस कर्लि ब्रेकेट "}" नुदतु। |
03:32 | एतयोर्मध्यस्थं कोड main मेथेड इत्यनेन सम्बद्धमस्ति। |
03:41 | वयमधुना Terminal मध्ये पङ्क्तिप्रदर्शनार्थं किञ्चन कोड लिखामः। |
03:46 | अतः, main मेथेड इत्यस्य अन्तः System dot out dot println parentheses semi-colon इति टङ्कयतु। |
03:59 | वाक्यमिमं पङ्क्तेः मुद्रणार्थम् उपयुज्यते। |
04:05 | semi-colon इति पङ्क्तेः समापनार्थमुपयुज्यते। |
04:10 | वयमधुना जावा कृते किं मुद्रापणीयमिति वदामः। |
04:13 | अतः, parentheses इत्यस्मिन् double quotes मध्ये My first java program, आश्चर्यसूचकचिह्नं च टङ्कयतु। |
04:30 | वयमधुना सञ्चिकामिमां Save इति चित्रकनोदनेन रक्षयामः। |
04:36 | अधुना Terminal प्रति गच्छामः |
04:38 | भवान् HelloWorld.java इति यत्र रक्षितमस्ति तत्रैव अस्ति इति दृढीकरोतु। |
04:46 | स्मरतु यत् अहं गृहसन्धारिकायामस्मि इति। |
04:50 | अधुना, cd Space Demo इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। |
04:56 | ls इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। |
04:59 | वयं HelloWorld.java इति सञ्चिका Demo इत्यस्यां सन्धारिकायाम् अस्ति इति पश्यामः। |
05:06 | अधुना सञ्चिकामिमां कंपैल कुर्मः, javac Space HelloWorld dot java इति टङ्कयित्वा Enter नुदतु। |
05:21 | एतत् अस्माभिः रचितां सञ्चिकां कंपैल करोति। |
05:25 | अस्तु, विनादोषं सञ्चिका कंपैल जाता अस्ति। |
05:30 | वयं, HelloWorld.class इति सञ्चिका रचिता अस्ति इति पश्यामः। |
05:36 | सञ्चिकामिमां कुत्रचिदपि रन कर्तुं शक्नुमः। |
05:38 | अर्थात्, कस्मिन्नपि आपरेटिंघ सिस्टम् मध्ये रन कर्तुं शक्नुमः इति। |
05:41 | अत्र भवद्भ्यः जवा कंपैलर इत्यस्य आवश्यकता न भवति। |
05:45 | अत एव, जावा इत्यस्य उक्तिः एवमस्ति, “एकवारं लिखन्तु, सर्वत्र चालयन्तु”। |
05:51 | अतः, यदा कंपैलेशन् यशस्विरूपेण भवति तदा अदेशमुपयुज्य प्रोग्राम चालयतु, |
05:56 | java (अधुना c इति नास्ति) space HelloWorld (dot java इत्यपि नास्ति) अपि च Enter नुदतु। |
06:07 | भवान् My first java program! इति फलितं प्राप्नोति। |
06:13 | अधुना वयं अस्मदीयं प्रथमं जावा प्रोग्राम लिखितवन्तः। अधुना editor इत्यत्र प्रतिगच्छामः। |
06:22 | अधुना उक्तेः अन्ते विद्यमानं semi-colon इत्येतं निष्कासयामः। |
06:27 | Save इति चित्रकस्योपरि नुदतु। |
06:29 | Terminal प्रति गच्छामः। |
06:33 | javac HelloWorld dot java इति आदेशं चालयतु। |
06:41 | कंपैलर, दोषं दर्शयति। |
06:44 | तत्, पञ्चमपङ्क्तौ सेमिकोलन इत्यस्य अपेक्षा अस्तीति सूचयति। |
06:52 | अप एरो इत्येतत् दोषोक्तिं दर्शयति। |
06:57 | वयं Editor इत्यत्र गच्छामः। |
07:01 | जावा मध्ये सर्वासाम् उक्तीनां अन्ते सेमिकोलन भवति। |
07:06 | अतः पञ्चमपङ्क्तिं गत्वा सेमिकोलन योजयतु। |
07:13 | Save इति चित्रकं नुदतु। कंपैलिंग इत्यस्मात् पूर्वं सञ्चिकायाः रक्षणमनिवार्यमस्ति। |
07:22 | Terminal प्रति गच्छामः। |
07:25 | javac HelloWorld dot java इत्यस्य साहाय्येन सञ्चिकां कंपैल कुर्वतु। |
07:32 | सञ्चिका विनादोषं कंपैल जाता अस्ति इति वयं पश्यामः। |
07:36 | अधुना, java HelloWorld इति आदेशेन प्रोग्राम चालयतु। |
07:45 | अधुना वयं My first java program! इति फलितं पश्यामः। |
07:49 | वयं जावा मध्ये एवं दोषानां निर्वहणं कुर्मः। |
07:54 | अग्रिमेषु पाठेषु वयं दोषानां विषये इतोप्यधिकं अवगच्छामः। |
08:02 | अधुना वयं जावा मध्ये नामव्यवस्थां ज्ञास्यामः। |
08:06 | क्लास इत्यस्य नाम सर्वदा क्यामल केस मध्ये एव भवेत्। |
08:10 | अर्थात्, अत्र प्रतिपदम् अप्पर केस तः आरभ्यते। |
08:14 | उदाहरणार्थम्, class HelloWorld, class ChessGame. |
08:19 | अत्र, Hello इत्यस्य H अपि च World इत्यस्य W इति अप्पर केस मध्ये स्तः। |
08:25 | एवमेव, ChessGame इत्यत्र C अपि च G इत्येते अपि अप्पर केस मध्ये स्तः। |
08:31 | मेथड इत्यस्य नाम सर्वदा मिक्सड केस मध्ये भवेत्। |
08:35 | अर्थात्, तस्य प्रथमपदं लोवर केस मध्ये आरभेत। |
08:39 | अवशिष्टपदानि अप्परकेस मध्ये आरभेरन्। |
08:44 | अपि च मेथेड इत्यस्य नाम क्रियापदं भवेत्। |
08:48 | यथा, showString(), main(), goToHelp(). अत्र show इत्यत्र s इति लोवर केस मध्ये अस्ति अपि च String इत्यत्र S इति अप्पर केस मध्ये अस्ति। |
09:02 | वेरियेबल इत्यस्य नाम सङ्ख्यया न आरभते। |
09:06 | वयं क्लास, मेथेड अपि च वेरियेबल इत्येतेषां नाम्नि कीवर्ड न उपयुज्महे। |
09:13 | यथा, public, private, void, static इत्येतानि पदानि न उपयुज्यन्ते। |
09:22 | एवं च, वयमस्मिन् पाठे जावा प्रोग्राम इत्यस्य लेखनं कंपैलकरणम् अपि च रन करणं च ज्ञातवन्तः। |
09:30 | अपि च जावा मध्ये नामव्यवस्थामपि दृष्टवन्तः। |
09:35 | स्वावलोकनार्थं भवन्तः Java file name and class name should be same इत्येतं मुद्रापयितुं जावा प्रोग्राम लिखतु। |
09:47 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट विषये इतोप्यधिकं ज्ञातुं कृपया spoken-tutorial.org/What_is_a_Spoken_Tutorial इत्यत्र उपलभ्यमानं विडीयो पश्यतु। |
09:58 | एतत् स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट इत्यस्य सारांशं दर्शयति। |
10:02 | यदि भवतां समीपे उत्तमं bandwidth नास्ति तर्हि एतत् अवचित्य पश्यतु। |
10:08 | spoken tutorial team पाठमिदमुपयुज्य कार्यशालां चालयति। |
10:13 | ये online परीक्षायां उत्तीर्णतां यान्ति तेभ्य प्रमाणपत्रमपि दीयते। |
10:17 | अधिकविवरणार्थं contact @spoken-tutorial.org इति अणुसङ्केते सम्पृच्यताम्। |
10:25 | स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट Talk to a Teacher इति परियोजनायाः भागः अस्ति। |
10:30 | इमं प्रकल्पं राष्ट्रियसाक्षरतामिषन् इति संस्था ICT, MHRD भारतसर्वकारः इत्यस्य माध्यमेन समर्थितवती अस्ति। |
10:38 | अधिकविवरणार्थं spoken hyphen tutorial dot org slash NMEICT hyphen Intro इत्यत्र पश्यन्तु। |
10:49 | एतेन वयं अस्य पाठस्य अन्तम् आगतवन्तः स्मः। |
10:51 | अस्य पाठस्य अनुवादकः मुम्बै ऐ ऐ टि तःवासुदेवः, प्रवाचकश्च विद्वान् नवीन भट्टः उप्पिनपट्टणम् धन्यवादः। |