Scilab/C4/User-Defined-Input-and-Output/Hindi

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Time Narration
00:01 'Scilab' प्रयोग करके 'File handling' पर स्पोकन ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:06 इस ट्यूटोरियल में, हम निम्न के बारे में सीखेंगे:
00:08 * 'इनपुट फंक्शन'
00:10 * 'आउटपुट फॉर्मेट करना'
00:12 * 'फंक्शन सेव करना'
00:14 * 'फंक्शन लोड करना'
00:16 प्रदर्शन के लिए मैं संस्थापित 'Scilab वर्शन 5.3.3' के साथ 'उबन्टु लिनक्स 12.04' ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोग कर रही हूँ।
00:26 आपको 'Scilab' की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए।
00:29 यदि नहीं, तो साइलैब पर सम्बधित स्पोकन ट्यूटोरियल्स के लिए कृपया 'spoken hyphen tutorial dot org' पर जाएँ।
00:37 'input()' फंक्शन यूज़र से इनपुट लेने में उपयोग होता है।
00:42 यह यूज़र इनपुट के लिए टेक्स्ट स्ट्रिंग में प्रॉम्प्ट प्रदान करता है।
00:47 यह कीबोर्ड से इनपुट के लिए इंतज़ार करता है।
00:51 यदि प्रॉम्प्ट पर कैरेज रिटर्न के आलावा कुछ प्रविष्ट नहीं किया जाता तो 'इनपुट' फंक्शन एक खाली मेट्रिक्स रिटर्न करता है।
00:59 'इनपुट' फंक्शन दो प्रकार से लिखा जा सकता है:
01:03 पहला, x= input ब्रैकेट्स में 'message to display'
01:09 दूसरा, x= input ब्रैकेट्स में ('message to display', 'strings').
01:17 दूसरे उदाहरण में, दूसरा आर्ग्युमेंट 'स्ट्रिंग' है।
01:22 अतः आउटपुट एक कैरेक्टर स्ट्रिंग है जो कीबोर्ड प्रयोग करके प्रविष्ट किया गया एक्सप्रेशन है।
01:29 'Scilab कंसोल' विंडो को खोलें और टाइप करें,
01:33 'x इज़ इक्वल टू input' ब्रैकेट में डबल कोट्स में 'Enter your age' डबल कोट्स बंद करें ब्रैकेट बंद करें और एंटर दबाएं।
01:49 टाइप करें 25 और एंटर दबाएं।
01:53 अब टाइप करें --> 'y इज़ इक्वल टू input' ब्रैकेट में डबल कोट्स में 'Enter your age' डबल कोट्स बंद करें कॉमा दोबारा डबल कोट्स में लिखें 'string' ब्रैकेट बंद करें और एंटर दबाएं।
02:14 टाइप करें 25 और एंटर दबाएं।
02:18 हम देखते हैं कि दोनों स्थितियों में इनपुट जो हमने कीबोर्ड से प्रविष्ट किया वो नंबर 25 था।
02:25 अब, वेरिएबल x और y के प्रकार को जांचते हैं।
02:30 अब 'clc' कमांड प्रयोग करके कंसोल को क्लियर करते हैं।
02:34 हम यह, दूसरे उदाहरण में दिए गए आर्ग्युमेंट 'string' के उपयोग और महत्व को प्रमाणित करने के लिए कर रहे हैं।
02:42 वेरिएबल के प्रकार को जाँचने के लिए, अब टाइप करते हैं
02:45 --> 'typeof' ब्रैकेट्स में 'x' और एंटर दबाएं।
02:51 उसीप्रकार 'typeof(y)' और एंटर दबाएं।
02:57 आप अपने आप देख सकते हैं कि x में संचित पहला उत्तर 'कांस्टेंट' प्रकार का है और
03:04 कमांड में सम्मिलित आर्ग्युमेंट 'स्ट्रिंग' के साथ y में संचित दूसरा उत्तर, 'स्ट्रिंग' प्रकार का है।
03:12 अब देखते हैं कि कंसोल पर प्रदर्शित आउटपुट को कैसे फॉर्मेट करते हैं।
03:17 यह 'mprintf()' फंक्शन प्रयोग करके किया जा सकता है।
03:22 'mprintf()' फंक्शन 'साइलैब' कंसोल पर डेटा को लिखता, फॉर्मेट करता और बदलता है।
03:28 यह 'printf()' फंक्शन के C-कोडेड वर्शन के लिए एक इंटरफ़ेस है।
03:34 अब इसके लिए एक उदाहरण देखते हैं। कंसोल को खोलते हैं।
03:38 टाइप करें--> 'mprintf' ब्रैकेट में कोट्स में टाइप करें 'At iteration परसेंट i कॉमा Result is कोलन स्लैश n alpha is equal to परसेंट f कॉमा 33 कॉमा 0.535' ब्रैकेट बंद करें।
04:12 यहाँ 'परसेंट i' (%i) के स्थान पर 33 दिखेगा और फ्लो की तरह 'परसेंट f' (%f) के स्थान पर पॉइंट 535 (0.535) दिखेगा। एंटर दबाएं।
04:26 यह आउटपुट देगा 'At iteration 33, Result is alpha is: equal to 0.535000'
04:39 कंसोल को क्लियर करें। अब एक अन्य उदाहरण देखते हैं।
04:44 'mprintf' ब्रैकेट खोलें कोट्स में 'Value of x is equal to परसेंटेज d is taken as a CONSTANT कॉमा while value of y is equal to परसेंट s is taken as a STRING' कोट्स बंद करें 'कॉमा x कॉमा y' ब्रैकेट बंद करें।
05:19 उपरोक्त उदाहरण में 'परसेंटेज d' (%d) वेरिएबल x में संचित कांस्टेंट डेटा को प्रविष्ट करने में उपयोग होता है और
05:28 'परसेंटेज s' (%s) वेरिएबल y में संचित 'स्ट्रिंग' डेटा को प्रविष्ट करने में उपयोग होता है। एंटर दबाएं, आप आउटपुट देखते हैं।
05:38 अब, 'save' और 'load' कमांड्स के प्रयोग की चर्चा करते हैं।
05:43 गणना के बीच में 'Scilab' को छोड़ने के लिए और
05:47 बाद में जारी रखने के लिए, टाइप करें 'save thissession'
05:52 यह 'thissession' नामक फाइल में सारे वेरिएबल्स की वर्तमान वैल्यूज़ को सेव करेगा।
05:58 इस फाइल को एडिट नहीं किया जा सकता।
06:01 यह 'बाइनरी' फॉर्मेट में है।
06:04 जब अगली बार साइलैब शुरू करते हैं तो टाइप करें 'load thissession'
06:08 और वो गणनाएं वहाँ से पुनः शुरू की जा सकती है, जहाँ आपने छोड़ी थीं।
06:13 'save' और 'load' फंक्शन्स के उद्देश्य निम्न हैं:
06:16 'save()' कमांड बाइनरी फाइल में 'Scilab' के सारे वर्तमान वेरिएबल्स को सेव करता है।
06:22 यदि वेरिएबल एक ग्राफ़िक हैंडल है तो 'save' फंक्शन सारे सम्बंधित graphics_entities परिभाषा को सेव करता है।
06:31 फाइल या तो इसके पाथ या पहले दिए गए डिस्क्रिप्टर से दी जा सकती है।
06:37 'save ब्रैकेट में (filename)', फाइलनेम द्वारा परिभाषित सारे वर्तमान वेरिएबल्स को फाइल में सेव करता है।
06:45 'save ब्रैकेट में fd', डिस्क्रिप्टर 'fd' द्वारा परिभाषित सारे वर्तमान वेरिएबल्स को फाइल में सेव करता है।
06:53 'save(filename,x,y)' या 'save(fd,x,y)' केवल नामांकित वेरिएबल्स 'x' और 'y' को सेव करता है।
07:02 अब 'save' और 'load' कमांड्स के उपयोग को स्पष्ट करने के लिए एक उदाहरण देखते हैं।
07:07 कंसोल पर वापस जाते हैं। अब दो मेट्राइसेस मानिये a और b को परिभाषित करते हैं।
07:14 --> 'a = eye' ऑफ़ '(2,2)' और एंटर दबाएं।
07:22 टाइप करें 'b=ones ऑफ़ (a)' और एंटर दबाएं।
07:28 'clc' कमांड प्रयोग करके कंसोल को क्लियर करें। अब टाइप करें
07:34 'save' स्पेस 'matrix' डैश 'a' डैश 'b'
07:42 या इसे निम्न प्रकार भी लिखा जा सकता है:
07:46 'save ब्रैकेट्स में कोट्स में matrix डैश a डैश b डॉट dat' कोट्स बंद करें 'कॉमा a कॉमा b' ब्रैकेट बंद करें और एंटर दबाएं।
08:03 यह वर्तमान कार्यकारी डिरेक्टरी में बाइनरी फाइल 'matrix dash a dash b dot dat' (matrix-a-b.dat) में वेरिएबल्स की वैल्यूज़ को सेव करता है।
08:12 आप इस बाइनरी फाइल की मौजूदगी को जांचने के लिए इस वर्तमान कार्यकारी डिरेक्टरी को ब्राउज़ कर सकते हैं।
08:17 आप इसे यहाँ देख सकते हैं। मैं फाइल ब्राउज़र को बंद करुँगी।
08:22 अब फाइल को वापस वेरिएबल्स में लोड करते हैं।
08:26 इससे पहले, अब हम वेरिएबल्स 'a और b' को क्लियर करते हैं।
08:29 टाइप करें 'clear a' स्पेस 'b', और एंटर दबाएं।
08:34 अब दोबारा जाँचते हैं कि ये वेरिएबल्स वास्तव में क्लियर हो गए हैं या नहीं।
08:39 -> 'a'
08:40 'b'
08:41 अब 'load कमांड' प्रयोग करके बाइनरी फाइल्स से इन वेरिएबल्स a और b में वैल्यूज़ को दोबारा लोड करते हैं।
08:49 टाइप करें: 'load ब्रैकेट में क्वोट में matrix डैश a डैश b डॉट dat' कोट्स बंद करें 'कॉमा कोट्स में a कॉमा कोट्स में b' ब्रैकेट बंद करें और एंटर दबाएं।
09:08 अब वेरिएबल्स a और b में वैल्यूज़ को जाँचते हैं। कंसोल को क्लियर करें।
09:14 टाइप करें -->a और -->b
09:18 आप देख सकते हैं कि वेरिएबल्स में वैल्यूज़ दोबारा लोड की जाती हैं।
09:23 इस ट्यूटोरियल में हमने सीखा-
09:24 * 'input' कमांड प्रयोग करके इनपुट फंक्शन
09:28 * 'mprintf' कमांड प्रयोग करके आउटपुट को फॉर्मेट करना
09:31 * 'save' फंक्शन
09:33 * 'load' फंक्शन
09:35 दर्शाये लिंक पर उपलब्ध वीडिओ देखें।
09:38 यह स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है।
09:41 अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं।
09:46 स्पोकन ट्यूटोरियल टीम:
09:48 स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाती है।
09:51 ऑनलाइन टेस्ट पास करने वालों को प्रमाणपत्र देते हैं।
09:54 अधिक जानकारी के लिए, कृपया conatct@spoken-tutorial.org पर लिखें।
10:01 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट टॉक टू अ टीचर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
10:05 यह भारत सरकार के एम एच आर डी के आई सी टी के माध्यम से राष्ट्रीय साक्षरता मिशन द्वारा समर्थित है।
10:12 इस मिशन पर अधिक जानकारी http://spoken-tutorial.org/NMEICT-Intro पर उपलब्ध है।
10:23 आय आय टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ।
10:26 हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Shruti arya