Avogadro/C3/Stereoisomerism/Hindi

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Narration
00:01 'Stereoisomerism'पर इस ट्यूटोरियल में आपका स्वागत है।
00:06 इस ट्यूटोरियल में हम निम्न के बारे में सीखेंगे: उदाहरणों के साथ 'Conformational isomerism', 'Geometrical isomerism'और 'R-S configurations'
00:18 यहाँ मैं उपयोग कर रही हूँ:

'Ubuntu Linux' OS वर्जन 14.04

'Avogadro'वर्जन 1.1.1.

00:28 इस ट्यूटोरियल के अनुसरण के लिए आपको 'Avogadro'इंटरफ़ेस से परिचित होना चाहिए।
 यदि नहीं तो सम्बंधित ट्यूटोरियल्स के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ। 
00:39 इस ट्यूटोरियल में उपयोग हुई उदाहरण फाइल्स कोड फाइल्स में दी गयी हैं।
00:45 इस ट्यूटोरियल में हम 'Avogadro'उपयोग करके 'stereoisomers'बनाना सीखेंगे।
00:51 मैं 'stereoiosmersism'के बारे में संक्षिप्त परिचय दूँगी।
00:56 'Stereoisomersism'परमाणुओं की त्रिआयामी व्यवस्था (spatial arrangement) में भिन्नता के कारण उत्पन्न होता है।
01:03 'Isomers'समान संरचना रखते हैं और गुणों में ज़्यादा अंतर नहीं होता है।
01:09 यहाँ एक स्लाइड है जो 'isomers'का वर्गीकरण दिखाती है।
01:16 मैं 'Conformational isomerism'के साथ शुरू करती हूँ।
01:21 यह स्टीरियोआइसोमेरिस्म का एक प्रकार है।
01:23 इसमें 'isomers'को सिंगल बॉन्ड्स के चारों ओर रोटेट करके अन्तः-परिवर्तित किया जा सकता है।
01:30 सिंगल बॉन्ड के चारों ओर रोटेशन 'rotational energy barrier'से प्रतिबंधित किया जाता है।
01:36 अब '1,2-dichloroethane'के कन्फॉर्मर्स (conformers) के साथ शुरू करते हैं।
01:41 '1,2-dichloroethane'तीन कन्फॉर्मर्स में होता है जैसे कि:

'Eclipsed', 'Gauche' और 'Anti'

01:50 मैंने 'Avogadro'विंडो खोल ली है।
01:53 'Draw'टूल पर क्लिक करें।
01:55 'Adjust Hydrogens'चेक बॉक्स को अनचेक करें।
01:59 'Panel'पर क्लिक करें और दो परमाणु बनाने के लिए ड्रैग करें।
02:04 'Element'ड्राप डाउन से 'Chlorine'चुनें।
02:08 प्रत्येक 'कार्बन' पर एक बॉन्ड बनाएं।
02:11 'Build' मेनू पर जाएँ और 'Add Hydrogens' पर क्लिक करें।
02:15 '1,2-dichloroethane' पैनल'पर बनता है।
02:19 अब संरचना को ऑप्टिमाइज़ करते हैं।
02:22 'Auto Optimization'टूल पर क्लिक करें।
02:25 'Force Field'में 'MMFF94'चुनें और 'Start'बटन पर क्लिक करें।
02:35 'ऑप्टिमाइज़ेशन'प्रक्रिया रोकने के लिए 'Stop'पर क्लिक करें।
02:40 उचित ओरिएंटेशन हेतु संरचना को रोटेट करने के लिए 'Navigation'टूल पर क्लिक करें।
02:45 हमारे पास 'पैनल'पर 'Gauche conformer'है।
02:49 '1,2-dichloroethane'के 'conformers'दिखाने के लिए मैं रोटेशन के प्लेन को स्थिर करुँगी।
02:55 'Bond Centric Manipulation'टूल पर क्लिक करें।
02:59 दो 'कार्बन'परमाणुओं के बीच के बॉन्ड पर क्लिक करें।
03:03 परमाणुओं के बीच का प्लेन नीले या पीले रंग में दिखता है।
03:08 'क्लोरीन'परमाणु पर कर्सर रखें।
03:10 बॉन्ड को दक्षिणावर्त दिशा में घुमाएं।
03:14 'Navigation'टूल पर क्लिक करें और संरचना को रोटेट करें।
03:18 हमारे पास 'पैनल'पर 'Anti conformer'है।
03:21 'C-C bond'को रोटेट करने के लिए दोबारा 'Bondcentric Manipulation'टूल उपयोग करें।
03:25 हमारे पास 'पैनल'पर 'Eclipsed conformer'है।
03:30 अब मैं 'Cyclohexane'के अनेक 'conformers'दिखाऊँगी।
03:35 एक नयी विंडो खोलें।
03:38 'Draw settings'मेनू में 'कार्बन'डिफ़ॉल्ट एलिमेंट की तरह चयनित है।
03:44 'Adjust Hydrogens'चेक बॉक्स को अनचेक करें।
03:48 अब 'cyclohexane'संरचना को 'boat form'में बनाते हैं।
03:53 'पैनल'पर 'cyclohexane'का 'boat conformer'बनाने के लिए क्लिक और ड्रैग करते हैं।
04:01 परमाणुओं को लेबल करने के लिए 'Display Types'मेनू में 'Label'चेक बॉक्स पर क्लिक करें।
04:07 ध्यान दें लेबलिंग हर समय एक सी नहीं भी हो सकती है।
04:11 अपनी आवश्यकता के अनुसार 'conformers'को लेबल करते हैं।
04:16 'Selection'टूल पर क्लिक करें फिर पहले 'कार्बन'परमाणु पर राइट क्लिक करें।
04:21 एक मेनू खुलता है। 'Change label' चुनें।
04:25 'Change label of the atom' टेक्स्ट बॉक्स खुलता है।
04:30 'New Label' फील्ड में 1 टाइप करें और 'OK'पर क्लिक करें।
04:35 आगे दूसरे परमाणु पर राइट क्लिक करें और लेबल को 2 करें।
04:41 उसी प्रकार मैं परमाणुओं के लेबल्स को 3, 4, 5 और 6 करुँगी।
04:50 हम 'boat'को 'twist boat conformer'में बदलेंगे।
04:54 'Manipulation'टूल पर क्लिक करें। 2 पर क्लिक करें और इसे ऊपर ड्रैग करें।
04:57 5 पर क्लिक करके इसे ऊपर ड्रैग करें। 3 पर क्लिक करके इसे ऊपर ड्रैग करें।
05:08 हमारे पर 'पैनल'पर 'twist boat'है।
05:10 अब हम 'twist boat'को 'half chair conformer'में बदलेंगे।
05:16 2 पर क्लिक करके इसे नीचे ड्रैग करें।
05:19 5 पर क्लिक करके इसे नीचे ड्रैग करें।
05:23 4 पर क्लिक करें और इसे क्षैतिज स्थान पर ड्रैग करें।
05:27 सही संरचना के लिए, अगर अवश्यक हो तो सारे 'कार्बन'परमाणुओं के स्थानों को समायोजित करें।
05:33 हमारे पास 'पैनल'पर 'half chair' है।
05:36 अब हम 'half chair' को 'chair conformer' में बदलेंगे।
05:41 4 पर क्लिक करें और इसे नीचे ड्रैग करें।
05:44 1 पर क्लिक करें और इसे नीचे ड्रैग करें।
05:47 सही संरचना के लिए, अगर अवश्यक हो तो सारे 'कार्बन'परमाणुओं के स्थानों को समायोजित करें।
05:53 हमारे पास 'पैनल'पर 'chair conformer'है।
05:56 असाइनमेंट में 'ब्यूटेन'और 'साइक्लोपेन्टेन'के अनेक 'कन्फॉरमर्स'बनाएं।
06:03 अब मैं 'geometrical isomerism'दिखाने के लिए संरचनाएं बनाऊँगी।
06:09 'geometrical isomerism'बनता है: 'डबल-बॉन्ड'के चारों तरफ परमाणुओं की भिन्न-भिन्न त्रिआयामी व्यवस्था (spatial arrangement) के कारण
06:17 यहाँ 'डबल-बॉन्डेड कार्बन'के चारों तरफ परमाणुओं या ग्रुप्स का रोटेशन प्रतिबंधित है।
06:24 प्रदर्शन के लिए मैं 'diamminedichloroplatinum(II)' संरचना बनाऊँगी, जिसे 'cisplatin' भी कहते हैं।
06:33 एक नयी विंडो खोलें।
06:36 'Draw settings'मेनू में 'Element'ड्राप डाउन पर क्लिक करें और 'Other'चुनें।

Periodic table window opens. 'Periodic table'विंडो खुलती है।

06:44 टेबल से 'Platinum(Pt)'चुनें। 'Periodic table'विंडो बंद करें।
06:50 'Panel'पर क्लिक करें।
06:53 'Element'ड्राप डाउन से 'Chlorine'चुनें।
06:55 'Platinum'परमाणु पर एक ही तरफ दो 'chlorine bonds'बनाएं।
07:00 'Element'ड्राप डाउन से 'Nitrogen'चुनें। पहले की तरह दो 'nitrogen bonds'बनाएं।
07:07 संरचना पूरी करने के लिए हमें नाइट्रोजन परमाणुओं पर तीन जुड़े हुए हाइड्रोजन्स की ज़रुरत है।
07:13 'Element'ड्राप डाउन से 'Hydrogen'चुनें।
07:16 तीसरा बॉन्ड बनाने के लिए प्रत्येक 'नाइट्रोजन'परमाणु पर क्लिक करें।
07:21 संरचना को ऑप्टिमाइज़ करें।
07:24 'Auto Optimization'टूल पर क्लिक करें।
07:27 'Force Field'में 'UFF'चुनें और 'Start'बटन पर क्लिक करें।
07:35 ऑप्टिमाइज़ेशन प्रक्रिया को रोकने के लिए 'Stop'पर क्लिक करें।
07:39 प्रदर्शन के लिए मुझे दो संरचनाओं की ज़रुरत होगी।
07:43 मैं संरचनाओं को कॉपी और पेस्ट करुँगी।
07:46 संरचना को चुनने के लिए 'Selection'टूल पर क्लिक करें।
07:50 कॉपी के लिए 'CTRL+C'और पेस्ट के लिए 'CTRL+V'दबाएं। पेस्ट की हुई संरचना को दायीं तरफ ड्रैग करें।
07:57 सुविधा के लिए मैं परमाणुओं को लेबल करुँगी।
08:00 'Display Types' मेनू में 'Label'चेक बॉक्स पर क्लिक करें।
08:05 'हाइड्रोजन्स'हटाने के लिए 'Build'मेनू पर जाकर 'Remove Hydrogens'चुनें।
08:11 हमारे पास 'पैनल'पर 'cisplatin'के दो आइसोमर्स (isomers) हैं।
08:16 मैं दूसरे 'cis isomer'को 'trans isomer' में बदलूँगी।
08:21 'Manipulation'टूल पर क्लिक करें।
08:24 'Cl4'पर क्लिक करके बायीं तरफ लाएं। 'N4'पर क्लिक करके दायीं तरफ लाएं।
08:32 फिर उचित ओरिएंटेशन (अभिविन्यास) दिखाने के लिए सारे बॉन्ड्स के स्थानों को समायोजित करें।
08:38 'Build'मेनू पर जाएँ और 'Add Hydrogens'चुनें।
08:43 पहले की तरह प्रत्येक 'नाइट्रोजन'दो जुड़े हुए परमाणु रखता है।
08:48 'Draw'टूल से 'Hydrogen'उपयोग करके तीसरा 'हाइड्रोजन'जोड़ें।
08:53 अब संरचनाओं को ऑप्टिमाइज़ करते हैं।
08:55 'Auto Optimization' टूल पर क्लिक करें।
08:59 'Force Field'में 'UFF'चुनें और 'Start'बटन पर क्लिक करें।
09:05 ऑप्टिमाइज़ेशन प्रक्रिया को रोकने के लिए 'Stop'पर क्लिक करें।
09:09 अब हमारे पास 'पैनल'पर 'diamminedichloroplatinum(II)'के दो 'ज्योमेट्रीकल आइसोमर्स'हैं।
09:17 उसीप्रकार हमारे पास 'diamminetetracyanoferrate(III)ion'के 'ज्योमेट्रीकल आइसोमर्स'हैं।
09:25 आगे हम 'R-S configuration' के बारे में चर्चा करेंगे।
09:29 'R-S configurations', 'Chiral centre' की उपस्थिति के कारण होता है।
09:35 'Chiral centre'चार भिन्न-भिन्न प्रतिस्थापियों से जुड़ा हुआ परमाणु होता है।
09:41 कॉन्फ़िग्रेशन्स एक दूसरे की 'non-superimposable mirror images'होती हैं।
09:47 'R-S configurations'के प्रदर्शन के लिए मैं 'amino acid - Alanine'उपयोग करुँगी।
09:53 एक नयी विंडो खोलें।
09:56 मैं 'Fragment library'से 'Alanine'संरचना लोड करुँगी।
10:01 'Fragment library'में उपलब्ध सारे 'amino acids'दृष्टिगत रूप से सक्रीय हैं।
10:07 आप अपने आप लोड और अन्वेषण कर सकते हैं।
10:11 संरचना को अचयनित करने के लिए 'CTRL+SHIFT'और 'A' कीज़ दबाएं।
10:15 उचित ओरिएंटेशन हेतु संरचना को रोटेट करने के लिए 'Navigation'टूल उपयोग करें।
10:22 केंद्रीय 'कार्बन'परमाणु 'chiral'है जो 4 भिन्न-भिन्न ग्रुप्स से जुड़ा हुआ है।
10:26 'R S configuration'दक्षिणावर्त या वामावर्त दिशाओं में प्रतिस्थापी को दी गयी वरीयता पर आधारित है।
10:35 वरीयता प्रतिस्थापी के एटॉमिक नंबर पर आधारित है।
10:40 उच्च एटॉमिक नंबर वाले प्रतिस्थापी को पहली वरीयता मिलती है।
10:45 अब हम दक्षिणावर्त दिशा में वरीयता देखते हैं।
10:49 इस संरचना में 'नाइट्रोजन'को पहली वरीयता दी गयी है।
10:53 'ऑक्सीजन'से जुड़े हुए 'कार्बन'को दूसरी और 'मिथाइल'को तीसरी वरीयता दी गयी है।
11:02 संरचना 'R configuration'रखती है।
11:05 मैं जुड़े हुए ग्रुप्स के स्थानों को 'chiral carbon'से बदलूँगी।
11:10 'Build'मेनू पर जाएँ और 'Remove Hydrogens'चुनें।
11:15 'Manipulation'टूल पर क्लिक करें।
11:17 'कार्बन'को दायीं तरफ लाएं।
11:20 'ऑक्सीजन'से जुड़े हुए 'कार्बन'को बायीं तरफ लाएं।
11:25 'Build'मेनू पर जाकर 'Add Hydrogens'चुनें।
11:29 अब वामावर्त दिशा में वरीयता देखेंगे।
11:33 'नाइट्रोजन'की पहली वरीयता है। 'ऑक्सीजन'से जुड़े हुए 'कार्बन'की दूसरी वरीयता है

और 'मिथायल'की तीसरी वरीयता है।

11:45 संरचना 'S configuration'रखती है।
11:48 उसी प्रकार हमारे पास 'पैनलGlyceraldehyde'के 'R'और 'S configurations'हैं।
11:55 सारांश में
11:57 इस ट्यूटोरियल में हमने निम्न बनाना सीखा:

'1,2-dichloroethane' के 'Conformations'

'cyclohexane' के 'Conformations'

'cisplatin'के 'Geometrical isomers'

'amino acid Alanine'के 'R-S configurations'

12:15 असाइनमेंट में '2-butene'और '1,2-dichloroethene'के ज्योमेट्रीकल 'आइसोमर्स', 'bromochloroiodomethane'के 'R-S configurations'बनाएं।
12:29 यह वीडियो स्पोकन ट्यूटोरियल प्रोजेक्ट को सारांशित करता है। अच्छी बैंडविड्थ न मिलने पर आप इसे डाउनलोड करके देख सकते हैं।
12:37 हम स्पोकन ट्यूटोरियल्स का उपयोग करके कार्यशालाएं चलाते हैं और प्रमाणपत्र देते हैं। हमसे संपर्क करें।
12:44 स्पोकन ट्यूटोरियल प्रॉजेक्ट NMEICT, MHRD, भारत सरकार द्वारा निधिबद्ध है।
12:51 यह स्क्रिप्ट जया द्वारा अनुवादित है, आई आई टी बॉम्बे से मैं श्रुति आर्य आपसे विदा लेती हूँ। धन्यवाद।

Contributors and Content Editors

Jayarastogi